गुरुवार, 4 मार्च 2021

बठिंडा खबरनामा- नगर निगम क्षेत्र में बच्ची को नोचने की घटना के बाद अब हर रोज होगी 25 कुत्तों की नसबंदी

बठिडा : बीते सोमवार की देर शाम को एम्स कालोनी में एक पांच वर्षीय मासूम अदिति को नोचकर मार देने की घटना के बाद निगम ने इनकी नसबंदी और नलबंदी का काम तेज करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय बुधवार की शाम को नगर निगम के कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल की अध्यक्षता में हुई सोसाइटी फार स्ट्रे कैनीन बर्थ कंट्रोल की बैठक में लिया। एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) प्रोग्राम के तहत आयोजित इस बैठक में सोसाइटी के सभी सदस्य मौजूद थे। इस दौरान कमिश्नर ने बताया कि बीती एक मार्च से ही स्ट्रलाइजेशन का काम शुरू किया जा चुका है। इसके तहत तीन-चार कुत्तों के आपरेशन किए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया को अब और तेज करने के लिए उनके सुझावों की आवश्यकता है, ताकि इस काम को और बेहतर व तेजी से चलाया जा सके।

बैठक में समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस काम में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्य को बेहतर तरीके से चलाने के लिए प्रत्येक वार्ड में एनिमल लवर्स की मदद ली जाएगी, ताकि उनकी निगरानी में कुत्तों को पकड़ा जा सके और स्ट्रलाइजेशन के बाद उन्हें वहीं ही छोड़ा जा सके। इस दौरान पूरी वीडियोग्राफी की जाएगी। बैठक में हर रोज 25 कुत्तों के आपरेशन करने का निर्णय लिया गया।

एम्स इलाके से कुत्तों की स्ट्रलाइजेशन का काम शुरू होगा

बच्ची को नोचकर मार डालने की घटना को लेकर स्ट्रलाजेशन का काम अब पहले एम्स इलाके से ही शुरू करने का फैसला लिया गया। इसके अलावा जिन इलाकों में डाग बाइट ज्यादा केस आ रहे हैं, वहीं भी पहल के आधार पर यह काम किया जाएगा। वहां पर स्पेशल ड्राइव चलाई जाएगी। कुत्तों की नसबंदी व नलबंदी के अलावा उन्हें एंटी रैबीज इंजेक्शन भी लगाए जाएंगे। बीते वर्ष बनाई गई थी नसबंदी और नलबंदी की योजना

आवारा कुत्तों की लगातार बढ़ती जा रही संख्या को लेकर शहर के लोगों की ओर से बार-बार आवाज उठाने के बाद आखिरकार वर्ष 2020 में फिर नसबंदी और नलबंदी की योजना बनाई गई थी। कोरोना काल शुरू हो जाने के बाद यह योजना भी अधर में लटक कर रह गई थी। अब फिर से पिछले कुछ महीनों से इस योजना पर काम शुरू किया गया था। इससे पहले वर्ष 2016 में करवाई गई 2350 कुत्तों की नसबंदी के दौरान सात कुत्तों की मौत हो गई थी। उसे लेकर काफी विवाद पैदा हो गया था। कुत्तों की नसबंदी करने वाली अलीगढ़ की तृप्ति फाउंडेशन को उनकी करीब पांच लाख रुपये की अदायगी न करने का निर्णय लेना पड़ा था। उसके बाद से नसबंदी का काम बीच में लटका पड़ा था।

शहर भर में कुल 8570 कुत्तों के होने का अनुमान

कुत्तों के आपरेशन करने वाले डा. सिमरनजीत सिंह और नगर निगम के कर्मचारियों की ओर से बीती छह और सात फरवरी को शहर के पांच वार्डों में आवारा कुत्तों की संख्या जानने के लिए सर्वे किया गया। इस दौरान एक वार्ड में 161 से लेकर 215 कुत्ते पाए गए। इन पांच वार्डों के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है कि शहर भर के सभी 50 वार्डों में आवारा कुत्तों की संख्या करीब 8570 है। अब 828 रुपये प्रति कुत्ता होगी नसबंदी और नलबंदी

अब शहर में कुत्तों की नसबंदी और नलबंदी का काम प्राइवेट वेटरनरी प्रैक्टिशनर डा. सिमरनजीत सिंह की ओर से किया जाएगा। वह इससे पहले अमृतसर सहित कई शहरों में यह काम कर चुके हैं। नसबंदी व नलबंदी के बाद कुत्तों को रखने के लिए डबवाली रोड स्थित पॉलिक्लीनिक में सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। आपरेशन के बाद उन्हें तीन दिन तक यहां पर रखा जाएगा और उसके बाद जिस जगह से उसे पकड़ा गया था, वहीं पर ही छोड़ा जाएगा।

स्ट्रलाइजेशन से काटने की घटनाओं पर लगता है अंकुश

डा. सिमरनजीत सिंह का कहना है कि नसबंदी और नलबंदी से कुत्तों के काटने की घटनाओं पर काफी अंकुश लगता है। क्योंकि कुत्ते हीट में जब होते हैं, तब ज्यादा काटते हैं। इसी तरह कुत्तियां बच्चे देने के बाद ज्यादा काटती है। इसके बाद कुत्ते को मारने से ही वे काटते हैं। गौरतलब है कि शहर भर में आवारा कुत्तों का आतंक बना हुआ है। पिछले समय के दौरान आवारा कुत्ते पूर्व नगर निगम के मेयर बलवंत राय नाथ और पूर्व एसएसपी नवीन कुमार को भी काट चुके हैं।

