बठिडा : बीते सोमवार की देर शाम को एम्स कालोनी में एक पांच वर्षीय मासूम अदिति को नोचकर मार देने की घटना के बाद निगम ने इनकी नसबंदी और नलबंदी का काम तेज करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय बुधवार की शाम को नगर निगम के कमिश्नर बिक्रमजीत सिंह शेरगिल की अध्यक्षता में हुई सोसाइटी फार स्ट्रे कैनीन बर्थ कंट्रोल की बैठक में लिया। एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) प्रोग्राम के तहत आयोजित इस बैठक में सोसाइटी के सभी सदस्य मौजूद थे। इस दौरान कमिश्नर ने बताया कि बीती एक मार्च से ही स्ट्रलाइजेशन का काम शुरू किया जा चुका है। इसके तहत तीन-चार कुत्तों के आपरेशन किए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया को अब और तेज करने के लिए उनके सुझावों की आवश्यकता है, ताकि इस काम को और बेहतर व तेजी से चलाया जा सके।
बैठक में समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस काम में पूरा सहयोग देने का
आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्य को बेहतर तरीके से चलाने के लिए प्रत्येक
वार्ड में एनिमल लवर्स की मदद ली जाएगी, ताकि उनकी निगरानी में कुत्तों को
पकड़ा जा सके और स्ट्रलाइजेशन के बाद उन्हें वहीं ही छोड़ा जा सके। इस दौरान पूरी
वीडियोग्राफी की जाएगी। बैठक में हर रोज 25 कुत्तों के आपरेशन करने का
निर्णय लिया गया।
एम्स इलाके से कुत्तों की स्ट्रलाइजेशन का काम शुरू होगा
बच्ची को
नोचकर मार डालने की घटना को लेकर स्ट्रलाजेशन का काम अब पहले एम्स इलाके से ही
शुरू करने का फैसला लिया गया। इसके अलावा जिन इलाकों में डाग बाइट ज्यादा केस आ
रहे हैं, वहीं भी
पहल के आधार पर यह काम किया जाएगा। वहां पर स्पेशल ड्राइव चलाई जाएगी। कुत्तों की
नसबंदी व नलबंदी के अलावा उन्हें एंटी रैबीज इंजेक्शन भी लगाए जाएंगे। बीते वर्ष
बनाई गई थी नसबंदी और नलबंदी की योजना
आवारा
कुत्तों की लगातार बढ़ती जा रही संख्या को लेकर शहर के लोगों की ओर से बार-बार
आवाज उठाने के बाद आखिरकार वर्ष 2020 में फिर नसबंदी और नलबंदी की योजना बनाई गई थी। कोरोना काल शुरू
हो जाने के बाद यह योजना भी अधर में लटक कर रह गई थी। अब फिर से पिछले कुछ महीनों
से इस योजना पर काम शुरू किया गया था। इससे पहले वर्ष 2016 में करवाई गई 2350 कुत्तों की नसबंदी के दौरान सात
कुत्तों की मौत हो गई थी। उसे लेकर काफी विवाद पैदा हो गया था। कुत्तों की नसबंदी
करने वाली अलीगढ़ की तृप्ति फाउंडेशन को उनकी करीब पांच लाख रुपये की अदायगी न
करने का निर्णय लेना पड़ा था। उसके बाद से नसबंदी का काम बीच में लटका पड़ा था।
शहर भर
में कुल 8570 कुत्तों के होने का अनुमान
कुत्तों
के आपरेशन करने वाले डा. सिमरनजीत सिंह और नगर निगम के कर्मचारियों की ओर से बीती
छह और सात फरवरी को शहर के पांच वार्डों में आवारा कुत्तों की संख्या जानने के लिए
सर्वे किया गया। इस दौरान एक वार्ड में 161 से लेकर 215 कुत्ते पाए गए। इन पांच वार्डों
के आधार पर यह अनुमान लगाया गया है कि शहर भर के सभी 50 वार्डों में आवारा कुत्तों की
संख्या करीब 8570 है। अब 828 रुपये प्रति कुत्ता होगी नसबंदी और नलबंदी
अब शहर
में कुत्तों की नसबंदी और नलबंदी का काम प्राइवेट वेटरनरी प्रैक्टिशनर डा.
