शुक्रवार, 21 मई 2021

पंजाब में पीएम मोदी के लिए अरदास करने वाला महिला सरपंच का पति गिरफ्तार, SC आयोग ने मांगा जवाब


बठिंडा। 
पंजाब के बठिंडा स्थित गांव बीड़ तालाब की महिला सरपंच राजपाल कौर के पति गुरमेल सिंह खालसा द्वारा गुरुद्वारा साहिब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तंदुरुस्ती और डेरा प्रमुख की रिहाई के लिए अरदास की गई। इसके बाद गांव में माहौल तनावपूर्ण हो गया। एडवोकेट हरपाल सिंह खारा की शिकायत पर पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) ने मामले में पूरी घटना की जानकारी तलब कर दी है।

आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर सरपंच बनी राजपाल कौर के पति गुरमेल सिंह द्वारा की गई अरदास में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा अनुसूचित भाईचारे के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने के एलान का स्वागत किया। उन्होंने अरदास में एक परिवार द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी कराने व उसका इंसाफ न मिल पाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दो परिवार पंजाब को लूट रहे हैं, इसलिए किसी अनुसूचित जाति के व्यक्ति के सिर पर हाथ रखकर उसको मुख्यमंत्री बनाया जाए। साथ ही कहा कि छठे जामे में जैसे 52 राजाओं को रिहा कराया था, ठीक उसी तरह डेरा प्रमुख को भी रिहा कराएं।

उधर, बठिंडा के एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने कहा कि एडवोकेट हरपाल सिंह खारा की शिकायत पर आरोपित गुरमेल सिंह खालसा पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

गुरमेल की गिरफ्तारी एससी आयोग ने मांगा जवाब

गुरमेल सिंह की गिरफ्तारी पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने पंजाब के डीजीपी व मुख्य सचिव से जवाब मांगा है। वहीं, भाजपा नेता सुखपाल सरां ने कहा कि गुरमेल सिंह ने गुरुद्वारा साहिब में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाने के एलान व उनकी तंदरुस्ती के लिए अरदास की है। इसी कारण उन पर केस दर्ज किया गया है, जिसे तुरंत रद किया जाए।

सेहत विभाग की टीम ने दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट में की छापामारी, मरीजों से लिए ओवरचार्जिग का रिकार्ड किया जब्त, इससे पहले मैक्स अस्पताल, ग्लोबल और आईवीवाई अस्पताल का रिकार्ड किया जा चुका है जब्त


बठिंडा.
मरीजों से ट्रिटमेंट के नाम पर ओवरचार्ज वसूली के मामले में सेहत विभाग की टीम ने लगातार चौथे दिन शहर के प्राइवेट अस्पतालों में दबिश दी। इस दौरान गोनियाना रोड पर स्थित दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट में सेहत विभाग की टीम ने दबीश दी। वही अस्पताल का पूरा रिकार्ड खंगाला। अस्पताल में मरीजों से ओवरचार्जिंग के कई मामले सामने आए जिसमें सेहत विभाग टीम ने पूरा रिकार्ड अपने कब्जे में ले लिया है व इसमें जांच पड़ताल की जा रही है।  

इससे पहले गत दिवस मानसा रोड स्थित मैक्स सुपरस्पेसलिटी अस्पताल में छापामारी कर विभाग की टीम ने रिकार्ड अपने कब्जे में लिया था। वही मानसा रोड स्थित आईबीवाई अस्पताल, माल रोड स्थित ग्लोबल हेल्थ केयर सेंटर में भी सेहत विभाग ने मरीजों से एवरचार्जिग वसूली को लेकर छापा मारा था व दोनों अस्पतालों का मरीजों संबंधी रिकार्ड जब्त किया था। शहर में उक्त अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिल रही थी कि वह कोविड मरीजों के उपचार को लेकर सरकार की तरफ से तय किए रेट से अतिरिक्त वसूली की जा रही है। इसमें कई अस्पताल तो प्रतिदिन का 25 से 30 हजार रुपए की वसूली की जा रही थी जबकि सरकार ने अस्पताल के लेबल व मरीज को दी जाने वाली सुविधा के हिसाब से रेट फिक्स किए है। 

वीरवार को सेहत विभाग के सहायक सिविल सर्जन डा. अनुपमा शर्मा, जिला नोडल अफसर डा. मनीष गुप्ता, मेडिकल अफसर डा. सुशांत कुमार ने अस्पताल प्रबंधन से दाखिल मरीजों का रिकार्ड लिया व पिछले एक माह में अस्पताल में दाखिल मरीजों का रिकार्ड, उनकी फाइले, वसूली गई राशि व दी गई रसीद व टेस्ट के रिकार्ड तलब किए। इस दौरान मेडिकल इश्योरेंस स्कीम में दाखिल मरीजों से तय रेट से चार गुणा तक राशि वसूल करने की शिकायते मिली थी जिसकी भी अलग से जांच की जा रही है। सरकार की सख्ती के बावजूद अधिकतर अस्पताल मरीजों को तय रेट की जानकारी नहीं दे रहे हैं व न ही इस बाबत रेट डिस्पले किए जा रहे हैं जिसके चलते मरीजों को आए दिन सेहत विभाग के पास लिखित शिकायते करनी पड़ रही है। इन्हीं शिकायतों के आधार पर सेहत विभाग की टीम अस्पतालों में छापामारी कर रही है।   


पंजाब सरकार की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से कोविड-19 के मरीजों से हो रही लूट को रोकने के लिए जहां सख्ती के आदेश दिए थे वही अब सभी अस्पतालों को इलाज के लिए वसूली जाने वाली तय फीस वसूलने के आदेश दिए है। पंजाब सेहत व परिवार भलाई विभाग ने इस बाबत सभी सिविल सर्जनों को लिखित पत्र जारी कर कोरोना संक्रमित ऐसे मरीजों का तय रेट पर उपचार करने के निर्देश दिए है। वही हिदायत दी है कि अगर कोई अस्पताल तय रेट से अधिक राशि वसूल करता है तो उसके खिलाफ बनती सख्त कारर्वाई की जाए।

राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के केस बढ़ने के बाद छह तरह की सर्जरी आयुष्मान भारत सर्वत सेहत बीमा योजना के तहत करने की अनुमति प्रदान की


बठिंडा.
राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के बीच ब्लैक फंगस के केस बढ़ने के बाद छह तरह की सर्जरी आयुष्मान भारत सर्वत सेहत बीमा योजना के तहत करने की अनुमति प्रदान की है। इस बाबत सभी सिविल सर्जनों को पत्र जारी कर प्राइवेट अस्पतालों में छह तरह की सर्जरी इस योजना के तहत बिना किसी देरी के शुरू करने के लिए कहा है। कोरोना पीड़ित व इससे ठीक हो चुके कई मरीजों में पिछले कुछ समय से ब्लक फंगस के मामले बढ़े हैं जिसमें मरीज की जान बचाने के लिए शरीर के विभिन्न हिस्सों में सर्जरी की जरूरत पड़ रही है। 

पहले जारी हिदायतों में प्राइवेट अस्पताल कई तरह की सर्जरी को सेहत बीमा योजना में शामिल नहीं कर रहे थे। फिलहाल डिपार्टमेट आफ हेल्थ एंड फेमली वेलफेयर पंजाब की तरफ से पत्र संख्या 4826 तिथि 17 मई 2021 के हवाले से कहा गया है कि राज्य सरकार कोरोना महामारी के मद्देनजर हर जरूरी सेहत प्रबंध कर रही है। उसी कड़ी में कोविड के साथ कई अन्य बीमारियों से मरीजों को जूझना पड़ रहा है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार की हिदायतों के बाद राज्य सरकार ने आयुष्मान भारत सर्वत सेहत बीमा योजना में जरूरतमंद व गरीब लोगों को बिना किसी देरी के लाभ देने के लिए कदम उठाने का फैसला लिया है। 

इसमें सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों में छह तरह की सर्जरी शामिल की है जिसमें एपेंडीक्स सर्जरी दो प्रोसयूडर, गैलबलेडर सर्जरी चार प्रसयूडर, फीसर, फिस्टुला, पायलस सर्जरी चार प्रसयूडर, हर्निया सर्जरी 10 प्रसयूडर, ओर्थोपेडिक प्रैक्चर व सर्जरी 34 प्रसयूडर, गुलोकोमा सर्जरी फार आई एक प्रसयूडर को शामिल किया गया है। इसमें प्राइवेट अस्पतालों को कहा गया है कि वह बिना किसी रैफरल के उक्त योजना में मरीज का उपचार करेंगे व इससे पीड़ित किसी भी मरीज को उपचार के लिए इंकार नहीं कर सकेंगे। इस बाबत उक्त सभी सर्जरी के लिए सरकार की तरफ से तय रेट पर अस्पतालों को सरकार की तरफ से भुगतान किया जाएगा। यह आदेश कोविडके दौरान सरकार की तरफ से इस बाबत जारी होने वाले अगले आदेश तक जारी रहेगे व कोई भी अस्पताल इसमें अपने स्तर पर किसी तरह की तबदीली नहीं करेगा।


गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने दो साल पहले राज्य में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत सेहत बीमा योजना में अपना शेयर कर इसे सर्वत बीमा योजना के नाम पर राज्य में लागू किया था। पिछले डेढ़ साल से बढ़े कोरोना के प्रकोप के दौरान अधिकतर अस्पतालों ने कोविड मरीजों का इस योजना में उपचार करने से इंकार कर दिया था व उक्त कार्ड धारकों से बिलों की वसूली हो रही थी। यहां बताना जरूरी है कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लाभ मरीजों को सीधे निजी अस्पतालों में नहीं मिल रहा था। 

