-पानी व सीवरेज के बिलों में 5 प्रतिशत का इजाफा वही 125 वर्ग गज की बजाय अब 50 वर्ग गज तक ही माफी
बठिंडा. एक तरफ देश भर में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है, वहीं दूसरी तरफ कोरोना के इस बढ़ते प्रभाव के बीच पंजाब की कांग्रेस सरकार ने आम जनता को झटके देने जारी रखे हुए हैं। पंजाब में सरकार द्वारा पानी व सीवरेज के बिलों में 5 प्रतिशत का इजाफा करते हुए छूट की सीमा भी 125 वर्ग गज से घटाकर 50 वर्ग गज कर दी गई है। इसे लेकर अकाली दल ने कड़ा विरोध जताया है। अकाली दल ने कहा कि इसमें मौजूदा दर के हिसाब से 5 प्रतिशत हर वर्ष इजाफा किया जाएगा जोकि आम जनता के साथ बड़ा धोखा है।
शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता इकबाल सिंह बबली ढिल्लों ने कहा कि बठिंडा कमेटी और नगर निगम पर करीब 53 वर्ष बाद कांग्रेस काबिज हुई है व कांग्रेस के काबिज होते ही बठिंडा निवासियों की जेबें कटनी शुरू कर दी है। इकबाल सिंह बबली ढिल्लों ने कहा कि नगर निगम के तहत बठिंडा की लगभग आबादी के पास 50 से 125 वर्ग गज के निर्मित मकान हैं, जबकि पुडा व इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधीन वाले कालोनियों में लगभग 100 वर्ग गज तक के करीब 50 प्रतिशत प्लाट आते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा छूट सीमा 50 वर्ग गज करने पर बठिंडा की लगभग आबादी अब टैक्स के दायरे में आ जाएगी। ढिल्लों ने कहा कि अकाली सरकार द्वारा 125 वर्ग गज तक की छूट देकर उन लोगों को राहत पहुंचाई गई थी, जो आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग हैं, परंतु वर्तमान कांग्रेस सरकार ने उन परिवारों पर आर्थिक बोझ डालकर जनविरोधी होने का सबूत दिया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगे लाकडाउन से आम जनता उबर भी नहीं पाई व जनता के व्यापार और प्राइवेट नौकरियां ठप्प हो गई और दोबारा लाकडाउन की तैयारी शुरू हो गई। ऐसे में सरकार द्वारा जनता पर बोझ डालने की बजाय उन्हें रियायतें दी जानी चाहिए थी ताकि कोरोना काल दौरान व्यापारिक व आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे व्यापारियों व आम जनता को राहत मिल सके। परंतु कांग्रेस सरकार ने आम जनता को और ज्यादा बोझ के नीचे दबाने का प्रयास शुरू कर दिया है, जो कांग्रेस सरकार के लिए घातक साबित होगा। इस तरह कांग्रेस सरकार ने पंजाब के लोगों के साथ धोखा किया है।
फोटो-अकाली दल के वरिष्ठ नेता इकबाल सिंह बबली ढिल्लों।
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