कपूरथला(राजेश तलवाड़). विरासती शहर कपूरथला में ब्लडमैन के नाम के साथ जाने जाते सचिन अरोड़ा को स्वस्थ भारत ट्रस्ट नई दिल्ली की ओर से स्वस्थ भारत सारथी अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।शिक्षा विभाग में बतौर क्लर्क काम कर रहे सचिन अरोड़ा कपूरथला में दा लाइफ हेल्पर्स के नाम के साथ संस्था चला रहे हैं।वह संस्था खूनदान कैंप लगाने के साथ साथ बच्चों में किताबें पढ़ने की आदत डालने के लिए नेशनल बुक ट्रस्ट की किताबें भी वितरित करते है।सचिन अरोड़ा की संस्था की ओर से लाकडाउन दौरान जरूरतमंदों को राशन उपलब्ध करवाने के साथ साथ शहर के कई इलाकों को सैनिटाइज भी किया गया था।स्वस्थ भारत ट्रस्ट नई दिल्ली जेनेरिक दवाईयां की उपलब्धता की वकालत करता है।इस ट्रस्ट की ओर से कंट्रोल मेडीसन मैक्सीमम रिटेल प्राइस,जेनरिक लाओ,पैसे बचाओ,तुलसी लगाओ,रोग भगाओ,नो यूअर मेडीसीन व स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज व कंपेन चलाकर लोगों को जागरूक किया गया है।इन कंपेन में सहयोग देने व सेहत के साथ जुड़े क्षेत्रों में वालंटियर के तौर पर काम कर रहे समाज सेवकों को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की मेवाड़ यूनिवर्सिटी में सात व आठ मई को करवाए जा रहे दो दिवसीय समारोह के दौरान सम्मानित किया जाएगा।सारथी सम्मान पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल,पदमश्री मालिनी अवस्थी एवं अन्य शख्शियतों की ओर से दिए जाएंगे।
अब तक 43 बार रक्तदान कर चुके हैं सचिन
जिला शिक्षा अधिकारी (सें) दफ्तर में कार्यरत सचिन अरोड़ा अभी तक खुद 43 बार खून दान कर चुका है और उसकी लाइफ हेल्पर संस्था सैकड़ों लोगों की जिदगी बचा चुकी है।रियासती शहर की संस्था द लाइफ हेल्पर्स'देश के लगभग हर हिस्से में भ्रातृ संस्थाओं के साथ मिलकर पूरे देश में स्वैच्छिक तौर पर जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवा रही है।संस्था के ज्यादातर सदस्य शिक्षा विभाग के सरकारी कर्मचारी हैं।यह संस्था न केवल जरुरत के समय बल्कि नियमित तौर पर रक्तदान कैंप आयोजित कर ब्लड बैंक में रक्त की कमी को दूर करती है। 2016 में लगाए गए पहले कैंप में 52 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ था। साल 2016 में कुल 155,2017 में 131 यूनिट और 2018 से अब तक 349 यूनिट अलग अलग कैंप लगाकर एकत्र किया जा चूका है।संस्था की मुहिम की सराहना कामेडियन कपिल शर्मा भी कर चुके हैं।अपने शो में भी उन्होंने संस्था का जिक्र करते हुए लोगों से रक्तदान करने की अपील की थी।
पिता को समर्पित करेंगे अवार्ड
इस अवार्ड बारे सचिन अरोड़ा का कहना है कि यह उनके और उनकी संस्था के लिए गर्व की बात है।इस अवार्ड के बाद उनकी जिम्मेदारी ओर ज्यादा बढ़ जाएगी।वह यह अवार्ड अपने पिता को समर्पित करना चाहेंगे।
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