मंगलवार, 23 फ़रवरी 2021

नगर निगम बठिंडा के मेयर पद को सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार, जरनल या फिर लेडीज पर मंथन, इसी सप्ताह होगी घोषणा

-बठिंडा में अगर जरनल हुआ मेयर का पद तो सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर का पद लेडीज और रजिर्व कैटागिरी को जाएगा

-गिल, अशोक, जैन, ठेकेदार, पक्का, औलख, मास्टर के नाम उछले

बठिडा। बठिडा नगर निगम के तीसरे मेयर को लेकर शहर भर में चर्चाओं का दौर जारी है। जरनल या फिर लेडीज, बठिंडा में मेयर पद को लेकर सरकार के नोटिफिकेशन का इंतजार है। पहले यह पद रजिर्व कैटागिरी के लिए आरिक्षत था, अब इसको लेडीज या जरनल के लिए आरिक्षत रखने के लिए विचार मंथन चल रहा है। यहीं नहीं मार्च में पेश होने वाले पंजाब सरकार के संभवतय: अंतिम बजट में विधानसभा में वित्तमंत्नी मनप्रीत बादल के शहर बठिंडा को मोटे गफ्फे देने के लिए फरवरी अंत तक मेयर का बनना और बजट तो लेकर हाउस की बैठक करना एक तरह से अनिवार्य बन गया है। अखिरकार नगर निगम में हाउस की बैठक में विकास एजेंडो पर मुहर जो लगनी है। इसके लिए हाउस में फाइनांस व कान्ट्रेक्ट कमेटी(एफएंडसीसी) बनानी भी लाजमी है। बहरहाल अब मेयर के पद को लेकर चंडीगढ़ दरबार से लेकर मोती महल तक घमासान मचा हुआ है।


राजनैतिक माहिरों का कहना है कि अगर मेयर पद जरनल पुरु ष के लिए आरिक्षत रखा जाता है, तो सीनियर डिप्टी मेयर डिप्टी मेयर का पद लेडीज और रजिर्व कैटागिरी के खाते में जाएगा।

 बताते चलें कि कई पार्षद ऐसे हैं जो शुरू से ही कांग्रेस लीडरशिप के पास अपनी दावेदारी जताते आए हैं। अब उन दावेदारों में कई पार्षद जीत गए हैं और मेयर की दौड में लग गए हैं। मेयर की दौड में सबसे आगे लगातार छठी बार चुनाव जीतने वाले जगरूप सिंह गिल हैं, जबकि अशोक कुमार प्रधान, मास्टर हरमंदर, संतोष महंत, शामलाल जैन, रीना गुप्ता, रमन गोयल, नेहा जिंदल भी दौड में शामिल हैं।


हालांकि अब तक मेयर पद का नोटिफिकेशन नहीं हुआ है, लेकिन यह भी माना जा रहा है कि बठिडा मेयर का पद महिला के लिए आरिक्षत हो सकता है। अगर मेयर का पद महिला के लिए आरिक्षत होता है। तो उक्त पाषर्द प्रबल दावेदार मानी जा रही है। अगर एसा नहीं हुआ तो प्रमुख महिला नेताओं को डिप्टी मेयर या सीनियर डिप्टी मेयर के पद से संतोष करना पड़ सकता है। 

मेयर की दौड में जगरूप गिल का नाम सबसे आगे है। मेयर की दौड़ में 43 साल से कांग्रेस से जुडे हुए अशोक प्रधान का नाम भी आगे है। अगर मेयर पद रजिर्व रहा तो मनप्रीत बादल के अति करीबी अशोक प्रधान की लाटरी निकल सकती है। वह लंबे समय चत कांग्रेस के जिला प्रधान, यूथ प्रधान, प्रदेश महासचिव के पदों पर रहे हैं।

इसी तरह सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले शाम लाल जैन भी मेयर पद की दौड़ में अपना स्थान बनाए हुए हैं। लगातार तीन बार बने पार्षद बठिडा के कारोबारी शाम लाल जैन लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। जैन की मोती महल से लेकर दल्ली दरबार में अच्छी पकड़ बताई जा रही है। इस बार के चुनाव में उन्होंने रिकार्ड तोड जीत प्राप्त की है और बठिडा के 50 वार्डों में से सबसे ज्यादा मार्जन से वह चुनाव जीते हैं। पहले वह अकाली दल में रहे हैं लेकिन कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। वह मनप्रीत बादल के चुनाव जताने में महतवापूर्ण रहे थे। बलिजंदर ठेकेदार, बलराज पक्का, सुखराज औलख भी महत्वापूर्ण पदों के लिए जोर लगाए हुए हैं। उक्त नेता मेयर पद के लिए समर्थकों से दबाव बनवा रहे हैं। उम्मीद है कि उन्हें सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के पद दिया जा सकता है।

रमन गोयल, रीना गुप्ता, महंत, नेहा, सोनिया, प्रवीन मानी मजबूत महिला पाषर्द

इसी तरह बठिडा के कारोबारी संदीप गोयल की पत्नी रमन गोयल बठिडा से पहली बार चुनाव लडी है। हालांकि उनके पति संदीप गोयल पिछले 28 साल से कांग्रेस के साथ जुडे हुए हैं। उनकी पृष्टभूमि भी सियासत से है। उनके चाचा भी भुच्चो मंडी में पार्षद रह चुके हैं। मेयर पद पर उनकी भी दावेदारी प्रबल है।


इसी तरह रीना गुप्ता शहर की मशहूर हस्ती है। उनका एक बड़ा स्कूल है। उनके पति कवंल गुप्ता का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं। शहर की रायल फैमिली में शामिल रीना गुप्ता चाहे पहली बार पाषर्द बनी है लेकिन उनका कद बहुत बड़ा है। अनुभव के मामले में वार्ड नंबर 21 ले कांग्रेस की संतोष कुमारी महंत प्रबंल दावेदार मानी जा रही है। हालांकि वित्त मंत्नी मनप्रीत सिंह बादल चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा में संतोष महंत को विजयी बनाकर मेयर बनाने की बात भी कह चुके हैं। संतोष महंत तीसरी बार नगर निगम में पार्षद बनकर पहुंची है।
महिला आरिक्षत मेयर होने की संभावना इस मायने में भी अहम मानी जा रही है कि निगम हाउस में महिला शिक्त का दबदबा रहा है जिसमें कांग्रेस टिकट पर
22 महिलाएं जीतकर हाउस में पहुंची है वही अकाली दल की विजयी हुई चार महिला पार्षदों को जोड़ दे तो सदन में 50 पार्षदों में 26 महिला पार्षद है। फिलहाल मेयर के चयन में पुरानी टक्साली कांग्रेसियों की आम सहमती के बाद सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के पद भी काफी अहम माने जाते हैं। इसके लिए प्रमुख दावेदारों में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव पवन मानी की पत्नी प्रवीण गर्ग का नाम प्रमुख तौर पर सामने  रहा है।

