अमृतसर .पंजाब के अमृतसर के खेमकरण विधानसभा क्षेत्र के गांव बसेरके में अकाली दल और कांग्रेस के समर्थक भिड़ गए। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में एक महिला सहित पांच लोग घायल हो गए। घायलों को सरकारी अस्पताल भर्ती करवाया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। घायलों की पहचान गरजिंदर सिंह, रणजीत सिंह, गुरभेज सिंह, बलवीर सिंह और शांति के रूप में हुई है।
शिअद समर्थक गरजिंदर ने कहा कि गांव के सरपंच हरदेव सिंह ने आटा दाल योजना का गेहूं अपने घर में रखा है। वे गरीब लोग जो अपने कोटे का गेहूं लेने के लिए सरपंच के घर जा रहे थे वहां उन्हें हरदेव सिंह द्वारा कांग्रेस पार्टी को वोट देने के लिए मजबूर किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि गुरुवार की सुबह गांव के रणजीत सिंह और गुरभेज सिंह अपना गेहूं लेने सरपंच के घर गए थे। सरपंच ने दोनों लाभार्थियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। गुरभेज और रंजीत ने विरोध किया तो सरपंच और उसके भाई-भतीजों ने हमला कर दिया।
इसकी जानकारी मिलने के बाद मैं मौके पर गया और मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन सरपंच ने पिस्टल से फायरिंग कर दी। एक गोली मेरे पैर में लगी। इसी तरह सरपंच के परिवार के अन्य सदस्यों ने गुरभेज और रंजीत को लाठियों और धारदार हथियारों से घायल कर दिया। गुरभेज ने कहा कि मेरा और रंजीत का इलाज सुरसिंह गांव के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने इसकी शिकायत खालरा थाने में दे दी है। वहीं सरपंच ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के घरों के बाहर कांग्रेस पार्टी के पोस्टर चिपकाए हैं।
सुखजिंदर सिंह, रंजीत राणा, गुरवेल सिंह, हरमीत सिंह और निर्मल सिंह ने हमारे पोस्टरों पर शिअद के पोस्टर चिपकाने शुरू कर दिए। जब हमने इसका विरोध किया तो उन्होंने हम पर हमला कर दिया। सुखजिंदर सिंह ने फायरिंग की, जिसमें बलबीर सिंह घायल हो गया। हमले में मेरी मां शांति भी घायल हो गईं। इस बारे भिखीविंड के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) तरसेम मसीह ने कहा कि एक पार्टी के समर्थक आरोप लगा रहे हैं कि गेहूं के वितरण को लेकर मुद्दा बनाया गया था, जबकि दूसरी पार्टी के कार्यकर्ता इसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता बता रहे हैं। हम दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर रहे हैं। दोनों पक्षों के समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है।
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