कपूरथला(राजेश तलवाड़).पॉलीथिन को लेकर कपूरथला प्रशासन गंभीर नहीं है।शहर में अभी भी बेखौफ होकर लोग पॉलीथिन और डिस्पोजेबल का इस्तेमाल कर रहे हैं।शहर में कोई धार्मिक प्रोग्राम हो या फिर शादी विवाह समारोह,पॉलीथिन और डिस्पोजेबल का इस्तेमाल निश्चिंत होकर हो रहा हैं।इसके लिए नगर निगम की ओर से कोई विशेष कार्रवाई नहीं हो रही।शहर का कोई मोहल्ला नहीं होगा जहां पर पॉलिथीन की वेस्टेज ना पड़ी हो।पॉलिथीन के लिफाफे लगातार धरती को जहरीला बनाने के साथ-साथ जमीन की उपजाऊ शक्ति को भी खत्म कर रहे हैं।अभी कुछ लोग छिपकर और कुछ लोग सरेआम इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।रेहड़ी वाले और दुकानदार इसका उपयोग बेखौफ कर रहे हैं।शहर में बारिश के मौसम में जलबराव की गंभीर समस्या उत्पन होती है जिससे नेताओ से लेकर आम लोग भी बहुत परेशान होते है।सीवरेज में भारी मात्रा में पॉलिथिन,घरेलू कचरा और प्लास्टिक की बोतले फंसी रहती है,जो पानी निकासी को अवरुद्ध करती है।इसी वजह से सामान्य बरसात होने पर ही घंटों तक पानी की निकासी नहीं होती।मानसून सीजन में ये कचरा ही शहर के लिए आफत बनता है।यानि हमारी लापरवाही ही हमें भुगतनी पड़ती है।
निर्माणपर लगे पाबंदी,,अवि राजपूत
यूथ अकाली दल के राष्ट्रीय उपप्रधान अवि राजपूत ने कहा कि पॉलीथिन से वातावरण में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।कूड़ा में पड़े प्लास्टिक को खाकर पशु बीमार पड़ रहे हैं।अधिकतर की तो इसके कारण मौत हो रही है।अगर इस पर रोक नहीं लगी तो आने वाले दिनों में इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे।अवि राजपूत कहते हैं कि पॉलीथिन पर पाबंदी के साथ ही जिले में इसके माकूल निस्तारण के लिए संयंत्र की स्थापना करनी चाहिए।इस्तेमाल के बजाए निर्माण पर पाबंदी लगाया जाना काफी कारगर होगा।
विशेष अभियान चलाकर दुकानदारों को पॉलीथिन रखने से मना करना होगा.पियूष मनचंदा
भाजपा जिला उपप्रधान एडवोकेट पियूष मनचंदा ने कहा कि पॉलीथिन से बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए इसके उपयोग पर रोक लगाने के लिए हम सब को संकल्प लेना होगा। साथ ही अन्य को भी इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने की शपथ दिलानी होगी।विशेष अभियान चलाकर नगर में दुकानदारों को पॉलीथिन रखने से मना करना होगा।साथ ही उनको बताना होगा कि प्लास्टिक का जहर वातावरण में फैलता ही जा रहा है इसलिए इस पर रोग लगानी जरूरी है।
सालों साल नहीं गलता पॉलीथिन.डा.संदीप भोला
डिप्टी मैडिकल कमिश्नर डा.संदीप भोला कहते हैं कि पॉलीथिन इतना खतरनाक पदार्थ है कि सालों साल इसे धरती में दबाने के बाद भी नहीं गलता।पॉलीथिन पर प्रभावी ढंग से अंकुश तभी लग सकता है जब प्रशासन द्वारा अभियान छेड़ा जाए और इस अभियान में निरंतरता बनी रहे।साथ ही लोगों को भी जागरूक होना होगा।पॉलीथिन की बिक्री पूरी तरह बंद न होने तक लोगों को चाहिए कि वे पॉलीथिन का कचरा बजाए गली में फैंकने के कूड़ेदान में डालें,ताकि कोई पशु अकाल मौत का शिकार न हो।
पर्यावरण के लिए ज्यादा घातक है कि पॉलीथिन..रिंपी शर्मा
भाजपा जिला सचिव रिंपी शर्मा का कहना है कि पॉलीथिन प्रतिबंध होना अच्छी पहल थी,पर यह खबर पर्यावरण के लिए ज्यादा घातक है कि पॉलीथिन उत्पादन पर बैन नहीं लग रहा।क्योंकि कोई भी दुकानदार ग्राहक को पॉलीथिन देने से मना नहीं कर पाएगा।क्योंकि कंपनी तो पॉलीथिन का उत्पादन कर रही है।जनजागरण से लोग पॉलीथिन का कुछ समय के लिए उपयोग नहीं करेंगे।अगर उत्पादन बंद होता तो लोग हमेशा के लिए पॉलीथीन उपयोग करना बंद कर देते।
पॉलीथिन की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक होना आवश्यक है.विशाल सोंधी
भाजपा नेता विशाल सोंधी ने कहा कि पॉलीथिन की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक होना आवश्यक है।खरीदी से पहले क्षेत्रवासी घर से ही कपड़े की थैली लेकर निकलें।दूध या अन्य पेय पदार्थ पॉलीथिन में देने से व्यवसायी को रोकें।दुकानदार कागज की थैलियों का उपयोग करें।जरूरी होने पर निर्धारित मापदंड की पॉलीथिन का ही उपयोग करें।क्षेत्र को पॉलीथिन मुक्त बनाने के लिए समाजसेवी संस्थाएं को आगे आना होगा।क्षेत्र सहित स्वास्थ्य अमला समय-समय पर कार्रवाई करें।
पॉलीथिन और डिस्पोजल के उपयोग से नगर की साफ-सफाई व्यवस्था बिगड़ रही.धंजल
पूर्व पार्षद राजिंदर सिंह धंजल ने कहा कि दिनोंदिन बढ़ते पॉलीथिन और डिस्पोजल के उपयोग से नगर की साफ-सफाई व्यवस्था बिगड़ रही है।डिस्पोजल और प्लास्टिक का सबसे अधिक उपयोग पार्टियों और विवाह आयोजनों में होता है।खाने की कटोरी हो या फिर चम्मच,सभी जगह डिस्पोजल का ही उपयोग किया जा रहा है।जोकि बहुत ही खतरनाक है।पॉलिथीन में सामान देने वाले दुकानदारों पर रोक लगाए जाने के लिए जागरूकता मुहीम शुरू की जानी चाहिए।
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