पवन मानी पिछले चार दशक से कांग्रेस के साथ जुड़े हैं। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह और मनप्रीत बादल के नजदीकी है। इसके अलावा कांग्रेसी नेता मनोज जिंदल की पुत्नवधू नेहा जिंदल का नाम भी डिप्टी मेयर की दौड़ में है। चाहे वह पहली बार जीती है लेकिन उनके ससुर मनोज जिंदल लंबे समय से राजनीती की सिक्र य है।
मनोज शहर के सबसे पुराने युनाईिटड थियेटर के प्रधान है। इसके अलावा वह गौड़ीया मठ से भी जुड़ हुए हैं। मनोज जिंदल मनप्रीत बादल और जैजीत जौहल जोजो के विशनसनीय लोगों में है। रियल अस्टेट बिजनेस से जुड़े सुनील बांसल की पत्नी सोनिया बांसल का नाम भी डिप्टी मेयर की दौड़ में है। सोनिया बांसल के पति सुनील लंबे समय सा राजनिती से जुड़े हैं। उनका शहर में अच्छा रु सूख है। मनप्रीत बादल के चुनावों में उन्होंने बहुत मेहनत की थी।
 फिलहाल नगर निगम बठिंडा का मेयर राजनीतिक तौर पर काफी महत्व रखता है। बठिंडा लोकसभा क्षेत्र बादल परिवार की बहूं हरसिमरत कौर बादल का क्षेत्र है व वह यहां से सांसद है वही राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का यह विधानसभा क्षेत्र है। एक साल के अंदर राज्य में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस स्थिति में शहरी क्षेत्र में प्रभावी व्यक्ति के मेयर बनने का कांग्रेस फायदा उठाना चाहती है। इसी के चलते कांग्रेस का पूरा जोर बठिंडा में एक ऐसे व्यक्ति को मेयर बनाने का है जो कांग्रेस से खिसकते दलीत वोट को बढ़ा सके, प्रभावी अग्रवाल समाज को अपने साथ जोड़कर रख सके। 

मोगा में सियासत:नौ आजाद पार्षद मिला कांग्रेस ने ठोकी थी मेयर की दावेदारी, तोता सिंह बोले-मेयर हम बनाएंगे, मैं हाउस में करूंगा धमाका

मोगा नगर निगम जहां सत्ताधारी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और 50 में से विधायक सहित कांग्रेस को 20 सीटें मिलीं, जिसमें जीते 10 आजाद पार्षदों में 9 को विधायक ने अपने साथ कर पार्टी हाईकमांन को यह संकेत दिया था कि उसके साथ 28 पार्षदों का बहुमत हैं और अपना मेयर बनाएंगे। इसी के साथ 4 सीटें आप और 1 भाजपा की है, जो कर रहे हैं की हम विपक्ष में बैठेंगे।रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में जत्थेदार तोता सिंह ने कहा कि बेशक अकाली दल के पास 15 पार्षद ही हैं, परंतु हाउस में मेयर अकाली दल ही बनाएगा। बहुमत का पटाखा वो उसी समय फोड़ेंगे जब हाउस में मेयर का चुनाव होगा।

इसके बाद कांग्रेस विधायक डॉ. हरजोत कमल की मुश्किलें और बड़ गईं और उन्होंने उनके साथ चंडीगढ़ गए 9 आजाद पार्षदों को आगे कर स्पष्टीकरण देने की कशिश की तो यह कोशिश भी उनके उल्ट पड़ती दिखने लगी है। 9 में से 8 आजाद पार्षद व 9वां आजाद पार्षद वो आया था जिसने अभी तक किसी पार्टी को समर्थन नहीं दिया है। 8 में से एक ने कहा कि वो चंडीगढ़ कांग्रेस को समर्थन देने गया था, उसने पार्टी ज्वाइन नहीं की है। इससे विधायक की समस्या और बढ़ गई है।

सोमवार को रखी प्रेस कांफ्रेंस में वार्ड 4 से आजाद जीते पार्षद गुरप्रीत सच्चदेवा ने कहा कि वो चंडीगढ़ में इसलिए कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने गए थे, ताकि शहर में विकास के कार्य हो सकें। उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन नहीं की है। वो अपने वार्ड निवासियों से बैठक करने के बाद ही फैसला लेंगे। वहीं वार्ड नंबर 6 से आजाद जीते अरविंदर सिंह ने कहा कि उसने किसी को समर्थन नहीं दिया।

वो आजाद जीता हैं और आजाद ही हैं। वार्ड नंबर 2 से आजाद जीते जसप्रीत सिंह विक्की किसी काम के चलते पहुच नहीं पाए। वहीं बाकी 7 आजाद पार्षदों ने कहा कि वो कांग्रेसी विधायक के साथ हैं। उन्होंने कहा कि विरोधी जो उन्हें बिकाऊ होने का गलत प्रचार कर रहे हैं, वो झूठा व बेबुनियाद आरोप है। वे केवल अपने क्षेत्र के विकास के लिए विधायक का समर्थन कर रहे हैं। जब उनसे पूछा कि अगले साल विधानसभा चुनाव में अगर अकाली दल जीता तो क्या वो उसके साथ जाएंगे तो पार्षद बोले, जब जो समीकरण होंगे, तब देखा जाएगा। इस दौरान विधायक डाॅ. हरजोत कमल मीडिया से दूर रहे और बाद में पार्षदों के साथ फिर बैठक की।