फोटो--बैठक करते नगर निगम अधिकारी।  

लंगर: शादी की सालगिरह पर लगाया कढ़ी-चावल का लंगर

बठिंडा। लॉयंस क्लब बठिंडा राघव की ओर से श्वेता-अमित गुप्ता की सालगिरह की खुशी में अफीम वाली गली के पंजाब नेशनल बैंक के सामने साधुओं एवं जरूरतमंदों के लिए कढ़ी-चावल एवं प्रसाद का लंगर लगाया गया। व्यापार मंडल के प्रदेश प्रधान अमित कपूर ने साधुओं एवं जरूरतमंदों को भोजन करवाकर शुरुआत कराई। केके माहेश्वरी, महेश मित्तल, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र धीर, महासचिव प्रेम अरोड़ा, कोषाध्यक्ष कमलराय बांसल, पीआरओ अमरजीत गर्ग, प्रोजेक्ट चेयरमैन विजय मल्होत्रा, चीफ एडवाइजर आशीष कपूर, डायरेक्टर अमरनाथ बांसल, राधेश्कृष्णा, लंगर चेयरमैन प्रवेश अरोड़ा ने सेवाएं दी।

 

चैकअप कैंप:गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत में लगाया फ्री मेडिकल चैकअप कैंप

बठिंडा। गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत की डिस्पेंसरी में अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए फ्री मेडिकल चैकअप कैंप लगाया गया। पावरकाम चीफ इंजीनियर डीपी गर्ग ने कैंप का उद्घाटन करते हुए कहा कि पीएसपीसीएल की ओर से अधिकारी व कर्मचारियों की सेहत का निरीक्षण करने के लिए हर साल मेडिकल कैंप लगाया जाता है। गुप्ता अस्पताल से पहुंचे आंखों के रोगों की माहिर डा. पारूल गुप्ता, एमडी मेडिसन डा. धर्मपाल व टीम 78 अधिकारी व कर्मचारियों की आंखों की जांच व रूटीन हैल्थ चैकअप किया गया। डा. पारूल गुप्ता ने आंखों की रोशनी को सुरक्षित रखने के लिए सेफ्टी टिप्स दिए। कैंप में इंजी. सुरिंदर कुमार बैंस एसई हैडक्वाटर, इंजी. रजिंदर कुमार सिंगला एसई एमएम-2, इंजी. कुलवंत सिंह एसई ऑपरेशन, इंजी. डीके गर्ग एसई सिविल, इंजी. इंदरजीत सिंह संधू, एससी/ सीएंडआई, इंजी. मंगतराय बांसल एससी फ्यूल, इंजी. नंदलाल एससी/ एमएम-1 ने हेल्थ चेकअप करवाया जबकि आईपीआरओ गोपाल शर्मा ने सहयोग दिया।

पेस्टीसाइड :कृषि विभाग से फर्टिलाइजर, पेस्टीसाइड और बीज विक्रेताओं ने साझा किए मसले

बठिंडा। पंजाब फर्टिलाइजर, पेस्टिसाइड्स एंड सीड एसोसिएशन की अहम बैठक मंगलवार को रखी गई जिसमें चीफ एग्रीकल्चर अफसर डॉ. बहादर सिंह सिधू, एपीपीओ डॉ. डूंगर सिंह बराड़, एडीओ फर्टिलाइजर डॉ. चनप्रीत सिंह व एडीओ सीड डॉ. सर्बजीत सिंह ने विशेष तौर पर शिरकत की। प्रधान चंद सिंह सिद्धू ने डीलरों को आने वाले मुश्किलों के बारे में खेतीबाड़ी विभाग की टीम को अवगत करवाकर इसके पुख्ता समाधान के लिए आग्रह किया।महासचिव एडवोकेट सुनील गर्ग ने अलग-अलग दिक्कतों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जिनमें कीड़ेमार दवाओं के स्टॉक बोर्ड, नई बिल बुक, आगामी सावनी के सीजन में अन्य मुि‍श्‍कलें के बारे में बताया। बैठक में जिले की विभिन्न मंडियों गोनियाना, भगता, नथाना, भुच्चो मंडी, रामपुराफूल, मौड़, रामा, संगत, तलवंडी साबो व बठिंडा समेत 40 डीलरों ने हिस्सा लिया। वहीं हरेक मंडी से प्रधान, सचिव,कोषाध्यक्ष व जिले के पदाधिकारी शामिल हुए। रामपुराफूल के प्रधान आजाद कुमार ढींगरा, गोनियाना के प्रधान बवनीश मोंगा, मौड़ के प्रधान ओमप्रकाश घुम्मन, रामा के प्रधान सुखदेव बिंदल, तलवंडी साबो के प्रधान मास्टर सुरजीत सिंह, बठिंडा के प्रधान पवन सिंगला, भुच्चो के प्रधान पवन गुप्ता, संगत के प्रधान रोहित बांसल गोगी, भगता के प्रधान गुरपाल सिंह व नथाना के प्रधान अपने पदाधिकारियों के साथ शामिल हुए। चीफ एग्रीकल्चर अफसर डॉ. बहादर सिंह सिद्धू ने एसोसिएशन के कुछ मसले तो मौके पर ही हल कर दिए जबकि अन्य पर विचार करके जल्द ही समाधान करवाने का भरोसा दिया।

बैठक:लाल लकीर खत्म कराने के संघर्ष में शामिल वर्करों का सम्मान करेगी लोजपा : गहरी

बठिंडा। लोक जनशक्ति पार्टी के 13 साल किए जा रहे संघर्ष पर पंजाब सरकार की ओर से लाल लकीर को खत्म पंजाब के लोगों को घर का मालिकाना हक देने का ऐलान कर दिया। इस जीत का जश्न मनाने को जिला प्रधान व प्रांतीय इकाई के नेताओं विशेष बैठक रखी गई जिसमें प्रदेश प्रधान किरणजीत सिंह गहरी को इस जीत के लिए सिरोपा देकर सम्मानित किया।

