बुधवार, 9 मार्च 2022

कल आएंगे नतीजे:सेंटर पर काउंटिंग में गड़बड़ी दिखे तो चुनाव आयोग के TOLL FREE नंबर 1950 डायल कर करे शिकायत


चुनाव वाले दिन अक्सर विपक्षी पार्टी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाती हैं। क्या आप जानते हैं कि एक आम आदमी भी काउंटिंग यानी मतगणना में गड़बड़ी का शक होने पर शिकायत कर सकता है। यह शिकायत सिर्फ EVM से जुड़ी नहीं होती। इसमें कई और तरह के पहलू शामिल है।

सवाल: मतगणना क्षेत्र के आसपास कैसा इंतजाम होता है?
जवाब: 
जहां काउंटिंग हो रही है उसके आसपास सुरक्षा का सख्त इंतजाम होता है। सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा पुलिस कमिश्नर या SSP का होता है। काउंटिंग सुबह 8 बजे से शुरू होती है। सुबह 5 बजे से ही मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी अपनी ड्यूटी पर तैनात हो जाते हैं। सब पर नजर रखने के लिए वीडियोग्राफी होती है। यहां मोबाइल फोन, चाकू, सिगरेट, माचिस ले जाने की परमिशन नहीं होती है। मतगणना क्षेत्र के अंदर और बाहर बिना वजह भीड़ लगाने तक की परमिशन भी नहीं होती।

सवाल: मतगणना क्षेत्र के आसपास ऐसी क्या चीज दिखें जिसकी शिकायत कर सकते हैं?
जवाब:
 नीचे दी गई चार परिस्थिति अगर मतगणना क्षेत्र के आसपास दिखें यानी 50 मीटर के अंदर दिखें तो शिकायत कर सकते हैं।

  1. अगर कोई व्यक्ति मतगणना क्षेत्र में घुसने की कोशिश करे या फिर घुस जाए तो आप शिकायत कर सकते हैं।
  2. मतगणना क्षेत्र के आसपास अगर किसी व्यक्ति की एक्टिविटी पर आपको शक हो तब शिकायत कर सकते हैं।
  3. अगर किसी व्यक्ति के हाथ में आपने कोई हथियार देखा है तो उसकी शिकायत कर सकते हैं।
  4. रिजल्ट आने के बाद आप उससे खुश नहीं हैं और आपको लग रहा है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM में कोई गड़बड़ थी तो शिकायत कर सकते हैं।

सवाल: क्या इन बातों की शिकायत कभी भी की जा सकती है?
जवाब:
 नहीं, इसकी शिकायत फौरन करनी चाहिए। आपको जैसे ही गड़बड़ी की आशंका हुई ऑन द स्पॉट उसकी शिकायत करनी चाहिए। देर करने का कोई मतलब नहीं। चुनाव आयोग ने इसके लिए 24 घंटे के अंदर का वक्त तय किया है। मतलब यह कि 10 मार्च को मतगणना है, तो उस दिन की सुबह 8 बजे से दूसरे दिन यानी 11 मार्च की सुबह 8 बजे तक ही शिकायत कर सकते हैं। एक बार रिजल्ट आ गया तो उसके बाद अगर आप चुनावी नतीजे से नाखुश हैं तब आप उस रिजल्ट को सिर्फ कोर्ट में चुनौती दे सकते हैं।

सवाल: मान लीजिए, मैं उत्तर प्रदेश से हूं और काउंटिंग वाले दिन भोपाल (मध्य प्रदेश) में थी। मुझे अपने राज्य की मतगणना में कुछ गड़बड़ होने की बात पता चली, तब भी क्या मैं शिकायत कर सकती हूं?
जवाब: 
हां, ऐसा आप कर सकती हैं। लेकिन, यहां भी मेरा यही कहना है कि जिस व्यक्ति ने आपको इसकी सूचना फोन पर दी है उसे सबसे पहले शिकायत ऑन द स्पॉट करनी चाहिए। वैसे तो आप देश-दुनिया के किसी भी हिस्से से इसकी शिकायत कर सकते हैं। बस इसके लिए आपकी सिटिजनशिप भारत की होनी चाहिए।

सवाल: अच्छा, तो फिर कहां कर सकते हैं शिकायत?
जवाब:
 चुनाव आयोग से सीधे तौर पर शिकायत कर सकते हैं। शिकायत के लिए दिल्ली स्थित इलेक्शन हाउस के ऑफिस में बकायदा कंट्रोल रूम बना है।

सवाल: किस तरह से की जा सकती है शिकायत?
जवाब.
 चुनाव आयोग के कंट्रोल रूम में आप फोन, फैक्स या फिर ईमेल से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

सवाल: मैंने जो शिकायत की उस पर कोई सुनवाई हो रही हैं या नहीं इसे कैसे ट्रैक कर सकती हूं?
जवाब.
 इसे ऐसे समझते हैं- मतगणना केंद्र के कुछ दूर पर मेरी नजर एक ऐसे व्यक्ति पर पड़ी जिसके हाथ में चाकू था। उसका हुलिया भी संदिग्ध लग रहा था। मैंने शिकायत करने की सोची और फट से चुनाव आयोग के TOLL FREE नंबर 1950 डायल किया। कस्टमर केयर में मौजूद व्यक्ति ने फोन उठाते ही सबसे पहले मेरा नाम, जिला और चुनाव क्षेत्र पूछा। फिर उसने मेरी शिकायत सुनकर उसे दर्ज किया।

फोन रखते ही मेरे मोबाइल नंबर पर Complaint tracking number आ जाता है। इसे ट्रैक कर मैं पता कर सकती हूं मैंने जो शिकायत की है उस पर कार्रवाई किस स्तर पर हो रही हूं।

चुनाव आयोग का दावा हैं कि उन्हें मिलने वाली सभी शिकायत को रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायतों का भी रजिस्टर बनाया गया है। जहां से शिकायत आई है, वहां के सेंटर पर उसको दूर करने का निर्देश भी दिया जाता है।

सवाल: चुनाव आयोग की जगह क्या मैं अपने ही क्षेत्र में इसकी शिकायत कर सकती हूं?
जवाब.
 बिल्कुल, आप अपने निर्वाचन क्षेत्र में ही इलेक्शन से रिलेटेड कोई भी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं। आपको चुनाव आयोग के दिल्ली ऑफिस तक पहुंचाने से पहले अपने जिले के कलेक्टर को इसकी जानकारी देनी चाहिए। कलेक्टर ही जिला चुनाव अधिकारी के तौर पर काम करता है। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो इसकी जिम्मेदारी भी उसकी होती है। वैसे तो कलेक्टर आपको मतगणना क्षेत्र के पास ही मिल जाएंगे। अगर वो नहीं मिलते हैं तो आप कलेक्ट्रेट ऑफिस जाकर वहां के कर्मचारी के पास अपनी शिकायत दर्ज करा सकता हैं।

शिकायत दर्ज कराने के बाद उसकी रिसीविंग यानी आपने शिकायत की है इसका कोई प्रमाण जरूर ले लें। आप एक चिट्ठी में शिकायत लिखकर भी 24 घंटें के अंदर कलेक्टर ऑफिस में जमा करवा सकते हैं।

