चंडीगढ़. पंजाब पुलिस ने सूबे में हथियारों के तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिराेह मध्यप्रदेश का है और पंजाब के गैंगस्टरों को गैर कानूनी हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई करता था। इस कार्रवाई में पुलिस ने खारगोन (मध्य प्रदेश) निवासी के महेश और जग्गू को गिरफ्तार किया है।
उनसे .32 बोर के 12 पिस्तौल और 15 मैगजीन समेत हथियारों की बड़ी खेप बरामद की गई है। इस गिरोह के स्पष्ट तौर पर आतंकवादियों के साथ भी संबंध हैं और शक है कि पिछले 3 महीनों के दौरान इस गिरोह ने राज्य में गैंगस्टरों और अपराधियों को दो दर्जन से अधिक .32 बोर की पिस्ताैल सप्लाई की हैं।
पूछताछ में खारगोन के गोपाल का भी नाम आया सामने
डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार महेश और जग्गू से पूछताछ के दौरान राहुल के अलावा उसके एक साथी खरगोन के गोपाल सिंह का नाम भी सामने आया था। उन्होंने कहा कि राहुल और गोपाल दोनों के नाम पुलिस थाना घरिंडा, अमृतसर (ग्रामीण) में आर्म्स एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत दर्ज में दर्ज हैं और इनको पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
12 पिस्तौल और 15 मैगजीन बरामद, आतंकियों से भी हैं संबंध
सितंबर में भी पकड़े जा चुके हथियार
अब तक की गई जांच से पता चला है कि यह गिरोह पंजाब आधारित गैंगस्टरों के लिए कई हथियारों की बड़ी खेप की तस्करी में शामिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह गिरोह सितंबर 2020 में पटियाला पुलिस द्वारा जब्त किए गए .32 बोर के छह पिस्तौलों की खेप का स्रोत भी था। इसके अलावा पुलिस थाना चाटीविंड, अमृतसर (ग्रामीण) में दर्ज गैर कानूनी हथियारों की खेप पकड़ने के मामले में भी इस गिरोह की संलिप्तता सामने आई है।
पकड़े गए आरोपी महेश-जग्गू मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं, अमृतसर पुलिस ने की कार्रवाई
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी ध्रुव दहिया की निगरानी अधीन खुफिया कार्रवाई की गई और संदिग्ध व्यक्तियों महेश सिलोतिया और जग्गू को डीएसपी गुरिंदर नागरा के नेतृत्व वाली टीम द्वारा उनके जद्दी गांव खरगोन, मध्य प्रदेश से काबू किया गया। गुप्ता ने कहा कि अमृतसर ग्रामीण पुलिस द्वारा हाल ही में .32 बोर के 4 गैर कानूनी पिस्तौल बरामद किए जाने के मामले में की गई जांच से राहुल नाम के व्यक्ति के नेतृत्व वाले मध्य प्रदेश आधारित गिरोह के शामिल होने संबंधी हुए खुलासे के बाद खरगोन में छापेमारी की गई थी।
ड्रोन मॉड्यूल के मुख्य आरोपी अकाशदीप से भी संपर्क में था
गुप्ता ने कहा कि इस गिरोह के पंजाब के आतंकवादियों के साथ संबंध होने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जांच से सामने आया है कि राहुल पंजाब की जेलों में बंद कई गैंगस्टरों और कट्टरपंथियों के संपर्क में था। उनको हथियार सप्लाई कर रहा था। वह ड्रोन मॉड्यूल, जिसका पंजाब पुलिस ने 2019 में पर्दाफाश किया था, के मुख्य आरोपी अकाशदीप सिंह के साथ भी संपर्क में था, जो इस समय अमृतसर जेल में है। आरोपियों से पूछताछ हो रही है, जिससे उनके संपर्कों के पूरे नेटवर्क और पंजाब में तस्करों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों के साथ उनके संबंधों से पर्दा उठाया जा सके।
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