सिमरनजीत सिंह की ओर से किया जाएगा। वह इससे पहले अमृतसर सहित कई शहरों में यह काम
कर चुके हैं। नसबंदी व नलबंदी के बाद कुत्तों को रखने के लिए डबवाली रोड स्थित
पॉलिक्लीनिक में सभी इंतजाम कर लिए गए हैं। आपरेशन के बाद उन्हें तीन दिन तक यहां
पर रखा जाएगा और उसके बाद जिस जगह से उसे पकड़ा गया था, वहीं पर ही छोड़ा जाएगा।
स्ट्रलाइजेशन
से काटने की घटनाओं पर लगता है अंकुश
डा.
सिमरनजीत सिंह का कहना है कि नसबंदी और नलबंदी से कुत्तों के काटने की घटनाओं पर
काफी अंकुश लगता है। क्योंकि कुत्ते हीट में जब होते हैं, तब ज्यादा काटते हैं। इसी तरह
कुत्तियां बच्चे देने के बाद ज्यादा काटती है। इसके बाद कुत्ते को मारने से ही वे
काटते हैं। गौरतलब है कि शहर भर में आवारा कुत्तों का आतंक बना हुआ है। पिछले समय
के दौरान आवारा कुत्ते पूर्व नगर निगम के मेयर बलवंत राय नाथ और पूर्व एसएसपी नवीन
कुमार को भी काट चुके हैं।
फोटो--बैठक करते नगर निगम अधिकारी।
लंगर: शादी की सालगिरह पर लगाया कढ़ी-चावल का लंगर
बठिंडा। लॉयंस क्लब बठिंडा राघव की ओर से श्वेता-अमित गुप्ता की सालगिरह की खुशी में अफीम वाली गली के पंजाब नेशनल बैंक के सामने साधुओं एवं जरूरतमंदों के लिए कढ़ी-चावल एवं प्रसाद का लंगर लगाया गया। व्यापार मंडल के प्रदेश प्रधान अमित कपूर ने साधुओं एवं जरूरतमंदों को भोजन करवाकर शुरुआत कराई। केके माहेश्वरी, महेश मित्तल, उपाध्यक्ष धर्मेंद्र धीर, महासचिव प्रेम अरोड़ा, कोषाध्यक्ष कमलराय बांसल, पीआरओ अमरजीत गर्ग, प्रोजेक्ट चेयरमैन विजय मल्होत्रा, चीफ एडवाइजर आशीष कपूर, डायरेक्टर अमरनाथ बांसल, राधेश्कृष्णा, लंगर चेयरमैन प्रवेश अरोड़ा ने सेवाएं दी।
चैकअप कैंप:गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत में
लगाया फ्री मेडिकल चैकअप कैंप
बठिंडा। गुरु हरगोबिंद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत की डिस्पेंसरी में अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए फ्री मेडिकल चैकअप कैंप लगाया गया। पावरकाम चीफ इंजीनियर डीपी गर्ग ने कैंप का उद्घाटन करते हुए कहा कि पीएसपीसीएल की ओर से अधिकारी व कर्मचारियों की सेहत का निरीक्षण करने के लिए हर साल मेडिकल कैंप लगाया जाता है। गुप्ता अस्पताल से पहुंचे आंखों के रोगों की माहिर डा. पारूल गुप्ता, एमडी मेडिसन डा. धर्मपाल व टीम 78 अधिकारी व कर्मचारियों की आंखों की जांच व रूटीन हैल्थ चैकअप किया गया। डा. पारूल गुप्ता ने आंखों की रोशनी को सुरक्षित रखने के लिए सेफ्टी टिप्स दिए। कैंप में इंजी. सुरिंदर कुमार बैंस एसई हैडक्वाटर, इंजी. रजिंदर कुमार सिंगला एसई एमएम-2, इंजी. कुलवंत सिंह एसई ऑपरेशन, इंजी. डीके गर्ग एसई सिविल, इंजी. इंदरजीत सिंह संधू, एससी/ सीएंडआई, इंजी. मंगतराय बांसल एससी फ्यूल, इंजी. नंदलाल एससी/ एमएम-1 ने हेल्थ चेकअप करवाया जबकि आईपीआरओ गोपाल शर्मा ने सहयोग दिया।