गहरी ने कहा कि पंजाब के 80 प्रतिशत बेजमीने लोग खानाबदोश की तरह जिंदगी व्यतीत कर रहे थे, मकानों का मालिकाना हल न होने के कारण कोई जमानत नहीं करवा सकते, कर्जा नहीं ले सकते थे। अब पंजाब सरकार ने लाल लकीर अंदर बने मकानों को मालिकाना हक देकर उन्हें असम आजादी देने का फैसला लिया है। इसके लिए पंजाब सरकार के आभारी हैं। लोजपा की ओर से 20 मार्च को विशेष कांफ्रेंस अंबेडकर पार्क में होगी, इस दौरान संघर्ष में योगदान देने वाले वर्करों का सम्मान किया जाएगा।

बैठक में बोहड़ सिंह, ठाना सिंह, मिठू सिंह, गुरजंट सिंह, गुरदीप सिंह रोमाणा, जगजीत सिंह गिल, मोदन सिंह, बलदेव सिंह, जग्गा सिंह, सुखविंदर सिंह, सतनाम सिंह, महिंदर सिंह, बहादर सिंह, दियाल सिंह, बलविंदर सिंह, लवप्रीत सिंह, सुरिंदरपाल सिंह खालसा, जरनैल सिंह, जोधा सिंह, मनजीत सिंह समेत अनेक वर्करों ने हर गांव व जिला स्तर पर लोगों को जागरूकता फैलाने का ऐलान किया।


समागम: वास्तविक मनुष्य बनने के लिए मानवीय गुणों को अपनाना आवश्यक: सुदीक्षा जी

बठिंडा। संत निरंकारी मंडल बठिंडा जोन के जोनल इंचार्ज एसपी दुग्गल ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि हम वास्तव में मनुष्य कहलाना चाहते हैं तो हमें मानवीय गुणों को अपनाना होगा। इसके विपरीत यदि कोई भी भावना मन में आती है तो हमें स्वयं का मूल्यांकन करना होगा और सूक्ष्म दृष्टि से मन के तराजू में तौलकर उसे देखना होगा। ऐसा करने से हमें यह एहसास होगा कि हम कहां पर गलत हैं।

यह प्रेरणादायी विचार निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने 28 फरवरी को महाराष्ट्र के 54वें प्रादेशिक निरंकारी सन्त समागम के समापन पर व्यक्त किए। सतगुरु माता सुदीक्षा जी ने कहा कि यथार्थ मनुष्य बनने के लिए हमें हर किसी के साथ प्यार भरा व्यवहार, सबके प्रति सहानुभूति, उदार एवं विशाल होकर दूसरे के अवगुणों को अनदेखा करते हुए उनके गुणों को ग्रहण करना होगा। सबको समदृष्टि से देखते हुए एवं

आत्मिक भाव से युक्त होकर दूसरों के दुख को भी अपने दुख के समान मानना होगा। इसके साथ ही और भी जो मानवीय गुण हैं उनको भी धारण करने से जीवन सुखमयी व्यतीत होगा। तीन दिवसीय संत समागम इस वर्ष वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया जिसका सीधा प्रसारण निरंकारी मिशन की वेबसाइट एवं संस्कार टी.वी. चैनल के माध्यम से हुआ। समस्त भारत वर्ष तथा विदेशों में लाखों निरंकारी भक्तों के अतिरिक्त श्रद्धालु सज्जनों ने घर बैठे इस सन्त समागम का भरपूर आनंद प्राप्त किया।


साइकलिंग ग्रुप:101 राइडर्स ने साढ़े 18 घंटे में मुकम्मल की बीसीजी एंड्यूरेंस 300 किमी. राइड

बठिंडा। फादर आफ साइकलिंग के नाम से मशहूर डॉ. अमृत सेठी की याद में अनेक साइकलिंग ग्रुप्स ने 300 किलोमीटर का लक्ष्य निर्धारित समय से डेढ़ घंटा पहले पूरा करके डॉ. सेठी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी ओर से साइकलिंग में दिए योगदान के लिए याद किया। बठिंडा साइकलिंग ग्रुप की ओर से डॉ. अमृत सेठी की याद में बीसीजी एंड्यूरेंस सीरिज चलाई जा रही है जिसमें 100 किमी, 200 किमी में क्रमश: 225 180 राइडर्स ने भाग लिया जबकि तीसरी 300 किमी राइड में 115 राइडर्स ने भाग लिया और 101 ने राइड मुकम्मल की, यह राइड बठिंडा से पटियाला के बीच रखी गई। वहीं चौथी 400 किमी राइड 13 मार्च को बठिंडा-अमृतसर कराई जाएगी। बठिंडा-पटियाला-बठिंडा (बीपीबी) 2021 राइड सुबह 6 बजे ड्यूंस क्लब से शुरू हुई जिसे डॉ. अमृत सेठी की धर्मपत्नी वर्षा सेठी ने झंडी दिखाकर रवाना किया। 

बठिंडा, मानसा, सुनाम, पटियाला, संगरूर, बरनाला, रामपुरा, अबोहर, गिदड़बाहा, कोटकपूरा, तरनतारन से पहुंचे 115 राइडर्स मानसा, सुनाम होते हुए पटियाला पहुंचे और वापसी में भवानीगढ़, संगरूर, बरनाला, रामपुरा होते हुए बठिंडा लौटे और 101 राइडर्स ने राइड मुकम्मल की जिसमें 4 युवतियां सुरीता, रजनी अग्रवाल, सोनियसा व जसप्रीत कौर भी शामिल हैं।

