बठिंडा. सांझा अध्यापक मोर्चा पंजाब के आह्वान पर गुरुवार को बड़ी संख्या में अध्यापक सड़कों पर निकल आए। अध्यापकों ने महानगर में रोष मार्च किया जिसके बाद शिक्षामंत्री व शिक्षा सचिव का पुतला फूंककर रोष प्रदर्शन किया। मोर्चा के जिला कन्वीनर जगपाल बंगी व लक्ष्मण मलूका ने कहा कि शिक्षा सचिव व शिक्षा मंत्री द्वारा निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है व इसी के तहत ऑनलाइन शिक्षा थोपी जा रही है। गर्मियों की छुट्टियों में भी अध्यापकों को ऑनलाइन कक्षाएं लगाने , बैठकें करने, टे्रनिंग लेने व अन्य कार्यों में उलझाया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार की ओर से छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट को भी जान बूझकर लटकाया जा रहा है जिससे अध्यापकों में रोष है। सरकार ने समझौते के अनुसार विकटेमाइजेशनों को भी रद्द नहीं किया बल्कि बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों को पक्के तौर पर बंद करने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। बेरोजगारों को पक्का रोजगार देने तथा ठेके पर कार्यरत अध्यापकों को रैगूलर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे। इस अवसर पर विभिन्न अध्यापक संगठनों के सुखर्दशन सिंह, प्रितपाल सिंह, दविंद्र सिंह, सिकंदर सिंह धालीवाल, राजेश मोंगा, बेअंत सिंह फूलेवाला, बूटा सिंह रोमाणा, जतिंद्र शर्मा, नवनीत सिंह, गुरमेल सिंह मलकाणा, अंग्रेज सिंह मौड़, अमरदीप सिह , हरजिद्र सेमा आदि उपस्थित थे।
फोटो -बठिंडा में सांझा मोर्चा की तरफ से अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते अध्यापक। फोटो-सुनील
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