सवाल. लाइव रिजल्ट देखने के लिए क्या करना होगा?
जवाब. 
आप चुनाव आयोग के ऑफिशियल पोर्टल पर जाकर रिजल्ट देख सकते हैं।

  • eci.gov.in टाइप कर click करें।
  • यहां आपको results का ऑप्शन दिखेगा।
  • वहां Click कर आप जिस भी राज्य का रिजल्ट देखना चाहते हैं उसे चुन सकते हैं।



पंजाब में EXIT POLLS पर सियासी घमासान:AAP का सुखबीर बादल को जवाब- 25 साल राज करने की बात करते थे, हार देख दिमागी संतुलन खो चुके



 चंडीगढ. पंजाब में मतगणना से पहले EXIT POLLS पर राजनीतिक घमासान मच गया है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने इन्हें आम आदमी पार्टी (AAP) का पेड सर्वे करार दिया। इसके जवाब में AAP के CM चेहरा सांसद भगवंत मान ने कहा कि सुखबीर बादल तो 25 साल राज करने की बात करते थे। वह दावा कहां गया? आप नेता हरपाल चीमा ने कहा कि चुनाव में हार देख सुखबीर बादल शायद दिमागी संतुलन खो चुके हैं।

सांसद और पंजाब में पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा भगवंत मान ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सूबे में फतवा बदलाव के लिए होगा। उन्होंने सुखबीर बादल के एग्जिट पोल्स को फर्जी और पेड करार दिए जाने पर मखौल उड़ाते हुए कहा कि वह अभी भी कुछ कह रहे हैं। वह तो पहले 25 साल राज करने की बात भी करते रहे हैं।

हक में आए तो सही और उलट आए तो गलत : हरपाल चीमा

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल चीमा ने कहा कि सुखबीर बादल बौखला गए हैं। जब 2007 और 2012 में एग्जिट पोल उनके हक में आए तो वह सही थे क्योंकि उनकी सरकार बनी। अब वह इसे नकार रहे हैं। ऐसा लगता है कि वह दिमागी संतुलन खो चुके हैं। अकाली दल पंजाब में बुरी तरह से हार रहा है। अकाली उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो चुकी है। उन्होंने काले कानूनों का समर्थन किया। उनके राज में सबसे ज्यादा बेअदबी की घटनाएं हुई। इसकी सजा उन्हें पंजाब के लोगों ने दी है।

यह कहा था सुखबीर बादल ने

सुखबीर बादल ने अमृतसर पहुंचने के बाद कहा कि एग्जिट पोल पर किसी पंजाबी को यकीन नहीं है। पिछली बार आप को 100 सीटें दी गई थी लेकिन सिर्फ 20 सीटें आई। ममता बनर्जी को भी एग्जिट पोल में 100 सीटें नहीं दी गई लेकिन वह 200 सीटें जीतीं। बंगाल में भाजपा को बहुमत दे रहे थे लेकिन 60 सीटें मिली। सुखबीर ने कहा कि एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल पर बैन लगना चाहिए। सुखबीर ने कहा कि चुनाव आयोग हर चीज को देख रहा है तो इसे भी देखना चाहिए। सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर पेड पोल से चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है।



पंजाब में मतगणना कल:चुनाव आयोग ने विजयी जुलूस पर पाबंदी लगाई; सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की 45 कंपनियां तैनात

 

चंडीगढ़. पंजाब में 117 विधानसभा सीटों के लिए कल सुबह 8 बजे से मतगणना होगी। कोरोना के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने विजयी जुलूस पर पाबंदी लगा दी है। पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर डॉ. एस करुणा राजू ने कहा कि जीत का सर्टिफिकेट लेने के लिए भी उम्मीदवार सिर्फ 2 समर्थकों के साथ ही आ पाएगा।

आयोग के आदेश लागू करवाने के लिए सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी और पुलिस कमिश्नर को हिदायत जारी कर दी गई है। इसके अलावा मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की 45 कंपनियां तैनात की गई हैं। सभी जगह थ्री लेयर सिक्योरिटी रहेगी।

66 जगहों पर 117 काउंटिंग सेंटर, 2 को छोड़ 115 सीटों पर 14 राउंड
मतगणना के लिए 66 जगहों पर 117 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। सभी सेंटरों पर 14-14 टेबल लगाए गए हैं। सिर्फ 2 सीटें ऐसी हैं, जहां 14 से कम टेबल होंगे। इस लिहाज से औसतन हर सीट पर 14 राउंड की मतगणना होगी।

8 हजार कर्मचारी करेंगे काउंटिंग
डॉ. राजू ने बताया कि मतगणना के लिए 8 हजार कर्मचारियों की तैनाती की गई है। इन्हें 4 चरण की ट्रेनिंग दी गई है। वहीं चुनाव आयोग ने ड्राई रन भी कर लिया है। उम्मीदवारों के एजेंटों को शिनाख्ती कार्ड के बगैर एंट्री नहीं मिलेगी। उन्हें सुरक्षा की पहली लेयर से ही पैदल काउंटिंग सेंटर तक जाना होगा। इसके अलावा सभी सेंटरों में एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं।

वोटर हेल्पलाइन एप पर लाइव रिजल्ट
मुख्य चुनाव अफसर डॉ. राजू ने बताया कि आयोग की तरफ से वोटर हेल्पलाइन एप पर लाइव रिजल्ट दिखाया जाएगा। इसमें राउंडवाइज जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा आयोग ने हर काउंटिंग सेंटर और स्टेट ऑफिस में मीडिया सेंटर बनाया है, जहां इसकी जानकारी दी जाएगी।

कल पंजाब में ड्राई डे

मतगणना के मद्देनजर पंजाब में ड्राई डे घोषित कर दिया गया है। मतगणना के समय के दौरान शराब के ठेके बंद रहेंगे। इसके अलावा कोई भी शराब स्टोर नहीं कर सकता। वहीं होटल, रेस्टोरेंट, क्लब और अहातों में भी शराब बेचने और परोसने-पिलाने पर भी पाबंदी रहेगी।



Punjab Election 2022: पंजाब चुनाव के नतीजों से पहले पार्टियों ने बनवाए ‘जीत के लड्डू’, तस्वीरें वायरल



 Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों (Punjab Assembly elections results) का 10 मार्च को ऐलान होने वाला है।

Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों (Punjab Assembly elections results) का 10 मार्च को ऐलान होने वाला है। हालांकि, इससे पहले ही कुछ राजनीतिक पार्टियों ने जश्न मनाने की तैयारी करना शुरू कर दिया है। जी हां, चुनाव के परिणामों से पहले ही कुछ राजनीतिक दलों (Political Parties) ने मिठाइयों के ऑर्डर दे दिए हैं। एक दिन बाद ही पंजाब चुनाव के नतीजे आ रहे हैं, ऐसे में राज्य भर में मिठाइयों की दुकानों में जीत के लड्डू बनने लगे हैं।