पेस्टीसाइड :कृषि विभाग से फर्टिलाइजर, पेस्टीसाइड और बीज विक्रेताओं ने साझा किए मसले
बठिंडा। पंजाब फर्टिलाइजर, पेस्टिसाइड्स एंड सीड एसोसिएशन की अहम बैठक मंगलवार को रखी गई जिसमें चीफ एग्रीकल्चर अफसर डॉ. बहादर सिंह सिधू, एपीपीओ डॉ. डूंगर सिंह बराड़, एडीओ फर्टिलाइजर डॉ. चनप्रीत सिंह व एडीओ सीड डॉ. सर्बजीत सिंह ने विशेष तौर पर शिरकत की। प्रधान चंद सिंह सिद्धू ने डीलरों को आने वाले मुश्किलों के बारे में खेतीबाड़ी विभाग की टीम को अवगत करवाकर इसके पुख्ता समाधान के लिए आग्रह किया।महासचिव एडवोकेट सुनील गर्ग ने अलग-अलग दिक्कतों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जिनमें कीड़ेमार दवाओं के स्टॉक बोर्ड, नई बिल बुक, आगामी सावनी के सीजन में अन्य मुिश्कलें के बारे में बताया। बैठक में जिले की विभिन्न मंडियों गोनियाना, भगता, नथाना, भुच्चो मंडी, रामपुराफूल, मौड़, रामा, संगत, तलवंडी साबो व बठिंडा समेत 40 डीलरों ने हिस्सा लिया। वहीं हरेक मंडी से प्रधान, सचिव,कोषाध्यक्ष व जिले के पदाधिकारी शामिल हुए। रामपुराफूल के प्रधान आजाद कुमार ढींगरा, गोनियाना के प्रधान बवनीश मोंगा, मौड़ के प्रधान ओमप्रकाश घुम्मन, रामा के प्रधान सुखदेव बिंदल, तलवंडी साबो के प्रधान मास्टर सुरजीत सिंह, बठिंडा के प्रधान पवन सिंगला, भुच्चो के प्रधान पवन गुप्ता, संगत के प्रधान रोहित बांसल गोगी, भगता के प्रधान गुरपाल सिंह व नथाना के प्रधान अपने पदाधिकारियों के साथ शामिल हुए। चीफ एग्रीकल्चर अफसर डॉ. बहादर सिंह सिद्धू ने एसोसिएशन के कुछ मसले तो मौके पर ही हल कर दिए जबकि अन्य पर विचार करके जल्द ही समाधान करवाने का भरोसा दिया।
बैठक:लाल लकीर खत्म कराने के संघर्ष में शामिल
वर्करों का सम्मान करेगी लोजपा : गहरी
बठिंडा। लोक जनशक्ति पार्टी के
13 साल किए जा
रहे संघर्ष पर पंजाब सरकार की ओर से लाल लकीर को खत्म पंजाब के लोगों को घर का
मालिकाना हक देने का ऐलान कर दिया। इस जीत का जश्न मनाने को जिला प्रधान व
प्रांतीय इकाई के नेताओं विशेष बैठक रखी गई जिसमें प्रदेश प्रधान किरणजीत सिंह
गहरी को इस जीत के लिए सिरोपा देकर सम्मानित किया।
गहरी ने कहा कि पंजाब के 80 प्रतिशत बेजमीने लोग खानाबदोश
की तरह जिंदगी व्यतीत कर रहे थे, मकानों का मालिकाना हल न होने के कारण कोई जमानत नहीं करवा
सकते, कर्जा नहीं
ले सकते थे। अब पंजाब सरकार ने लाल लकीर अंदर बने मकानों को मालिकाना हक देकर
उन्हें असम आजादी देने का फैसला लिया है। इसके लिए पंजाब सरकार के आभारी हैं।
लोजपा की ओर से 20 मार्च को
