चंडीगढ़। पंजाब की ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना ने बीते वर्ष की अपने ट्रांसपोर्ट विभाग की उपलब्धियां गिनाने के आज पंजाब भवन में मीडिया के सामने पहुंची हुई थी। इस दौरान जब मीडिया की ओर से ताबड़तोड़ प्रश्नों की बौछार मंत्री पर की गई तो वे काफी तल्ख हो उठी और एक पत्रकार का नाम और उसका संस्थान पूछने लगी।
पत्रकारों ने जब मंत्री से पूछा गया कि उनकी कैप्टन सरकार ने चार साल के कार्यकाल में केबल माफिया, माइनिंग और ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म करने में क्या काम किया तो वे तल्ख हो गई। उन्होंने कहा कि उनके पास कोई जादुई चिराग नहीं है जिसे घिस कर वह ट्रांसपोर्ट माफिया को खत्म कर दें। पत्रकारों ने जब उनसे यह पूछा कि आपकी कैप्टन सरकार को लोगों ने भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए चुना था लेकिन वह हर मोर्चे पर विफल रही है तो मंत्री ने कहा कि मुझसे केवल मेरे ट्रांसपोर्ट विभाग के बारे में पूछा जाए।
राज्य के एसडीएम को चेकिंग का अधिकार दिए
मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि जिलों के एसडीएम को लर्निंग लाइसेंस बनाने का अधिकार दे दिया गया है। इसके अलावा वाहनों की रजिस्ट्रेशन और वाहनों की चेकिंग करने का अधिकार भी एसडीएम को दिया गया है जिससे सुचारू तरीके से राज्य में ट्रांसपोर्ट विभाग को चलाया जा सके।
ट्रांसपोर्टरों को लाभ देने का कोई काम नहीं
मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की ओर से ट्रांसपोर्ट माफिया को कोई लाभ देने का विचार नहीं है। उन्होंने कहा कि वे आने वाले समय में पंजाब की बसों के बाद सारी प्राइवेट बसों में वीटीएस लगाया जा रहा है, जिससे यह पता लग जाएगा कि बस अपने नियमित रूट पर चल रही है या किसी ओर रूट पर चल रही है। उन्होंने कहा कि बसों को सही तरीके से चलाने के लिए प्रयास किए जा रहे है।
दिल्ली सरकार एयरपोर्ट पर पंजाब की बसों को प्रवेश नहीं करने देती
ट्रांसपोर्ट मंत्री से जब यह पूछा गया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाब की सरकारी बसों को क्यों नहीं जाने दिया जाता, तो उनका जवाब था कि इस बारे में कई बार मुख्यमंत्री पंजाब और खूद मैंने दिल्ली सरकार को लिखा लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। मंत्री ने कहा कि इस मामले में आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान को भी कहा था। बाद में भगवंत मान ने कहा कि पंजाब की सरकारी बसों को एयरपोर्ट पर जाने से दिल्ली सरकार परमिशन नहीं दे रही है।
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