इसके लिए पहले उन्हें सरकारी अस्पताल में दाखिल होना पड़ रहा था। वहां से रेफर होने पर ही मरीज प्राइवेट अस्‍पताल में जाते थे। केवल इमरजेंसी की स्थिति में सीधे भर्ती किया जा सकता था। यहां भी निजी अस्पताल को पहले सरकार के सरकारी पोर्टल पर मरीज की केस हिस्ट्री फोटो समेत अपलोड करनी होती थी। सरकार से अप्रूवल मिलने के बाद ही निजी अस्पताल मरीज का आगे इलाज करेगा। जिले में योजना के तहत 13 सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ 19 प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया है। सरबत सेहत बीमा योजना में अस्पतालों के लिए अलग-अलग पैकेज हैं। कुल 1396 पैकेज इलाज के तहत हैं, लेकिन इनमें से 124 गवर्नमेंट रिजर्व हैं। पंजाब सरकार की ओर से 20 अगस्त से उक्त योजना को लागू किया गया है। योजना के तहत 2 लाख 30 हजार 234 परिवार शामिल किए गए हैं।

पंजाब में मेडिकल माफिया कर रहा कोविड महामारी में असहाय मरीजों व उनके परिजनों की जमकर लूट, पंजाब सरकार उठाए सख्त कदम-डा. कमलजीत सिंह सोई


बठिंडा।
भारत के अन्य राज्यों की तरह पंजाब भी कोविड-19 के मामलों के कारण चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रहा है। पंजाब में अब तक 67000 से अधिक सक्रिय मामले हैं और लगभग 13000 मौतें हुई हैं। इस कठिन समय में भी मेडिकल माफिया एंटी-वायरल दवाओं की कालाबाजारी, अस्पताल, ऑक्सीजन शुल्क और असहाय COVID-19 रोगियों से पैसे वसूलने का गौरखधंधा कर रहे हैं। शवों पर भी धंधा बना हुआ है, इलाज की तो बात ही क्या। यह टिप्पणी जीएसएचपी, ग्लोबल सोसाइटी ऑफ एचएसई प्रोफेशनल्स के प्रधान डा. कमलजीत सिंह सोई ने की है। उन्होंने राज्य भर में मेडिकल माफिया की तरफ से मरीजों से हो रही लूट को लेकर मुख्य़मंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक पत्र लिखा है। इसमें सरकार ने मेडिकल माफिया पर सख्ती से नकेल कसने की मांग की है।

"मेडिकल माफिया" रेमेडिसविर इंजेक्शनऑक्सीमीटर और अन्य संबंधित उपकरणों और दवाओं की कालाबाजारी में लिप्त

डा. सोई ने कहा कि यह एक "अभूतपूर्व महामारी संकट" है जो राज्य को जकड़ रहा है और असहाय कोविड रोगियों और पीड़ितों को निजी अस्पतालों और मेडिकल माफिया द्वारा लूटा जाता है। मामले को बदतर बनाते हुए, "मेडिकल माफिया" रेमेडिसविर इंजेक्शन, ऑक्सीमीटर और अन्य संबंधित उपकरणों और दवाओं की कालाबाजारी में लिप्त है, जिससे जरूरतमंद COVID-19 रोगियों को भारी पैसा खर्च करने के लिए मजबूर होना पड़ता है। मीडिया में यह बताया गया था कि पांच दिवसीय पाठ्यक्रम के लिए उच्च मांग वाली एंटी-वायरल दवा की छह शीशियों के लिए लगभग  2.50 लाख का शुल्क लिया गया था जो वास्तविक निर्धारित मूल्य से कई गुना अधिक है।

पेशे में लोग इतने बेरहम हो गए हैं कि वे एम्बुलेंस के लिए भारी पैसा वसूल कर रहे हैं, यहाँ तक कि शवों को ले जाने के लिए कुछ किलोमीटर के हजारों रुपए की वसूली हो रही है।

एंटी-वायरल दवाएं भी कई गुणा दाम पर दे रहे

कई COVID-19 रोगी अस्पतालों में वायरल-रोधी दवाओं और ऑक्सीजन वाले बिस्तरों के लिए दौड़ रहे हैं, जो बदतर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट की विफलता को उजागर करते हैं,” उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि सरकार मेडिकल माफियागतिविधियों पर तुरंत अंकुश लगाए ताकि असहाय COVID-19 रोगियों की पलायन को समाप्त किया जा सके और सभी जरूरतमंद रोगियों को एंटी-वायरल दवाएं और उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। पंजाब के ग्रामीण इलाकों में कोविड-19 के अधिक मामले पाए जाने के साथ, पंजाब अधिक जोखिम में है। हालांकि सकारात्मकता दर में गिरावट आई है लेकिन मृत्यु दर 2.4% के साथ चिंता का विषय बनी हुई है जो देश में सबसे अधिक है। ६७००० से अधिक सक्रिय मामले और लगभग १३००० आधिकारिक मौतें हो चुकी है। फिलहाल पंजाब को कीमती मानव जीवन को बचाने के लिए अपनी चिकित्सा सेवाओं को और भी बेहतर बनाने की आवश्यकता है। 

मैं सुझाव देता हूं कि पंजाब में अनमोल मानव जीवन को बचाने और मेडिकल माफिया द्वारा पलायन को रोकने के लिए तुरंत निम्नलिखित उपाय किए जाएं।

1. निजी अस्पताल कोरोना रोगियों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत कार्ड को मान नहीं रहे हैं, कृपया एक सख्त सलाह जारी करें और स्वास्थ्य, नागरिक और पुलिस प्रशासन को सभी अस्पतालों में आयुष्मान भारत कार्ड के आधार पर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दें।

2. आपने सभी के लिए मुफ्त टीकाकरण का वादा किया था, जबकि उद्योग को टीकाकरण के लिए प्रति खुराक 430/- रुपये देने के लिए क्यों कहा जा रहा है। कृपया नि:शुल्क टीकाकरण के निर्देश जारी करें। एक तरफ हम संक्रमितों को 1500/- रुपये की फतेह किट दे रहे हैं तो दूसरी तरफ 430 रुपये प्रति डोज की मांग कर रहे हैं। यह किसी भी मायने में जायज नहीं है .

3. कोविड बेड की कालाबाजारी रोकने के लिए सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

4. निजी अस्पतालों को अपने दैनिक बिस्तर की उपलब्धता को सार्वजनिक करना चाहिए और विशिष्ट उपचारों, प्रक्रियाओं और दवाओं के लिए जारी दर प्रदर्शित करनी चाहिए।

5. कुछ निजी अस्पतालों द्वारा बेड की कालाबाजारी के लिए जीरो टॉलरेंसऔर बेड होने के बावजूद इनकार कर बाद में मरीज के परिजनों की मजबूरी का फायदा उठा अत्यधिक शुल्क ले रहे हैं।

6. कोविड-संक्रमित रोगियों के परिवारों द्वारा अस्पतालों के नीरस रवैये और महंगे बिस्तर शुल्क का आरोप लगाते हुए शिकायतों की बाढ़ आ गई है, जबकि पंजाब में मौतें और नए मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

7. किसी भी अस्पताल को किसी भी लक्षण वाले रोगी को परीक्षण से इनकार नहीं करना चाहिए ।

8. कोविड टास्क फोर्स की टीमों द्वारा मरीजों से अधिक किराया वसूलने और उन्हें भगाने का औचक निरीक्षण किया जाना चाहिए और अधिक शुल्क वसूलते पाए जाने पर कदाचार करने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

9. एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जहां राज्य में अस्पताल के बिलों का ऑडिट प्रभावी एजेंसी व सरकारी तंत्र की तरफ से किया जाए। कुछ डॉक्टर अनावश्यक स्कैन और डायग्नोस्टिक टेस्ट की सलाह दे रहे हैं जो अधिकतर मामलों में नायायज व गैर जरूरी है। सिविल सर्जन के कार्यालय में कोविड रोगियों द्वारा अनुरोध किए जाने पर इन तमाम मामलों की बिना देरी के ऑडिट भी होना चाहिए।

10. महामारी की आड़ में मरीजों को भगाते पाए गए अस्पतालों के लाइसेंस रद्द किए जाए।

11. यह पाया गया है कि निजी अस्पताल उन रोगियों से अत्यधिक राशि वसूल कर रहे हैं जो सरकारी कर्मचारी हैं, विभिन्न बीमा योजनाओं के अंतर्गत आते हैं और साथ ही जो इन दो श्रेणियों में नहीं आते हैं। कुछ मामलों में यह पाया जाता है कि बीमा कवर वाले या सरकारी क्षेत्र के उन रोगियों को, जिनके बिलों की प्रतिपूर्ति सरकार द्वारा की जाती है, उन्हें "तय राशि से चार गुणा अधिक" बिल दिए जाते हैं। इसमें तो कई अस्पताल यहां तक कहते है कि बीमा कंपनी को भी उन्हें हिस्सा देना है जबकि बीमा कंपनी के कर्मचारियों व अधिकारियों को जब फोन किया जाता है तो वह मामले में यह कहकर पल्लू झाड लेते हैं कि यह राशि कौन सा उनकी जेब से जा रही है। इस पूरे मामले में सभी मेडिकल क्लेम व बीमा कंपनी की सहभागिता की भी जांच होनी चाहिए क्योंकि पंजाब ही नहीं पूरे देश में बीमा कंपनी व मेडिकल माफिया मिलकर काम कर रहा है जिसमें मोटी चपत लगाई जा रही है। इसमें मरीज का भी नुकसान हो रहा है क्योंकि एक मरीज को करवाए गए बीमा क्लेम में जहां एक लाख का भुगतान करना था व बि राशि उसे अगली बार मिलनी थी उसमें अस्पताल चार से पांच गुणा बिल बनाकर उसके क्लेम को समाप्त कर रहे हैं व अपनी जेबे भरने में जुटे हैं।