लगातार राइड करते हुए शाम 5.35 बजे 10 राइडर्स का पहला ग्रुप बठिंडा पहुंचा जबकि अन्य ग्रुप रात 11.0 बजे बठिंडा पहुंचे हालांकि 300 किमी राइड के लिए 20 घंटे यानी रात 2 बजे तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया जबकि राइडर्स ने डेढ़ घंटा पहले ही लक्ष्य पूरा किया। बीसीजी के वरिष्ठ सदस्य प्रीत मोहिंदर सिंह बराड़ ने भी इस राइड को मुकम्मल किया, उन्होंने ईको व्हीलर्स मानसा, सुनाम साइकलिंग, बरनाला साइकलिंग ग्रुप का राइड के मार्ग में सहयोग के लिए आभार जताया।


सेमिनार:पुलिस ने नशे के खिलाफ जागरूकता सेमिनार करवाया

बठिंडा। जिले को नशामुक्त बनाने के लिए पुलिस द्वारा शुरू की जागरूकता मुहिम के तहत डीएसपी बुढलाडा प्रभजोत कौर बेला के नेतृत्व में गांव कलीपुर में एंटी ड्रग सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के लोगों के अलावा स्कूली बच्चों ने भाग लिया। डीएसपी प्रभजोत कौर ने कहा कि नशे खिलाफ जागरूकता मुहिम को मजबूती के साथ आगे चलाते सोशल मीडिया पर एक लहर बनाने के लिए सहयोग की मांग की। इस मौके एसएचअाे सिटी सुरजन सिंंह, स्टेट अवार्डी सहायक थानेदार बलवंत सिंह भीखी, गुरमीत सिंह, गांव कलीपुर के सरपंच मिट्ठू सिंह, जीएमटी कालेज के चेयरमेंन नवीन सिंगला, प्रिंसिपल नवनीत मित्तल, रेखा रानी, कैप्टन किक्कर सिंह, कुलवंत सिंह, आदर सिंह, सोहना सिंह आदि उपस्थित थे।

मेडिकल कैंप:मेडिकल चेकअप कैंप में 105 मरीजों का स्वास्थ्य जांचा

बठिंडा। गांव मत्ती में श्री गुरु रविदास भगत के पर्व दिवस पर चहल फाउंडेशन ने मेडिकल कैंप लगाया। जिसका उद्घाटन करते हुए गांव सरपंच सुखविंदर कौर ने फाउंडेशन की प्रशंसा की। संस्था चेयरमैन गुरतेज सिंह ने बताया कि कैंप के दौरान 105 मरीजों का मुफ्त चेकअप किया गया। इसके अलावा इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवाइयों के अलावा फिजियोथैरेपी भी की गई। इस मौके पर पंच गुरदित्त सिंह, गोबिंद सिंह, बहादर सिंह, सुखविंदर कौर, गुरतेज सिंह फौजी, प्रेम सिंह, निर्मल सिंह मौजूद थे।

रोष मार्च:तेल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ सीपीआई ने फूंका पीएम का पुतला

बठिंडा। तेल और रसोई गैस कीमतों में लगातार विस्तार करने के खिलाफ सीपीआई की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ शहर में रोष मार्च करते गोल चक्कर में केंद्र सरकार की अर्थी फूंकी गई। सीपीआई के नेशनल कौंसिल मेंबर अाैर पूर्व विधायक बुढलाडा हरदेव सिंह अर्शी ने कहा कि मोदी सरकार को लोगों के बजाय केवल अंबानी अाैर अंडानियों की अधिक चिंता है, क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद देश में तेल की कीमतें कम होने के बजाय लगातार बढ़ रही हैं। जोकि अंबानी अाैर अंडानियाें को सीधे तौर पर लाभ पहुंचाया जा रहा है।

कामरेड अर्शी ने गैस कीमतों के बेतहाशा वृद्धि पर चिंता प्रकट करते कहा कि सरकार ने आम लोगों के चूल्हे को ठंडा ही नहीं किया बल्कि मंहगाई में चोखा विस्तार कर लोगों की कमर तोड़ दी है। जब कि भाजपा लीडरशिप मनमोहन सरकार समय तेल कीमतों ओर महंगाई के खिलाफ रोष मुजाहरे करलोग समर्थक होने का नाटक किया था।

कामरेड अर्शी ने चेतावनी देते कहा कि मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों समेत बढ़ रही महंगाई के खिलाफ देश के हर वर्ग में रोष अाैर गुस्से की लहर फैल रही है। जिला सचिव कृष्ण चौहान, सहायक सचिव सीता राम गोबिंदपुरा अाैर ब्लॉक सचिव वेद प्रकाश बुढलाडा ने कहा कि केंद्र अाैर प्रदेश सरकार अपने टैक्स को वापस ले अाैर पेट्रोल डीजल को जीएसटी के घेरे में लाकर लोगों की हो रही लूट को रोके। उन्होंने मोदी ओर कैप्टन सरकार को चेतावनी दी कि लोग विरोधी पास किए काले कानून तुरंत रद्द किए जाए।

इस मौके पर किसान नेता मलकीत मंदरा,महिला सभा के मनजीत गामीवाला, ट्रेड यूनियन नेता चिमन लाल काका, भूपिंदर गुरने, शिंगारा सिंह गुरने, हरी अक्कावाली, हरमीत बोड़ावाल, जगसीर सिंह टाहलिया, मास्टर गुरबचन सिंह मंदरा, हरदयाल सिंह, सुखदेव सिंह दातेवास, कुलदीप सतीके, जग्गा सिंह सरपंच शेरखा, जीत सिंह बोहा, करनैल दातेवास, मनप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।

 

वार्षिक परीक्षाओं में कोरोना गाइडलाइन बनी स्कूल प्रबंधकों के गले की फांस

बठिडा : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने वार्षिक परीक्षा की तिथियों की घोषणा कर दी है। इस दौरान कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार व शिक्षा विभाग ने सख्त हिदायतें भी जारी की हैं। फिलहाल इन हिदायतों को लेकर स्कूल प्रबंधन असमंजस में है।