कांग्रेसी पार्षद नितिका भल्ला विधायक की पत्नी के लिए अपनी सीट छोड़ने को हैं तैयार - 9 आजाद पार्षदों को अपने साथ मिलाकर जहां कांग्रेस विधायक डाॅ. हरजोत कमल ने पार्टी हाई कमांड के आगे अपना बहुमत साबित करने के बाद एक बार फिर से अपनी पत्नी डाॅ. रजिंदर कौर कौर को मेयर बनाने के प्रयास शुरु कर दिए थे। शनिवार को 9 आजाद पार्षदों के साथ बैठक में विधायक ने उनसे अपने समर्थन में हाथ

उठवाने के साथ वार्ड 5 से कांग्रेसी पार्षद नितिका भल्ला से कहलवा लिया कि वो डाॅ. रजिंदर कौर के हक में सीट छोड़ने को तैयार हैं और वहां से डॉक्टर को चुनाव लड़ाकर जीता कर मेयर बनाने का रास्ता साफ करेंगे। लेकिन रविवार को अकाली दल के वरिष्ठ नेता जत्थेदार तोता सिंह ने अपने घर प्रेस कांफ्रेंस कर धमाका किया कि हाउस में अकाली दल अपना मेयर बनाएगा और यह धमाका वो हाउस में उस समय करेंगे, जब मेयर का चुनाव होगा।

ऐसे आ सकती हैं कांग्रेस काे अपना मेयर बनाने में समस्या - कांग्रेस विधायक के पास कांग्रेस से जीते 19 पार्षद+9 आजाद पार्षद, कुल 28+1 विधायक का वोट 30 का गणित है। हाउस में बहुमत के लिये 26 का आंकड़ा अनिवार्य है। ऐसे में विधायक बहुमत से 4 का ज्यादा आंकड़ा रखने का दावा कर रहे हैं। एसे में विधायक के पास 18 जीते पार्षद, दो आजाद पार्षद अगर खिसकते हैं तो, आंकड़ा 18+6 =24+1 विधायक की वोट 25 का रह जाता है और अगर खुदा न खस्ता अकाली दल की बात सही रही तो कांग्रेस पार्टी के 3-4 पार्षदों की भी कांग्रेस विधायक से बगावत की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

लटक सकता है मेयर का फैसला- पंजाब में सभी नगर निगमों में मेयर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की सहमति के बाद ही बनने की संभावना है। पार्टी उच्च सूत्रों का कहना है कि अभी नगर निगमों को महिला, एससी/बीसी आरक्षणों में भी बांटा जाना है। ऐसे में इससे की प्रक्रिया को समय लग सकता है।


दो ट्रकों में जोरदार टक्कर:हादसे के बाद गाड़ी में लगी आग; पैर फंस जाने की वजह से नहीं उतर सका ड्राइवर, जिंदा जला


लुधियाना
में एक ट्रक चालक के जिंदा जल जाने की घटना सामने आई है। यहां सोमवार देर रात दो ट्रकों में टक्कर हो गई और इसके बाद एक ट्रक में आग लग गई। हादसे के बाद ट्रक के ड्राइवर की टांग फंस जाने के कारण वह बचने के लिए निकल नहीं सका और फिर अंदर ही कंकाल में तब्दील हो गया।

हादसा जगराओं में ट्रक यूनियन के पास सोमवार देर रात करीब 10 बजे हुआ। मिली जानकारी के अनुसार जगराओं की ओर से टाइलों से लदा एक ट्रक सिधवां बेट की ओर जा रहा था। दूसरी तरफ से रेत से भरा ट्रक आ रहा था। दोनों ट्रकों में आमने-सामने की जोरदार टक्कर हो गई।

हादसे के बाद ट्रक में आग लग गई। ट्रक में बैठे ड्राइवर और उसके साथी ने निकलने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर की टांग ट्रक में ही फंस गई और वह नहीं उतर पाया। इसके चलते वह अंदर ही जिंदा जल गया। घटना की सूचना मिलने पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। जगराओं बस अड्डा चौकी इंचार्ज परमिंदर सिंह ने बताया कि फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है।

सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

रेहड़ी पर गैस सिलेंडर! लुधियाना में पेट्रोल-डीजल की बढ़ते दाम के खिलाफ लोक इंसाफ पार्टी का प्रदर्शन


लुधियाना।
पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के खिलाफ सोमवार को शहर में लोक इंसाफ पार्टी (लिप) ने खास अंदाज में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जगराओं पुल से लेकर घंटाघर चौक तक रोष मार्च निकाला। उन्होंने मोटरसाइिकल और रसोई गैस सिलेंडर को रेहड़े पर रखकर आम आदमी की हालत दर्शाई। कार्यकर्ताओं ने हाथ में बैनर थाम रखे थे, जिन पर लिखा था अक्कड़ बक्कड़ बंबे बो, अस्सी नब्बे पूरा सौ। इस मौके पर लिप वर्कर्स ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पेट्रोल डीजल की कीमतों में तुरंत कमी करने की मांग की।

प्रदर्शन का नेतृत्व पार्टी के महासचिव रंधीर सिंह सीबिया व संगठन सचिव बलदेव सिंह ने किया। नेताओं ने साफ किया कि देश के कई राज्यों में पेट्रोल की कीमतें शतक बना चुकी हैं। यदि कीमतें इसी तरह बढ़ती रही तो पंजाब भी शीघ्र ही कीमतों का शतक बना लेगा।

पेट्रोल-डीजल महंगा होने से चौतरफा बढ़ रही महंगाई

इस मौके पर पार्टी नेताओं ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत गिरी है लेकिन देश में पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस का सिलेंडर के दाम बेलगाम हो गए हैं। महंगे पेट्रो उत्पादों ने आम आदमी का बजट हिला कर रख दिया है। आम लोगों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है। इतना ही नहीं सरकार रोजाना ही इन उत्पादों की कीमतों में इजाफा कर रही है। पेट्रोल-डीजल महंगा होने का असर हर उत्पाद पर हो रहा है। ढुलाई महंगी हो रही है और चौतरफा महंगाई बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पेट्रो उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित करने के उपाय न किए तो संघर्ष और तेज किया जाएगा।