12. पंजाब के 12000+ गांवों में टीकाकरण प्रक्रिया को बढ़ाया जाए।

3. इस संबंध में शिकायत मिलने पर जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए ताकि कोरोना पीड़ितों को बचाया जा सके।

हालाँकि यदि कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसे राज्य द्वारा गोद में लेने की आवश्यकता होती है जो हमेशा एक कल्याणकारी राज्य होता है और रियायती दरों पर आवश्यक चिकित्सा उपचार प्रदान करता है। पंजाब अपनी लड़ाई की भावना और परोपकार की प्रकृति के लिए जाना जाता है, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी इस महामारी में भाग न जाए और अगर कोई ऐसा करने की हिम्मत करता है तो उसे तत्काल कानून की गिरफ्त में लिया जाए और एक अभूतपूर्व सबक सिखाया जाए ताकि कोई भी ऐसा करने की हिम्मत न करे।

डा. सोई ने कहा कि कोविड -19 की दूसरी लहर के मद्देनजर पूरे भारत में दयनीय स्थिति को देखते हुए, जीवन के हर सेकंड में पीड़ा और दर्द को महसूस करना स्वाभाविक है। ऐसे कठिन समय में, हमें केवल कुछ सकारात्मकता और आशा की आवश्यकता है, इसलिए कीमती मानव जीवन को बचाने के लिए कृपया मेडिकल माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। हालांकि अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो उसे राज्य द्वारा हाथ में लेने की जरूरत होती है

उन्होंने कहा सीएम साहब, हम समझते हैं कि हमारी लड़ाई एक अज्ञात, अदृश्य दुश्मन के खिलाफ है। अभी तक कोई ज्ञात इलाज या उपाय नहीं है। इस वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे अच्छा हथियार है आत्म-जागरूकता, सामाजिक दूरी और सबसे महत्वपूर्ण, बाहर निकलते समय डबल मास्किंग।

 

-लेखक-डॉ. कमलजीत एस सोइ

पीएचडी, एमएससी, एमबीए, एलएलबी, एमईपी (आईआईएमए), एमडीपी (आईएसबी), माइट, एमएसीआरएस, एमसीआईएचटी। ASSE (सुरक्षा विशेषज्ञ)

अध्यक्ष - जीएसएचपी, ग्लोबल सोसाइटी ऑफ एचएसई प्रोफेशनल्स

प्रवक्ता भाजपा

पूर्व उपाध्यक्ष-पीएसआरसी, परिवहन विभाग, पंजाब सरकार, सदस्य- एनआरएससी

भारत सरकार, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय।

गुरुवार, 20 मई 2021

ਬਠਿੰਡਾ ਅੰਦਰ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਮਿੱਤ ਸੂਮੀ ਐਗਰੀ ਸਾਇੰਸ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਕੇ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਤੇ ਮਾਈਕ੍ਰੋਬਾਇਓਲੋਜੀ ਲੈਬ ਦਾ ਲਿਆ ਜਾਇਜ਼ਾ, ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਕੀਤੇ ਜਾ ਰਹੇ ਉਪਰਾਲਿਆਂ ਦੀ ਕੀਤੀ ਸ਼ਲਾਘਾ


ਹੁਣ ਤੱਕ 80 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰਾਂ ਦੀ ਕੀਤੀ ਜਾ ਚੁੱਕੀ ਹੈ ਮੁਫ਼ਤ ਵੰਡ: ਬਲਦੀਪ ਸੰਧੂ

ਬਠਿੰਡਾ: ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਅੱਜ ਇੱਥੋਂ ਦੇ ਉਦਯੋਗਿਕ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਮਿੱਤ ਸੂਮੀ ਐਗਰੀ ਸਾਇੰਸ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਲਿਮਟਿਡ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਕੇ ਇਸ ਵੱਲੋਂ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਚੱਲਦਿਆਂ ਇਸ ਭਿਆਨਕ ਬਿਮਾਰੀ ਤੋਂ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਬਚਾਅ ਹਿੱਤ ਦਿੱਤੇ ਜਾ ਰਹੇ ਮੁਫ਼ਤ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰਾਂ ਲਈ ਸ਼ਲਾਘਾ ਕੀਤੀ।

ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸੂਬਾ ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਜ਼ਿਲਾ ਪ੍ਰਸਾਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਪ੍ਰੇਰਨਾ ਸਦਕਾ ਯੂ.ਐਸ.ਏ. ਅਧਾਰਿਤ ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਇਸ ਮੁਸੀਬਤ ਦੀ ਘੜੀ ਵਿੱਚ ਮਨੁੱਖਤਾ ਦੀ ਭਲਾਈ ਲਈ ਨਿਸ਼ਕਾਮ ਸੇਵਾ ਕਰਦਿਆਂ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਮੁਫ਼ਤ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਨਾਲ ਪਲਸ ਆਕਸੀਮੀਟਰ ਅਤੇ ਮਾਸਕ ਆਦਿ ਵੀ ਮੁਫ਼ਤ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ।

ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਹੋਰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਭਿਆਨਕ ਦੌਰ ਵਿੱਚ ਯੂ.ਐਸ.ਏ. ਅਧਾਰਿਤ ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਦੇ ਨੁਮਾਇੰਦਿਆਂ ਡਾ. ਗੁਰਮੀਤ ਗਿੱਲ ਅਤੇ ਡਾ. ਵਸੀਨ ਬਾਵਾ ਵੱਲੋਂ ਯੂ.ਐਸ.ਏ. ਦੀ ਧਰਤੀ 'ਤੇ ਬੈਠਿਆਂ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਨਿਸ਼ਕਾਮ ਸੇਵਾ ਇੱਕ ਵਡਮੁੱਲਾ ਤੇ ਸ਼ਲਾਘਾਯੋਗ ਕਦਮ ਹੈ।


ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਪੰਜਾਬ ਚੈਂਬਰ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਦੇ ਭਾਰਤੀ ਮੈਂਬਰ ਅਤੇ ਮਿੱਤ ਸੂਮੀ ਐਗਰੀ ਸਾਇੰਸ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਲਿਮਟਿਡ ਦੇ ਐਮ.ਡੀ. ਸ਼੍ਰੀ ਬਲਦੀਪ ਸਿੰਘ ਸੰਧੂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਆਰਗੇਨਾਈਜੇਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਹੁਣ ਤੱਕ 80 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟੇ੍ਰਟਰ ਬਠਿੰਡਾ ਵਿਖੇ ਭੇਜੇ ਗਏ ਸਨ। ਜਿੰਨਾਂ ਵਿੱਚੋਂ 50 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਪਟਿਆਲਾ, ਜਲੰਧਰ, ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ ਸਾਹਿਬ, ਮੁਹਾਲੀ, ਫਰੀਦਕੋਟ ਆਦਿ ਜ਼ਿਲਿਆਂ ਦੇ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਨੂੰ ਮੁਫ਼ਤ ਵੰਡੇ ਜਾ ਚੁੱਕੇ ਹਨ ਅਤੇ 30 ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟੇ੍ਰਟਰ ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਪਿੰਡਾਂ ਤੇ ਕਸਬਿਆਂ ਨੂੰ ਵੰਡੇ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ।  

ਇਸ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਟ੍ਰੇਟਰ ਦੀ ਕਾਰਜਵਿਧੀ ਬਾਰੇ ਹੋਰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦਿਆਂ ਸ੍ਰੀ ਬਲਦੀਪ ਸੰਧੂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਇੱਕੋ ਸਮੇਂ ਦੋ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਨੂੰ 24 ਘੰਟੇ ਲਗਾਤਾਰ ਆਕਸੀਜਨ ਦਿੱਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ। ਖਾਸ ਗੱਲ ਇਹ ਹੈ ਕਿ  ਇਸ ਆਕਸੀਜਨ ਕੰਨਸਨਸਟ੍ਰੇਟਰ ਵੱਲੋਂ ਆਕਸੀਜਨ ਕੁਦਰਤੀ ਹਵਾ ਵਿੱਚੋਂ ਹੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।

ਬਠਿੰਡਾ ਮਿਸ਼ਨ ਫ਼ਤਿਹ/ 135782 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੇ ਲਗਵਾਈ ਕਰੋਨਾ ਵੈਕਸੀਨ-ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ

ਬਠਿੰਡਾ. ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬੀ.ਸ਼੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਹੁਣ ਤੱਕ 135782 ਵਿਅਕਤੀ ਕਰੋਨਾ ਵੈਕਸੀਨ ਲਗਵਾ ਚੁੱਕੇ ਹਨ। ਉਨਾਂ ਅੱਗੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਨਾਂ ਵਿੱਚ 12567 ਹੈਲਥ ਵਰਕਰਜ਼, 26455 ਫਰੰਟ ਲਾਇਨ ਵਰਕਰਜ਼, 18 ਤੋਂ 44 ਸਾਲ ਤੱਕ ਦੇ ਰਜਿਸਟਰਡ ਉਸਾਰੀ ਕਿਰਤੀ 7708 ਅਤੇ 45 ਤੋਂ 60 ਤੱਕ 34647 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਤੇ ਇਸੇ ਤਰਾਂ 60 ਸਾਲ ਤੋਂ ਵਧੇਰੇ ਉਮਰ ਦੇ 27131 ਬਜ਼ੁਰਗਾਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਲਗਾਈ ਗਈ ਹੈ।

ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਗੌਰਮਿੰਟ ਇੰਸਟੀਚਿਊਟਸ ਵਿੱਚ 5083 ਹੈਲਥ ਵਰਕਰਜ਼ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 2366 ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼, 22558 ਫਰੰਟ ਲਾਇਨ ਵਰਕਰਜ਼ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 4857 ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼, 18 ਤੋਂ 44 ਸਾਲ ਤੱਕ 7708 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼, 45 ਤੋਂ 59 ਸਾਲ ਤੱਕ 30378 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 8294 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼, 60 ਸਾਲ ਤੋਂ ਉੱਪਰ ਦੇ 22928 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਪਹਿਲੀ ਡੋਜ਼ ਅਤੇ 5784 ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਦੂਜੀ ਡੋਜ਼ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਹੈ।

सांसद हरसिमरत कौर ने एम्स में सुविधा बढ़ाने की मांग को लेकर पीएम व हेल्थ मनिस्ट्र को लिखा पत्र

बठिंडा. पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद हरसिमरत कौर बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सेहत मंत्री डा. हर्षवर्धन को पत्र लिखकर एम्स बठिंडा में सेहत सुविधाओं में बढ़ोतरी करने की मांग की है। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि पंजाब के अंदर मौत की दर राष्ट्रीय औसत से दोगुणा हो गई है वही बठिंडा में सर्वाधिक मौते हो रही है जो काफी चिंताजनक है। इस स्थिति में केंद्र सरकार एम्स बठिंडा में कोरोना उपचार की सुविधाओं में बढ़ोतरी करे ताकि बठिंडा व आसपास के करीब दो सौ किलोमीटर के दायरे से यहां इलाज करवाने आने वाले गरीब व जरूरतमंद लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि वेंलटीनेटर देने वाली अस संस्था में लेवल तीन के बिस्तरों में भी बढ़ोतरी की जाए। सरकार समय पर समुचित प्रबंध कर कीमती जानों को बचाए। 


बठिंडा में आक्सीजन की कमी पूरा करने के लिए पहुंची 32 एमटी सप्लाई, एम्स ने गैस सप्लाई के लिए मोहाली प्लाट को लिखा पत्र


बठिंडा.
बठिंडा में गैस प्लाट में उत्पादन के लिए लिक्वड नहीं मिलने के बाद जहां सप्लाई प्रभावित हो रही थी वहीं जिला प्रशासन की तरफ से उक्त कमी को पूरा करने के लिए गुजरात के हजीरा से मंगवाई आक्सीजन की खेप गत रात बठिंडा पहुंच गई है। जिले में यह दूसरी आक्सीजन ऐक्सप्रैस ट्रेन है जो 32 एम.टी. आक्सीजन गैस ले कर बठिंडा पहुंची है। वही दूसरी तरफ एम्स बठिंडा ने आक्सीजन की मांग बढ़ने के मद्देनजर हाईटैक इंडस्ट्री लिमिटेंड मोहाली से आक्सीजन की सप्लाई बिना देरी से जारी करने के लिए कहा है। 

इस बाबत एम्स के कार्यकारी निर्देशक डा. प्रोफेसर डीके सिंह ने तय सरकरी रेट में आक्सीजन देने के लिए कहा है। इसमें डी टाइप ब्लक आक्सीजन सिलेंडर 196 रुपए प्रति यूनिट, बी टाइप ब्लक सिलेंडर 81 रुपए 76 पैसे व ए टाइप आक्सीजन सिलेंडर 70 रुपए 56 पैसे प्रति यूनिट सभी तरह के टैक्स मिलाकर देने के लिए कहा गया है। उक्त मांग एक माह पहले 20 अप्रैल को एक पत्र के माध्यम से हाईटैक इंडस्ट्री लिमिटेंड को भेजी जा चुकी है व अब इस कंपनी को सप्लाई में तेजी लाने के लिए कहा है ताकि मरीजों को आक्सीजन की सप्लाई सही समय पर उपलब्ध हो सके। वही पिछले दिनों सरकार की तरफ से आक्सीजन के रेट तय करने के साथ ट्रांसपोर्ट के चार्ज भी निर्धारित किए गए है। 

इसमें केंद्र सरकार की हिदायतों का हवाला देते लिक्वड मेडिकल आक्सीजन 15.22 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर, आक्सीजन इनहेलिशन मेडिकल गैस सिलेंडर 25.71 रुपए प्रति क्यूबिक मीटर देने की हिदायत दी है वही इसे गतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए ट्रांसपोर्ट चार्ज भी फिक्स किए गए है। इसके तहत एटीवी बलैरों व पिकअप वाहन के चार्ज 1900 रुपए प्रतिदिन, लाइट मेडिकल कमर्सियल व्हीकल जिसमें कैंटर, स्वराज मजदा व टाटा 1109 शामिल है के लिए 2500 रुपए प्रतिदिन व हैवी ट्रांसपोर्ट वाहनों के लिए 3200 रुपए प्रति दिन निर्धारित किए है। इसी बीच बठिंडा के लोगों के लिए राहत वाली बात यह है कि प्रदेश सरकार की तरफ से कोविड महामारी के चलते इस भयानक बीमारी के साथ लड़के लिए किए जा रहे उपरालों के मद्देनज़र दूसरी स्पैशल आक्सीजन ऐक्सप्रैस ट्रेन गुजरात के हजीरा से 16-16 एम.टी. के 2 कन्नटेनर ले कर बीती देर शाम बठिंडा में पहुँच गई है। यहाँ के कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची इस स्पैशल ट्रेन को डिप्टी कमिश्नर की तरफ से रिसीव किया गया।

डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि मौजूदा समय जिले में आक्सीजन गैस को ले कर कोई समस्या नहीं है और भविष्य में भी आक्सीजन गैस को ले कर कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने मौजूद आधिकारियों को हिदायत की कि इस आक्सीजन गैस का वितरण सबंधित अस्पतालों को उनकी ज़रूरत मुताबिक किया जाए। इस मौके डी.एम. मार्कफैड एच.एस. धालीवाल, तहसीलदार बठिंडा सुखबीर सिंह बराड़, जे.एस. गैस के मालिक दीपइन्दर के इलावा भारतीय सेना और रेलवे विभाग के उच्च अधिकारी विशेष तौर पर उपस्थित थे। 


ਕਰੋਨਾ ਮੁਕਤ ਪਿੰਡ ਮੁਹਿੰਮ ਵਿੱਚ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਨੰਬਰਦਾਰ ਤੇ ਯੂਥ ਕਲੱਬ ਦੇਣ ਪੂਰਨ ਸਹਿਯੋਗ, ਕਿਹਾ, ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਵਿੱਚ ਢਿੱਲ ਮੱਠ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ ਬਰਦਾਸ਼ਤ


ਪਾਜੀਟਿਵ ਆਉਣ 'ਤੇ ਘਬਰਾਉਣ ਦੀ ਨਹੀਂ ਸਗੋਂ ਹੌਂਸਲੇ ਨਾਲ ਇਲਾਜ ਦੀ ਹੈ ਲੋੜ, ਸਮੂਹ ਟੀਮਾਂ ਆਪਸੀ ਮਿਲਵਰਤਣ ਨਾਲ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਣ ਤੇਜ਼ੀ : ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ

