बठिंडा। सोमवार की सांय अजीत अखबार के ब्यूरो चीफ व वरिष्ठ पत्रकार कवलजीत सिंह सिद्धू का शव संदिग्ध अवस्था में एनएफएल कालोनी के अंदर बनी झील के अंदर से बरामद किया गया। पिछले छह माह से ड्रग पैडल की साजिश का शिकार चल रहे सिद्धू परिवार के एक व्यक्ति की इस तरह से संदिग्ध अवस्था में मौत कई सवाल खड़े कर रही है। पुलिस विभाग के अंदर ही नशा तस्करी में शामिल लोगों को कानून के शिकंजे में लाने के चलते कवलजीत सिंह सिद्धू के जीजा व पुलिस के डीएसपी रहे गुरशरण सिंह को साजिश का शिकार होना पड़ा वही अब गुरशरण सिंह को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ रहे कवलजीत सिंह सिद्धू को अपनी जान गवानी पड़ी। पुलिस के हाथ सुसाइड नोट लगा है फिलहाल मामला आत्महत्या के साथ जोड़ दिया गया है पर कवलजीत सिंह सिद्धू जैसे शांतमय, इमनदार व दूसरों के लिए हमेशा खड़े रहने वाले पत्रकार ने एकाएक ऐसा कदम कैसे उठाया इसका जबाव किसी के पास नहीं है। पहले तो कोई भी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि कवलजीत सिंह सिद्धू जैसा पत्रकार व नेक इंसान ऐसा दुसाहसी कदम उठा सकता है। दूसरा पुलिस के अंदर ही ऐसे कौन लोग थे जो उसे मानसिक तौर पर परेशान कर रहे थे व डरा धमका रहे थे इसका खुलासा होना अभी बाकी है।
फिलहाल जिला पुलिस ने इस मामले में चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है व दावा किया है कि इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच करेंगे व इसमें जो भी दोषी पाया जाता है उसे नहीं बख्शा जाएगा। दूसरी तरफ कवलजीत सिंह सिद्धू के दफ्तर से गोनियाना रोड़ तक जाना, रास्ते में हादसा होना बाद में कुछ लोगों का उनसे संपर्क करना, अजीत दफ्तर में आकर उनके हादसे व लापता होने की सूचना देना वही एनएफएल के अंदर बनी झील तक कवलजीत सिंह का पहुंचना ऐसे घटनाक्रम है जो अपने आप में सवाल है। जहां कवलजीत सिंह का शव मिला उस जगह तक जाने में कई सकोयर्टी प्वाइंट है वही कालोनी में जाने के लिए दीवार फांदकर जाने की बात किसी को हजम नहीं हो रही है। वही कवलजीत सिंह खुद तैराकी करते रहे हैं व एक तैराक का पानी में डूबकर जान गवाना भी सवालों को जन्म देता है। कवलजीत सिंह ने कथित सुसाइड नोट में चार लोगों के नाम लिखे हैं। थाना थर्मल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया है। वहीं पुलिस ने सुसाइड नोट में लिखे आरोपित एएसआइ राजेंद्र सिंह, उसकी पत्नी कुलदीप कौर व बेटों हरप्रीत सिंह व मान सिंह को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है। इससे पहले रविवार को थर्मल थाने की पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति पर अपहरण का मामला दर्ज किया था। अब चार लोग जिनका सुसाइड नोट में नाम लिखा गया है उसमें तीन लोग वो है जिन्हें कवलजीत सिंह के जीजा व डीएसपी रहे गुरशरण सिंह ने ड्रग तस्करी के केस में एक साल पहले गिरफ्तार किया था।
इसमें तत्कालीन एएसआई राजेंद्र सिंह व उसकी पत्नी कुलदीप कौर ने इस घटना के बाद एक साजिश रची। इसके तहत डीएसपी गुरशरण सिंह को फंसाने के लिए कुलदीप कौर ने छह माह पहले गुरशरण सिंह को फोन कर नशा तस्करी से संबंधित एक सूचना देने की बात कही। श्री हनुमान चौक में बने एक रेस्टोरेंट में गुरशरण सिंह को सूचना देने के लिए गई महिला कुलदीप कौर ने इसे पहले पुलिस ट्रैप लगवाया कि उसका शारीरिक शोषण किया जा रहा है। पुलिस ने उक्त तस्कर महिला के कहने पर अपने ही विभाग के डीएसपी पर बिना किसी पुख्ता जांच के केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद मामला कोर्ट में चल रहा है व गत दिवस डीएसपी रहे गुरशरण सिंह को कोर्ट ने मामले में जमानत दे दी है।
इससे पहले तस्कर महिला, तत्कालीन एएसआई व उसके दो बेटे कवलजीत सिंह को केस की पैरवी करने से रोकने के लिए लगातार परेशान कर रहे थे। इस बात को लेकर कवलजीत सिंह मनसिक तौर पर परेशान भी थे लेकिन वह हार नहीं मानते थे व उन्होंने तय कर लिया था कि जिस तरह वह दूसरों को इंसाफ दिलवाने के लिए लड़ते हैं वही लड़ाई वह पुलिस विभाग के डीएसपी रहे गुरशरण सिंह के लिए लड़ेगे व दूध का दूध व पानी का पानी करके ही दम लेंगे। इसी दौरान उन्हें ड्रग पैडल की साजिश का शिकार होना पड़ा व अपनी जान गवानी पड़ गई।
शनिवार को गोनियाना राेड पर संदिग्ध अवस्था में लापता हुए पत्रकार कवलजीत सिंह सिद्धू की सोमवार को एनएफएल की झीलों से लाश बरामद हो गई। पत्रकार के सिर पर गहरी चोट का निशान भी मिला है जिसे उसी समय हुई एक दुर्घटना का परिणाम माना जा रहा है।
कवलजीत सिद्धू की पेंट की जेब से मिले सुसाइड नोट के बाद नशा तस्करी के आरोप में बर्खास्त हुए एक पूर्व एएसआई समेत परिवार के चार सदस्यों के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस गहराई से इस मामले की जांच कर रही है। थाना थर्मल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचा दिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के आधार पर सुसाइड नोट के अनुसार उक्त पुलिस परिवार कमलजीत सिद्धू को एक केस के मामले में पिछले कई महीनों से परेशान किए हुए था। बता दें कि शनिवार दोपहर को कमलजीत सिद्धू गोनियाना रोड पर हुए हादसे में चोटिल हो गए थे तथा इसके बाद अचानक वहां से लापता हो गया। सोमवार को एनएफएल की झील से कमलजीत सिंह सिद्धू की लाश बरामद हुई।
एसएचओ थाना थर्मल रविंदर सिंह संधू ने कहा कि पुलिस ने मृतक की जेब से मिले सुसाइड नाेट के आधार पर पुलिस ने खुदकुशी के लिए मजबूर करने के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है। वहीं सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल ने मौत की जांच की मांग की है। वही समूह पत्रकारों ने भी मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग रखी है ताकि लोगों क सामने सच आ सके।
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