- -हाईकोर्ट में चल रहे केस के चलते अनिश्चतता के बीच रजनीतिक दलों ने शुरू किया चुनाव प्रचार
- -कांग्रेस व अकाली दल के बाद भाजपा व आप ने भी उम्मीदवारों की लिस्ट की फाइनल, किसी भी समय कर सकते हैं घोषण
बठिंडा. ठीक 27 दिनों के बाद नर निगम व नगर कौंसिल चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव की घोषणा के बाद ही आचार संहिता भी लागू हो गई है। फिलहाल आगामी एक माह तक चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक किसी भी तरह के विकास काम व सरकारी घोषणा नहीं हो सकेगी, पहले चल रहे काम पूर्व की तरह जारी रहेगे। इस स्थिति में अब मंत्री, विधायक व पार्टी के सभी बड़े नेताओं का ध्यान चुनाव प्रचार में लग गया है।
वही सभी राजनीतिक दल पार्टी के उम्मीदवारों की भी जल्द से जल्द घोषणा करने के लिए मत्थापेची करने लगे हैं। कांग्रेस अधिकतर सीटों में अपने उम्मीवार घोषित कर चुकी है जबकि रहते 14 वार्डों में भी आगामी चार दिनों में उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगी। वही रविवार को अकाली दल में भी रहते 22 वार्डों में उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल कर दी है जबकि इसकी घोषणा भी जल्द कर दी जाएगी। अब जमीनी स्तर पर आम आदमी पार्टी और भाजपा उम्मीदवारों को लेकर अभी मंथन कर रही है जिसमें अभी तक अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए है जबकि चुनाव में पहली बार उतरा बठिंडा सोशल ग्रुप 8 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करने के बाद रहते वार्डों में उम्मीदवार उतारने के बारे में फैसला लेगा। इस ग्रुप की तरफ से बेशक सभी वार्डों में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है लेकिन हाल की घड़ी में सभी वार्डों में दूसरे दलों को टक्कर देने वाले उम्मीदवारों का टोटा उनके सामने पड़ा हुआ है। राज्य चुनाव आयोग ने कौंसिल व निगमों के चुनावों का एलान कर पूरे माहौल को चुनावमय कर दिया है। जो राजनीतिक दल माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के केस पर नजरें टिकाएं बैठे थे, वह अब अचानक से सजग हो तैयारियां शुरू कर चुके हैं। 16 नवंबर 20220 को जिले में कुल 10,30,047 वोटर हैं। संशोधन के दौरान प्राप्त दावे, एतराज के आधार पर 15 जनवरी 2021 को कुल वोटरों की गिनती 10,47,196 हो गई है।
नगर निगम चुनाव सभी दलों के लिए काफी अहम होने वाले हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले होने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव राजनीतिक पार्टियों के लिए लिटमस टेस्ट साबित होंगे। लंबे समय बाद गठबंधन से अलग हुए भारतीय जनता पार्टी और अकाली दल बादल सहित पंजाब की लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों ने स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि स्थानीय निकाय चुनाव में पार्टियों का प्रदर्शन कम से कम पंजाब में उनका भविष्य तय कर देगा। राज्य में सत्तासीन कांग्रेस के लिए अपनी छवि को बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती है। दूसरी तरफ, तमाम विपक्षी पार्टियों के लिए अपने आप को साबित करना भी युद्ध जीतने के बराबर रहेगा। सबसे दिलचस्प यह देखना रहेगा कि भाजपा और अकाली दल नई जमीनी हकीकत से किस प्रकार सामन्जस्य बिठा पाते हैं। पंजाब में आधार बनाने की लड़ाई लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने अपने चुनाव चिन्ह पर स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी अपने ही चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।
