लुधियाना। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के अजीबोगरीब कारनामे हैं। बोर्ड ने पहली कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों में आदर्श स्थापित करने के लिहाज से वेकलम लाइफ यानि स्वागत जिंदगी पर एक नया विषय लागू कर दिया। स्कूल बंद होने के कारण विद्यार्थियों को अभी यह तक नहीं पता कि उनके पास इस बार एक नया विषय भी है।खास बात यह है कि बोर्ड ने इसे प्रेक्टिकल विषय के तौर पर लागू किया है। इसलिए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने आठवीं, दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों से तो इसकी प्रेक्टिकल फीस भी वसूल ली जबकि अभी तक बोर्ड ने वेलकम लाइफ विषय की हिंदी मीडियम में किताब तक प्रकाशित नहीं की। स्कूल संचालक भी अब इस दुविधा में हैं कि बच्चों को इस विषय की पढ़ाई कैसे करवाएं।
अंग्रेजी माध्यम की किताबें रिलीज करने की मांग
स्कूल संचालक लगातार बोर्ड अफसरों से हिंदी और अंग्रेजी माध्यम की किताबें रिलीज करने की मांग भी कर चुके हैं। लेकिन अभी तक बोर्ड ने किताबें रिलीज नहीं की। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने पहली से 12 वीं कक्षा तक पंजाबी मीडियम और आठवीं कक्षा से 12 वीं कक्षा तक की अंग्रेजी मीडियम की किताबें प्रकाशित की हैं। जबकि हिंदी मीडियम की कोई किताब प्रकाशित नहीं की।
लाकडाउन के कारण विद्यार्थी नए विषय के सिलेबस से अंजान
स्कूल संघ पंजाब के महासचिव भुवनेश भट्ट, समूह स्कूल संगठन के संजीव शर्मा, एपीएस के महासचिव राजेश नागर व अन्य संगठनों के स्कूल संचालक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन को पत्र लिखकर इस साल इस विषय को ड्राप करने की मांग कर चुके हैं। भुवनेश भट्ट ने बताया कि इस साल लाकडाउन के कारण विद्यार्थी स्कूल नहीं आए और विद्यार्थी इस विषय के सिलेबस से अनभिज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में ज्यादातर स्कूल या तो हिंदी मीडियम के हैं या फिर अंग्रेजी मीडियम के। इन दोनों मीडियमों में तो छोटी कक्षाओं की किताबें ही जारी नहीं की गई। उन्होंने बताया कि बोर्ड को इस संबंध में लिखा है कि पांचवीं, आठवीं, दसवीं और 12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में स्वागत जिंदगी विषय को इस बार लागू न किया जाए।
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