विशेष कांफ्रेंस अंबेडकर पार्क में होगी, इस दौरान संघर्ष में योगदान देने वाले वर्करों का सम्मान
किया जाएगा।
बैठक में बोहड़ सिंह, ठाना सिंह, मिठू सिंह, गुरजंट सिंह, गुरदीप सिंह रोमाणा, जगजीत सिंह गिल, मोदन सिंह, बलदेव सिंह, जग्गा सिंह, सुखविंदर सिंह, सतनाम सिंह, महिंदर सिंह, बहादर सिंह, दियाल सिंह, बलविंदर सिंह, लवप्रीत सिंह, सुरिंदरपाल सिंह खालसा, जरनैल सिंह, जोधा सिंह, मनजीत सिंह समेत अनेक वर्करों
ने हर गांव व जिला स्तर पर लोगों को जागरूकता फैलाने का ऐलान किया।
समागम: वास्तविक मनुष्य बनने के लिए मानवीय गुणों को अपनाना
आवश्यक: सुदीक्षा जी
बठिंडा। संत निरंकारी मंडल
बठिंडा जोन के जोनल इंचार्ज एसपी दुग्गल ने जानकारी देते हुए बताया कि यदि हम
वास्तव में मनुष्य कहलाना चाहते हैं तो हमें मानवीय गुणों को अपनाना होगा। इसके
विपरीत यदि कोई भी भावना मन में आती है तो हमें स्वयं का मूल्यांकन करना होगा और
सूक्ष्म दृष्टि से मन के तराजू में तौलकर उसे देखना होगा। ऐसा करने से हमें यह
एहसास होगा कि हम कहां पर गलत हैं।
यह प्रेरणादायी विचार निरंकारी
सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने 28 फरवरी को महाराष्ट्र के 54वें प्रादेशिक निरंकारी सन्त समागम के समापन पर व्यक्त किए।
सतगुरु माता सुदीक्षा जी ने कहा कि यथार्थ मनुष्य बनने के लिए हमें हर किसी के साथ
प्यार भरा व्यवहार, सबके प्रति सहानुभूति, उदार एवं विशाल होकर दूसरे के अवगुणों को अनदेखा करते हुए
उनके गुणों को ग्रहण करना होगा। सबको समदृष्टि से देखते हुए एवं
आत्मिक भाव से युक्त होकर
दूसरों के दुख को भी अपने दुख के समान मानना होगा। इसके साथ ही और भी जो मानवीय
गुण हैं उनको भी धारण करने से जीवन सुखमयी व्यतीत होगा। तीन दिवसीय संत समागम इस
वर्ष वर्चुअल रूप में आयोजित किया गया जिसका सीधा प्रसारण निरंकारी मिशन की
वेबसाइट एवं संस्कार टी.वी. चैनल के माध्यम से हुआ। समस्त भारत वर्ष तथा विदेशों
में लाखों निरंकारी भक्तों के अतिरिक्त श्रद्धालु सज्जनों ने घर बैठे इस सन्त
समागम का भरपूर आनंद प्राप्त किया।
साइकलिंग ग्रुप:101 राइडर्स ने साढ़े 18 घंटे में मुकम्मल की बीसीजी एंड्यूरेंस 300 किमी. राइड
बठिंडा। फादर आफ साइकलिंग के नाम से मशहूर डॉ. अमृत सेठी की याद में अनेक साइकलिंग ग्रुप्स ने 300 किलोमीटर का लक्ष्य निर्धारित समय से डेढ़ घंटा पहले पूरा करके डॉ. सेठी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी ओर से साइकलिंग में दिए योगदान के लिए याद किया। बठिंडा साइकलिंग ग्रुप की ओर से डॉ. अमृत सेठी की याद में बीसीजी एंड्यूरेंस सीरिज चलाई जा रही है जिसमें 100 किमी, 200 किमी में क्रमश: 225 व 180 राइडर्स ने भाग लिया जबकि तीसरी 300 किमी राइड में 115 राइडर्स ने भाग लिया और 101 ने राइड मुकम्मल की, यह राइड बठिंडा से पटियाला के बीच रखी गई। वहीं चौथी 400 किमी राइड 13 मार्च को बठिंडा-अमृतसर कराई जाएगी। बठिंडा-पटियाला-बठिंडा (बीपीबी) 2021 राइड सुबह 6 बजे ड्यूंस क्लब से शुरू हुई जिसे डॉ. अमृत सेठी की धर्मपत्नी वर्षा सेठी ने झंडी दिखाकर रवाना किया।