                 
ਬਠਿੰਡਾ: ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀ ਬੀ.ਸ੍ਰੀਨਿਵਾਸਨ ਵੱਲੋਂ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਪ੍ਰਕੋਪ ਨਾਲ ਨਜਿੱਠਣ ਅਤੇ ਇਸ ਨੂੰ ਫੈਲਣ ਤੋਂ ਰੋਕਣ ਦੇ ਮੱਦੇਨਜ਼ਰ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਉੱਚ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨਾਲ ਰੀਵਿਊ ਮੀਟਿੰਗ ਕੀਤੀ ਗਈ। ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਕੀਤੀ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਇਸ ਰੀਵਿਊ ਮੀਟਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਉਨਾਂ ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਕੋਵਿਡ ਨਾਲ ਸਬੰਧਤ ਅਤੇ ਇਸ ਭਿਆਨਕ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਨੂੰ ਰੋਕਣ ਲਈ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾਣ ਵਾਲੀਆਂ ਸਮੂਹ ਗਤੀਵਿਧੀਆਂ ਦੀ ਬਾਰੀਕੀ ਨਾਲ ਸਮੀਖਿਆ ਕੀਤੀ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਉਨਾਂ ਕੋਵਿਡ ਮੁਕਤ ਪਿੰਡ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਵੱਧ ਕਰੋਨਾ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲ ਦੇ ਆਧਾਰ 'ਤੇ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕਰਨ ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੱਤੇ। ਇਸ ਮੁਹਿੰਮ ਨੂੰ ਨੇਪਰੇ ਚੜਾਉਣ ਲਈ ਉਨਾਂ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀਆਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਨੰਬਰਦਾਰਾਂ, ਯੂਥ ਕਲੱਬਾਂ ਅਤੇ ਸਮਾਜ ਸੇਵੀ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪੂਰਨ ਸਹਿਯੋਗ ਦੇਣ ਦੀ ਅਪੀਲ ਕੀਤੀ।
ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਕਰੋਨਾ ਮਰੀਜ਼ਾਂ ਦੇ ਇਲਾਜ ਲਈ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹਸਪਤਾਲਾਂ ਵਿੱਚ ਸਥਾਪਿਤ ਕੀਤੇ ਗਏ ਲੈਵਲ 2 ਤੇ ਲੈਵਲ 3 ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਵਾਲੇ ਬੈੱਡਾਂ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਦਾ ਜਾਇਜਾ ਲੈਂਦਿਆ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਮੌਜੂਦਾ ਸਮੇਂ ਜ਼ਿਲੇ ਵਿੱਚ ਬੈੱਡਾਂ ਦੀ ਕੋਈ ਸਮੱਸਿਆ ਨਹੀਂ ਹੈ।  ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਉਨਾਂ ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਦੇ ਵੱਧ ਰਹੇ ਮਾਮਲਿਆਂ ਨਾਲ ਨਜਿੱਠਣ ਲਈ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਲਗਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਕੈਂਪਾਂ ਵਿੱਚ ਹੋਰ ਤੇਜੀ ਲਿਆਉਣ ਲਈ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ।
ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਦੇ ਸਬੰਧਿਤ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੰਦਿਆਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਵੀ ਵੱਡੀ ਪੱਧਰ 'ਤੇ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ। ਉਨਾਂ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਇਹ ਵੀ ਖਾਸ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ ਕਿ ਪਿੰਡਾਂ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਲਈ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ।  ਪਿੰਡ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਦੱਸਿਆ ਜਾਵੇ ਕਿ ਉਹ ਕਰੋਨਾ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਲਈ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਹਦਾਇਤਾਂ ਦੀ ਪਾਲਣਾ ਕਰਨ। ਜੇਕਰ ਉਨਾਂ ਨੂੰ ਖੰਘ, ਬੁਖਾਰ, ਜੁਕਾਮ ਆਦਿ ਲੱਛਣ ਦਿਖਾਈ ਦੇਣ ਤਾਂ ਉਹ ਤੁਰੰਤ ਆਪਣੇ ਟੈਸਟ ਕਰਵਾਉਣ। ਉਹ ਪਿੰਡ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਜਾਣੂ ਕਰਵਾਉਣ ਕਿ ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਵਿਅਕਤੀ ਕਰੋਨਾ ਪਾਜੀਟਿਵ ਆਉਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਘਬਰਾਉਣ ਦੀ ਨਹੀਂ ਸਗੋਂ ਹੌਂਸਲੇ ਨਾਲ ਇਲਾਜ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੈ। ਇਸ ਨਾਲ ਜਿੱਥੇ ਉਹ ਮੁੱਢਲੇ ਪੜਾਅ 'ਤੇ ਹੀ ਇਸ ਬਿਮਾਰੀ ਤੇ ਕਾਬੂ ਪਾ ਸਕਦੇ ਹਨ, ਉੱਥੇ ਆਪਣੇ ਪਰਿਵਾਰ ਤੇ ਸਮਾਜ ਨੂੰ ਵੀ ਇਸ ਭਿਆਨਕ ਬਿਮਾਰੀ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਸਕਣਗੇ।
 ਇਸ ਉਪਰੰਤ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਇੱਕ ਹੋਰ ਵੱਖਰੀ ਮੀਟਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਜ਼ਿਲੇ ਅਧੀਨ ਪੈਂਦੇ ਸਮੂਹ ਐਸ.ਡੀ.ਐਮ., ਬੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓਜ਼ ਅਤੇ ਐਸ.ਐਮ.ਓਜ਼ ਨੂੰ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੱਤੇ ਕਿ ਉਹ ਸਾਂਝੀ ਮੁਹਿੰਮ ਤਹਿਤ ਤੇ ਆਪਸੀ ਮਿਲਵਰਤਣ ਨਾਲ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਲਗਾਏ ਜਾ ਰਹੇ ਕੈਂਪਾਂ ਵਿੱਚ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕਰਨ ਤਾਂ ਜੋ ਇਸ ਮਹਾਂਮਾਰੀ ਨੂੰ ਹੋਰ ਫੈਲਣ ਤੋਂ ਰੋਕਿਆ ਜਾ ਸਕੇ। ਇਸਦੇ ਨਾਲ ਹੀ ਉਨਾਂ ਸਬੰਧਿਤ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਇਹ ਵੀ ਕਿਹਾ ਕਿ ਉਹ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਬਣਾਉਣ ਕਿ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਆਰ.ਐਮ.ਪੀ. ਡਾਕਟਰ ਵਜੋਂ ਜੋ ਪ੍ਰੈਕਟਿਸ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ, ਜੇਕਰ ਉਨਾਂ ਕੋਲ ਕੋਈ ਲਗਾਤਾਰ ਬੁਖ਼ਾਰ, ਖੰਘ ਜਾਂ ਖਾਂਸੀ ਵਾਲਾ ਵਿਅਕਤੀ ਇਲਾਜ ਲਈ ਆ ਰਿਹਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸ ਦਾ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟ ਕਰਾਉਣਾ ਲਾਜ਼ਮੀ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ। ਉਨਾਂ ਜ਼ਿਲਾ ਸਿੱਖਿਆ ਅਫ਼ਸਰ ਐਲੀਮੈਂਟਰੀ ਤੇ ਸੈਕੰਡਰੀ ਨੂੰ ਖਾਸ ਹਦਾਇਤ ਕੀਤੀ ਕਿ ਉਹ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਲੱਗਣ ਵਾਲੇ ਕਰੋਨਾ ਟੈਸਟਿੰਗ ਕੈਂਪਾਂ ਲਈ ਸਕੂਲਾਂ ਵਿੱਚ ਢੁਕਵੇਂ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨੇ ਲਾਜ਼ਮੀ ਬਣਾਉਣ।  
                    ਇਸ ਮੌਕੇ ਸਿਖਲਾਈ ਅਧੀਨ ਆਈ.ਏ.ਐਸ. ਸ਼੍ਰੀ ਨਿਕਾਸ ਕੁਮਾਰ, ਵਧੀਕ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਰਾਜਦੀਪ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ, ਸਿਵਲ ਸਰਜਨ ਡਾ. ਤੇਜਵੰਤ ਸਿੰਘ ਢਿੱਲੋਂ, ਸਹਾਇਕ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰਬੀਰ ਸਿੰਘ ਕੋਹਲੀ, ਸ੍ਰੀ ਬਬਨਦੀਪ ਸਿੰਘ ਵਾਲੀਆ, ਡੀ.ਐਸ.ਪੀ. ਜਸਪਾਲ ਸਿੰਘ, ਡਾ. ਯਾਦਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ, ਡਾ. ਪਾਮਿਲਾ, ਕਰੋਨਾ ਸੈੱਲ ਦੇ ਜ਼ਿਲਾ ਇੰਚਾਰਜ ਸ਼੍ਰੀ ਮਨਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਅਰਸ਼ੀ, ਡੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓ. ਮੈਡਮ ਨੀਰੂ ਗਰਗ ਅਤੇ ਡਾਟਾ ਸੈੱਲ ਦੇ ਇੰਚਾਰਜ ਸ੍ਰੀ ਨਵੀਨ ਗਡਵਾਲ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਜ਼ਿਲੇ ਨਾਲ ਸਬੰਧਿਤ ਸਮੂਹ ਐਸ.ਡੀ.ਐਮ, ਐਸ.ਐਮ.ਓਜ਼, ਬੀ.ਡੀ.ਪੀ.ਓਜ਼ ਤੇ ਹੋਰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਕਰੋਨਾ ਸੈੱਲਾਂ ਦੇ ਇੰਚਾਰਜ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੌਰ 'ਤੇ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ।

जिले में 7 माह के बच्चे सहित 16 कोरोना मरीजों की मौत, सहारा जन सेवा के वर्करों ने किया मृतकों का अंतिम संस्कार


बठिंडा.
जिले में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वीरवार को सात माह के एक बच्चे सहित 16 लोगों की कोरोना संक्रमण के बाद मौत हो गई। इस तरह से जिले में कोविड से मरने वालों की तादाद 733 पहुंच गई है। सहारा जनसेवा बठिंडा की कोरोना वारियर्स टीम विजय गोयल, पंकज सिंगला, गौरव कुमार, गौतम, हरबंस सिंह, टेक चंद, जग्गा सहारा, विजय कुमार विक्की, राजेंद्र कुमार, सुमीत ढींगरा, संदीप गोयल, कमल गर्ग, अर्जुन कुमार, सिमर गिल, संदीप गिल, मनी कर्ण, राजेंद्र कुमार, शिवम राजपूत, तिलकराज, सूरजभान गुनी, दीपक गोयल, मोनू कुमार, हरदीप सिंह, नितीश सैन, गुरबिंदर बिंदी, विकास शर्मा ने 7 माह के बच्चे को खाके सुपुर्द करके बाकी 15 कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार स्थानीय शमशान भूमि दाना मंडी और बठिंडा के आस पास के क्षेत्रों में टीम ने पीपीई किटे पहन कर पूर्ण सम्मान के साथ परिजनों की उपस्थिति में किया।