इस अवसर पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता गगनदीप सिंह, गुरजोध सिंह, पवनदीप सिंह, हरजाप सिंह, हरपाल सिंह कोहली, गुरप्रीत सिंह सरहाली, बुध सिंह आलमगीर, लखविंदर सिंह काहलो, सर्बजीत सिंह, कर्मवीर समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने भी नवजोत सिंह सिद्धू को दिया झटका, कहा- कैप्टन के साथ ही चलना होगा


चंडीगढ़।
कांग्रेस के महासचिव व पंजाब के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को अगर सरकार में काम करना है तो उन्हें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ चलना होगा। रावत ने यह बात सोमवार को सिद्धू को नई जिम्मेदारी देने की संभावनाओं पर चर्चा करते हुए कही।

रावत का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि सिद्धू को जिम्मेदारी निकाय चुनाव से पहले मिल जानी चाहिए थी, लेकिन अब यह फैसला पंजाब के बजट सत्र (1 से 10 मार्च) के बाद ही होगा। इस मौके पर रावत ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को कांग्रेस हाईकमान का एक हिस्सा बताते हुए कहा कि पंजाब में दूसरी कतार के नेताओं को विकसित करना उन्हीं (कैप्टन) की जिम्मेदारी है।

लंबे समय से सिद्धू को नई जिम्मेदारी देने के पक्षधर रहे हरीश रावत का कहना है कि आगे जो कुछ भी होगा वह सिद्धू की क्षमता और भविष्य में पार्टी की संभावनाओं को देखते हुए ही होगा। उन्होंने कहा कि अब दोनों नेताओं (कैप्टन और सिद्धू) के बीच संवादहीनता खत्म हो चुकी है, इसलिए उम्मीद है कि जल्द ही दोनों नेताओं के बीच अगर कुछ है तो वह दूर हो जाएगा और सिद्धू को उनकी क्षमता के अनुसार जिम्मेदारी दी जाएगी।

कैप्टन की शान में कढ़े कसीदे

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रशंसा करते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, पंजाब में कांग्रेस और कैप्टन एक-दूसरे के पर्याय हैंं। उनके जैसे कद का नेता पार्टी के पास नहीं है। ऐसे में पार्टी उनसे यह उम्मीद करती है कि वह पंजाब में दूसरी कतार के नेताओं को तैयार करें, क्योंकि दूसरी कतार के नेता पर कैप्टन का हाथ दिखना चाहिए।

नवजोत सिंह सिद्धू को दूसरी कतार का नेता माना जा सकता है, का सीधा जवाब नहीं देते हुए रावत कहते है, सिद्धू की कमिटमेंट राहुल गांधी के साथ है। वह पहले ही कह चुके है कि वह भइया (राहुल गांधी) के आदेश का पालन करेंगे। ऐसे में अब सिद्धू के ऊपर है कि वह पार्टी में काम करना चाहते है या सरकार में। सिद्धू को राजनीतिक रूप से मैच्योर्ड बताते हुए रावत कहते हैंं वह संभावनाओं से भरपूर हैंं, इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में उन्हें स्टार प्रचारक का दर्जा मिला हुआ है।

सिद्धू पंजाब कांग्रेस की प्रधानगी चाहते हैंं, लेकिन कैप्टन उन्हें प्रधान नहीं बनाना चाहते इसके जवाब में रावत ने कहा, यह बात कहां से आई मुझे नहीं मालूूम, लेकिन कैप्टन उन्हें छोटा भाई मानते हैंं। कैप्टन ने सिद्धू को कैबिनेट में फिर शामिल करने के लिए कहा था। पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा कैप्टन फार 2022 लांच करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में रावत ने कहा, जाखड़ ने कांग्रेस के कल्चर को ही फालो किया है। कैप्टन पंजाब के मुख्यमंत्री हैंं। ऐसे में जाखड़ ने समय को देखते हुए सही कदम उठाया।

बता दें कि कैप्टन फार 2022 (2022 में पंजाब विधान सभा के चुनाव होने है) लांच करने को लेकर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता जाखड़ से नाराज हो गए हैंं। ऐसे में रावत ने जाखड़ के साथ खड़े नजर आ रहे हैंं। बता दें, सिद्धू द्वारा पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन और सिद्धू के रिश्तों में खटास आ गई थी। तकरीबन सवा साल तक दोनों नेताओं के बीच में कोई संवाद नहीं हुआ। इस बीच, हरीश रावत के मध्यस्ता करने के बाद दोनों के रिश्तों में कुछ गरमाहट आई। सिद्धू विधानसभा के सत्र में भी आए और कैप्टन द्वारा दिल्ली में दिए गए धरने में भी सिद्धू शामिल हुए। जिसके बाद कैप्टन ने सिद्धू को लंच का भी न्योता दिया था। लंबेे समय के बाद से ही चर्चा थी कि दोनों नेताओं के बीच में जमी हुई बर्फ पिघलने लगी है।

जालंधर में भगवंत मान बोले- किसानों के मुद्दे पर भाजपा की भाषा बोल रहे सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह


जालंधर।
पंजाब में हाल में संपन्न हुए स्थानीय निकाय चुनाव में बुरी हार झेलने वाली आम आदमी पार्टी की हौफला अफजाई करने सोमवार को पंजाब संयोजक संगरूर के सांसद भगवंत मान पहुंचे। मान ने सीधे कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों के मुद्दे पर भाजपा की भाषा बोल रहे हैं। वह जालंधर के देश भगत यादगार हाल में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। मान ने कहा कि वह जालंधर में पार्टी के नेताओं और वर्करों की हौसला अफजाई करने पहुंचे हैं। उन्होंने यहां दोआबा जोन के वालंटियर को संबोधित किया।

मान ने कहा है कि कृषि सुधार बिल असल में मौत के वारंट हैं। कृषि सुधार बिलों में संशोधन नहीं, उन्हें वापस लिया जाना ही किसानों को बचा सकता है। कानूनों में संशोधन का नतीजा भी किसानों के खिलाफ जाएगा। इस कारण कानून वापस होना ही एकमात्र हल है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए भगवंत मान ने दोहराया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह असल में भाजपा की बोली बोल रहे हैं। वह तर्क दे रहे हैं कि इस मसले को कानून वापस लिए बिना ही कमेटी बनाकर हल कर लिया जाए।