सोशल मीडिया पर इन लड्डुओं की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी कई तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें हलवाई लड्डू बनाते दिख रहे हैं। साथ ही, कुछ बड़े बड़े लड्डू भी देखे जा सकते हैं जिनके साथ लिखा है- 2022 जीत के लड्डू। ऐसा कहा जा रहा है कि ये ‘लड्डू’ जीतने के बाद विजयी उम्मीदवार के समर्थकों के बीच भारी मात्रा में बांटे जाएंगे।

पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले बने लड्डू

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसे-जैसे चुनावी नतीजों का दिन पास आता जा रहा है, उतनी ही रफ्तार से मिठाइयों की दुकानों पर राजनीतिक पार्टियों के ऑर्डर को समय पर पूरा करने के लिए काम चल रहा है। दरअसल, जीतने वाले उम्मीदवारों के लिए कथित तौर पर एक खास 5 किलो का ‘जीत का लड्डू’ तैयार किया जा रहा है। 

एएनआई ने तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा है- “लुधियाना में पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले राज्य में राजनीतिक दल लड्डुओं का ऑर्डर दे रहे हैं। वोटों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी।”

पंजाब विधानसभा चुनाव 

इस बीच, Republic-P Marq Punjab Poll of Polls 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव का हाल जानने को मिला है। P Marq के अनुसार, आम आदमी पार्टी (आप) को पंजाब में बहुमत मिलता दिख रहा है जबकि कांग्रेस बाजी हारती नजर आई। इसके अलावा, शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी भी कुछ खास कमाल करती दिख नहीं रही हैं।

P-Marq ने AAP के 62-70 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है जबकि कांग्रेस को 23-31 सीटें मिल सकती हैं। साथ ही, शिअद और बीजेपी को क्रमश: 16-24 और 1-3 सीटें मिलने का अनुमान है। 



Punjab Election 2022: अमरिंदर की डिनर पार्टी में पहुंचे 12 कांग्रेसी नेता, चुनावी नतीजों से पहले बदलेंगे पाला?


 

Punjab Election 2022: पंजाब चुनाव के नतीजे से पहले एक ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। दरअसल, 12 कांग्रेस और 2 AAP उम्मीदवारों ने मंगलवार को सिसवान में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के फार्महाउस पर हुई डिनर पार्टी में भाग लिया है। गौरतलब है कि पंजाब चुनाव के नतीजे आने से दो दिन पहले ही कांग्रेस नेताओं का कैप्टन की डिनर पार्टी में शामिल होना बड़ी बात है।

सूत्रों के अनुसार, यह इस बात का संकेत है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली पार्टी के कई नेता नतीजे आने के तुरंत बाद दूसरी पार्टियों में जा सकते हैं। इस विधानसभा चुनाव के लिए सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (Punjab Lok Congress) ने बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है। ऐसे में, अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर AAP को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती हैं तो शिअद पंजाब में सरकार बनाने के लिए इस तीन-पक्षीय गठबंधन से हाथ मिला सकती है।

पंजाब विधानसभा चुनाव 

Republic-P Marq Punjab Poll of Polls 2022 के हिसाब से, कांग्रेस को 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में केवल 23-31 सीटों के अनुमान के साथ एक बड़ा झटका लग सकता है। इसके अलावा, शिअद-बसपा गठजोड़ भी मतदाताओं का भरोसा जीतने में विफल होता नजर आ रहा है और केवल 16-24 सीटें जीत सकता है। 

वही दूसरी ओर, AAP के 35.6% वोट शेयर के साथ 62-70 सीटें जीतने की संभावना है जिसके कारण पार्टी राज्य में अगली सरकार बनाने की रेस में सबसे आगे नजर आई। साथ ही, बीजेपी, पंजाब लोक कांग्रेस और शिअद (एस) का गठबंधन भी खास कमाल दिखाने से चूकता दिख रहा है क्योंकि उसे केवल 1-3 सीटें और 9.7% की मामूली वोट हिस्सेदारी मिल सकती है।

कांग्रेस में घमासान

कांग्रेस सरकार में अंदरूनी कलह तब शुरू हो गई जब सिद्धू ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और ड्रग्स के मामलों में न्याय करने में कथित देरी को लेकर तत्कालीन सीएम अमरिंदर सिंह को घेरना शुरू कर दिया। फिर 18 सितंबर 2021 को तकरार और बढ़ गई, जब कांग्रेस ने पंजाब के सीएम को बिना बताए विधायक दल की बैठक बुला ली। उसके बाद बाहर किए जाने की अटकलों के बीच, सिंह ने अपना इस्तीफा उसी दिन शाम करीब साढ़े चार बजे पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को सौंप दिया और कांग्रेस पर उन्हें ‘अपमानित’ करने का आरोप लगाया।



मंगलवार, 8 मार्च 2022

Bathinda-रंजिश में 13 लोगों ने दो स्थानों में किया दो लोगों पर हमला, एक युवक को मारी दो गोलियां


बठिंडा, 8 मार्च(जोशी).
नथाना व कोटफत्ता पुलिस ने पुरानी रंजिश में दो स्थानों पर पिस्तोल से गोलियां चलाने व एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल करने के मामले में 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पहले मामले में विजिलेंस विभाग के पास शिकायत कर मामला दर्ज करवाने वाले एक व्यक्ति पर गोलियां चलाकर उसे जान से मारने की कोशिश की। गोली व्यक्ति की लात व बाजू में लगी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल में दाखिल जगजीत सिंह उम्र 30 साल वासी तुंगवाली गांव ने बताया कि भुच्चो मंडी वासी रामजी लाल ने सरकारी काम में भ्रष्टाचार किया था जिसका खुलासा उसने किया था व इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग के पास की थी। विजिलेंस ने जांच के बाद आरोप सही पाए जाने पर आरोपी पर केस दर्ज किया था। इसी बात की रामजी लाल उससे रंजिश रखता था। गत दिवस जब वह गांव तुंगवाली में जा रहा था कि रामजी लाल अपने पांच साथियों के साथ मोटरसाइकिल पर कार पर सवार होकर उसके सामने आ गए व पहले उसे गालियां दी व बाद में पिस्तौल निकालकर उस पर फायर कर दिए। इसमें एक गोली जगजीत सिंह के पैर व दूसरी बाजू में लगी। वह बुरी तरह से लहुलुहान हो गया। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने उसे अस्पताल में दाखिल करवाया जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने आरोपी लोगों पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।  वही दूसरे मामले में कोटफत्ता पुलिस के पास निर्मल सिंह वासी गांव बंगेहर मुहब्बत ने शिकायत दी कि उसका गुरपाल सिंह, सुखपाल सिंह वासी बंगेहर मुहब्बत के साथ एक पुराना झगड़ा चल रहा था। इसमें कई बार समझौता करवाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके। इसी रंजिश में दोनों आरोपियों ने करीब पांच अन्य अज्ञात लोगों को साथ लेकर उसे गांव में रोक लिया व गाली गलोच कर मारपीट करने लगे। इसके बाद जब वह मौके से जान बचाकर भागने लगा तो उक्त लोगों ने पिस्तोल से उस पर फायर कर दिए। वह जमीन पर लेट गया जिससे गोली उसे नहीं लग सकी। इसके बाद वह किसी तरह से दूसरे लोगों की सहायता से वहां से भागने में सफल रहा। पुलिस ने उक्त दोनों मामलों में आरोपियों को नामजद कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इन दोनों मामलों में हैरानी वाली बात यह है कि राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू है व जिला प्रशासन ने सभी लोगों से अपने लाइसेंसी व दूसरे हथियार प्रशासन व पुलिस के पास जमा करवाने की हिदायते जारी कर रखी है व प्रशासन के अनुसार अधिकतर लोगों ने अपने हथियार जमा करवा दिए है व जिन लोगों ने नहीं करवाए है उनके खिलाफ कानूनी कारर्वाई की जा रही है। इसके बावजूद आए दिन पिस्तौल से हमला करने व लोगों को घायल करने की शिकायते दर्ज हो रही है।  