बठिंडा, मानसा, सुनाम, पटियाला, संगरूर, बरनाला, रामपुरा, अबोहर, गिदड़बाहा, कोटकपूरा, तरनतारन से पहुंचे 115 राइडर्स मानसा, सुनाम होते हुए पटियाला पहुंचे और वापसी में भवानीगढ़, संगरूर, बरनाला, रामपुरा होते हुए बठिंडा लौटे और 101 राइडर्स ने राइड मुकम्मल की जिसमें 4 युवतियां सुरीता, रजनी अग्रवाल, सोनियसा व जसप्रीत कौर भी शामिल हैं।
लगातार राइड करते हुए शाम 5.35 बजे 10 राइडर्स का पहला ग्रुप बठिंडा
पहुंचा जबकि अन्य ग्रुप रात 11.0 बजे बठिंडा पहुंचे हालांकि 300 किमी राइड के लिए 20 घंटे यानी रात 2 बजे तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया जबकि राइडर्स ने डेढ़
घंटा पहले ही लक्ष्य पूरा किया। बीसीजी के वरिष्ठ सदस्य प्रीत मोहिंदर सिंह बराड़
ने भी इस राइड को मुकम्मल किया, उन्होंने ईको व्हीलर्स मानसा, सुनाम साइकलिंग, बरनाला साइकलिंग ग्रुप का राइड के मार्ग में सहयोग के लिए
आभार जताया।
सेमिनार:पुलिस ने नशे के खिलाफ जागरूकता सेमिनार
करवाया
बठिंडा। जिले को नशामुक्त बनाने के लिए पुलिस द्वारा शुरू की
जागरूकता मुहिम के तहत डीएसपी बुढलाडा प्रभजोत कौर बेला के नेतृत्व में गांव
कलीपुर में एंटी ड्रग सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें गांव के लोगों के अलावा
स्कूली बच्चों ने भाग लिया। डीएसपी प्रभजोत कौर ने कहा कि नशे खिलाफ जागरूकता
मुहिम को मजबूती के साथ आगे चलाते सोशल मीडिया पर एक लहर बनाने के लिए सहयोग की
मांग की। इस मौके एसएचअाे सिटी सुरजन सिंंह,
स्टेट अवार्डी सहायक थानेदार बलवंत सिंह भीखी, गुरमीत सिंह, गांव कलीपुर के सरपंच मिट्ठू सिंह, जीएमटी कालेज के चेयरमेंन नवीन सिंगला, प्रिंसिपल नवनीत मित्तल, रेखा रानी, कैप्टन किक्कर सिंह, कुलवंत सिंह, आदर सिंह, सोहना सिंह आदि उपस्थित थे।
मेडिकल कैंप:मेडिकल चेकअप कैंप में 105 मरीजों का स्वास्थ्य जांचा
बठिंडा। गांव मत्ती में श्री गुरु रविदास भगत के पर्व दिवस
पर चहल फाउंडेशन ने मेडिकल कैंप लगाया। जिसका उद्घाटन करते हुए गांव सरपंच
सुखविंदर कौर ने फाउंडेशन की प्रशंसा की। संस्था चेयरमैन गुरतेज सिंह ने बताया कि
कैंप के दौरान 105 मरीजों का मुफ्त चेकअप किया गया। इसके अलावा
इलेक्ट्रो होम्योपैथी की दवाइयों के अलावा फिजियोथैरेपी भी की गई। इस मौके पर पंच
गुरदित्त सिंह, गोबिंद सिंह,
