बठिंडा. जिले में कोरोना कहर बढ़ता जा रहा है। मार्च के दूसरे सप्ताह से जिले में कोरोना ने अपना भयानक रूप दिखाना शुरू किया था, जो कि अप्रैल में बदस्तूर जारी है। सोमवार को भी जिले में कोरोना के 218 नए केस मिले है, जिसमें ज्यादा तरह मामले शहरी क्षेत्रों से है। पिछले कुछ दिनों से रोजाना 200 से ज्यादा मिल रहे कोरोना के केसों के कारण जिला प्रशासन से लेकर सेहत विभाग की चिंता बढ़ती जा रही है। चूकिं अप्रैल माह के 12 दिनों में 1950 कोरोना केस मिल चुके है, जबकि दो अप्रैल को 256, 11 अप्रैल को 253 और 12 अप्रैल को 218 केस मिले है यानि केवल इन तीन दिनों में 727 केस मिल चुके है। सोमवार को जहां एक कोरोना पाजिटिव महिला की मौत हुई है, तो 115 मरीज ठीक हुए है। इसके साथ कोरेाना के कारण दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या 269 पर पहुंच गई है।
सेहत विभाग के अनुसार सोमवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों में से मिले 218 नए कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही जिले में अब मिले पाजिटिव केसों की संख्या 13 हजार 262 पर पहुंच गई है, जबकि ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 11 हजार 500 हो गई है। वहीं जिले में एक्टिव केसों की संख्या 1494 पर पहुंच गई। वहीं 257 मरीज अनट्रेस हैं। अब तक जिले में 18 लाख 7514 लोगों के सैंपल लिए जा चुके है, जबकि 1083 मरीज मौजूदा समय में होम आइसोलेट है, तो 31 मरीज मिल्ट्री अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे है।
इसके अलावा 27 मरीजों की गंभीर स्थिति बनी हुई है। बता दें कि शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद लोगों को लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही। बाजारों में भीड़ ज्यादा है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग की कमी है। दुकानों व रेस्टोरेंट आदि में लोग बेखौफ होकर पहुंच रहे हैं। यह एक बड़ा खतरा है। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करें तभी कोरोना पर काबू पाया जा सकता है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेस्टिंग और ट्रेसिंग दोनों बढ़ाई गई हैं।