हेरोइन व नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में तीन नामजद, दो गिरफ्तार 

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). देशराज स्कूल बठिंडा के नजदीक कोतवाली पुलिस ने दो लोगों को 25 ग्राम हेरोइन व 3 ग्राम नशीली पदार्थ व नगदी के साथ एक व्यक्ति को नामजद कर दो को गिरफ्तार किया है। कोतवाली पुलिस के एसआई हरजीवन सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ नौजवान हेरोइन की तस्करी का धंधा करते हैं। इसी के चलते पुलिस ने मुखबरी के आधार पर देशराज स्कूल बठिंडा के पास दो लोगों संदीप धातरो वासी बाबा मंदर वाली गली बठिंडा व इंद्रजीत सिंह वासी गुरु गोबिंद सिंह नगर बठिंडा को शक के आधार पर रोककर तलाशी ली। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास 25 ग्राम हेरोइन का नशा बरामद किया गया। इसमें आरोपी संदीप धातरो के मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया जबकि दूसरा आरोपी फरार होने में सफल रहा।  इसी तरह संगत पुलिस के सहायक थानेदार हरबंस सिंह ने बताया कि पुलिस ने 3 ग्राम नशीली पाउंडर, एक मोबाइल फोन व 200 रुपए की नगदी के साथ खुशदीप सिंह वासी गांव पथराला को गांव से गिरफ्तार किया है।

पैदल जा रहे व्यक्ति से मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने छीना मोबाइल, गिरफ्तार 

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). बठिंडा के बीड़ रोड पर मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने पैदल जा रहे एक व्यक्ति से मोबाइल फोन छीन लिया व फरार हो गए। मामले में कनाल कालोनी पुलिस ने शिकायत के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कनाल कालोनी पुलिस थाना के पास सहिलपाल वासी बीड़ रोड बठिंडा ने शिकायत दी कि वह गत दिवस काम से वापिस अपने घर की तरफ पैदल जा रहा था कि इसी समय दो लोग पीछे से आए व उसका नोकिया मोबाइल फोन जिसकी कीमत करीब 8 हजार रुपए के करीब थी छीनकर फरार हो गए। मामले की शिकायत उन्होंने पुलिस के पास कर दी। पुलिस ने मामले में लूटपाट करने वाले लोगों के मोटरसाइकिल नंबर  आधार पर पहचान कर ली। इसमें गोबिंद, आकाश सिंह वासी अमरपुरा बस्ती बठिंडा को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी राहत जाते लोगों से छीनाछपटी करने का काम काफी समय से कर रहे थे। पुलिस आरोपियों को रिमांड हासिल कर पहली की लूटपाट की जानकारी जुटा रही है।

लोगों को दड्डे सट्टे की लत लगाकर जालसाजी करने वाला एक गिरफ्तार 

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). दड्डा सट्टा लगाकर लोगों को ठगने व जुएं की लत लगाने वाले एक व्यक्ति को कनाल कालोनी पुलिस थाना ने गिरफ्तार किया है। कनाल कालोनी पुलिस के सहायक थानेदार तारा सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि रेलवे कालोनी के नजदीक स्थित पोखरमल कंटीन के पास एक व्यक्ति लोगों को दड्डा सट्टा लगाने का काम करता है व सुबह व सांय वहां आकर लोगों की पर्ची व पैसे लेकर जाता है। इसी सूचना पर पुलिस ने आरोपी सुखविंदर कुमार वासी अमरपुरा बस्ती बठिंडा को 10 पर्चियां व उसमें इकट्ठी की गई करीब 1070 रुपए की नगदी के साथ पोखर मल कंटीन के पास से गिरफ्तार कर लिया।  

केंद्रीय जेल में तेजधार हथियारों से हमला कर घायल करने वाले तीन हवालातियों पर केस

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). केंद्रीय जेल गोबिंदपुरा बठिंडा में तेजधार हथियारों से दूसरे कैदियों पर हमला करने वाले तीन हवालातियों पर जेल प्रशासन ने कैंट पुलिस थाना में केस दर्ज करवाया है। कैंट पुलिस थाना में केंद्रीय जेल बठिंडा के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने लिखित शिकायत दी कि हवालाती कुलविंदर सिंह वासी सेमा, हवालाती लक्की खोखर वासी खोखर, हवालाती रणजोध सिंह ने गत दिवस जेल में कैदियों के साथ झगड़ा किया व तेजधार हथियारों से हमला किया। जेल प्रबंधकों ने स्थिति को मौके पर गंभीर होने से बचाया। इस दौरान आरोपी लोगों के पास से पतरी वाला क्रिच, सरिया से बनाया सुआ व रेती से बना तेज हथियार भी बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार कैदी जेल में रसोई व दूसरे निर्माण कार्य के दौरान लोहे का सामान उठाकर इसे तेजधार हथियार बनाकर रखते थे व झगड़े की स्थिति में कैदियों पर इससे वार करते थे। फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर अगली कारर्वाई शुरू कर दी है। 


तेज रफ्तार कार ने गली में घूम रहे सात साल के बच्चे को मारी टक्कर

बठिंडा, 8 मार्च(जोशी). जिले के गंव चक्क रुलदू सिंह वाला के पास एक तेज रफ्तार कार चालक ने सात साल के बच्चे को टक्कर मारकर घायल कर दिया। संगत पुलिस थाना के पास जसविंदर सिंह वासी चक्क रुलदू सिह वाला ने शिकायत दी कि गत दिवस उसका सात साल का बेटा  अमनदीप सिंह गांव में पैदल जा रहा था कि इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार आई व उसे टक्कर मारकर चालक मौके से फरार हो गया। उसके बेटे को गंभीर चोट लगी है। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। 


सोमवार, 7 मार्च 2022

Bathinda- आढ़तियां ने साथी से मिलकर मारी 40 लाख की ठगी, लाइव होकर किसान ने फंदा लगा समाप्त कर ली जीवन लीला