भगवंत मान ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव में आप उम्मीदवारों ने उम्दा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि पहली बार पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव लड़ा है। पहली बार चुनाव लड़ने की वजह से जीत प्राप्त नहीं हो सकी है। स्थानीय निकाय चुनाव को प्रदेश में विधानसभा चुनाव के साथ जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। पूर्व में भी जो राजनीतिक पार्टियां इन चुनाव में क्लीनस्वीप करती रही हैं, वह सरकार नहीं बना सकी हैं।

21 मार्च को बाघापुराना में आप बुलाएगी किसान महासम्मेलन

भगवंत मान ने कहा कि 21 मार्च को बाघापुराना में किसान महासम्मेलन बुलाया गया है। इसमें भारी संख्या में किसानों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि पार्टी की तरफ से बाहर से लोग बुलाकर उन्हें पंजाब में इंचार्ज बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे सारे फैसले काडर की राय के साथ ही लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली के आप नेता पंजाब में अपनी जिम्मेदारी निभाने आते हैं तो उन्हें बाहर का नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि वह पार्टी का ही हिस्सा हैं। इस मौके पर पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा, प्रभारी जरनैल सिंह राघव चड्ढा, आप पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ संजीव शर्मा पूर्व जिला अध्यक्ष डॉक्टर शिव दयाल माली मौजूदा शहरी अध्यक्ष राजविंदर कौर ग्रामीण अध्यक्ष प्रिंसिपल प्रेम कुमार, तरणदीप सिंह सनी, बलवंत भाटिया समेत अन्य आप नेता उपस्थित थे।

जालंधर इकाई से नहीं खत्म हो रही कलह

एक बार फिर से आप पंजाब की लीडरशिप के स्मार्ट की जालंधर इकाई की कलह फिर उभर कर सामने आ गई। देश भगत यादगार हाल में आयोजित किए गए दोआबा जोन के कार्यक्रम के दौरान आप पंजाब के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा को मंच पर नीचे उतारने को लेकर फिर से हंगामा हो गया। मंच संचालक ने डॉ. संजीव शर्मा को मंच से नीचे जाने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वह प्रोग्राम के आयोजकों में  से हैं और उन्हें ही मंच से नीचे उतारा जा रहा है। समूची लीडरशिप के सामने मामला बिगड़ता देख जिला अध्यक्ष राजविंदर कौर ने हस्तक्षेप कर डॉ. संजीव शर्मा को मंच से नीचे उतारे जाने से रोका।

बाउंसरों की सुरक्षा में आम आदमी नेता

खुद को आम आदमी बताने वाले आप के नेता अपनी सुरक्षा को लेकर इतने ज्यादा संजीदा हैं कि आम आदमी से खुद को दूर रखने के लिए निजी बाउंसरों की सहायता भी ले रहे है। सोमवार को जालंधर पहुंचे भगवंत मान की सुरक्षा में निजी बाउंसर लगाए गए, जिन्होंने धक्के देकर आप कार्यकर्ताओं को भगवंत मान से दूर कर दिया। लोगों में इस बात को लेकर भारी नाराजगी भी पाई गई।

बड़ी अनहोनी से बचाव, पंजाब में AAP नेता की गाड़ी से बंधी मिली मिट्टी के तेल से भरी बोतल


फाजिल्का।
यहां गांव हीरांवाली में आम आदमी पार्टी के नेता हरपाल सिंह चीमा के काफिले में शामिल एक आप नेता गाड़ी के नीचे से मिट्टी के तेल की बोतल मिलने से सनसनी फैल गई। चीमा यहां शराब फैक्ट्री के विरोध में चल रहे धरने पर समर्थन देने के लिए रविवार दोपहर पहुंचे थे। जब वह किसानों के धरने को संबोधित करने के बाद लौटे तो देर शाम उनके काफिले में शामिल आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेता अतुल नागपाल की गाड़ी के नीचे से एक कागज के लिफाफे में बंधी बोटल मिली, जिसमें से मिट्टी के तेल की बदबू आने पर सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बोतल को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।

अतुल नागपाल ने बताया कि रविवार को आप नेता हरपाल सिंह चीमा फाजिल्का पहुंचे थे। वह भी अपनी गाड़ी के लेकर उनके साथ थे। इस दौरान उन्होंने कई गांवों का दौरा किया। हीरांवाली में किसानों के धरने को संबोधित भी किया। शाम को जब हरपाल चीमा वापस चले गए तो उन्होंने अपने ड्राइवर से गाड़ी घर में पार्क करने के लिए कहा। इस दौरान गाड़ी के नीचे एक वस्तु लटकती हुई दिखाई दी। पास जाकर देखा तो उसमें से किसी ज्वलनशील पदार्थ की बदबू आ रही थी। इस पर उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और उस वस्तु को कार से बाहर निकाला। उसमें एक बोतल थी, जिसमें ज्वलनशील पदार्थ भरा था।

उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं, इस संबंध में नगर थाना प्रभारी बलदेव सिंह का कहना है कि बोतल को कब्जे में ले लिया गया है और मामले की जांच जारी है। उन्होंने बताया कि यह बोतल शराब की है और उसमें मिट्टी का तेल भरा हुआ था। जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी।

बठिंडा में किसानों का अमृतसर से जामनगर तक बनने वाले हाईवे के लिए जमीन न देने का एलान


बठिंडा।
अमृतसर से जामनगर तक बनने वाली रोड को लेकर पंजाब में होने वाली जमीन अधिग्रहण का किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। सोमवार को जिले के जिन गांवों से जमीन ली जानी है, वहां के किसानों ने एकत्र होकर डीसी दफ्तर के बाहर धरना लगाकर प्रदर्शन किया। किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें इस सड़क की कोई जरूरत नहीं है, इस कारण वह जमीन नहीं दे सकते हैं। अगर सरकार ने उनके साथ धक्का करने की कोशिश की तो वह अपना संघर्ष तेज करेंगे।

किसानों ने बताया कि यह रोड खेतों के बीच से निकाली जाएगी। इस कारण उनका कारोबार बंद हो जाएगा, जबकि वह खेती पर ज्यादातर निर्भर करते हैं। अगर उनकी जमीन को ही छीन ले जाएगा तो वह खेती किस प्रकार करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से जिस जगह से जमीन एक्वायर की जा रही है, वह खेतों के बीच से निकाली जा रही है। इसके साथ उनके खेत भी दो हिस्सों में बंट जाएंगे। यहां तक कि वह इस रोड का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। इसके चलते वह जमीन किसी भी हालत में देने को तैयार नहीं है।

 इस संबंध में जमीन बचाओ सं’घर्ष कमेटी के प्रधान जगजीत सिंह का कहना है कि अगर सरकार ने धक्के से जमीन लेने की कोशिश की तो वह सं’घर्ष को तेज करेंगे। इस मौके पर जिला प्रधान इंद्रजीत सिंह, कुलविंदर सिंह, यादविंदर सिंह, जगजीत सिंह, जसकरन सिंह आदि उपस्थित थे।

गौर हो कि इस हाईवे के लिए पंजाब के चार जिलों से जमीन अधिग्रहण को लेकर प्रोसेस शुरू हो गया है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली-कटड़ा एॠसप्रेस-वे को जोड़ते हुए सल्तानपुर लोधी के गांव टिब्बा से निकलेगा, जो बठिंडा के संगत कलां तक पंजाब में बनाया जाएगा।

किसान आंदोलन:26 जनवरी को लाल किले के गुम्बद पर चढ़ने वाला जसप्रीत गिरफ्तार, मुजफ्फरनगर में भिड़े किसान और भाजपा कार्यकर्ता


नई दिल्ली। 
26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान लालकिले पर हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है। पुलिस ने सोमवार को जसप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया है। उस पर हिंसा के दौरान लाल किले के गुंबद पर चढ़ने का आरोप है। इस दौरान उसने स्टील की रॉड उठा रखी थी।

26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च से 16 किसान लापता
इससे पहले किसान नेताओं का दावा किया था कि 26 जनवरी के ट्रैक्टर मार्च में शामिल 16 किसान अब भी लापता हैं। जबकि करीब 122 किसानों को गिरफ्तार किया जा चुका है। किसान नेताओं ने मामले की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के रिटायर जज से जांच कराने की मांग भी की थी।

मुजफ्फरनगर में झड़प के दौरान कई किसान घायल

मुजफ्फरनगर में भाजपा कार्यकर्ता और किसानों के बीच झड़प हो गई है। राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस घटना की तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने कहा कि कई किसानों को चोट आई हैं। सरकार किसानों की पक्ष की बात न करे, पर उनकी इज्जत तो करे।

जयंत चौधरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक फोटो शेयर की है। तस्वीर में दिख रहे युवक को उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से हुई झड़प में घायल किसान बताया है।
जयंत चौधरी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक फोटो शेयर की है। तस्वीर में दिख रहे युवक को उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से हुई झड़प में घायल किसान बताया है।

बालियान समर्थकों पर मारपीट का आरोप
मुजफ्फरनगर के शोरम गांव में भाजपा के मंत्री संजीव बालियान के समर्थकों और ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट हुई। मामला उस वक्त का है, जब बालियान का काफिला एक तेरहवीं कार्यक्रम में पहुंचा था। तभी जय जवान-जय किसान और भाजपा विरोधी नारे लगने लगे। जानकारी के मुताबिक, दोनों ओर से हुई पत्थरबाजी और मारपीट में दर्जनों लोग घायल हुए हैं।

ग्रामीणों का आरोप है कि भाजपा सांसद के साथ आए युवकों ने लाठी-डंडों से गांव के युवकों को मारा। जब जान बचाकर युवक एक घर में घुसे, तो उन्होंने घर का गेट तोड़ दिया और घर में मौजूद महिलाओं के साथ अभद्रता की। 

बेटे के गम में परिवार ने किया था सुसाइड:एक चिता पर पति-पत्नी, दूसरी पर दोनों बेटियों का अंतिम संस्कार; बूढ़ी मां बहू का नाम लेकर कहती रही- तारा ये तूने क्या कर दिया?


सीकर
में रविवार को एक परिवार के 4 लोगों ने सामूहिक सुसाइड कर लिया था। सोमवार को दो चिताओं पर परिवार के चारों सदस्यों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक चिता पर पति-पत्नी जबकि दूसरी पर एक साथ दोनों बेटियों का अंतिम संस्कार किया। मुखाग्नि के वक्त बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। नम आंखों से सब इस बात को समझने की कोशिश कर रहे थे कि आखिर हनुमान और उसकी पत्नी तारा ने ऐसा क्यों किया? क्या बेटे का गम इतना गहरा था कि दो जवान बेटियों तक की फिक्र नहीं की।

रविवार को पुरोहित जी ढाणी इलाके में रहने वाले 48 साल के हनुमान प्रसाद सैनी अपनी पत्नी 45 साल की तारा, 2 बेटियों पूजा और अन्नू के साथ घर में फंदे पर लटके मिले। हनुमान भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दिवंगत मदनलाल सैनी के भतीजे थे। वह सरकारी स्कूल में फोर्थ क्लास कर्मचारी थे। पत्नी हाउस वाइफ थीं। 24 साल की पूजा MSc फर्स्ट ईयर और 22 साल की चीकू BSc सेकंड ईयर में पढ़ती थीं।

रो-रोकर पथरा गई बूढ़ी मां की आंखें
उधर, घर पर हनुमान की 70 साल की बुजुर्ग मां हैं। महिलाएं उन्हें घेरकर बैठी हैं। रात भर रोते-रोते उनकी आंखें पथरा गई हैं। वह रोती हैं, फिर बेहोश हो जाती हैं। वह बार-बार हनुमान की पत्नी तारा का नाम लेकर एक ही बात बोल रही हैं। तारा...ये तूने क्या कर दिया? वहीं, हनुमान के बुजुर्ग पिता रातभर रो-रोकर टूट चुके हैं। श्मशान स्थल पर भी शांत खड़े रहे। लोग उनको दिलासा दे रहे हैं। लेकिन जवान बेटे-बहू और पोतियों की इस तरह मौत का गम उन पर बहुत भारी पड़ रहा है। इस घटना के बाद से पूरे मुहल्ले के लोग सदमे में हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि आखिर परिवार ने ऐसा क्यों किया? पास में रहने वाले रिश्वतेदार और भाईयों के पास भी इस बात का कोई जवाब नहीं है?

