बठिंडा। पंजाब के इकलौते सरकारी स्पोर्ट्स स्कूल का मसला पंजाब विधानसभा के आगामी सेशन में उठाने के मकसद से स्कूल स्टाफ एवं संगठनों का शिष्टमंडल शनिवार को बठिंडा देहाती विधायक रूपिंदर कौर रूबी से मिला और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री मनप्रीत बादल तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए 7 मार्च को उनके दफ्तर के आगे रोष प्रदर्शन किया जाएगा। शिष्टमंडल का नेतृत्व करते कोच गगनदीप सिंह ने बताया कि स्टाफ 7 महीने से वेतन को तरस रहा है, वहीं बच्चों के खाने, स्पोर्ट्स किट व अन्य सामग्री उपलब्ध नहीं करवाई जा रही।
विधायक रूबी ने बताया कि पहले भी उन्होंने स्कूल के मसले को पंजाब विधानसभा में उठाया था, लेकिन सरकार ने महज उन्हें एक उत्तर भेजकर चुप्पी साध ली। अब इस मसले को दोबारा बजट सेशन के दौरान जोरदार तरीके से उठाएंगे।शिष्टमंडल में मनप्रीत सिंह, बलजिंदर कौर, अमनदीप कौर, डीटीएफ प्रधान रेशम सिंह, एसएसए रमसा अध्यापक यूनियन के हरजीत जीदा, टीएसयू के सतविंदर सोनी, भाकियू एकता उगराहां के अजयपाल सिंह, हरभजन सिंह, साहित्य सभा के दिलबाग सिंह हाजिर रहे।
ज्ञापन सौंपकर मांग:पीटीआई अध्यापकों की पोस्टें खत्म करने पर सौंपा ज्ञापन
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट का शिष्टमंडल डीईओ सेकंडरी से मिला और मिडिल स्कूलों से विद्यार्थियों की कम संख्या को आधार बनाकर पीटीआई अध्यापकों को बीपीईओ दफ्तरों में शिष्ट करने के खिलाफ शिक्षा सचिव के नाम मांगों का ज्ञापन सौंपा।
जिला प्रधान रेशम सिंह, महासचिव बलजिंदर सिंह व वित्त सचिव अनिल भट्ट ने कहा कि शिक्षा विभाग की ओर से पत्र जारी करके विद्यार्थियों की कम संख्या वाले मिडिल स्कूलों से पीटीआई अध्यापकों को समेत पोस्ट बीपीईओ में देने की नीति सीधे तौर पर मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से पीटीआई अध्यापक छीनने वाली है।
डीटीएफ नेताओं ने मांग उठाई कि खेलों को प्रफुल्लित करने के लिए सरकार की ओर से प्राइमरी स्तर से हरेक स्कूल में पीटीआई अध्यापक की पक्की पोस्ट दी जाए व मिडिल स्कूलों में पोस्ट उठाने की नीति वापस ली जाए। ऑनलाइन तबादला नीति में विभाग से मांग की कि पदोन्नति का दौर चलने की वजह से तबादले अप्लाई करने के लिए तथा स्टेशन च्वाइस करने की तारीख में बढ़ोतरी की जाए। ई पंजाब पोर्टल पर स्कूलों में सारी खाली पोस्टों को दिखाया जाए ताकि अध्यापकों को अपने मनपसंद स्टेशन पर तबादले करवाने के अवसर मिल सकें।
सालाना परीक्षा के तहत निगरान अमले को क्लस्टर पर ही नियुक्त किया जाए। मूल्यांकन की ड्यूटियां भी क्लस्टर स्तर पर लगाकर मूल्यांकन का मेहनताना भी तुरंत जारी किया जाए। अध्यापक दल के जिला प्रधान जगतार सिंह बाठ, डीटीएफ प्रांतीय कमेटी मेंबर नवचरणप्रीत, जसविंदर सिंह, जिला कमेटी मेंबर जसविंदर, भूपिंदर समेत अनेक अध्यापक शामिल हुए।