लुधियाना। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन फैलने के बाद पंजाब में भी दहशत है। इसका कारण वहां से काफी संख्या मे लाेगों के यहां आना है। सूबे में पिछले 1 महीने में ब्रिटेन से 3426 लोग लौटे, लेकिन इनमें से 2426 को सेहत विभाग ट्रेस नहीं कर पाया है। हालांकि, ट्रेस कर लिए गए 1000 लोगों को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
23 नवंबर से 24 दिसंबर तक यूनाइटेड किंगडम से 33,000 लोग विभिन्न भारतीय एयरपोर्ट्स पर उतरे। इन्हीं में से पंजाब के 1604 लोग अमृतसर तो और 1822 लोग दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे थे। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद इन्हें ट्रेस करके RT-PCR जांच की जा रही है। इस नए किस्म के वायरस से बचाव के लिए सरकार ने एक प्रिवेंटिव स्ट्रेटेजी तैयार की है।
टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की रणनीति के लिए 26 दिसंबर को नेशनल टास्क फोर्स की बैठक में रणनीति भी बनाई गई। मौजूदा प्रोटोकॉल में बदलाव भी किया गया है। पंजाब सरकार ने इन लोगों को ट्रेस करके टेस्ट करवाने के प्रयास शुरू किए हैं, लेकिन अभी तक केवल 1000 लोग ही ट्रेस हो पाए हैं। कोरोना के नोडल अफसर डॉ. राजेश भास्कर ने कहा कि इस बारे में सभी जिलों से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। इन लोगों को जल्द ट्रेस कर लिया जाएगा।
पॉजिटिव मिले 8 यात्रियों का होगा जिनोम टेस्ट
हाल ही में 22 दिसंबर को लंदन से आए 242 यात्रियों को 8 घंटे तक अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ही रोककर कोरोना टेस्ट किए गए। इनमें से 8 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनके अलावा निगेटिव मिले 234 यात्रियों को पहले एयरपोर्ट से घर जाने दिया गया था, फिर अगले ही दिन इन्हें क्वारैंटाइन करने के निर्देश जारी कर दिए गए। दूसरी ओर पॉजिटिव मिले 8 लोगों का जिनोम टेस्ट करवाने का भी फैसला लिया गया है। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इन यात्रियों के नमूने पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे जाएंगे।
दिल्ली से भागकर लुधियाना पहुंचा यात्री हो गया था अस्पताल में भर्ती
बीते दिनों ब्रिटेन से भारत लौटे दो कोरोना संक्रमित यात्री दिल्ली में आइसोलेशन सेंटर से फरार हो गए थे। इनमें से एक शख्स पंजाब के लुधियाना शहर में अपने घर पहुंच गया था। हालांकि इस बारे में लुधियाना के एक वरिष्ठ अधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि युवक खुद लुधियाना के एक अस्पताल में भर्ती हो गया था, लेकिन उसे वापस दिल्ली भेज दिया गया।
पॉजिटिव मरीज के संपर्क में रहे 8 लोग घर से फरार, बोलते हैं गलत भाषा
उधर, यूनाइटेड किंगडम से लौटे और पॉजिटिव मरीज के संपर्क में रहे 13 लोगों में से 8 लोग घर से फरार हो गए हैं। अमृतसर की फ्लाइट से आए 25 लोगों में से एक व्यक्ति को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि बाकी खुद को न घर में आइसोलेट करने के लिए तैयार है न अस्पताल आने के लिए। बुलाने पर आने की बजाय वह कई नेताओं से सिफारिशें करवा रहे हैं। कई तो अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं। पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. रमेश भगत ने बताया कि ये दो परिवारों के सदस्य हैं। जब आइसोलेट करने के लिए फोन करके बुलाया गया तो उन्होंने कहा कि वो कहीं बाहर आए हुए हैं। वापस आकर घर में खुद को आइसोलेट कर लेंगे।
जिला प्रशासन गिरफ्तारी के मूड में
सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार बग्गा ने संपर्क करने पर कहा कि अगर कोई व्यक्ति आइसोलेशन के नियमों को तोड़ता है तो वह निर्धारित कानून का उल्लंघन करता है। सभी के लिए कानून एक समान है अगर किसी ने इसका उल्लंघन किया है तो यह मामला जिला प्रशासन के नोटिस में लाने के बाद पुलिस को दे देंगे, जो इन्हें गिरफ्तार करके अस्पताल तक लाएगी।
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