बठिंडा। प्राइवेट स्कूल सावधान हो जाएं, अप्रैल से शुरू होने वाले 2021-22 सेशन में चुनिंदा प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें थोपने वाले प्राइवेट स्कूलों की एनओसी रद्द की जाएगी। आगामी दिनों में दाखिले शुरू होने पर सीबीएसई, आईसीएसई व पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबंधित प्राइवेट स्कूलों की ओर से प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें लगाने की कार्रवाई पर अंकुश लगाने को शिक्षा विभाग ने नए सेशन से पहले ही कड़ा रुख अख्तियार किया है।
यह कदम कोरोना संकटकाल से आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिभावकों के लिए बेहद राहत भरा साबित होगा। हर साल प्राइवेट स्कूलों की ओर से अपने पसंदीदा प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें व कापियों का सेट खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है, नर्सरी से तीसरी कक्षा का बुक-कॉपी का सेट के दाम 4000 रुपए हैं, जबकि इससे बड़ी कक्षाओं की किताबों के सेट की कीमत 6300 रुपए तक जा पहुंचती है।
मार्च महीने में एडमिशन फीस, एनुअल चार्ज और 3 महीने की फीस के रूप में 35 से 50 हजार रुपए अदा करने के बाद महंगी किताबें खरीदने में अभिभावक बेबस हो जाते हैं। यह चेतावनी शिक्षा विभाग के डायरेक्टर ने दी है।
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