बठिंडा. प्रदेश में दलितों के शारीरिक और मानसिक शोषण पर भाजपा ने विरोध जताया है। इसमें गत दिवस बठिंडा के दलित ग्रंथी पर बिना किसी अपराध के पुलिस की तरफ से मामला दर्ज करने पर भाजपा, भाजपा एससी मोर्चा ने विरोध जताते एसएसपी बठिंडा को मांग पत्र दिया। इसमें पुलिस कारर्वाई का विरोध जता केस बिना शर्त रद्द करने की मांग रखी वहीं चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने ग्रंथी को रिहा कर केस रद्द नहीं किया तो भाजपा प्रदेश भर में आंदोलन शुरू करेगी। प्रदेश भाजपा एस.सी. मोर्चो के प्रधान राज कुमार अटवाल ने कहा कि पंजाब में अलग ही लोकतंत्र है यहां किसी की सेहतमंदी के लिए अरदास करने पर गुरुद्वारा साहब के ग्रंथी सिंह के खिलाफ केस दर्ज करके जेल में डाल दिया जाता है। इस मामले के खिलाफ भाजपा एस.सी. मोर्चो के प्रतिनिधिमंडल ने मोर्चा के सूबा प्रधान राज कुमार अटवाल के नेतृत्व में दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के खिलाफ गुस्सा जाहिर करते ग्रंथी सिंह के खिलाफ दर्ज केस रद्द करने की मांग की व बठिंडा पुलिस के एस.एस.पी. से मुलकात कर मांगत्र दिया। इस प्रतिनिधिमंडल में भाजपा एस.सी. मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव संतोख सिंह गुमटाला, बठिंडा शहरी भाजपा प्रधान विनोद कुमार बिट्टा, एस.सी. मोर्चा के सूबा जनरल सचिव रांझा बख्शी, प्रदीप धनी, एस.सी. मोर्चा बठिंडा के जिला प्रधान बूटा सिंह, एस.सी. मोर्चा फरीदकोट के ज़िला प्रधान अमर सिंह, लखबीर सिंह आदि शामिल थे। इस मौके उक्त नेताओं ने कहा कि यह सारा कुछ दलित भाईचारो के लोगों को दबाने के लिए किया जा रहा है और इसके साथ फिर से कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा नंगा हुआ है। उन्होंने कहा कि दलित समाज के खिलाफ दर्ज किये ऐसे मामलों को ले कर दलित समाज पूरे पंजाब में कांग्रेस के विरुद्ध अरदास करेगा।
राज कुमार अटवाल ने कहा कि बठिंडा के गांव बीड़ तालाब के ग्रंथी सिंह गुरमेल सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाने के फैसले का स्वागत करते उनकी सेहतमंदी के लिए ईश्वर के सामने अरदास की है, जिस पर सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के इशारे पर एडवोकेट हरपाल सिंह खैहरा की तरफ से दी गई शिकायत के अधार पर दलित समाज के साथ जुड़े ग्रंथी गुरमेल सिंह को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। अटवाल ने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि सत्ताधारी कांग्रेस और दूसरी पार्टियां नहीं चाहतीं कि पंजाब का मुख्यमंत्री कोई दलित बने, क्योंकि यह लोग दलितों को आगे नहीं आने देना चाहते हैंI उन्होंने कहा कि भाजपा के दलित मुख्यमंत्री बनाने के ऐलान के बाद सभी पार्टियों में डर की लहर दौड़ गई है। यह सभी पार्टियां दलित समर्थक होने का दावा करती हैं, परन्तु उनको मुख्य मंत्री या उप मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहतीं। उनके दिल काले हैं और उन के दिलों में चोर है। राज कुमार अटवाल ने कहा कि कैप्टन सरकार ने हमेशा दलितों को सताया है और दलित समाज के लोगों को अपने वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है। दलित समाज के समर्थन के साथ सत्ता में आने के बाद दलित समाज को नकार कर एक तरफ़ कर दिया जाता है और दलित समाज पर अत्याचार शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब में दलित को मुख्यमंत्री बनाने का फ़ैसला बहुत सोच -समझ कर लिया है और अगर कोई अच्छे काम के लिए अरदास करता है तो यह कैसे जुर्म बन जाता है? उन्होंने कहा कि दलित समाज प्रधानमंत्री मोदी के फैसले से खुश है और दलित समाज के लोग भाजपा का समर्थन कर रहे हैं और इसमें शामिल हो कर अपने आप को ऊँचा उठाना चाहते हैं। परन्तु भाजपा विरोधी पार्टियां इस सबसे इतनी डरी हुई हैं कि वह किसी भी कीमत पर दलित समाज को दबाना चाहतीं हैं। इसलिए दलित समाज के खिलाफ गलत और झूठे केस दर्ज किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार ने दलितों पर अत्याचारों और झूठे केस दर्ज करना बंद नहीं किये तो भाजपा एस.सी. मोर्चा और दलित समाज पंजाब में पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे।
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