गाइडलाइन में कहा गया है कि परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए बच्चों को एक बेंच छोड़कर परीक्षा में बैठना होगा। अभी भी एक कक्षा में 50 बच्चों के बैठने की व्यवस्था है। एक बेंच पर तीन बच्चे बैठते हैं। गाइडलाइन में कक्षा के आधे बेंच खाली रखने पड़ेंगे जिससे परीक्षा देने वाले सैकड़ों बच्चों के बैठने के लिए स्कूल के पास व्यवस्था की भारी कमी पेश आ रही है। इस दौरान उन्हें कमरों के हिसाब से अतिरिक्त स्टाफ की जरूरत भी पड़ेगी जिसे पूरा करना हर स्कूल के लिए असंभव हो रहा है।

शिक्षा विभाग द्वारा बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं के लिए डेटशीट जारी कर दी है। जिसमें आठवीं व बारहवीं कक्षाओं की परीक्षाएं 22 मार्च व दसवीं कक्षा की परीक्षाएं 9 मार्च से शुरू होंगी। यह परीक्षाएं आफलाइन ही ली जाएगी। परीक्षा में दसवीं के करीब 10447 बारहवीं के 9189 व आठवीं कक्षा के करीब 10941 विद्यार्थी शामिल होंगे। यह सभी विद्यार्थी आने वाले दिनों में बोर्ड की परीक्षाएं देंगे। इसके लिए जब अधिकारियों से केंद्र बनाने के लिए कहा गया तो विभाग की तरफ से 135 स्कूलों की प्रपोजल बनाकर भेजी गई है। जगह व स्टाफ की कमी बड़ी मुसीबत

कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक एक बेंच पर एक बच्चा बैठाया जाना है। ऐसे में एक कमरें में नौ-दस बच्चे ही बैठ पाएंगे। इस हिसाब से स्कूलों में कमरों का व्यवस्था नहीं हो पाएगा। इसके अलावा सबसे बड़ी मुसीबत स्टाफ की भी बनी हुई है। इस समय शिक्षा विभाग के पास इतना स्टाफ भी नहीं है, कि वह इतने अध्यापकों की ड्यूटी परीक्षा में लगा सके, हालांकि शिक्षा विभाग ने सभी परीक्षाएं प्राइमरी स्कूलों में करवाने के आदेश भी दिए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों का हाल देखा जाए तो स्कूलों में फर्नीचर भी नहीं है। इस समय भी स्कूलों में विद्यार्थी बिना मास्क व बिना सोशल डिस्टेंसिग के बच्चों को पढ़ाई करवा रहा है। इस कारण सरकारी माल रोड स्कूल के दस अध्यापक, देशराज स्कूल का एक अध्यापक, बलुआणा सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक, गांव त्योना के सरकारी स्कूल में एक अध्यापक व माल रोड के सरकारी ग‌र्ल्स स्कूल में दस अध्यापक कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं। अब देखना होगा कि परीक्षाओं का आयोजन किस प्रकार किया जाता है। 

135 स्कूलों का प्रपोजल बना भेजा है : डीईओ

हमने एक बार जिले के करीब 135 स्कूलों के केंद्रों का प्रपोजल बनाकर भेज दिया है। अब जैसे बोर्ड का फैसला होगा, हम वैसे ही परीक्षाएं करवाएंगे। परीक्षा की डेटशीट आने के बाद केंद्रों की घोषणा भी जल्द की जाएगी।

--भूपिदर कौर, डिप्टी डीईओ

 

 

 

बुधवार, 3 मार्च 2021

प्रशांत किशोर की पंजाब में री-एंट्री से कांग्रेस में मच सकता है घमासान, नेताओं की हलचल शुरू


चंडीगढ़।
पंजाब में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की री-एंट्री हो गई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा उन्हें अपना प्रधान सलाहकार बनाकर कैबिनेट रैंक देने से पंजाब कांग्रेस में हलचल है। मुख्यमंत्री के इस फैसले से पंजाब कांग्रेस में घमासान सुगबुगाहट शुरू हो गई है। पूरे मामले में कांग्रेस के कैप्‍टन अमरिंदर सिंह विरोधी नेता इंतजार कर रहे है कि पार्टी हाईकमान का क्या रुख रहता है। 2017 में भले ही प्रशांत किशोर ने कैप्टन को ब्रांड के रूप में उभारा था लेकिन इसमें कांग्रेस दिखाई नहीं दे रही थी। इसकी वजह से पार्टी के कई नेता नाराज भी थे। कमोवेश वही स्थिति अभी से बननी शुरू हो गई है।

पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की नजरें हाईकमान पर टिकी, केंद्रीय नेतृत्‍व के रुख के बाद आएंगे सामने

कांग्रेस की विरोधी पार्टियों ने भले ही प्रशांत किशोर की नियुक्ति का विरोध करना शुरू कर दिया है लेकिन उन्हें पता है कि कैप्‍टन इस पर कदम पीछे नहीं करेंगे। पीके (प्रशांत किशोर) हमेशा ही व्यक्ति विशेष को ब्रैंड के रूप में उभारते है। फिर चाहे 2014 में नरेंद्र मोदी हो या 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह या फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार। इन सभी को पीके ने ब्रैंड बनाकर पेश किया।

राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पीके की रणनीति का सबसे बड़ा हिस्सा ही वन-टू-वन चुनाव मुकाबला करना है। 2017 में पीके ने कैप्टन को एक मार्डनाइज व कुशल प्रशासक के रूप में पेश किया था। शिरोमणि अकाली दल बेअदबी कांड में घिरी हुई थी, जिस कारण उन्होंने सामने तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पूरे कंपेन के दौरान कमतर ही आंका गया। इसका परिणाम भी अच्छा रहा। कांग्रेस पहली बार 77 सीटें जीतकर सरकार बनाने में कामयाब रही।