-पुलिस ने परिजनों के बयान पर दो लोगों के खिलाफ दर्ज किया केस, गिरफ्तारी नहीं

बठिंडा. बठिंडा के गांव पुहला में एक किसान ने आढ़ती व किसान की तरफ से 40 लाख रुपए की जालसाजी से परेशान होकर सोशल मीडिया में लाइव होकर घर के कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक किसान की उम्र 40 साल के करीब बताई जा रही है जबकि वह इसने पीछे 15 साल की लड़की व 14 साल का लड़का व पत्नी को छोड़ गया है। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान पर मामले की जांच शुरू कर दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है लेकिन आरोपी आढ़तियां व साथी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जानकारी अनुसार पुहला गांव में रहने वाले हरचरण संह काला पुहला ने सोमवार की सुबह सोशल मीडिया पर लाइव होकर खुद को फंदे में लटकाककर आत्महत्या कर ली। इससे पहले उसने आरोप लगाया कि वह अपनी फसल एक आढतियां के यहां एक जानकार किसान के मार्फत बेचता था। इसमें आढ़तियां उसकी फसल की पेयमेंट नहीं दे रहा था। यह राशि लंबे समय से करीब 40 लाख रुपए के करीब हो गई। आढ़तियां उसे हर बार कहता था कि उसकी पेयमेंट उसके पास जमा है व जब जरूरत होगी ब्याज सहित उससे वह राशि ले सकता है। हरचरण सिंह काला पुहला ने कई बार आढ़तियां को पेयमेंट देने के लिए कहा लेकिन वह एक अन्य जट्ट के साथ मिलकर उसे ब्लैकमेल करने लगा व करीब 8 दिन पहले आढ़तियां उसके घर आया व कहा कि वह उसके खाते में पेयमेंट डाल देगा इसके लिए आनलाइन पेयमेंट होगी सो वह उसे अपने खाते का खाली चैक साइन करके दे। रकम ज्यादा होने के चलते चार बैंकों से उसे ट्रांसफर करुगा व चार खाली चैक में उसके साइन करवाकर ले गया। इसके बाद जब उसकी पेयमेंट नहीं मिली तो उसने फोन किया तो उसने कहा कि अगर उसने ज्यादा शोर किया तो वह खाली चैंक में रकम भरकर उस पर केस कर देगा कि वह उसकी पेयमेंट हड़प कर रहा है। इसी बात को लेकर हरचरण सिंह काला पुहला मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। यही नहीं हरचरण सिंह ने विडियो में कहा कि वह अपने दोनों बच्चों से बहुत प्यार करता है। उसका सपना था कि वह अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देकर ऊंचे मुकाम में पहुंचते देखों लिन आढ़ती व उसके साथ के कारण वह मानसिक तौर पर टूट चुका हूं व अपने अपने बच्चों पर घर की इतनी बड़ी जिम्मेवारी डालकर भगवान के घर जा रहा हूं। उसने कहा कि अगर मैं सच्चा हूं तो मेरे बाद मुजे व मेरे परिवार को इंसाफ जरूर दिलवाना। मृतक व्यक्ति के परिजन रविंदर सिंह व पत्नी ने बताया कि आढ़तियां व उसका साथी हरचरण सिंह काला को लगातार परेशान कर रहा था जिसके चलते वह मरने के लिए मजबूर हुआ है। उन्होंने पुलिस व प्रशासन से उसके पति के हत्यारों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है।

थाना नथाना के एसआई सुखविंदर सिंह ने बताया कि मृतक काला सिंह के परिजनों के बयानों पर आरोपित यादविंदर सिंह उर्फ जादू और बलजिंदर सिंह के खिलाफ खुदकुशी करने के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन उनकी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि मृतक ने अपनी वीडियो में भी इन दोनों लोगों के नाम लिए है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

 


पिछले दो दशक से बठिंडा में अवैध इमारतों का मुद्दा गर्म लेकिन राजनीतिक, अधिकारिक व एजेंटों के गठजोड़ ने नहीं होने दी कारर्वाई


बठिंडा।
बठिंडा शहर में अवैध इनारतें बनने का मुद्दा नगर निगम की हाउस बैठकों में भी पिछले दो दशक से उठाया जा रहा है लेकिन जमीनी स्तर पर आज तक पुख्ता कारर्वाई नहीं हो सकी है। अवैध इमारते बनाने वाले लोगों का शहर के कुछ आर्टिटेक्टो के साथ निगम के अधिकारियों से इस तरह का गठजोड़ है कि शहर में कोई भी इमारत जब बनने लगती है तो उसकी दीवारों को पहले पूरी तरह से बनाने का मौका दिया जाता है। वही जिस दिन इमारत का लैंटर डाला जाता है उसी दिन निगम के अधिकारी व फिल्ड अफसर मौके पर पहुंच जाते हैं। इस दौरान पहले उन्हें बिल्डिंग का काम रोकने की धमकी दी जाती है वही अगले दिन आकर इमारत पर बुल्डोजर चलाने की चेतावनी देते है। इमारत पर लाखों रुपए खर्च कर चुका बिल्डर हाथ पैर मारना शुरू करता है व शहर में निगम के अधिकारियों की जानपहचान वाले नेताओं से लेकर हर वर्ग के व्यक्ति से सिफारिश डलवाने का काम शुरू हो जाता है। इस दौरान सिफारिश लेकर आए व्यक्ति को संदेश दिया जाता है कि आलाअधिकारी के पास मामला पहुंच चुका है व अफसर काफी सख्त है। इकी दौरान फिर बिल्डर की जेब खाली करवाने व अफसर व बिचोलियों की जेब भरने का सिलसिला शुरू हो जाता है। जेब में पैसे पहुंचते ही इमारत कैसे बननी है व किस तरह का जुगत लगाना है इसकी पूरी जानकारी बिल्डर तक पहुंचा दी जाती है व कुछ समय बाद ही बिल्डिंग तैयार होकर रंग रोगन पोतकर तैयार हो जाती है। यही नहीं इमारत की कीमत व इलाके के हिसाब से पैसे का लेनदेन तय होता है। फिलहाल इस पूरे माफियां को सीधे तौर पर अफसरों से लेकर नेताओं का सीधे तौर पर संरक्षण हासिल होता है।

पांच साल पहले 10 सदस्यों की कमेटी कर चुकी है जांच

पिछले दो दशक में शहर में बनी अवैध इमारतों का मसला नगर निगम सदन में बार-बार उठने के बाद 31 मार्च 2017 की बजट बैठक में जांच के लिए 10 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया था। रिकॉर्ड देखा जाए तो 2003 से 2012 तक की 850 तो 2012 से 2017 तक 400 के करीब अवैध इमारतों का निर्माण शहर में किया जा चुका है। वही साल 2017 से अब तक 1200 के करीब इमारते नियमों को ताक पर रखकर शहर में बन चुकी है। इसमें खास बात यह रही कि शहर में एक दर्जन से अधिक बड़े अस्पताल व शो रुम पिछले पांच साल में नियमों को ताक पर रखकर तैयार हो गए। जबकि यह सभी वही इमारते थे जिसमें लंबे समय से निगम आपत्ति जताता रहा है। इन तमाम इमारतों में नगर निगम ने बाकायदा नोटिस निकाल रखा है लेकिन इनके खिलाफ तो कार्रवाई हो सकी और ही इनका सीएलयू भरवाया जा सका है जिससे नगर निगम को करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ा है।

