2022 के चुनाव एजेंडे के चलते सरकारी स्कूलों में दाखिला बढ़ाने के लिए कोरोना बीमारी के शिखर को अनदेखा करते अध्यापकों को घर -घर जाकर दाखिला करने के तुगलकी फरमान के कारण 37 अध्यापक कोरोना की बीमारी में अपनी कीमती जानें गवा चुके हैं और सैंकड़ों अध्यापक कोरोना बीमारी के साथ लड़ रहे हैं। इस दौरान उनके परिवार के सदस्य भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस प्रदर्शन में सरकारी स्कूल लैबार्टरी स्टाफ यूनियन से जिला प्रधान गुरविन्दर सिंह संधू, 5178 मास्टर काडर यूनियन से ज़िला प्रधान अश्वनी कुमार, अध्यापक दल पंजाब से ज़िला प्रधान जगतार सिंह बाठ, पुरानी पैंशन बहाली समिति के ज़िला कनवीनर दविन्दर सिंह बठिंडा ने भी हिस्सा लिया।
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