-रेलवे की दलील, चार माह से नहीं हुआ है सफाई का ठेका, गाड़ियां बंद होने कारण गंदगी फैलाते हैं ढाबा-होटल संचलक
बठिंडा. एशिया के बड़े जंक्शनों में शुमार बठिंडा रेलवे जंक्शन पर सफाई का बुरा हाल है। यहां चारो ओर गंदगी का आलम है। इसके चलते नगर निगम ने अपने स्तर पर इसकी सफाई का बीड़ा उठाया है। शहर के सीनियर डिप्टी मेयर अशोक प्रधान का कहना है कि चाहे हदबंदी रेलवे की है। लेकिन शहर तो अपना है। एक ओर तो स्वच्छ भरत अभियान के तहत केन्द्र सरकार करोड़ो रुपए खर्च कर रही हैं, वहीं रेलवे में गंदगी पसरी हुई है। इस बाबत सीनियर डिप्टी मेयर ने गांधीगिरी की। उन्होंने खुद अपने साथी पाषर्दों और महिला पाषर्दों के पतियों को साथ लेकर सफाई अभियान का आगाज किया। यहां नगर निगम की ओऱ से 15-18 सफाई कमर्चारियों को भी लगाया गया। सीनियर डिप्टी मेयर ने नगर निगम के सुपरिडेंटेन सैनीटेशन को ताकीद करते रेलवे विभाग को नोटिस जारी करने को कहा है। इस कड़ी के तहत इसके तहते सीनियर डिप्टी मेयर अशोक प्रधान, विपिन मीतू, सुखराज औलख एमसी, गुरप्रीत बंटी, अश्वनी बंटी, संजय बिसवाल आदि की ओर से खुद झाड़ू उठा इलाके में सफाई की गई। उधर, रेलवे के स्टेशन सुपरिडेंटेन प्रदीप शर्मा कहते हैं कि पिछले चार माह से रेलवे में सफाई का ठेका नहीं हुआ। रेलवे की अधिकांश गाड़ियां बंद है। एसे में रेलवे की बाउंड्री के पास ढाबा होटल संचालक गंदगी फैंकते हैं। इस बाबत उन्होंने डिप्टी कमिशनर और नगर निगम के कमिशनर को भी अवगत कराया है। प्रदीप शर्मा कहते हैं कि 5 मई को रेलवे में सफाई आदि के लिए एक बैठक की जा रही है। उम्मीद है कि सफाई का काम शुरू हो जाएगा। सुपरीडेंटेन सैनीटेशन संदीप कटारिया कहते हैं क नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के रूल्स 2016 के तहत सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की गाईडलाईनों के तहत रेल प्रशासन को नोटिस दिया गया है। वह कहते हैं कि पहले भी रेलवे को इस बाबत कहा गया था, लेकिन उनके कानों पर जूं नहीं रेंगी है।
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