कोरोना मृतकों की सूचि

  • 1. गुरमेल कौर पत्नी हरदियाल सिंह 68 वर्ष निवासी भगता भाईका जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल थी
  • 2. मुखतियार कौर पत्नी नारायण सिंह वासी गहरीभागी जो बडियाल अस्पताल में दाखिल थी
  • 3. हरबंस कौर पत्नी सुरजीत सिंह आयु 75 वर्ष कोठेगुरूके जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल थी
  • 4. प्रशोतम कुमार पुत्र रामनाथ आयु 55 वर्ष वासी बंगीनिहाल जो सिविल अस्पताल में दाखिल था
  • 5. रायेचंद पुत्र बोनी चंद आयु 81 वर्ष वासी बठिंडा जो इंद्राणी अस्पताल में दाखिल था
  • 6. प्रगट सिंह पुत्र गोरा सिंह आयु 40 वर्ष वासी गुरूसर सैनेवाला जो आदेश मेडिकल कालेज मेंद दाखिल था
  • 7. पवनदीप कौर पत्नी 38 वर्ष वासी कोटश्मीर जो गोल्ड मेडिका अस्पताल में दाखिल थी
  • 8. मनोज दुब्बे पुत्र दोड नाथ दुब्बे आयु 40 वर्ष वासी बठिंडा जो सिविल अस्पताल बठिंडा में दाखिल था
  • 9. हरजीत कौर पत्नी दारा सिंह आयु 45 वर्ष वासी मान सिंह वाला जो सिविल अस्पताल में दाखिल थी
  • 10. दर्शन सिंह पुत्र महंगा सिंह आयु 65 वर्ष वासी फूल जो कोविड सेंटर सोलपत्ती बरनाला में दाखिल था
  • 11. भीमलाल पुत्र बल्लू आयु 82 वर्ष निवासी आजाद नगर बठिंडा जो घर में ही एंकातवास था
  • 12. सुखदेव सिंह आयु 62 वर्ष निवासी नईयां वाला जो ग्लोबल अस्पताल में दाखिल था
  • 13. जरनैल कौर पत्नी हरबंस सिंह आयु 70 वर्ष निवासी नाथपुरा जो आदेश मेडिकल कालेज में दाखिल था
  • 14. अमरकौर पत्नी लाभ सिंह आयु 65 वर्ष वासी बल्लू जो फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल था
  • 15. राम पुत्र शंकर सिंह आयु 7 माह वासी कच्चा धोबीयाना बठिंडा जो फरीदकोट में मेडिकल कालेज में दाखिल था को खाके सुपुर्द किया गया।
  • 16. सस्पेक्टड शांति देवी पत्नी विज्ञा सागर आयु 62 वर्ष वासी बठिंडा जो पंजाब कैंसर अस्पताल में दाखिल थी।

Bathinda Crime/ पुरानी रंजिश में मारपीट कर घायल करने व पब्लिक पलेस में हंगामा करने पर तीन नामजद


बठिंडा.
लाल सिंह बस्ती में पड़ोसियों के साथ आपसी रंजिश को लेकर मारपीट करने व सार्वजनिक स्थान में हंगामा करने के मामले में कनाल कालोनी पुलिस ने तीन लोगों को नामजद किया है। इसमें अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। कनाल कालोनी पुलिस के पास अंकुश शर्मा वासी लाल सिंह बस्ती बठिंडा ने शिकायत दी कि उनका पड़ोसी प्रदीप कुमार, धरुप, बबली वासी लाल सिंह बस्ती के साथ किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। इस विवाद में गत दिनों आरोपियों ने उसे रास्ते में रोककर जहां मारपीट की वही सार्वजनिक स्थान में जमकर हंगामा किया। मामले में शिकायत के बाद आरोपी प्रदीप कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर बाद में जमानत पर छोड़ दिया।

पालतू जानवरों को खुला छोड़ने का विरोध किया तो दो लोगों ने मिलकर की मारपीट

बठिंडा. जिले के गांव कल्याण सुखा में पालतू जानवरों को खुला छोड़ने का विरोध करने वाले दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। नथाना पुलिस के पास रमनदीप सिंह वासी कल्याण सुक्खा जस्सा सिंह ने बताया कि उनके पड़ोसी बेअंत सिंह वासी कल्याण सुक्खा, सीरा सिंह वासी नथाना व एक भैणी वासी अज्ञात व्यक्ति अपने पालतू जानवरों को गली मुहल्ले व खेतों में छोड़ देते थे जिससे उनका जहां खेत में आर्थिक नुकसान हो रहा था वही गली में जानवरों के कारण हादसे हो रहे थे। इसे लेकर उन्होंने जब उक्त आरोपियों के पास विरोध जताया तो गाली गलोच करने लगे। वही कुछ समय बाद जब वह किसी काम से अपने मोटरसाइकिल पर सवार होकर जा रहा था तो आरोपी लोगों ने अपनी वरना कार लाकर उसके वाहन में मारी व कार से बाहर आकर उसके साथ मारपीट कर 10 हजार रुपए की नगदी छीन ली। झगड़े में घायल व्यक्ति को परिजनों ने मैक्स अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया। मामले में पुलिस ने आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं सकी है।

खेत में कब्जा करने की नियत से पगडंडी तोड़ी, मामला दर्ज

बठिंडा. जमीन में अवैध कब्जा करने व खेत की पगडंडी तोड़ने के आरोप में बालियावाली पुलिस ने तीन लोगों को नामजद किया है। बालियावाली पुलिस के पास बूटा सिंह वासी मंडी खुर्द  ने बताया कि बलवंत सिंह, जगतार सिंह, मेजर सिंह, रंजीत सिंह वासी मंडी खुर्द उसकी जमीन पर अवैध कब्जा करना चाहते हैं। इसी के चलते उक्त लोगों ने खेत में बनी पगडंडी को तोड़ दिया वही उसे जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी लोगों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

लाहन, अवैध शराब व नशीली दवा के साथ तीन नामजद, दो गिरफ्तार

बठिंडा. लाहन, अवैध शराब व नशीली दवा के साथ जिला पुलिस ने विभिन्न स्थानों मे तीन लोगों को नामजद कर दो को गिरफ्तार किया है। दियालपुर पुलिस के सहायक थानेदार जसबीर सिंह ने बताया कि जसबीर कौर वासी बुर्ज लद्धा को गांव में 50 लीटर लाहन के साथ नामजद किया लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सदर रामपुरा पुलिस के सहायक थानेदार लखविंदर सिंह ने बताया कि बाबू सिंह वासी चाउंके से सात बोतल अवैध शराब गांव से बरामद की गई। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जमानत पर छोड़ दिया गया। संगत पुलिस के सहायक थानेदार गुरचरण सिंह ने बताया कि मुहम्मद कमालू वासी हरदेव नगर बठिंडा कार में सवार होकर हाईटैक जस्सी बागवाली डबवाली बठिंडा रोड पर जा रहा था। शक के आधार पर कार रोककर तलाशी लेने पर आरोपी के पास से 720 शीशी नशीली दवा की बरामद की गई। आरोपी को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।

आईवीवाई और ग्लोबल अस्पताल के बाद मानसा रोड स्थित मैक्स अस्पताल व एमजी अस्पतालमें सेहत विभाग की छापामारी, रिकार्ड किया जब्त



बठिंडा. मरीजों से ट्रिटमेंट के नाम पर ओवरचार्ज वसूली के मामले में सेहत विभाग की टीम ने लगातार तीसरे दिन शहर के प्राइवेट अस्पतालों में दबिश दी। इस दौरान मानसा रोड स्थित मैक्स सुपरस्पेसलिटी अस्पताल में छापामारी कर विभाग की टीम ने रिकार्ड अपने कब्जे में लिया। वही बीबी वाला रोड स्थित एमजी अस्पताल की भी जांच की गई। इस दौरान मौके पर हाजिर मरीजों व उनके परिजनों से भी बात कर अस्पताल की तरफ से किए जा रहे चार्ज की जानकारी हासिल की गई।

