बठिडा: पंजाब सरकार की ओर से जुलाई माह से लागू किए जा रहे छठे पे कमिशन के विरोध में डाक्टर व सरकारी मुलाजिम पिछले कई दिनों से हड़ताल पर चल रहे हैं। हालांकि डाक्टरों द्वारा ओपीडी सेवाएं बंद कर दो घंटों के लिए प्रदर्शन किया जा रहा था लेकिन शुक्रवार से समूह डाक्टरों ने अनिश्तकाल के लिए पूरा दिन हड़ताल शुरू कर दी व किसी भी तरह से मरीजों को एटेंड नहीं किया। इसके चलते मरीजों व उनके परिजनों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खासकर दूरदराज से पहुंचे ग्रामीण लोग सुबह से ओपीडी काउंटरों के बाहर इंतजार करते रहे है व भारी भरकम गर्मी के बीच वापिस लौटने को मजबूत हो गए। फिलहाल मुलाजिमों व डाक्टरों की हड़ताल के कारण आम लोगों को पिछले कई दिनों से परेशान होना पड़ रहा है। डाक्टरों की ओर से पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार से हड़ताल शुरू की थी व शुक्रवार को हड़ताल का पांचवा दिन रहा।
शुक्रवार को पूर्ण हड़ताल के दौरान जिला प्रधान डा. गुरमेल सिंह व महासचिव डा. खुशदीप सिंह सिद्धू की अगुआई में सिविल सर्जन दफ्तर के बाहर रोष धरना दिया। डाक्टरों ने आज पूरा दिन ओपीडी सेवाएं बंद रखी, जिसके कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। डाक्टरों ने चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया व कम किए गए नान प्रेक्टिस अलाउंसेज (एनपीए) वापस नहीं लिए गए तो 25 जून से सभी प्रकार की सेहत सुविधाएं बंद रखकर अनिश्चितिकालीन समय के लिए रोष प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। इसमें कोविड सेंटर की सेवाएं भी बंद कर दी गई है। इस अवसर पर एसोसिएशन के डा. अरूण बांसल, डा. रविकांत गुप्ता, डा. धीरज गोयल, डा. सतीश जिदल, डा. जगरूप सिंह, डा. अंजली आदि उपस्थित थे।
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