बठिंडा. देहाती इलाकों में व्यापक स्तर पर कोविड सैपलिंग और टेस्टिंग करने के मकसद के साथ कैप्टन अमरिन्दर सिंह का सरकार की तरफ से मिशन फतेह-2 कोरोना मुक्त गांव मुहिम शुरू की गई है। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया fक यह देखा गया है क सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पाजटिव रेट में पिछले दो सप्ताह में काफी विस्तार हुआ है जो कि बहुत चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि गांवों को कोरोना मुक्त करने और इस पर नियंत्रण के लिए मिशन फतेह 2 शुरू किया गया है।
डा. ढिल्लों मे कहा
कि देहाती इलाकों में हर व्यक्ति का रैपिड एंटीजन टैस्ट यकीनी करने के लिए सभी अधिकारियों
को हिदायतें जारी कर दीं गई हैं। कोरोना वायरस की लड़ी को तोड़ने के लिए यह
सर्वेक्षण अगले 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। सिविल सर्जन बठिंडा
डा. तेजवंत ढिल्लों ने बताया कि इस सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नर बठिंडा बी श्रीनिवसन
की अध्यक्षता में जिला प्रसाशन और सेहत विभाग के आधिकारियों की एक मीटिंग दफ्तर
डिप्टी कमिश्नर,बठिंडा में हुई है। जिसमें पूर्णता आधिकारियों को
सरकार की हिदायतों के बारे में बताया गया और डिप्टी कमिश्नर बठिंडा की तरफ से
हिदायत की गई कि सरकार की हिदायतें को लागू किया जाए। डा. ढिल्लों ने बताया कि
कम्यूनिटी हैल्थ अफसरों को आदेश दिए गए हैं कि वह अपनी टीम सदस्यों के सहयोग के
साथ घरेलू एकांतवास हुए मरीजों की निगरानी करना यकीनी बनाए। सेहत विभाग की तरफ से
इन मरीज़ों को कोरोना फतेह किट मुहैया करवाई जाएंगी।
आशा वर्करों की तरफ से हर गांव में बुख़ार/ सास संबंधी गभीर
इंफैक्शन से पीडित मरीजों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। जिस उपरांत शकी मरीजों की
जानकारी कम्यूनिटी हैल्थ अफसरों और सीनियर मैडीकल अफसरों को जी जाएगी। डा. ढिल्लों
ने जानकारी देते बताया कि ब्लाक स्तर पर एस.डी.एम., एस.एम.ओ. और बी.डी.पी.ओ.
की टीम गठित की जाएगी और इस टीम की तरफ से गांवों में कोरोना
सैपलिंग करने के लिए अलग से टीमें बनाईं
जाएंगी। इन टीमों में ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी, आंगनवाड़ी
वर्कर, स्कूल अध्यापक और स्वइच्छुक नौजवान शामिल होंगे। सेहत
विभाग का मांस मीडिया विंग सेहत और तंदुरुस्ती केन्द्रों में टीकारकन सम्बन्धित गलत
जानकारी के बारे जागरूक करेगा और टीकाकरण से डर रहे लोगों का भय घटाने के लिए
ब्लाक के सभी गांवों का दौरा करेगा। यह ग्रामीण लोगों को सरकार की तरफ से जारी किए
कोविड रोकथाम के उपाय और कोविड दिशा निर्देशों बारे जागरूक करेगा। मिशन बारे और
ज्यादा जानकारी देते डा. ढिल्लों ने बताया कि आशा वर्कर बुख़ार, खांसी
और साँस लेने में मुश्किल जैसे कोविड लक्षणों की जांच करने के लिए हर गांव में घर-घर
जाएंगी।
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