बहादर सिंह, सुखविंदर कौर, गुरतेज सिंह फौजी, प्रेम सिंह,
निर्मल सिंह मौजूद थे।
रोष मार्च:तेल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के
खिलाफ सीपीआई ने फूंका पीएम का पुतला
बठिंडा। तेल और रसोई गैस
कीमतों में लगातार विस्तार करने के खिलाफ सीपीआई की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ शहर
में रोष मार्च करते गोल चक्कर में केंद्र सरकार की अर्थी फूंकी गई। सीपीआई के
नेशनल कौंसिल मेंबर अाैर पूर्व विधायक बुढलाडा हरदेव सिंह अर्शी ने कहा कि मोदी
सरकार को लोगों के बजाय केवल अंबानी अाैर अंडानियों की अधिक चिंता है, क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर
कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बावजूद देश में तेल की कीमतें कम होने के
बजाय लगातार बढ़ रही हैं। जोकि अंबानी अाैर अंडानियाें को सीधे तौर पर लाभ
पहुंचाया जा रहा है।
कामरेड अर्शी ने गैस कीमतों के
बेतहाशा वृद्धि पर चिंता प्रकट करते कहा कि सरकार ने आम लोगों के चूल्हे को ठंडा
ही नहीं किया बल्कि मंहगाई में चोखा विस्तार कर लोगों की कमर तोड़ दी है। जब कि
भाजपा लीडरशिप मनमोहन सरकार समय तेल कीमतों ओर महंगाई के खिलाफ रोष मुजाहरे करलोग
समर्थक होने का नाटक किया था।
कामरेड अर्शी ने चेतावनी देते
कहा कि मोदी सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों समेत बढ़ रही महंगाई के खिलाफ देश
के हर वर्ग में रोष अाैर गुस्से की लहर फैल रही है। जिला सचिव कृष्ण चौहान, सहायक सचिव सीता राम
गोबिंदपुरा अाैर ब्लॉक सचिव वेद प्रकाश बुढलाडा ने कहा कि केंद्र अाैर प्रदेश
सरकार अपने टैक्स को वापस ले अाैर पेट्रोल डीजल को जीएसटी के घेरे में लाकर लोगों
की हो रही लूट को रोके। उन्होंने मोदी ओर कैप्टन सरकार को चेतावनी दी कि लोग
विरोधी पास किए काले कानून तुरंत रद्द किए जाए।
इस मौके पर किसान नेता मलकीत
मंदरा,महिला सभा के मनजीत गामीवाला, ट्रेड यूनियन नेता चिमन लाल
काका, भूपिंदर
गुरने, शिंगारा
सिंह गुरने, हरी
अक्कावाली, हरमीत
बोड़ावाल, जगसीर सिंह
टाहलिया, मास्टर
गुरबचन सिंह मंदरा, हरदयाल सिंह, सुखदेव सिंह दातेवास, कुलदीप सतीके, जग्गा सिंह सरपंच शेरखा, जीत सिंह बोहा, करनैल दातेवास, मनप्रीत सिंह आदि उपस्थित थे।
वार्षिक परीक्षाओं में कोरोना गाइडलाइन बनी स्कूल प्रबंधकों के गले की फांस
बठिडा : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने वार्षिक परीक्षा की
तिथियों की घोषणा कर दी है। इस दौरान कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए
सरकार व शिक्षा विभाग ने सख्त हिदायतें भी जारी की हैं। फिलहाल इन हिदायतों को
लेकर स्कूल प्रबंधन असमंजस में है।
गाइडलाइन