राजनीतिक विश्‍लेषकों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की भी रणनीति कमोवेश ऐसी ही रहती है। भाजपा जहां पर भी चुनाव लड़ती है वहां वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे करती है। इस चेहरे के सामने बाकी फीके पड़ जाते है। पीके की रणनीति भी कमोवेश वह ही है। कैप्टन को पता है कि भले ही आज पंजाब में भाजपा की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है लेकिन 2022 तक बहुत कुछ बदल सकता है।

2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भले ही पीके पर पुनः दांव खेला हो लेकिन इस बार स्थिति उतनी अनुकूल नहीं मानी जाती है, जितनी की 2017 में थी। उस समय कांग्रेस को दस साल का सूखा खत्म करना था। इसलिए सारी पार्टी कमोवेश एक ही प्लेटफार्म पर खड़ी थी। लेकिन, 2022 में स्थिति वैसी होने की संभावना नहीं दिख रही है।

बताया जाता है कि राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने कमर कसनी शुरू कर दी है। हालांकि वह भ अन्‍श्‍ नेताओं की तरह पार्टी हाईकमान के रुख का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, पार्टी में बड़े स्तर पर एसे नेता है जोकि 2017 में भी पीके से नाराज थे और आज भी हैं। माना जाता है कि 2017 में कांग्रेस ने किसान कर्ज माफी, घर-घर रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, स्मार्ट फोन जैसे बड़े-बड़े वायदे किए थे, उसके पीछे भी पीके थे। सरकार तो बन गई लेकिन वायदे कांग्रेस के गले की फांस बने हुए है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता कहते है, काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है। लोग हर बार विश्वास करेंगे यह संभव नहीं है।


बता दें कि कांग्रेस के विधायक पद्मश्री परगट सिंह पहले ही यह कह चुके है कि 2022 में कांग्रेस को वोट डालने से पहले लोग एक बार जरूर सोचेंगे। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने भी इन्ही सारी संभावनाओं को देखते हुए पीके को अपना प्रधान सलाहकार लगाया है, ताकि समय रहते हुए पार्टी में नाराजगी व भावनाओं का भी पता चल जाए। क्योंकि अगर चुनाव के करीब आकर घमासान मचता है तो स्थिति को संभालना मुश्किल हो सकता है।  

जालंधर की ट्रैवल एजेंसी के करनाल दफ्तर में 54 लाख का फर्जीवाड़ा, 3 कर्मचारियों ने कई स्टूडेंट्स संग अपनी कंपनी को भी ठगा


जालंधर
की ट्रैवल एजेंसी ESS ग्लोबल के हरियाणा के करनाल स्थित दफ्तर के 3 कर्मचारियों ने 54 लाख का फर्जीवाड़ा कर डाला। विदेश में पढ़ाई के इच्छुक स्टूडेंट्स से लेकर उन्होंने खुद की ही कंपनी को चूना लगा दिया। उन्होंने स्टूडेंट्स से पैसे लिए लेकिन अपनी कंपनी के खाते में जमा नहीं कराए और उनका वीजा लगवाने के लिए चंडीगढ़ व दिल्ली की ट्रैवल एजेंसी को केस भेज दिया। मामले की पोल तब खुली, जब एक स्टूडेंट को पैसे देने के बावजूद विदेश नहीं भेजा गया तो वो ट्रैवल एजेंसी के हेड ऑफिस जालंधर स्थित सिविल लाइंस एरिया में आया। कंपनी की शिकायत के बाद पुलिस ने अपने तीनों कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

ट्रैवल एजेंसी के डायरेक्टर ने दर्ज कराई शिकायत

यहां सिविल लाइंस में सिटी स्क्वायर में ESS ग्लोबल प्रा. लिमिटेड के डायरेक्टर रोहित सेठी ने पुलिस को शिकायत दी कि उनकी ट्रैवल एजेंसी का करनाल में भी ऑफिस खुला। जिसमें करनाल के चंडीगढ़ सिटी की रहने वाली प्रेरणा अरोड़ा को मैनेजर, वकीलपुरा सदर बाजार करनाल की इना अरोड़ा को वीजा काउंसलर व संत नगर के केशव शर्मा को काउंसलर रखा हुआ था। उनकी कंपनी का ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन व सिंगापुर की यूनीवर्सिटीज से टाईअप है। जहां पढ़ने के इच्छुक स्टूडेंट्स को उनकी एजेंसी विदेश भेजती है। उनकी कंपनी की पॉलिसी है कि जब तक यूनीवर्सिटी वाले देश की तरफ से स्टूडेंट का वीजा नहीं मिल जाता, तब तक वो किसी से कोई पैसा नहीं लेते। इसके बावजूद प्रेरणा अरोड़ा व उसके साथी स्टूडेंट्स से एडवांस पैसे लेते रहे और फिर उन्हें कंपनी के जरिए बाहर भेजने के बजाय उनके केस दिल्ली की BCES कंपनी व चंडीगढ़ की प्लेनेट एजुकेशन को भेज दिए।

एक स्टूडेंट जालंधर पहुंचा तो उजागर हुआ फर्जीवाड़ा

ट्रैवल एजेंसी के डायरेक्टर के मुताबिक उनके पास विशाल नाम का स्टूडेंट पहुंचा, जिसके जरिए उन्हें पूरी गड़बड़ी का पता चला। इसके बाद उन्होंने करनाल ऑफिस में अपना प्रतिनिधि भेजकर जांच कराई तो पूरा मामला उजागर हो गया। यह भी पता चला कि यह आरोपी स्टूडेंट्स का वीजा कन्फर्म कराने के लिए उन्हें जाली डिप्लोमा बनाकर भी देते थे। स्टूडेंट्स से ली गई रकम के बारे में रजिस्टर में भी ब्यौरा दर्ज किया गया था।

