अमृतसर। पंजाब में शनिवार को पत्नी के प्रेमी को मारकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े करने और उन टुकड़ों को गटर में बहाने का सनसनीखेज मामला सामने आया। पति ने मर्डर की घटना को अंजाम देने से पहले पूरी प्लानिंग की थी। प्रेमी को बकायदा हनीट्रैप में फंसाया गया, लेकिन पुलिस ने 10 दिन के अंदर केस सॉल्व कर दिया।
वारदात अमृतसर की है। पश्चिम जोन के ACP देवदत्त शर्मा ने बताया कि 17 मार्च को नरायणगढ़ में रहने वाले सौरव महाजन ने अपने भाई शिवम महाजन के गुमने की शिकायत दर्ज करवाई। शिवम ने बताया कि उसका भाई कई दिनों के लापता है। उसने न्यू गोल्डन एवेन्यू की गली नंबर-1 में रहने वाले संजय और 40 खूंह इलाके में रहने वाली मंजू पर शक जाहिर किया। सौरव के शक जाहिर करने के बाद पुलिस ने संजय और मंजू को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद सच सामने आ गया।
शिवम के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी पूजा
संजय ने पुलिस को बताया कि वह गली-गली घूमकर कुर्सियों की मरम्मत करता है। शिवम के उसकी पत्नी पूजा के साथ प्रेम संबंध थे और वह उसके साथ ही रहना चाहती थी। पूजा ने एक साल से संजय से तलाक लेने के लिए कोर्ट में अर्जी लगा रखी थी। काफी समय से पूजा, शिवम के साथ ही लिव-इन रिलेशनशिप पर रह रही थी। इस बात से नाराज संजय ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया था। शिवम महाजन कटड़ा आहलूवालिया इलाके की एक कपड़े की दुकान पर काम करता था।
फोन पर रोज बात करती थी मंजू, एक आरोपी फरार
संजय ने अपनी एक परिचित महिला मंजू से मदद मांगी। मंजू ने शिवम को मोबाइल पर ही हनीट्रैप (प्रेम जाल) में फंसा लिया और शिवम से रोज बात करनी शुरू कर दी। संजय के कहने पर मंजू ने शिवम को 17 मार्च को मिलने उजागर नगर बुलाया। यहां संजय दोस्त ललित के साथ पहले से मौजूद था। दोनों ने मिलकर शिवम की हत्या कर दी और उसकी लाश के टुकड़े-टुकड़े करने के बाद उसे गटर में फेंक दिया। हत्या के 10वें दिन पुलिस को गटर में शिवम की लाश टुकड़ों में मिली। मर्डर में संजय की मदद करने वाला ललित फिलहाल फरार है। उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
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