बठिंडा। पंजाब की 13 एसोसिएशनों के आधारित ज्योइंट एसोसिएशन आफ कालेंजिस (जैक) ने एक मीटिंग दौरान जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने ईटीटी की योग्यता जो बीए हो चुकी थी, उसको फिर से 12वीं कर दिया है।
यह उल्लेखनीय है कि पंजाब में 115 प्राइवेट ईटीटी संस्थाएं और 15 सरकारी डाईट है जिनमें 12वीं के बाद विद्यार्थी ईटीटी करके प्राइमरी अध्यापक बनते थे। यह योग्यता एनसीटीई ने निर्धारित की थी। पर शिक्षा विभाग पंजाब ने इसी साल इसकी योग्यता को बीए कर दिया। जिस कारण किसी भी संस्था में दाखिले नहीं हो रहे थे, क्योंकि वीएड की योग्यता भी बीए है।
पिछले दिनों जैक की हाई पावर कमेटी के साथ हुई मीटिंग जिसकी प्रधानगी वित्त मंत्री सरदार मनप्रीत सिंह बादल ने की और जिसमें सरदार चरणजीत सिंह चन्नी, श्री तृप्तरंजिद्र बाजवा, सरदार साधु सिंह धर्मसोत, श्री राजकुमार वेरका और चिफ सचिव श्री सुरेश कुमार जी के अलावा अलग-अलग विभागों के सचिव मौजूद थे।
डा. अंशु कटारीया, को-चेयरमैन, जैक , चेयरमैन, र्आयन्स ग्रुप ने जानकारी देते हुए बताया कि जैक के प्रधान जगजीत सिंह धुरी ने ईटीटी का मुद्दा दलीलों सहित हाई पावर कमेटी के आगे उठाया और निवेदन किया कि पंजाब की ईटीटी संस्थाएं बंद होने से बचा ली जाए। जिसका नोटिस लेते हुए सुरेश कुमार जी ने मोके पर ही निवेदन पत्र लेकर उसका निपटारा करने के आदेश दे दिए। इन आदेशों के तहत ही ईटीटी की योग्यता फिर से बाहरवी की गई। इस मौके बीएड और ईटीटी एसोसिएशन के प्रतिनिधि निर्मल सिंह, जसनीक सिंह और सतविंदर सिंह ने सरकार का विशेष तौर पर धन्यवाद किया और कॉलेजों को बधाई दी।
इस मौके जैक के मुख्य सरंक्षक सतनाम सिंह संधू; सरपरस्त सरदार मंजीत सिंह; सरपरस्त सरदार चरणजीत सिंह वालिया; प्रधान जगजीत सिंह; चेयरमैन गुरमीत सिंह धालीवाल; उप-प्रधान निर्मल सिंह; को-चेयरमैन डा अंशु कटारिया; उप- प्रधान जसनीक सिंह; सतविंदर सिंह; महासचिव सुखमंदर सिंह चॅठा; फाइनेंस सचिव सिमांशु गुप्ता और सचिव राजेंद्र सिंह धनोआ ने पंजाब सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए धन्यवाद किया।
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