पोस्टमार्टम हाउस के बाहर चारों की अर्थियां तैयार की गई।
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर चारों की अर्थियां तैयार की गई।

4 महीने पहले हुई थी इकलौते बेटे की मौत
मृतक हनुमान के 18 साल के इकलौते बेटे की 27 सितंबर 2020 को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इस गम में पूरा परिवार डिप्रेशन में था। शनिवार को घर में एक सुसाइड नोट भी मिला था। इसमें लिखा था कि हम बेटे अमर के बिना जी नहीं सकते। हम भी दुनिया छोड़कर जा रहे हैं। बेटे के बिना दुनिया बेकार है। पुलिस किसी को परेशान न करे। पड़ोसियों ने बताया था कि बेटे की मौत के बाद से परिवार तनाव में था। सिर्फ हनुमान ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकलते थे। उनकी पत्नी और दोनों बेटियां घर के अंदर ही रहती थीं। महीनों से वह आसपास के लोगों को नजर नहीं आई थीं।

मोर्चरी के बाद रिश्तेदार- परिजनों की भीड़।
मोर्चरी के बाद रिश्तेदार- परिजनों की भीड़।

दूधवाले के आने पर सुसाइड का पता चला
हनुमान के घर रविवार शाम दूधवाला दूध देने पहुंचा। उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन गेट नहीं खुला। इसके बाद उसने मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन किसी ने पिक नहीं किया। दूधवाले ने हनुमान के छोटे भाई घनश्याम के बेटे युवराज को फोन किया, जो अमर की मौत के बाद से हनुमान के पास ही रहता था। युवराज ने अपने पिता और चाचा को मोबाइल पर कॉल किया। मौके पर हनुमान के चाचा का लड़का कपिल सैनी पहुंचा। मेन गेट खोलकर वह अंदर गया तो देखा कि चारों फंदे पर लटके थे।

2 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा
'मैं हनुमान प्रसाद सैनी, मेरी पत्नी तारा देवी, 2 बेटियां पूजा और अन्नू अपने पूरे होश में यह लिख रहे हैं। हमारे बेटे अमर का स्वर्गवास 27 सितंबर 2020 को हो गया था। हमने उसके बिना जीने की कोशिश की, लेकिन उसके बगैर जिया नहीं जाता। इसलिए हम चारों ने अपनी जीवन लीला खत्म करने का फैसला लिया है। अमर ही हम चारों की जिंदगी था। वही नहीं तो हम यहां क्या करेंगे। घर में किसी चीज की कमी नहीं है। जमीन है, घर है, दुकान है, नौकरी है। बस सबसे बड़ी कमी बेटे की है। उसके बिना सब बेकार है। हम पर किसी का कोई कर्ज बाकी नहीं है।'

ਰੈਡ ਕਰਾਸ ਭਵਨ ਵਿਖੇ ਲਗਾਏ ਗਏ 8 ਦਿਨਾ ਫਸਟ ਏਡ ਟ੍ਰੇਨਿੰਗ ਕੋਰਸ ਦੌਰਾਨ ਡਰਾਈਵਰ ਅਤੇ ਕੰਡਕਟਰ ਨੂੰ ਦਿਤੀ ਫਸਟ ਏਡ ਦੀ ਟ੍ਰੇਨਿੰਗ


ਬਠਿੰਡਾ।
ਰੈਡ ਕਰਾਸ ਸੁਸਾਇਟੀ ਬਠਿੰਡਾ ਦੇ ਮਾਸਟਰ ਟਰੇਨਰ ਨਰੇਸ ਪਠਾਣੀਆ ਵਲੋ 50 ਦੇ ਕਰੀਬ ਡਰਾਈਵਰ  ਅਤੇ ਕੰਡਕਟਰ    ਨੂੰ ਹਾਦਸਿਆ ਦੌਰਾਨ ਫਟੜ ਦੀ ਮਦਦ ਲਈ ਫਸਟ ਏਡ ਦੀ ਟ੍ਰੇਨਿੰਗ ਦਿਤੀ ਗਈ। ਸਥਾਨਕ ਰੈਡ ਕਰਾਸ ਭਵਨ ਵਿਖੇ ਲਗਾਏ ਗਏ 8 ਦਿਨਾ ਫਸਟ ਏਡ ਟ੍ਰੇਨਿੰਗ ਕੋਰਸ ਦੌਰਾਨ ਵਖ-ਵਖ ਪਿੰਡਾ ਤੋ_ ਪਹੁੰਚੇ 50 ਦੇ ਕਰੀਬ ਨੌਜਵਾਨਾ ਨੂੰ ਫਸਟ ਏਡ ਦੇ ਗੁਰ ਦਿਤੇ ਗਏ। ਫਸਟ ਏਡ ਮਾਸਟਰ ਟ੍ਰੇਨਰ ਨਰੇਸ  ਪਠਾਣੀਆ ਨੇ ਫਸਟ ਏਡ ਦੀ ਮਹਤਤਾ, ਦਿਲ ਦੇ ਦੌਰਿਆ ਦੌਰਾਨ ਦਿਤੀ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਸੀਪੀਆਰ, ਨਕਸੀਰ ਫੁਟਣ, ਬੇਹੋਸ ਹੋ ਜਾਣ, ਚਮੜੀ ਸੜ ਜਾਣ, ਵਗਦੇ ਖੂਨ ਨੂੰ ਰੋਕਣ, ਪਟੀਆ  ਕਰਨ, ਸਨੇਕ ਬਾਈਟ, ਫਰੈਕਚਰ ਕੇਸ  ਨੂੰ ਸੰਭਾਲਣ, ਫਟੜਾ ਨੂੰ ਐਬੂਲੈਸ ਗਡੀਆ  ਵਿਚ ਲੋਡ ਕਰਨ ਹਿਤ ਸਟਰੇਚਰ ਡਰਿਲ ਦੀ ਟ੍ਰੇਨਿੰਗ ਕਰਵਾਈ। ਟ੍ਰੇਨਰ ਨਰੇਸ ਪਠਾਣੀਆ ਨੇ ਸਿਖਿਆਰਥੀਆ  ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਕਿ ਸੜਕੀ ਹਾਦਸਿਆ ਦੌਰਾਨ ਤੁਰੰਤ ਫਸਟ ਏਡ ਦੇਣ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਦੀ ਜਾਨ ਬਚਾਈ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ। ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਫਾਇਰ ਵਿਭਾਗ ਤੋ_ ਪਹੁੰਚੇ ਰੈਡ ਕਰਾਸ ਦੇ ਵਲੰਟੀਅਰ ਅਮਰਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ ਅZਗ ਲਗਣ ਦੇ ਕਾਰਣ ਅਤੇ ਇਸ ਤੋ  ਬਚਾਅ ਹਿਤ ਵਰਤੀਆ ਜਾਣ ਵਾਲੀਆ ਸਾਵਧਾਨੀਆ ਬਾਰੇ ਪ੍ਰਭਾਵਸਾਲੀ ਲੈਕਚਰ ਦਿਤਾ। ਰੈਡ ਕਰਾਸ ਸੁਸਾਇਟੀ ਦੇ ਸਕਤਰ ਦਰਸਨ ਕੁਮਾਰ ਬਾੰਸਲ ਨੇ ਸਿਖਿਆਰਥੀਆ ਨੂੰ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ ਕਿ ਅਜ ਦੇ ਤੇਜ ਰਫਤਾਰ ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਫਸਟ ਏਡ ਦਾ ਬਹੁਤ ਮਹਤਵ ਹੈ। ਸੋ, ਹਰੇਕ ਇਨਸਾਨ ਨੂੰ ਇਹ ਜੀਵਨ ਰਖਿਅਕ ਟ੍ਰੇਨਿੰਗ ਲੈਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ।  