इससे पहले मानसा रोड स्थित आईबीवाई अस्पताल, माल रोड स्थित ग्लोबल हेल्थ केयर सेंटर में सेहत विभाग ने मरीजों से एवरचार्जिग वसूली को लेकर छापा मारा था व दोनों अस्पतालों का मरीजों संबंधी रिकार्ड जब्त किया था। शहर में उक्त अस्पतालों के खिलाफ शिकायत मिल रही थी कि वह कोविड मरीजों के उपचार को लेकर सरकार की तरफ से तय किए रेट से अतिरिक्त वसूली की जा रही है। इसमें कई अस्पताल तो प्रतिदिन का 25 हजार रुपए की वसूली की जा रही थी जबकि सरकार ने अस्पताल के लेबल व मरीज को दी जाने वाली सुविधा के हिसाब से रेट फिक्स किए है। वीरवार को सेहत विभाग के सहायक सिविल सर्जन डा. अनुपमा शर्मा, जिला नोडल अफसर डा. मनीष गुप्ता, मेडिकल अफसर डा. सुशांत कुमार ने अस्पताल प्रबंधन से दाखिल मरीजों का रिकार्ड लिया व पिछले एक माह में अस्पताल में दाखिल मरीजों का रिकार्ड, उनकी फाइले, वसूली गई राशि व दी गई रसीद व टेस्ट के रिकार्ड तलब किए। 
पंजाब सरकार की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों की तरफ से कोविड-19 के मरीजों से हो रही लूट को रोकने के लिए जहां सख्ती के आदेश दिए थे वही अब सभी अस्पतालों को इलाज के लिए वसूली जाने वाली तय फीस वसूलने के आदेश दिए है। पंजाब सेहत व परिवार भलाई विभाग ने इस बाबत सभी सिविल सर्जनों को लिखित पत्र जारी कर कोरोना संक्रमित ऐसे मरीजों का तय रेट पर उपचार करने के निर्देश दिए है। वही हिदायत दी है कि अगर कोई अस्पताल तय रेट से अधिक राशि वसूल करता है तो उसके खिलाफ बनती सख्त कारर्वाई की जाए। 
सेहत विभाग की तरफ से कोविड उपचार के लिए चार केटागरी तय की है। इसमें पहली केटगरी स्पोर्टिंग केयर आक्सीजन, दूसरी मोडरेट सिकनेस आइसोलेशन बेड, तीसरी केटागिरी सैबर सिकनेस आईसीयू विदाउट नीड वेल्टीनेटर व चौथी कैटागिरी वेरी सैबर सिकनस आईसीयू विद वेंल्टीनेटर केयर रखी गई है। वही हर कैटागिरी में तीन तरह के अस्पतालों को शामिल किया है। इसमें प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल शामिल है। सरकार ने पहली केटगरी स्पोर्टिंग केयर आक्सीजन के प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम में 6500 रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल के लिए 5500 रुपए प्रतिदिन व नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल के लिए 4500 रुपए प्रतिदिन तय किया गया है। वही दूसरी मोडरेट सिकनेस आइसोलेशन बेड केटागिरी में प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम अस्पतालों के लिए 10 हजार रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल के लिए 9 हजार रुपए प्रतिदिन, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल के लिए 8 हजार रुपए प्रतिदिन तय किया है। 
इसमें सभी वर्ग के अस्पतालों में 1200 रुपए पीपीई का खर्च भी शामिल रहेगा जिसे अस्पताल प्रबंधक अलग से वसूल नहीं कर सकेंगे। तीसरी केटागिरी सर्विस सिकनेस आईसीयू विदआउट नीड वेंटीलेटर अस्पतालों में प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम मं 15000 रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल में 14000 रुपए प्रतिदिन, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल के लिए 13 हजार रुपए प्रतिदिन वसूल कर सकेंगे जिसमें दो हजार रुपए पीपीई खर्च भी शामिल रहेगा जिसे अलग से वसूल नहीं किया जा सकेगा। इसी तरह चौथी कैटागिरी वेरी सैबर सिकनस आईसीयू विद वेंल्टीनेटर केयर अस्पतालों में प्राइवेट इंस्टीच्यूट विद टीचिंग प्रोग्राम अस्पतालों में 18 हजार रुपए प्रतिदिन, एनएबीएच एकरीटेंड होस्पिटल में 16 हजार 500 रुपए प्रतिदिन, नान एनएबीएच एक्रीटेड हास्पिटल में 15 हजार रुपए प्रतिदिन ही वसूल किया जा सकेगा व इसमें दो हजार रुपए पीपीई खर्च भी शामिल होगा। वही अस्पतालों को हिदायते दी गई है कि वह कोविड मरीजों को जरूरी टेस्ट ही करेंगे। वही जिन टेस्टों की जरूरत नहीं हो उसे करने से गुरेज किया जाए। वही इसमें सरकार की तरफ से पहले तय रेट की ही वसूली होगी। सरकार ने बकायदा कोविड मरीजों के लिए जरूरी टेस्ट को लेकर पहले ही लिस्ट व हिदायतें जारी कर रखी है। इन हिदायतों की पालना नहीं करने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कारर्वाई करने के लिए कहा गया है।  

बुधवार, 19 मई 2021

ਬਠਿੰਡਾ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਵਲੋਂ ਫੌਗਿੰਗ ਸਪਰੇਅ ਸ਼ਡਿਊਲ ਜਾਰੀ/ ਫੌਗਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਘਰਾਂ ਦੇ ਦਰਵਾਜ਼ੇ ਰੱਖੇ ਜਾਣ ਖੁੱਲੇ


ਫੌਗਿੰਗ ਮਸ਼ੀਨ ਚਲਾਉਣ ਦਾ ਸਮਾਂ ਸਵੇਰੇ 7:30 ਵਜੇ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਵੇਗਾ,  20 ਮਈ ਤੋਂ 25 ਮਈ ਤੱਕ ਦਾ ਸ਼ਡਿਊਲਡ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ

ਬਠਿੰਡਾ: ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਮੱਛਰਾਂ ਨਾਲ ਫੈਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ ਲਈ ਫੌਗਿੰਗ ਸ਼ਡਿਊਲ ਜਾਰੀ ਕਰਦਿਆਂ ਬਠਿੰਡਾ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਸ਼੍ਰੀ ਬਿਕਰਮਜੀਤ ਸਿੰਘ ਸ਼ੇਰਗਿੱਲ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰ ਅੰਦਰ ਫੌਗਿੰਗ ਸਪਰੇਅ ਹੋਣ ਦੌਰਾਨ ਜਨਤਾ ਆਪਣੇ ਘਰਾਂ ਦੇ ਦਰਵਾਜ਼ੇ ਅਤੇ ਖਿੜਕੀਆਂ ਖੁੱਲੀਆਂ ਰੱਖਣ ਤਾਂ ਜੋ ਫੌਗਿੰਗ ਸਪਰੇਅ ਨਾਲ ਮੱਛਰਾਂ ਦਾ ਖਾਤਮਾ ਹੋ ਸਕੇ। ਉਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰ ਅੰਦਰ ਹਰ ਰੋਜ਼ ਫੌਗਿੰਗ ਮਸ਼ੀਨ ਚਲਾਉਣ ਦਾ ਸਮਾਂ ਸਵੇਰੇ 07:30 ਵਜੇ ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਵੇਗਾ।  
ਉਨਾਂ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ 20 ਮਈ ਨੂੰ ਭਾਰਤ ਨਗਰ, ਪਟੇਲ ਨਗਰ, ਗ੍ਰੀਨ ਐਵਨਿਊ ਤੇ ਜੁਝਾਰ ਸਿੰਘ ਨਗਰ ਖੱਬੇ ਪਾਸੇ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਪੁਲਿਸ ਕੁਆਟਰ, ਹਰੀ ਨਗਰ, ਪ੍ਰੀਤ ਨਗਰ ਅਤੇ ਲਾਲ ਸਿੰਘ ਬਸਤੀ ਦਾ ਸਾਰਾ ਏਰੀਆ ਦੋਨੋਂ ਸਾਈਡਾਂ, ਪਰਜਾਪਤ ਕਲੋਨੀ, ਆਜ਼ਾਦ ਨਗਰ, ਸ਼ਿਵ ਕਲੋਨੀ, ਸਰਾਭਾ ਨਗਰ ਦਾ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ ਅਤੇ ਬਰਾੜ ਬੰਧੂ ਵਾਲਾ ਏਰੀਆ, ਸੁਰਖਪੀਰ ਰੋਡ ਅਤੇ ਮੁਲਤਾਨੀਆਂ ਰੋਡ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ, ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਨਗਰ ਦੀਆਂ ਗਲੀਆਂ ਮੁਲਤਾਨੀਆਂ ਰੋਡ ਮੇਨ ਸੜਕ, ਬੀੜਤਲਾ ਰੋਡ, ਸੁਭਾਸ਼ ਬਸਤੀ।

ਉਨਾਂ ਅੱਗੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ 21 ਮਈ ਨੂੰ ਅਜੀਤ ਰੋਡ ਦੋਨੋਂ ਪਾਸੇ, ਘੋੜੇ ਵਾਲਾ ਚੌਂਕ ਅਤੇ ਪਾਵਰ ਹਾਊਸ ਰੋਡ ਦਾ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ 100 ਫੁਟੀ ਚੌਂਕ ਤੱਕ ਅਤੇ ਬੀਬੀ ਵਾਲਾ ਰੋਡ ਦੇ ਸੱਜੇ ਪਾਸੇ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਪੂਜਾ ਵਾਲਾ ਮੁਹੱਲਾ ਤੋਂ ਪੀ.ਆਰ.ਟੀ.ਸੀ. ਰੋਡ ਦਾ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ, ਜੀ.ਟੀ. ਰੋਡ ਹੁੰਦੇ ਹੋਏ ਮਾਲ ਰੋਡ ਫਾਇਰ ਬ੍ਰਿਗੇਡ ਕਿਲਾ ਰੋਡ ਹੁੰਦੇ ਹੋਏ ਪੂਜਾ ਵਾਲਾ ਮੁਹੱਲਾ, ਬੱਸ ਸਟੈਂਡ, ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਨਗਰ, ਹੋਮ ਲੈਂਡ, ਇੰਦਰਪ੍ਰਸਤ ਕਲੋਨੀ ਅਤੇ ਕੋਠੇ ਸੁੱਚਾ ਸਿੰਘ, ਗੂੰਗੇ ਅਤੇ ਬੋਲਿਆਂ ਦਾ ਸਕੂਲ, ਕਰਤਾਰ ਕਲੋਨੀ, ਨਸ਼ਾ ਛੁਡਾਊ ਕੇਂਦਰ, ਆਲਮ ਬਸਤੀ, ਦੂਬੇ ਕਲੋਨੀ, ਪਰਸਰਾਮ ਨਗਰ ਦਾ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰਤਾਪ ਨਗਰ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ।

