बठिंडा। पंजाब के बठिंडा स्थित गांव बीड़ तालाब की महिला सरपंच राजपाल कौर के पति गुरमेल सिंह खालसा द्वारा गुरुद्वारा साहिब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तंदुरुस्ती और डेरा प्रमुख की रिहाई के लिए अरदास की गई। इसके बाद गांव में माहौल तनावपूर्ण हो गया। एडवोकेट हरपाल सिंह खारा की शिकायत पर पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर गुरमेल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Commission for Scheduled Castes) ने मामले में पूरी घटना की जानकारी तलब कर दी है।
आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर सरपंच बनी राजपाल कौर के पति गुरमेल सिंह द्वारा की गई अरदास में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी द्वारा अनुसूचित भाईचारे के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने के एलान का स्वागत किया। उन्होंने अरदास में एक परिवार द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी कराने व उसका इंसाफ न मिल पाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि दो परिवार पंजाब को लूट रहे हैं, इसलिए किसी अनुसूचित जाति के व्यक्ति के सिर पर हाथ रखकर उसको मुख्यमंत्री बनाया जाए। साथ ही कहा कि छठे जामे में जैसे 52 राजाओं को रिहा कराया था, ठीक उसी तरह डेरा प्रमुख को भी रिहा कराएं।
उधर, बठिंडा के एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क ने कहा कि एडवोकेट हरपाल सिंह खारा की शिकायत पर आरोपित गुरमेल सिंह खालसा पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
गुरमेल की गिरफ्तारी एससी आयोग ने मांगा जवाब
गुरमेल सिंह की गिरफ्तारी पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने पंजाब के डीजीपी व मुख्य सचिव से जवाब मांगा है। वहीं, भाजपा नेता सुखपाल सरां ने कहा कि गुरमेल सिंह ने गुरुद्वारा साहिब में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाने के एलान व उनकी तंदरुस्ती के लिए अरदास की है। इसी कारण उन पर केस दर्ज किया गया है, जिसे तुरंत रद किया जाए।
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