बठिंडा. जिले में कोरोन पोजटिव मरीजों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। रविवार सुबह पांच कोरोना पोजटिव मरीजों की मौत हो गई। पहली मौत राम मंडी बठिंडा वासी लाल राज की हुई। 78 साल के उक्त मरीज को बठिंडा के दिल्ली हार्ट अस्पताल में 19 अप्रैल को दाखिल करवाया था। समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर आशीष गुप्ता, राकेश जिंदल, अंकित ने शव को रामा मंडी स्थित श्मशान भूमि में पहुंचा कर पीपीई किट्स पहनकर मृतक का अंतिम संस्कार किया। दूसरी मौत अंगूरी देवी वासी मानसा की हुई। मरीज बठिंडा के दिल्ली हार्ट अस्पताल में 28 अप्रैल से दाखिल था। तीसरी मौत केवल कृष्ण गोयल वासी रामा मंडी बठिंडा की हुई। 64 साल के उक्त मरीज को बठिंडा के दिल्ली हार्ट अस्पताल में 26 अप्रैल से दाखिल करवाया था। चौथी मौत कोरोना संदिग्ध सरीता देवी उम्र 42 साल वासी गांधी नगर बठिंडा की हुई है। उक्त महिला को सांस में समस्या तथा ऑक्सीजन लेवल कम होने के चलते दो दिन पहले इन्द्राणी अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां आज मौत हो गई। मृतक महिला का शव नौजवान वेलफेयर सोसायटी ने परसराम नगर स्थित श्मशान भूमि में पहुंचाया तथा अंतिम संस्कार करवाया। पांचवीं मौत सुदर्शन गोयल वासी अग्रवाल टाइमर स्टोर डबवाली की हुई। उक्त महिला मरीज को बठिंडा के दिल्ली हार्ट अस्पताल में 26 अप्रैल से दाखिल करवाया था। सभी मृतकों का समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा के वालंटियर कमल वर्मा, मन्जोत जौड़ा, अशोक निर्मल ने शव डबवाली में पहुंचा कर मृतक का अंतिम संस्कार पीपीई किट्स पहनकर करवा दिया।
कोरोना का संक्रमण जिले को पूरी तरह अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है। कोविड अस्पताल हाउस फुल हो चुके हैं। सिविल अस्पताल से गंभीर मरीजों को फरीदकोट रेफर किया जा रहा है। वहां भी स्थिति आम अस्पतालों जैसी ही है। बठिंडा के निजी अस्पतालों में भी बेड उपलब्ध नहीं है। मई माह के पहले दिन 653 कोरोना संक्रमित नए मरीज मिले जबकि यह सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। जबकि रिकॉर्ड 18 संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। जिला प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार सेहत विभाग द्वारा अब तक 226908 लोगों के सैंपल लिए गए जिसमें 21315 कोरोना पॉजिटिव मिले। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या 5141 हो चुकी है। अजीत रोड गली नंबर 7 को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। वही गत दिवस शनिवार को कोरोना संक्रमण की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल को सिविल अस्पताल में दाखिल कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों ने उन्हें अपनी व्यथा सुनाई, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वसन मिला। मरीज के परिजन मक्खन सिंह वासी रामपुरा फूल और मंजीत सिंह वासी तलवंडी साबो ने बताया कि किसी भी अस्पताल में बेड नहीं मिला। यहां वेंटीलेटर उपलब्ध होने के बावजूद चलाया नहीं जा रहा। वित्तमंत्री ने कहा कि वेंटीलेटर उपलब्ध है, लेकिन स्टाफ नहीं है, अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे।
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