में कहा गया है कि परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए बच्चों को एक
बेंच छोड़कर परीक्षा में बैठना होगा। अभी भी एक कक्षा में 50 बच्चों के बैठने की व्यवस्था
है। एक बेंच पर तीन बच्चे बैठते हैं। गाइडलाइन में कक्षा के आधे बेंच खाली रखने
पड़ेंगे जिससे परीक्षा देने वाले सैकड़ों बच्चों के बैठने के लिए स्कूल के पास
व्यवस्था की भारी कमी पेश आ रही है। इस दौरान उन्हें कमरों के हिसाब से अतिरिक्त
स्टाफ की जरूरत भी पड़ेगी जिसे पूरा करना हर स्कूल के लिए असंभव हो रहा है।
शिक्षा विभाग द्वारा बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं के लिए डेटशीट
जारी कर दी है। जिसमें आठवीं व बारहवीं कक्षाओं की परीक्षाएं 22 मार्च व दसवीं कक्षा की
परीक्षाएं 9 मार्च से
शुरू होंगी। यह परीक्षाएं आफलाइन ही ली जाएगी। परीक्षा में दसवीं के करीब 10447 बारहवीं के 9189 व आठवीं कक्षा के करीब 10941 विद्यार्थी शामिल होंगे। यह सभी
विद्यार्थी आने वाले दिनों में बोर्ड की परीक्षाएं देंगे। इसके लिए जब अधिकारियों
से केंद्र बनाने के लिए कहा गया तो विभाग की तरफ से 135 स्कूलों की प्रपोजल बनाकर भेजी
गई है। जगह व स्टाफ की कमी बड़ी मुसीबत
कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक एक बेंच पर एक बच्चा बैठाया जाना है। ऐसे में एक कमरें में नौ-दस बच्चे ही बैठ पाएंगे। इस हिसाब से स्कूलों में कमरों का व्यवस्था नहीं हो पाएगा। इसके अलावा सबसे बड़ी मुसीबत स्टाफ की भी बनी हुई है। इस समय शिक्षा विभाग के पास इतना स्टाफ भी नहीं है, कि वह इतने अध्यापकों की ड्यूटी परीक्षा में लगा सके, हालांकि शिक्षा विभाग ने सभी परीक्षाएं प्राइमरी स्कूलों में करवाने के आदेश भी दिए हैं, लेकिन सरकारी स्कूलों का हाल देखा जाए तो स्कूलों में फर्नीचर भी नहीं है। इस समय भी स्कूलों में विद्यार्थी बिना मास्क व बिना सोशल डिस्टेंसिग के बच्चों को पढ़ाई करवा रहा है। इस कारण सरकारी माल रोड स्कूल के दस अध्यापक, देशराज स्कूल का एक अध्यापक, बलुआणा सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक, गांव त्योना के सरकारी स्कूल में एक अध्यापक व माल रोड के सरकारी गर्ल्स स्कूल में दस अध्यापक कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं। अब देखना होगा कि परीक्षाओं का आयोजन किस प्रकार किया जाता है।
135 स्कूलों का प्रपोजल बना भेजा है : डीईओ
हमने एक
बार जिले के करीब 135 स्कूलों के केंद्रों का प्रपोजल बनाकर भेज दिया है। अब जैसे बोर्ड
का फैसला होगा, हम वैसे
ही परीक्षाएं करवाएंगे। परीक्षा की डेटशीट आने के बाद केंद्रों की घोषणा भी जल्द
की जाएगी।
--भूपिदर
कौर, डिप्टी
डीईओ
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