कितने स्टूडेंट्स ठगे गए, इसकी जांच जारी

करनाल ऑफिस में बैठी मैनेजर प्रेरणा अरोड़ा व उसके साथियों ने कितने स्टूडेंट्स के साथ ठगी की, इसके बारे में जांच की जा रही है। स्टूडेंट्स की संख्या सैकड़ों में होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस के पास मितेश नाम का स्टूडेंट पहुंचा। जिससे 1 लाख एडवांस मांगे गए थे लेकिन उसने प्रेरणा को 40 हजार रुपए दिए। इसके बाद टालमटोल की जाने लगी तो वो कंपनी के जालंधर हेड ऑफिस पहुंचा। कंपनी ने अपनी छवि बचाने के लिए पैसे लौटा दिए। केस दर्ज करने के बाद अब पुलिस ट्रैवल एजेंसी के हेड ऑफिस की मदद से सभी स्टूडेंट्स का पता लगा रही है।

जिंदगी पर अतिक्रमण:युवक ने प्रेमिका को शादी के 11 दिन बाद कर डाला विधवा, चाहता था- मिलने में आसानी रहेगी


मोगा।
 पंजाब के मोगा में शव मिलने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि मजदूर की हत्या अवैध संबंधों के लिए की गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन युवकों को नामजद करके दो को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए युवकों में से एक के जालंधर जिले की एक लड़की के साथ 3 साल से गैरसामाजिक संबंध थे। इसके बाद लड़की की शादी हुई तो वह आरोपी को नागवार गुजरा और इसी के चलते उसने लड़की को शादी के 11 दिन बाद ही सिर्फ इसलिए विधवा कर डाला कि उससे मिलने में आसानी रहे।

बताते चलें कि बीती 18 फरवरी को मोगा में एक व्यक्ति की लाश मिली थी। इस बारे में लुधियाना जिले के गांव बहादुरके निवासी जोगिंदर सिंह ने बताया था कि उसके 25 वर्षीय बेटे सर्बजीत सिंह की 7 फरवरी को जालंधर जिले के गांव भोड़े की कुलविंदर कौर के साथ शादी हुई थी। 17 फरवरी को बहू मायके चली गई थी। उसी दिन जरनैल सिंह अपने दो दोस्तों राजवीर सिंह और छिंदी सिंह के साथ उनके घर आया और उसके बेटे को आलुओं की लेबर के लिए अपने गांव बुलाया था। साथ ही उसके बेटे को पांच सौ रुपए एंडवास में दे गए थे।

18 फरवरी को उसका सर्बजीत घर से बाइक पर मजदूरी के लिए निकल गया। किशनपुरा के निकट गहरी धुंध के चलते जरनैल सिंह और उसके दो दोस्तों ने उसे रोका। मार-पीट करके अधमरी हालत करके उसके बेटे को बाइक समेत नहर में धक्का दे दिया था, ताकि लगे कि धुंध के चलते बाइक नहर में जा गिरी। पहले तो उन्हें लगा था कि कुदरती हादसा हुआ है। पुलिस ने 174 की कारवाई की थी। बाद में शक होने के चलते पुलिस से सपंर्क करके मामले की जांच करने का आग्रह किया। पुलिस ने मृतक सर्बजीत के मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन ट्रेस की तो शव मिलने वाली जगह जरनैल सिंह के मोबाइल की लोकेशन और काल आई हुई थी। इसके बाद पुलिस को जरनैल सिंह के मोबाइल की लोकेशन मृतक के ससुराल गांव भोड़े वाला की आई। कुलविंदर कौर का मोबाइल नंबर ट्रेस करने पर जरनैल सिंह और कुलविंदर कौर की आपस में बातचीत की कॉल डिटेल सामने आ गई। इससे वारदात आईने की तरह साफ हो गई। पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर बहू के प्रेमी जरनैल सिंह गांव माऊसाहिब जिला जालंधर, उसके दो दोस्तों राजवीर सिंह निवासी भोड़े जिला जालंधर व छिंदी सिंह निवासी गांव कोटला भागू जिला जालंधर के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जरनैल सिंह और राजवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरे आरोपी छिंदी की तलाश में बुधवार को पुलिस ने उसके गांव कोटला भागू में रेड की है।

जांच अधिकारी के मुताबिक दो बच्चों का पिता जरनैल सिंह और कुलविंदर कौर के बीच तीन साल से अवैध संबंध थे। वह कुलविंदर कौर के मायके में खेती करता था, जिसके चलते दोनों में संबंध बन गए थे। वह कुलविंदर कौर की शादी से नाराज चल रहा था। ऐसे में उसने योजना बनाई की उसके पति की हत्या करके उसे हादसा साबित करके कुलविंदर कौर विधवा होने पर मायके आकर रहने लगेगी और वह उसके अक्सर मिलता रहेगा। पुलिस ने मृतक की पत्नी कुलविंदर कौर को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन उसे हत्या के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। उसे नहीं पता था जरनैल सिंह के गंदे इरादों का। इसके चलते पुलिस ने पति की हत्या में पत्नी की मिलीभगत न होने के चलते उसे छोड़ दिया।

पंजाब में प्रशांत किशोर पर सियासत तेज, Assembly में गर्माया कैप्टन के प्रधान सलाहकार का मुद्दा


चंडीगढ़।
पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार के तौर पर प्रशांत किशोर की नियुक्ति होते ही राज्‍य में उनको लेकर राजनीति गर्म होने गई है। कांग्रेस का एक वर्ग इसे लेकर क्षुब्‍ध है तो विपक्ष भी हमलावर हो गया है। वहीं, प्रधान सलाहकार का मुद्दा बुधवार को पंजाब विधान सभा में भी उठ गया। इस पर विधानसभा में माहौल गर्माया गया। शिरोमणि अकाली दल ने 2017 के विधानसभा चुनाव में झूठे वादे करने के लिए प्रधान सलाहकार के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। शिअद ने सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह को भी निशाने पर लिया और उनके खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग की।

