वही वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, डीसी बी श्रीनिवास और सिविल सर्जन डॉ तेजवंत सिंह ढिल्लों ने प्राइवेट अस्पतालों व उनकी व्यवस्थाओं पर विश्वास जताया है। इस विश्वास को कायम रखना हर डाक्टर व अस्पताल का फर्ज बनता है। वर्तमान में प्राइवेट अस्पताल 1000 बिस्तर से केवल बठिंडा जिले में ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिलों और राज्यों के भी कोविड रोगियों को स्वास्थ्य देखभाल प्रदान कर रहे हैं।
पिछले दिनों सरकार द्वारा कोविड मरीजों के उपचार के लिए शुल्क निर्धारित किए थे व इसका अधिकतर अस्पताल पालना कर रहे हैं। हालांकि प्राइवेट अस्पतालों को बहुत अधिक कीमतों पर डिस्पोजेबल, दवाएं, ऑक्सीजन और स्टाफ प्राप्त करने में समस्या हो रही है। वही आईएमए की जानकारी में लाया गया है कि एक या दो अस्पताल शहर में मरीजों से अधिक चार्ज वसूल कर रहे हैं, इसलिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सभी सदस्यों से अनुरोध करते है कि वह इस संकट की घड़ी में लोगों को राहत देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से दिए निर्देश के अनुसार चार्ज करें। दुनियां इस विकराल घड़ी में हमें कयामत की इस घड़ी में तारणहार के रूप में देख रही है व इस दौरान जरूरी है कि हम लाभ नुकसान को एक तरफ रख लोगों के बहुमूल्य जीवन को बचाने के लिए तनदेही से काम करे।
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