शहरमें नवंबर 2016 से 15 मार्च 2017 तक 28 अवैध इमारतें नियम कायदों को ताक पर रखकर खड़ी कर दी गई। इसकी जानकारी नगर निगम के रिकार्ड में दर्ज है लेकिन इसमें हैरानी वाला पहलू यह है कि नगर निगम ने इन इमारतों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर नोटिस निकालकर खानापूर्ति कर दी। वर्तमान में यही अवैध इमारतें नगर निगम अधिकारियों के लिए गले का फांस साबित हो रही है। नगर निगम ने सूचना अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी में शहर में पांच माह के दौरान बनी इमारतों की लिस्ट तो जारी कर दी लेकिन इसमें जब इन इमारतों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है संबंध में पूछा गया तो अधिकारियों ने इसे आंतरिक मामला कहकर जवाब देने से इनकार कर दिया।

दूसरी तरफ नगर निगम अधिकारियों की मिलीभगत से शहर में बनी इमारतों को लेकर पार्षदों ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल करने में जहां आनाकानी की वहीं इसमें अब पूरे मामले की जांच विजिलेंस से करवाने की मांग भी की गई लेकिन राजनीतिक व अधिकारियों के दबाव में मामले ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । लोकसभाचुनाव 2014 में 150 अवैध इमारतें बनी तो 2015 निगम चुनाव में 125 इमारतें रातों रात बना दी गई। 2017 विधानसभा चुनाव में नगर निगम रिकार्ड में 28 इमारतें बनी है जबकि शहर के आउटर एरिया के साथ गली मोहल्लों में बनी इमारतों को जोड़ दिया जाए तो यह तादाद 80 से ऊपर पहुंच जाएगी। साल 2003-04 में 60, 2004-05 में 58, 2005-06 में 82, 2006-07 में 91 इमारतें बनी। साल 2007 विधानसभा चुनाव के दौरान 121, लोकसभा चुनाव 2009 में 114 इमारतें अवैध तौर पर खड़ी की गई। 2010-11 में 25 तो 2012 विस चुनाव में 175 इमारतें खड़ी हो गई। वही हाल में नगर निगम व बाद में विधानसभा चुनावों में शहर के हर कोने व गली मुहल्ले में इमारते बनाने की होड़ लग गई। इन इमारतों की अगर सही ढंग से फीस भरी जाती तो निगम की आय करोड़ों में जाती व शहर का विकास हो सकता था लेकिन अधिकारियों ने निगम के कागजों में हेरफेर कर, कमर्सिंयल को रेजीडेंस इलाका दिखाककर करोड़ों का हेरफेर कर मोटी चपत लगाने का काम किया। पार्किंग के नाम पर छोड़ी जाने वाली जगह से लेकर दो से पांच मंजिला इमारत बनाने के लिए भर जाने वाली फीसों में भी बड़ा हेरफेर हुआ। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए तो एक बड़ा घपला सामने आ सकता है।


आईएमए बठिंडा की तरफ से आईएमए नेशनल प्रेसिडेंट रनिंग क्रिकेट ट्राफी का डीसी विनित कुमार ने किया विधिवत उद्घाटन


बठिंडा, 7 मार्च(जोशी). इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बठिंडा की तरफ से आईएमए नेशनल प्रेसिडेंट रनिंग क्रिकेट ट्राफी का विधिवत उद्घाटन किया गया। इसका उद्घाटन डिप्टी कमिश्नर विनित कुमार की तरफ से किया गया। आईएमए बठिंडा के करीब 600 सदस्यों के सहयोग से आयोजित हो रहे इस टूर्नामेंट का हर साल आयोजन इंडियन डेंटल एसोसिएशन और आसपास की आईएमए ब्रांचों की टीमों की तरफ से किया जा रहा है। आईएमए के जिला प्रधान डा. विकास छाबड़ा ने बताया कि इस बार की ट्राफी के प्रोयोजित फ्रेकी नवेतिया है जो अपने स्वर्गीय पिता डा. सुंदर नवेतिया की याद में इसका आयोजन करवा रहे हैं। इस टूर्नामेंट में 8 टीमें हिस्सा ले रही है व इसमें 116 खिलाड़ी है जिसमें 20 डेटिस्ट व 5 मैंबर शमिल है। टूर्नामंट का उद्धघाटन डीसी बठिंडा विनित कुमार की तरफ बठिंडा के तेसवर स्पोर्ट्स एकादमी में किया गया। इस दौरान डीसी बठिंडा ने बैट व बाल से अपनी क्रिकेट के प्रति दिलचस्पी को उद्घाटन मैच के दौरान प्रदर्शित किया। पहला मैच संजीवनी चाइल्ड केयर और दिल्ली चाइल्ड केयर की टीमों के बीच खेला गया इसमें संजीवनी चाइल्ड केयर विजेता रही। इस मौके पर प्रधान डा. विकास छाबड़ा, सेक्रेटरी रविकांत गुप्ता, फाइनेंस सेक्रेटरी डा. दीपक बांसल, उपप्रधान डा. सौरभ गुप्ता, डा. परनीत सिद्धू, डा. रिमाशू बांसल, ज्वाइंट सेक्रेटरी डा. अमित अग्रवाल, डा. अश्वनी गोयल व डा. कवलीत सिंह खुराना भी हाजिर रहे। 

फोटो सहित-बीटीडी-1-2- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बठिंडा की तरफ से आईएमए नेशनल प्रेसिडेंट रनिंग क्रिकेट ट्राफी का विधिवत उद्घाटन करते डीसी बठिंडा व खेल के दौरान बैटिंग करते। 




महिला दिवस पर किया गया महिलाओं को सम्मानित/ वीनू गोयल ने किया अहवान-प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को मिलना चाहिए बराबरी का सम्मान


--महिला सशक्तिकरण को नमन: मोना जायसवाल,
-आत्मविश्वास तथा आत्मनिर्भर होकर बढ़ाएं कदम आगे: रामूवालिया


--महिला दिवस पर किया गया महिलाओं को सम्मानित

बठिंडा। महिला दिवस के उपलक्ष्य में समाज सेविका वीनू गोयल की अगुवाई में विशाल समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा प्रधान मोना जायसवाल मुख्य मेहमान के तौर पर उपस्थित हुए व उनके साथ बीबी अमनजोत कौर रामूवालिया स्पोक्सपर्सन भाजपा पंजाब विशेष तौर पर उपस्थित हुए। इस दौरान गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर मीनाक्षी गर्ग, प्रिंसिपल रजनी लॉरेंस, प्रिंसिपल जतिंदर शर्मा तथा ज्योतिष वंदना उपस्थित हुए। इस दौरान माधवी तथा प्रोफेसर अंजू गुलाटी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया गया। इस दौरान कार्यक्रम की शान में चार चांद लगाने के लिए उभरती पंजाबी सितारा राज धालीवाल ने प्रोग्राम में हिस्सा लिया। इस दौरान सभी महिलाओं द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। समाज सेविका वीनू गोयल ने बताया कि कार्यक्रम "बठिंडे दी आवाज, नारी का सम्मान" उनकी टीम द्वारा हर वर्ष उत्साह से मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि अग्रवाल समाज सभा तथा डायमंड वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त प्रयासों से उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उक्त कार्यक्रम में विशेष व्यक्तित्व रखने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस दौरान मोना जायसवाल ने महिला सशक्तिकरण का संदेश देते हुए इस कार्यक्रम में उपस्थित हुई प्रत्येक महिलाओं को नमन किया। इस दौरान अमनजोत कौर रामूवालिया ने भी महिलाओं को समाज में आत्मविश्वास तथा आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित किया। समारोह में पिंकी बराड़ तथा संतोष शर्मा का विशेष सहयोग रहा। डायरेक्टर एमके मन्ना ने बताया कि नारी शक्ति पुरस्कार में सुपर इंडियन वुमन क्लब से शीनू गोयल, डायरेक्टर सेंट पॉल रेडियंट स्कूल रजनी लॉरेंस, लेखक तथा कहानीकार स्नेह गोस्वामी, होली प्लेवे स्कूल से रजनी, सिंगर ज्योति गिल तथा जशनदीप व ज्योतिषी वंदना को सम्मानित किया गया। इस दौरान एडवोकेट बबीता गुप्ता द्वारा स्टेज सचिव की भूमिका निभाई गई। इस मौके गीत, संगीत कार्यक्रम के साथ-साथ लक्की हाउस मेकर महिला अवार्ड भी निकाले गए। महिलाओं के इस स्पेशल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वीनू गोयल ने कहा कि आधुनिक युग में महिलाओं की भागीदारी एक सशक्त समाज का निर्माण कर सकती है। उन्होंने समस्त महिलाओं को आत्मविश्वास से जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।


रविवार, 6 मार्च 2022

सिल्वर ओक्स स्कूल भुच्चो परिसर में अध्यात्म और शांति की गूंज से शैक्षिक कार्य का आगाज


 बठिंडा, 6 मार्च(जोशी).
  श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 48 घंटे के निरंतर और निर्विघ्न  प्रवचन का समापन मधुर कीर्तन और अरदास और प्रसाद वितरण  के साथ हुआ। इस अवसर पर स्कूल के  प्रेजिडेंट सरूप सिंगला, चेयरमैन इंद्रजीत सिंह बराड़, डायरेक्टर बरनिंदर कौर, सिल्वर ओक्स स्कूल की सभी शाखाओं के प्रमुखों एवं स्टाफ सदस्यों सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। सभी अतिथियों ने पवित्र गुरु का लंगर छकते हुए मानव जाति की शांति, प्रगति और समृद्धि की प्रार्थना की। सरूप चंद सिंगला जी कहा कि हमें अपने गुरुओं द्वारा दिखाए गए ईमानदारी एकता, सच्चाई और बहादुरी के मार्ग पर चलना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि सिल्वर ओक्स स्कूल भुच्चो में  हमारा प्रयास न केवल शिक्षा प्रदान करना होगा, बल्कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे छात्रों में 21 वीं सदी के कौशल का निर्माण किया जा सके, जिसके माध्यम से वे वास्तविक चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं जो प्रौद्योगिकी की इस क्रांति में मूल्यवान हो सकती हैं। विद्यालय के चेयरमैन इन्द्रजीत सिंह बराड़ ने इस शुभ अवसर का हिस्सा बनने के लिए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और प्रोत्साहित किया और सिल्वर ओक्स स्कूल की  टीम को हार्दिक बधाई दी। इस मौके विभिन्न सामाजिक, धार्मिक  व राजनीतिक क्षेत्र की हस्तियों ने उपस्थित होकर स्कूल प्रबंधन को बधाई दी व उज्जवल भविष्य की कामना की। 





चुनाव की आड़ में बन रही बठिंडा शहर में अवैध इमारते, निगम अफसर जेबे भर नहीं कर रहे कारर्वाई


बठिंडा।
हाल ही में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए तो परिणाम का इंतजार हो रहा है। इस स्थिति में राज्य में चुनाव आचार सहिंता लगी है। चुनाव आचार सहिंता के साथ नगर निगम बठिंडा में भी कमिश्नर की तैनाती नहीं है। ऐसे में बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों की जमकर मनमानी चल रही है व शहर में दर्जनों अवैध इमारतों का निर्माण बेखौफ होकर करवाया जा रहा है।पिछले एक साल से कभी नगर निगम चुनाव तो अब विधानसभा चुनाव के नाम पर लोगों को नियमों के विपरित शहर में इमारते बनाने की खुली छूट मिली हुई है। अधिकारी लोगों को नोटिस निकाल रहे हैं उन्हें बिल्डिंग का काम रोकने की बात कह रहे हैं लेकिन कुछ समय बाद ही अपनी जेबे गर्म कर इमारतों को कैसे बनाना है उसकी जुगत देकर काम शुरू करवा रहे हैं। नगर निगम के तमाम कायदे कानून को ठेंगे पर रखकर शहर में अवैध निर्माण खासकर अस्पतालों व बड़े-बड़े शोरूमों की बिल्डिंगं रातों रात तैयार हो रही है। इसमें कई बिल्डिंगें तो ऐसी है जो पिछले कई सालों से विवादों के चलते बन ही नहीं सकी लेकिन इन चुनावों में इन इमारतों को भी निर्माण की खुली छूट प्रदान कर दी गई। हालात यह है कि प्रतिबंधित क्षेत्र में कमर्शियल इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में शहर में नियम ढह रहे हैं और इमारतें बन रही हैं। बठिंडा की मानसा रोड पर असलहा डिपो के पास किसी भी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकता, लेकिन अब धड़ाधड़ इमारतों का निर्माण किया जा रहा है। शहर की बीबी वाला रोड़, ग्रीन सीटी रोड. डा. नारंग रोड. 100 फुटी रोड पावर हाउस सहित शहर के हर बाजार व प्रमुख सड़कों के किनारे बड़ी-बड़ी इमारतों का निर्माण धडल्ले से किया जा रहा है। अवैध निर्माण करने वालों पर न तो निगम ही शिकंजा कंस रहा है और न ही जिला प्रशासन। चौंकाने वाली बात तो यह है कि इनका निर्माण जहां निगम की नाक तले किया गया, वहीं निगम ने इन निर्माणों पर कार्रवाई के नाम पर मात्र कागजों का पेट भरा। खानापूर्ती के तौर पर आरापित को नोटिस जारी किए।

शहर का नक्शा बिगाड़ रहे अवैध निर्माण

शहर में धड़ाधड़ हो रहे अवैध निर्माण के कारण जहां निगम को करोड़ों रुपये की चपत तो लगी ही, शहर का नक्शा भी बिगड़ गया। रिहायशी क्षेत्रों में कमर्शियल निर्माण भी कर दिए, मगर राजनीतिक दबाव व मिलीभगत के चलते किसी पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