शिअद ने प्रधान सलाहकार के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की, कैप्‍टन अमरिंदर पर भी निशाना

विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल ने 2017 के चुनाव में बड़े-बड़े वायदे करके पंजाब के लोगों के साथ धोखा करने के का आरोप लगाया और प्रधान सलाहकार पर एफआइआर दर्ज करने की मांग की। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि प्रधान सलाहकार भले ही एक रुपये तनख्वाह लेंगे लेकिन अंडर टेबल करोड़ों रुपए का भुगतान होगा।

राज्यपाल के अभिभाषण में हिस्सा लेते हुए शिरोमणि अकाली दल के विधायक पवन टीनू ने हाल ही में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा अपना प्रधान सलाहकार नियुक्‍त करने का मामला उठाया। कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने दो दिन पहले ही प्रशांत किशोर काे अपना प्रधान सलाहकार बनाया है। सदन में पवन टीनू ने प्रधान सलाहकार के खिलाफ 120 बी (साजिश रचना) के तहत पर्चा दर्ज कराने की मांग की।

उन्होंने कहा कि 2017 में इस व्यक्ति ने मंडियों और गांव-गांव में जाकर लोगों से घर-घर नौकरी देने के फार्म भरवाए थे। युवाओं को स्मार्ट फोन देने को लेकर फार्म भरवाए। यह सब प्रधान सलाहकार व उनकी टीम ने किया। लोगों ने भरोसा किया, लेकिन मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने यह भरोसा तोड़ दिया। इस व्यक्ति ने पंजाब के लोगों के साथ धोखा किया है। इसलिए इनके खिलाफ पर्चा दर्ज होना चाहिए।

पवन टीनूे ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ भी केस दर्ज होना चाहिए। बड़े-बड़े वायदे कर चुनाव के बाद प्रधान सलाहकार गायब हो गया। चुनाव में जिस व्यक्ति ने नारा दिया 'काफी विद कैप्टन, हर घर कैप्टन' बाद में वह कहने लगा ‘नो विद कैप्टन’।

आप नेता बोले- तनख्वाह तो एक रुपये, लेकिन अंडर टेबल करोड़ों रुपये का होगा भुगतान

वहीं, आम आदमी पार्टी के मीत हेयर ने कहा कि असली मुद्दा कैबिनेट रैंक देने को लेकर हैं। भले ही सरकार ने यह कह दिया कि रणनीतिकार एक रुपया तनख्वाह लेगा लेकिन हकीकत यह है कि सरकार करोड़ों रुपये का भुगतान करेगी। इस पर कांग्रेस के विधायक नवतेज चीमा ने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि विपक्ष को प्रधान सलाहकार के अलावा और कोई मुद्दा नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल वाले रणनीतिकार को अपने साथ लाना चाहते थे। उन्‍होंने मना कर दिया तो वे (शिअद नेता) दुखी हैं।
वहीं, पवन टीनू ने कहा कि जिस प्रकार से मुख्यमंत्री की पत्‍नी व सांसद परनीत कौर के खाते से झारखंड के जालसाजों ने 29 लाख रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने कार्रवाई की और गिरोह को वहां से गिरफ्तार किया था। ऐसी तत्परता इस बार फिर दिखानी चाहिए। पुलिस को रणनीतिकार के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि जिसे मुख्यमंत्री ने अपना प्रधान सलाहकार बनाया है, वह प्रोफेशनल हैं। सरकार अंडर टेबल रणनीतिकार को करोड़ों रुपये का भुगतान करेगी।

पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में बड़ा हादसा, पुराना मकान ताेड़ते समय मलबे के नीचे दबे चार लोग; दाे किशाेराें की माैत


अमलोह, (फतेहगढ़ साहिब) ।
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में एक दर्दनाक हादसा हुआ है। अमलोह के गांव रायपुर चौबदारां में पुराना मकान गिराते समय मलबे के नीचे दबने से दो किशाेराें की मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा मंगलवार की रात हुआ। मृतकों की पहचान गांव सलाना दूला सिंह वाले के रहने वाले जश्नप्रीत सिंह और गुरसिमरन सिंह के तौर पर हुई है। दोनों 12वीं कक्षा में पढ़ते थे।

जानकारी के अनुसार सलाना दूला सिंह वाले गांव के रहने वाले मलकीत सिंह के रिश्तेदार निर्भय सिंह का रायपुर चौबदारां गांव में पुराना मकान था। इस मकान को तोड़कर नया बनाना था। इसलिए मलकीत सिंह गांव से जश्नप्रीत सिंह, गुरसिमरन सिंह और गुरसेवक सिंह को साथ लेकर मकान तोड़ने चला गया था। जब वह मकान से पुराने गार्डर और ईंटें निकाल रहे थे तो इसी बीच लोहे का एक गार्डर गिर गया, जिससे मकान का मलबा गिरा और चार लोग नीचे दब गए।

लोगों ने जब तक चारों को मलबे से निकाला तब तक जश्नप्रीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी। गुरसिमरन और गुरसेवक को सिविल अस्पताल अमलोह से राजिंदरा अस्पताल पटियाला रेफर किया गया। वहां बुधवार सुबह गुरसिमरन की भी मौत हो गई। मलकीत सिंह सिविल अस्पताल अमलोह में भर्ती है। उधर पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल अमलोह में रखा है। वहां जशनप्रीत के शव का पोस्टमार्टम हो रहा है। इसके बाद गुरसिमरन के शव का पोस्टमार्टम होगा।

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