बठिंडा-मानसा रोड पर 400 एकड़ में बनी बेकरी में काम करने वाले 20 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत


बठिंडा.
बठिंडा-मानसा रोड पर स्थित इंडस्ट्रीयल एरिया 400 एकड़ में बनी बेकरी में काम करने वाले 20 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत हो गई। थाना कोटफ्ता पुलिस ने मृतक युवक के भाई के बयानों पर आईपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए सोमवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सुपुर्द कर दिया है। मृतक की युवक की पहचान बिहार निवासी अनिल कुमार के तौर पर हुई। बताया जा रहा है कि रविवार को वह बेकरी में काम करते समय गलती से बिजली की तार को छू लिया, जिसे उसे करंट लगने से वह गंभीर रूप से झुलस गया। घटना का पता चलने पर साथ काम करने वाले साथियों ने उसे तुरंत उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर डाक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया।


अंतरराष्ट्रीय नेचुरोपैथी ऑर्गनाइजेशन की तरफ से बठिंडा में रिटर्न टू नेचर कंपैन शुरू की गई,बनाई गई संगठन को मजबूत करने की अगली रणनीति


बठिंडा।
अंतरराष्ट्रीय नेचुरोपैथी ऑर्गनाइजेशन  की तरफ से बठिंडा में  रिटर्न टू नेचर (Return to nature) कंपैन शुरू की गई। इसमें डा.राजेश दूबे  की तरफ से प्रशिक्षकों को सार्टिफिकेट बांटे गए व उनको आईएनओ (INO) के राज्य सचिव डॉ राजेश दूबे की तरफ से सम्मानित किया गया। डा. गुरतेज सिंह बराड़,  डा. संजीव दूबे, संजीव शर्मा, डा. नीरज अरोड़ा, हरि सिंह, डा. मनोहर सिंह पवार, सुनील त्रिपाठी को  आईएनओ (INO) व सूर्या फाउंडेशन की तरफ से सर्टिफिकेट दिया गया।

राज्य सचिव डा. राजेश दूबे ने बताया कि आईएनओ व सूर्या फाउंडेशन की तरफ से तय किया गया कि भविष्य में अंतराष्ट्रीय योग दिवस व नेचुरोपैथी दिवस को जागरुकता दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। बठिंडा शहर को पांच भागों में बांटकर टीमों का गठन किया जाएगा। यह टीमे लोगों को जागरुक करने के साथ पदम् श्री जय प्रकाश अग्रवाल जी के सपने नेचुरोपैथी को घर घर पहुंचना को पूरा करने का प्रयास करेंगे।  बठिंडा में अंतरराष्ट्रीय नेचुरोपैथी ऑर्गनाइजेशन की हर रविवार को मीटिंग होगी जिसमें सप्ताहिक योजना व उसे व्यवहार में लागू करने की रणनीति बनाई जाएगी। इसके इलावा शहर की धार्मिक सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर महीने में कम से कम एक कैंप लोगो ते ईलाज करने व जागरूक करने के लिए लगाया जाएगा। इस मौके पर डा. राजेश दूबे, डा. जेएस बराड़, डा. संजीव दूबे, संजीव शर्मा, एडवोकेट सुनील त्रिपाठी, हरि सिंह, डा. मनोहर सिंह पवार व नीरज अरोड़ा भी हाजिर रहे। 

बठिंडा में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की फरीदकोट मेडिकल अस्पताल में मौत, सहारा ने किया संस्कार


बठिंडा।
बठिंडा में कोरोना वायरस से सक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई। गु
रु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में दाखिल सतपाल सिंह पुत्र चंद्र सिंह 42 वासी पुहला जिला बठिंडा 6 फरवरी को कोरोना पॉजिटिव आया था। वही उसे हालत गंभीर होने पर 8 फरवरी को गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में दाखिल करवाया गया था जहां पर सतपाल का उपचार चल रहा था। 21 फरवरी 2021 को रात्रि 11 बजे गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट में सतपाल सिंह की मृत्यु हो गई। जिला प्रशासन द्वारा सहारा मुख्यालय में सूचना मिलने पर सहारा जन सेवा की लाइफ सेविंग ब्रिगेड हेल्पलाइन टीम संदीप गिल, जग्गा सहारा, गौतम गोयल गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज फरीदकोट एंबुलेंस लेकर पहुंचे। जहां से सतपाल सिंह का शव गांव पुहला लेकर आए परिजनों की उपस्थिति में सहारा टीम ने पी.पी.ई. किटस पहनकर पूर्ण सम्मान के साथ सतपाल सिंह के शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

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