कोरोना के चलते 22 मार्च 2020 से अदालतों में केसों की फिजिकल व पर्सनल हियरिंग थी बंद
बठिंडा। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जिले की सभी अदालतों में केसों की फिजिकल हियरिंग की शुरुआत हो गई। हालांकि अभी सभी अदालतों में नियमित कामकाज सामान्य हाेने में थोड़ा वक्त लगेगा, लेकिन अदालतों में केसों की पर्सनल हियरिंग शुरू होने के बाद इंसाफ की मांग को लेकर अपनी फरियाद लेकर आने वाले लोगों को इससे राहत मिलेगी। गौरतलब है कि कोविड-19 के चलते सभी अदालतें मार्च 2020 से बंद कर दी गई थी।
काेविड नियमों का पालन जरूरी
ध्यान रहे कि कोरोना के चलते पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट समेत प्रदेश की सभी जिला अदालतों में चल रहे केसों मे पर्सनल हियरिंग बंद की हुई थी ताकि अदालतों में भीड़ न हो। उच्च अदालतों व जिला अदालतों में अर्जेंट मैटर ही लिए जा रहे थे और अधिकांश सुनवाई ऑनलाइन हो रही थी, जिससे पुराने मामलों में लंबी तारीखें ही दी जा रही थी। कोरोना के कारण वकीलों तथा कोर्ट कांप्लेक्स में काम करने वाले स्टाफ की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर होती जा रही थी। अब जिला एवं सत्र न्यायाधीशों से आग्रह किया गया है कि वे पर्सनल हियरिंग पर नजर रखें। वहीं काेविड नियमों का पालन करना होगा।
वकीलों ने उठाई थी फिजिकल हियरिंग शुरू करने की मांग
जिस तरह से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई उससे उम्मीद थी कि कोर्ट खुलेंगे, लेकिन मार्च 2020 के आखिर से ही अभी तक जिला अदालतों में काम फिजिकल तौर पर नहीं हो रहा था। हाल ही में बार काउंसिल ऑफ पंजाब-हरियाणा ने वकीलों का सर्वे करवाकर फिजिकल हियरिंग शुरू करने की मांग की थी। इसके बाद पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने भी प्रस्ताव पारित कर चीफ जस्टिस और प्रशासनिक कमेटी को फिजिकल हियरिंग शुरू करने की दिशा में प्रयास करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि अब अदालतों को भी खोल देना चाहिए।
लोगों को जल्द मिलेगा इंसाफ ^
सोमवार से जिला अदालत में केसों की फिजिकल हियरिंग शुरू हो गई है, इस संबंध में हाईकोर्ट ने संबंधित जिला अदालतों में केसों की फिजिकल हियरिंग लागू करने या ना करने संबंधी संबंधित अथॉरिटी को अधिकार दिए थे। जिसके बाद जिला सेशंस जज ने ये फैसला किया है। अब अदालतों में पहले की तरह नियमित रुप से कामकाज होगा। फिजिकल हियरिंग शुरु हाेने से लोगों को समय पर इंसाफ मिल सकेगा, वकीलों को आर्थिक तौर पर हो रहे नुकसान से भी राहत मिलेगी।
-एडवोकेट कंवलजीत सिंह कुटी, पूर्व प्रधान जिला बार एसोसिएशन
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