बठिंडा: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान जब अस्पतालों को संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे समय में मानवता की सेवा करने के उद्देश्य से पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के कर्मचारियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, संगत (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, संगत) एवं सब-डिविज़नल अस्पताल, घुद्दा को आवश्यक दवाएं, रेफ्रिजरेटर, कंप्यूटर सेट और प्रिंटर भेंट किए। सीयूपीबी के अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने कोरोना संकट के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए स्वेच्छा से 2.75 लाख रुपये का योगदान दिया और इन वस्तुओं को स्वैच्छिक योगदान की एकत्रित राशि से खरीदा गया था।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, संगत (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, संगत) को दान की गई वस्तुओं में कोविड प्रबंधन से संबंधित आवश्यक दवाएं, 1 रेफ्रिजरेटर (185 लीटर क्षमता), 1 कंप्यूटर सेट और 1 प्रिंटर शामिल थे। इसके अलावा, सब-डिविज़नल अस्पताल, घुद्दा को दवाओं और अन्य वस्तुओं के भंडारण के लिए 1 रेफ्रिजरेटर (185 लीटर क्षमता) प्रदान किया गया। स्वैच्छिक योगदान से खरीदी गई उपरोक्त वस्तुओं को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी द्वारा 18 मई, 2021 को डॉ. अंजू कंसल, एसएमओ, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, संगत और डॉ. नवदीप कौर सरां, एसएमओ, सब-डिविज़नल अस्पताल, घुद्दा को सौंपा गया।
यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय ने कोविड-19 संकट के दौरान समुदाय की मदद करने हेतु नियमित अंतराल पर नेक पहल की है। इससे पूर्व, विश्वविद्यालय ने जिला प्रशासन, बठिंडा और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, बठिंडा को अपनी अनुसंधान प्रयोगशालाओं से कुल 26 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाकर जरूरतमंदों को समय पर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने और लोगों को बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए सहायता प्रदान की थी।
उक्त सामग्री प्राप्त करते हुए डॉ. अंजू कंसल, एसएमओ, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, संगत और डॉ. नवदीप कौर सरां, एसएमओ, सब-डिविज़नल अस्पताल, घुद्दा ने अपने अस्पताल स्टाफ सदस्यों की ओर से आवश्यक दवाएं और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान करने के लिए कुलपति प्रो. तिवारी और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को धन्यवाद दिया जो समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में उनकी मदद करेगी।
सीयूपीबी के कुलपति प्रो. तिवारी ने स्वैच्छिक योगदान के साथ इस पहल में शामिल होने वाले कर्मचारियों के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि सीयूपीबी और उसके कर्मचारी इस स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति के दौरान समाज की सेवा करने और भारत सरकार के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए हमारे देश की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि इन दोनों अस्पतालों ने हमारी शिक्षकों स्टाफ और छात्रों के लिए सामूहिक कोविड परीक्षण और टीकाकरण अभियान चलाकर विश्वविद्यालय को अपनी सेवाएं प्रदान की हैं और अब हमारी बारी है कि हम डॉक्टरों और कोरोना फ्रंटलाइन योद्धाओं को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाकर उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए आभार व्यक्त करें। उन्होंने जोर देकर कहा, कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए हमें कोरोना रोकथाम दिशानिर्देशों की सख्ती से पालन करनी चाहिए और जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए।
इस अवसर पर श्री कंवल पाल सिंह मुंद्रा (कुलसचिव), प्रो. आर.के. वुसिरिका (डीन प्रभारी अकादमिक), प्रो. वी.के. गर्ग (डीन छात्र कल्याण), श्रीमती श्वेता अरोड़ा (उप कुलसचिव ), डॉ. विनोद पठानिया, डॉ. गौरव टंडन (सहायक कुलसचिव), डॉ. रवींद्र (तकनीकी अधिकारी), श्री रॉबिन जिंदल (जनसंपर्क अधिकारी), श्री साहिल पुरी (खंड विस्तार शिक्षक) और दोनों अस्पतालों के कर्मचारी मौजूद थे।
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