बठिंडा। सोमवार को भगता भाई सहकारी सभा मलूका के चुनाव के समय माहौल उस समय तनावपूर्ण बन गया जब मौके पर मौजूद अकाली नेताओं तथा वर्करों ने पुलिस अधिकारियों पर मतदान करवाने आए चुनाव अधिकारियों को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले जाने के आरोप लगाए। अकाली नेता व पूर्व पंचायत मंत्री और किसान विंग प्रधान सिकंदर सिंह मलूका ने आरोप लगाते हुए कहा कि हलका फूल में माल मंत्री की शह पर पुलिस प्रशासन द्वारा सरेआम गुंडागर्दी की जा रही थी। वहीं गुरप्रीत मलूका ने एसएचओ पर गाड़ी चढ़ाने के आरोप लगाए।
मलूका ने बताया कि सोमवार को थाना प्रमुख दियालपुरा की तरफ से किसी भी अकाली उम्मीदवार को कागज़ भरने के लिए अंदर नहीं जाने दिया गया। मलूका ने कहा कि वे खुद अपने नामजदगी पेपरों और पार्टी से संबन्धित दूसरे उम्मीदवारों के नामजदगी पेपर दाख़िल करने के लिए सहकारी सभा पहुंचे तब उम्मीदवारों को अंदर जाने दिया। उन्हाेंने कहा कि हार के डर से माल मंत्री ने डीएसपी फूल और थाना प्रमुख दियालपुरा को हर हाल में चुनाव जीतने की हिदायतें दी। इसके बाद डीएसपी फूल और दियालपुरा थाने के प्रमुख अमनदीप विर्क चुनाव अमले को गाड़ी में बैठा कर फरार हो गए।
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इस दाैरान दियालपुरा थाने के प्रमुख ने लोगों की जान की परवाह न करते हुए गाड़ी को रोकने की कोशिश कर रहे उम्मीदवारों और कुछ आम लोगों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। उक्त घटना का वीडियो साेशल मीडिया पर भी वायरल हाे गया। सहकारी सभा के एक अन्य अधिकारी को भी अगवा करने की कोशिश की, परन्तु उसने वहां से भाग कर जान बचाई। गुरप्रीत सिंह मलूका ने कहा कि पुलिस प्रशासन की ऐसी धक्केशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मलूका ने कहा दियालपुरा थाना प्रमुख अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं और कांग्रेस की शह पर उसकी तरफ से मीडिया कर्मचारियों के साथ बदसलूकी भी की गई। इस मामले संबंधी एसएचओ अमनदीप सिंह विर्क ने कहा कि उस पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
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