कुछ ही महीनों बाद पंजाब में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी। उससे ठीक पहले मिलने वाले स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजे प्रदेश में राजनीतिक हवा का रुख भी बता देंगे। नतीजे जमीनी स्तर पर राजनीतिक पार्टियों की पकड़ को भी सार्वजनिक कर डालेंगे। यही वजह है कि कांग्रेस से लेकर विपक्ष की तमाम पार्टियों की तरफ से स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी जमीनी स्तर पर की जा रही है। हलका इंचार्जों की नियुक्ति की जा रही है। प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर दिल्ली में जारी किसान आंदोलन कैसा असर दिखाएगा, इसका जवाब तो स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजों में ही मिल सकेगा।
दूसरी तरफ जिला प्रशासन की ओर से नगर कौंसिल व निगम चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ अहम बैठक रखी। अध्यक्षता करते एडीसी राजदीप सिंह बराड़ ने कहा कि भारत चुनाव आयोग की हिदायतों पर 1 जनवरी 2021 के आधार पर फोटो वोटर सूची प्रकाशित कर दी गई हैं। यह वोटर सूची जिला चुनाव दफ्तर बठिंडा से संबंधित चुनाव रजिस्ट्रेशन अफसरों के दफ्तर व बूथ लेवल अफसरों के पास देखने के लिए उपलब्ध हैं। अतिरिक्त जिला चुनाव अफसर ने बताया कि वोटर सूची की सरसरी सुधाई योग्यता 1 जनवरी 2021 के आधार पर 16 नवंबर 2020 से 15 दिसंबर 2020 तक जिले में पड़ते विधानसभा चुनाव हलका रामपुरा फूल, भुच्चो मंडी, बठिंडा शहरी, बठिंडा देहाती, तलवंडी साबो व मौड़ में आम जनता की ओर से बूथ लेवल अफसरों, एनवीएसपी पोर्टल के जरिए दावे, एतराज प्राप्त किए गए।
आयोग के एलान के साथ एक्टिव हुए सियासी दल
चुनाव आयोग चंडीगढ़ द्वारा दोपहर में जैसे ही कौंसिल व निगम चुनाव के लिए 14 फरवरी चुनाव की तारीख का एलान किया, सभी राजनीतिक दल एक्टिव हो गए। कांग्रेस फिलहाल इस दौड़ में 36 सीटों के आबंटन के साथ सबसे आगे है, लेकिन आब्जर्वर की नियुक्त के बाद बाकी 14 वार्डों में टिकटों का आबंटन हाईकमान ने 18 जनवरी को करना है जिसमें 21 जनवरी तक कांग्रेस सीटों का एलान कर सकती है। वहीं शिअद 23 के बाद अब 22 सीटों का एक साथ एलान कर सकता है जबकि 5 सीटों पर दो अधिक टिकटों के दावे को लेकर पार्टी थोड़ा और मंथन करती नजर आ रही है। शिअद महासचिव सरूप सिंगला ने कहा कि शिअद टिकटों का एलान करने को पूरी तरह तैयार है तथा पार्टी के सभी नेता जीतने की कुव्वत रखते हैं।
वहीं अभी तक राजनीतिक माहौल भांप रही आम आदमी पार्टी हाईकमान भी रविवार को बठिंडा में टिकटों का एलान शुरू कर सकती है। प्रदेश प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि निगम चुनाव के लिए उम्मीदवार की हमारी लिस्ट तैयार है। वहीं ब्लाक प्रधान प्रदीप मित्तल ने कहा कि आप जल्द सीटों का एलान शुरू कर सकती है। आप के लिए माहौल सकारात्मक है। वहीं बठिंडा सोशल ग्रुप भी रविवार को टिकटों का आबंटन करेगा। ग्रुप के फाउंडर चेयरमैन डा. तरसेम गर्ग ने कहा कि अब बाकी सीटों का एलान शुरू हो जाएगा। वहीं भाजपा जिला प्रधान विनोद बिंटा ने कहा कि उम्मीदवारों को लेकर पार्टी मंथन कर रही है। अगले दो से तीन दिन में ऐलान शुरू करने की तैयारी हो जाएगी।
हाईकोर्ट में हदबंदी केस कर सकता चुनाव को प्रभावित
हदबंदी केस में दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखने वाली माननीय पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट डबल बैंच मंगलवार तक बठिंडा सहित 20 अलग-अलग केसों में फैसला सुना सकती है। विपक्ष की तरफ से केस की पैरवी करने वाले वरिष्ठ वकील केएस डडवाल ने कहा कि चुनाव आयोग ने भले ही चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है, लेकिन हाईकोर्ट में केस नोटिफिकेशन से पहले दायर हुआ है। केस में आर्ग्यूमेंट पूरा स्ट्रांग है। वहीं शिअद महासचिव सरूप सिंगला ने कहा कि कांग्रेस ने नियमों को तोड़-मरोड़ कर रख दिया है जिसमें हाईकोर्ट जाना उनके लिए लाजमी हो गया। जीत नियमों की होगी।
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