              ਇਸੇ ਤਰਾਂ 22 ਮਈ ਨੂੰ ਪਾਵਰ ਹਾਊਸ ਰੋਡ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ ਚੌਂਕ ਤੱਕ ਸਿਵਲ ਸਟੇਸ਼ਨ, ਮਿੰਨੀ ਸਕੱਤਰੇਤ, ਪੁਲਿਸ ਪੈਨਸ਼ਨਰ ਭਵਨ ਪੁਰਾਣੀ ਤਹਿਸੀਲ, ਪੂਜਾ ਵਾਲਾ ਮੁਹੱਲਾ ਤੋਂ ਪੀ.ਆਰ.ਟੀ.ਸੀ ਰੋਡ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ, ਕਾਲੀਆਂ ਗਲੀ, ਮੰਡੀ ਬੋਰਡ ਤੋਂ ਦਾਣਾ ਮੰਡੀ ਰੋਡ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ, ਪੁਰਾਣਾ ਥਾਣਾ ਰੋਡ ਤੋਂ ਪੂਜਾ ਵਾਲਾ ਮੁਹੱਲਾ, ਭੱਟੀ ਰੋਡ ਦਾ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ ਅਤੇ ਗਨੇਸ਼ਾ ਬਸਤੀ, ਠਾਕੁਰ ਕਲੋਨੀ ਅਤੇ ਧੀਵਰ ਕਲੋਨੀ, ਅੰਬੇਦਕਰ ਨਗਰ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਥਰਮਲ ਕੱਚੀ ਕਲੋਨੀ, ਖੇਤਾ ਸਿੰਘ ਬਸਤੀ ਅਤੇ ਹਰਦੇਵ ਨਗਰ, ਕੋਠੇ ਕਾਮੇ ਕੇ, ਜਨਤਾ ਨਗਰ।

               23 ਮਈ ਨੂੰ ਫਾਇਰ ਬ੍ਰਿਗੇਡ, ਮਾਲ ਰੋਡ ਸਟੇਸ਼ਨ ਤੋਂ ਤਾਰ ਬਜ਼ਾਰ, ਸਿਰਕੀ ਬਜ਼ਾਰ, ਪੁਰਾਣਾ ਥਾਣਾ ਕਿਲਾ ਰੋਡ ਹੁੰਦੇ ਹੋਏ ਫਾਇਰ ਬ੍ਰਿਗੇਡ ਤੱਕ ਦਾ ਅੰਦਰਲਾ ਏਰੀਆ, ਅਮਰੀਕ ਸਿੰਘ ਰੋਡ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ, ਸੁਭਾਸ਼ ਗਲੀ, ਨਹਿਰੂ ਗਲੀ ਆਦਿ ਅਹਾਤਾ ਨਿਆਜ ਮਹੰਮਦ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਨਵੀਂ ਬਸਤੀ ਗਲੀ ਨੰ. 1 ਤੋਂ 6 ਤੱਕ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਬਿਰਲਾ ਮਿਲ ਕਲੋਨੀ, ਮਾਲਵੀਆ ਨਗਰ ਆਦਿ, ਗਰੀਨ ਸਿਟੀ ਫੇਸ 1, 2, 3, ਮਾਡਲ ਟਾਊਨ ਫੇਸ 4, 5, ਗੁਰੂ ਦੀ ਨਗਰੀ, ਵੂਮੈਨ ਹੋਸਟਲ ਸਿਵਲ ਹਸਪਤਾਲ ਹਾਜੀਰਤਨ ਲਿੰਕ ਰੋਡ, ਹਾਊਸ ਕਲੋਨੀ ਏਰੀਆ, ਰਿਜਨਲ ਸੈਂਟਰ ਹਾਜੀ ਰਤਨ ਗੁਰਦੁਆਰਾ ਅਤੇ ਦਰਗਾਹ।

                ਇਸੇ ਤਰਾਂ 24 ਮਈ ਨੂੰ ਪਾਵਰ ਹਾਊਸ ਰੋਡ ਗਲੀ ਨੰ. 6 ਤੋਂ ਅੱਗੇ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ, ਅਜੀਤ ਰੋਡ ਦਾ ਸੱਜਾ ਪਾਸਾ, ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਨਗਰ ਅਤੇ ਸ਼ਿਵ ਮੰਦਰ ਵਾਲੀ ਗਲੀਆਂ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਪ੍ਰੀਤ ਨਗਰ, ਆਦਰਸ਼ ਨਗਰ ਦਾ ਸੱਜਾ ਅਤੇ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ, ਮੰਦਰ ਕਲੋਨੀ, ਢਿੱਲੋਂ ਨਗਰ, ਐਨ.ਐਫ.ਐਲ ਕਲੋਨੀ, ਪੁਖਰਾਜ ਕਲੋਨੀ, ਮਿਨੋਚਾ ਕਲੋਨੀ, ਘਨਈਆ ਨਗਰ, ਵਾਲਮੀਕਿ ਬਸਤੀ, ਗਲੀ ਖੱਦਰ ਭੰਡਾਰ ਵਾਲੀ ਏਰੀਆ, ਅਹਾਤਾ ਮਧੋਕਪੁਰਾ ਤੇ ਮੱਛੀ ਮਾਰਕੀਟ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਅਹਾਤਾ ਸਿਕੰਦਰਪੁਰਾ, ਵੀਰ ਕਲੋਨੀ ਅਤੇ ਨਾਮਦੇਵ ਨਗਰ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਆਰੀਆ ਨਗਰ, ਸ਼ਕਤੀ ਨਗਰ।

                25 ਮਈ ਨੂੰ ਨਿਊ ਸ਼ਕਤੀ ਨਗਰ, ਵਿਸ਼ਾਲ ਨਗਰ, ਫੇਸ 1,2,3 ਪੰਚਵਟੀ ਨਗਰ ਗ੍ਰੀਨ ਐਵਨਿਊ ਅਤੇ ਟੈਗੋਰ ਨਗਰ, ਮਾਡਲ ਟਾਊਨ, ਫੇਸ-2, ਬੇਅੰਤ ਨਗਰ, ਕੱਚਾ ਧੋਬੀਆਣਾ ਅਤੇ ਧੋਬੀਆਣਾ ਬਸਤੀ ਏਰੀਆ, ਪ੍ਰਤਾਪ ਨਗਰ ਦਾ ਖੱਬਾ ਪਾਸਾ, ਬਚਿੱਤਰ ਸਿੰਘ ਗੁਰਦੁਆਰੇ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਹਰਬੰਸ ਕਲੋਨੀ, ਐਸ.ਏ.ਐਸ. ਨਗਰ, ਲਾਭ ਸਿੰਘ ਚੌਂਕ ਦਾ ਏਰੀਆ, ਹੰਸ ਨਗਰ, ਬਾਬਾ ਦੀਪ ਸਿੰਘ ਨਗਰ ਤੇ ਬਲਰਾਜ ਨਗਰ, ਨਛੱਤਰ ਨਗਰ, ਡੰਪ, ਸ਼ੀਸ਼ ਮਹਿਲ ਕਲੋਨੀ ਮਾਨਸਾ ਰੋਡ ਪਿੱਛੇ ਮਹਿੰਦਰਾ ਏਜੰਸੀ।

वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने समाज सेवी संस्था सहारा को एम्बुलेंस के लिए 10 लाख का चैक भेंट किया


बठिंडा।
पंजाब के वित मंत्री सरदार मनप्रीत सिंह बादल आज सहारा मुख्यालय धोबी बाजार में पहुंचे। सहारा जनसेवा के कार्यो से प्रभावित होकर सहारा जनसेवा अध्यक्ष विजय गोयल को 10 लाख रूपए का चैक भेंट किया। इस अवसर पर शाम मित्तल, दीपक गोयल, गौतम गोयल, अरूण वधावन प्रधान आदि उपस्थित थे। इस मौके मनप्रीत बादल ने सहारा को ओर सहायता का भी विश्वास दिलाया। उन्होनें सहारा जनसेवा की टीम की प्रशंसा करते हुए सहारा अध्यक्ष विजय गोयल को पंजाब सरकार की तरफ से हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिलाया।


सहारा को 21000 रूपए का सहयोग

सहारा जनसेवा की कोविड महामारी में की जा रही सेवाओं से प्रभावित होकर भारत नगर वेलफेयर सोसायटी बठिंडा के प्रधान डीपी बांसल ने सहारा मुख्यालय पर आकर सहारा जनसेवा अध्यक्ष विजय गोयल को 21000 रूपए भेंट किए। इस अवसर पर सरदार मनप्रीत सिंह बादल वित मंत्री पंजाब सरकार, जीपी छावड़ा सीनियर वाईस प्रधान, चमन लाल केशियर, एचआर सिंगला उप प्रधान, सुशील कुमार गोयल पेटरन आदि उपस्थित थे। सहारा द्वारा भारत नगर वेलफेयर सोसायटी बठिंडा का सहारा टीम द्वारा आभार प्रकट किया गया।

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