बिना कंप्लीशन के लगे बिजली व पानी कनेक्शन

यह मामला मात्र अवैध निर्माणों तक ही सीमित नहीं। निकाय विभाग ने अवैध निर्माणों व बिना कंप्लीशन सर्टीफिकेट के इमारतों को बिजली व पानी, सीवरेज कनेक्शन जारी करने पर पाबंदी लगाई है, मगर ब¨ठडा में बनी इन इमारतों में लगभग तमाम में बिजली, पानी व सीवरेज कनेक्शन भी लगा दिया। इससे निकाय विभाग के निर्देशों को भी ताक पर रखा गया।

निगम की नाक तले चल रहे हैं निर्माण

अभी भी निगम नींद में है व शहर में राजनीतिक संरक्षण के तले अवैध निर्माण जारी हैं। शहर में जांच की जाए तो ऐसे दर्जनों मामले सामने आ जाएंगे। मगर निगम गहरी नींद में है।

12 सौ मीटर के दायरे में नहीं हो सकतार निर्माण

आयुध डिपो के प्रतिबंधित क्षेत्र 12 सौ मीटर के दायरे में निर्माण के मामले में प्रशासन दोहरा मापदंड अपना रहा है। आम आदमी प्रतिबंधित क्षेत्र में निर्माण करे, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाता है, लेकिन राजनीतिज्ञ कराएं तो उसे कोई रोकने वाला नहीं।

शहर में जब भी कोई अवैध इमारत का निर्माण शुरु होता है तो निगम के अधिकारी उस ईमारत को रोकने के लिए नहीं आते। लेकिन जब ईमारत बनकर तैयार हो जाती है तो निगम के अधिकारी उनके पास आते हैं। लेकिन पता नहीं उनमें क्या बात होती है कि उसके बाद वे उससे भी ऊपर वाली मंजिल बनाना शुरू कर देते हैं। अपना दामन पाक साफ दिखाने के लिए निगम अधिकारी अवैध इमारतें बनाने वाले लोगों को नोटिस जारी करके खानापूर्ति कर देते हैं। इसके बाद भी वे इमारतें बनती रहती हैं।


इससे पहले भी ऐसे की लोगों ने मनमानी

लोकसभाचुनाव 2014 में 150 अवैध इमारतें बनी तो 2015 निगम चुनाव में 125 इमारतें रातों रात बना दी गई। 2017 विधानसभा चुनाव में नगर निगम रिकार्ड में 28 इमारतें बनी है जबकि शहर के आउटर एरिया के साथ गली मोहल्लों में बनी इमारतों को जोड़ दिया जाए तो यह तादाद 80 से ऊपर पहुंच जाएगी। साल 2003-04 में 60, 2004-05 में 58, 2005-06 में 82, 2006-07 में 91 इमारतें बनी। साल 2007 विधानसभा चुनाव के दौरान 121, लोकसभा चुनाव 2009 में 114 इमारतें अवैध तौर पर खड़ी की गई। 2010-11 में 25 तो 2012 विस चुनाव में 175 इमारतें खड़ी हो गई।



बुधवार, 2 मार्च 2022

BATHINDA-नशा तस्करों पर नकेल कसने में जुटी पंचायतों ने लगाया पुलिस पर कारर्वाई नहीं करने का आरोप -नशा तस्करों को छोड़ने व उन्हें पकड़वानी वाली पंचायतों से अभद्र व्यवहार करने पर एसएसपी से कड़ी कारर्वाई की मांग


बठिंडा. एक तरफ जहां स्थानीय पंचायतें नशा सप्लाई की चैन को तोड़ने के लिए काम करने में जुटी है वही कई पंचायतों ने शिकायत की है कि इस काम में उन्हें कुछ पुलिस अधिकारियों व कर्मियों का सहयोग नहीं मिल रही है। इसके पीछे एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि वह पुलिस के आला अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों में थाना स्तर के अधिकारी नशा तस्करो को जहां स्पोर्ट कर रहे हैं वही इसके खिलाफ आवाज उठाने की पंचायतों व उनके मैंबरों को बेइज्जत किया जा रहा है। इस मामले में बुधवार को बठिंडा की तीन ग्रामीण पंचायतों ने एसएसपी बठिंडा से मुलाकात की व नशा तस्करों को छोड़ने व पंचायत से अभद्रता करने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मी के खिलाफ कारर्वाई करने की मांग की है। हालांकि इस मामले में एसएसपी अवनीत कौडल ने आश्वासन दिया है कि वह मामले में बनती कारर्वाई करेंगी लेकिन पंचायतों का कहना है कि वह इससे पहले भी तत्कालीन एसएसपी के सामने नशा तस्करी का मुद्दा उठा चुके हैं लेकिन उनके नजदीकी थाना नंदगढ़ में तैनात कर्मियों के खिलाफ कोई कारर्वाई नहीं हुई बल्कि लंबे समय से उन्हें एक ही जगह पर तैनाती दे रखी है। चक्क अतर सिंह वाला गांव के सरपंच कृष्ण लाल, बाजका गांव के सरपंच लक्षमण सिंह व कालझरानी के सरपंच व चक्क अतर सिंह वाला के पूर्व पंचायत मैंबर इंद्र सिंह ने बताया कि उनके गांवों के नजदीकी थाना नंदगढ़ लगता है। इस थाना में पुलिस अधिकारी नशा तस्करों को संरक्षण दे रहे हैं। गत दिवस चक्क अतर सिंह वाला सहित आसपास के दर्जनों गांवों ने नशा रोकने के लिए प्रस्ताव पारित किया था व तय किया था वह अपने गांवों में नशे की तस्करी किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। वही नशा तस्करी करने वालों को मौके पर पकड़कर पुलिस के हवाले करेंगे। वही नशे की दलदल में फंसे नोजवानों को इससे बाहर निकालने के लिए प्रयास करेंगे। इसी कड़ी में गांव में पिछले पांच साल से स्मैक व दूसरे नशों की तस्करी करने वाले एक व्यक्ति को पकड़कर उन्होंने थाना नंदगढ़ पुलिस के हवाले किया था। इसके पास स्मैक भी बरामद की गई व गांव के करीब 40 गणमान्य लोगों की हाजिरी में उसे पकड़कर थाना लेकर गए लेकिन थाना में तैनात एक एएसआई ने उस पर किसी तरह की कारर्वाई करने की बजाय उसके पास जो नशा मिला था उसे पिला दिया व पंचायत मैंबरों को कहने लगे कि वह उस पर झूठा आरोप लगा रहे है कि नह तस्करी करता है। वही उस व्यक्ति को रिहा कर दिया गया। यही नहीं इस दौरान सरपंच कृष्ण लाल के साथ अभद्र व्यवहार कर जाति सूचक शब्द बोलकर बेइज्जत किया। ग्रामीणों ने इस बाबत विरोध भी जताया लेकिन कोई कारर्वाई नहीं हो सकी। इसके बाद समूह ग्राम पंचायतों के साथ स्थानीय लोग बुधवार को बठिंडा में एसएसपी बठिंडा से मिले व मांग रखी कि नशा तस्करों के खिलाफ कारर्वाई नहीं करने व पंचायतों से अभद्रता करने वाले अधिकारी के खिलाफ तत्काल कानूनी करार्वाई करे। वही ऐसा नहीं करने पर पंचायत ने विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। 

ADVT-EHP-2022/MW



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