बठिंडा: कोरोना महामारी के चलते चाहे पिछले कुछ दिनों से लगातार घरेलू एकांतवास, नए और एक्टिव मामलों में गिरावट देखने को मिल रही है परन्तु फिर भी सावधानियां बरतने की सख्त जरूरत है तो ही हम कोरोना के कहर से छुटकारा पा सकते हैं। यह जानकारी डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने कोरोना महामारी को रोकने के लिए जिले के उच्चाधिकारियों के साथ प्रबंधों को ले कर की गई मीटिंग की अध्यक्षता करते दी।
डिप्टी कमिश्नर ने बैठक के दौरान आधिकारियों से घरेलू एकांतवास, कोरोना टेस्टिंग, वैक्सीनेशन, आक्सीजन गैस, स्तर 2-3 के बैंडों की स्थिति के इलावा जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगाए जा रहे कोरोना टेस्टिंग कैंपों की स्थिति को जानकारी ले इस बाबत जरुरी निर्देश जारी किए। बी.श्रीनिवासन ने प्रदेश सरकार की तरफ से शुरू की कोरोना मुक्त गांव मुहिम के अंतर्गत कोरोना टेस्टिंग की समीक्षा करते जिला विकास पर पंचायत अफसर को हिदायत की कि जिले के 315 गांवों में 15 जून तक पहले चरण की कोरोना टेस्टिंग मुकम्मल कर दूसरे पड़ाव की कोरोना टेस्टिंग शुरू की जाए।
उन्होंने सेहत विभाग के आधिकारियों को कहा कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना टेस्टिंग में तेजी लाए ओर टीमों का गठन किया जाए। जिले को मुकम्मल तौर पर कोरोना मुक्त करने के लिए धार्मिक स्थानों से भी सहयोग ले कर अधिक से अधिक कैंप लगाकर कोरोना टेस्टिंग की जाए।
इस मौके पर प्रशिक्षण अधीन आई.ए.एस. निकास कुमार, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जनरल राजदीप सिंह, सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों, डा. यादविन्दर सिंह, कोरोना सेल के जिला इंचार्ज मनप्रीत सिंह, ज़िला विकास व पंचायत अफसर नीरू गर्ग, ब्लाक विकास व पंचायत अफसर अभिनव आदि अधिकारी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment