बठिडा। गत दिवस पावर हाउस रोड वासी एक दंपत्ति पर 33 लाख के धोखाधड़ी का आरोप मढ़ा गया था पीड़िता गीता नेगी ने बताया कि वह डॉक्टर शेखावत को पहले कई बार बोल चुके हे कि वह समझौता कर ले परंतु उसने ऐसा नहीं किया बता दें कि डॉक्टर राव पीएस गिरवर डॉक्टर शेखावत के एडवोकेट थे उनकी देखरेख के तहत ही एक सादे कागज पर लिखा गया था के गीता नेगी स्कूल की इमारत के बदले 75000 से किराया देगी पर उससे पहले वह अपना हिसाब किताब कर लेंगे पर वास्तव में डा. शेखावत ऐसा नहीं कर सके। गीता नेगी ने बताया कि वह इस पूरे मामले को लेकर सोमवार को बठिंडा के एसएसपी को मिले वह सच्चाई से अवगत करवाया। एसएसपी ने कहा कि वह इस मामले की किसी उच्च अधिकारी से जांच करवाएंगे। दूसरी तरफ गीता नेगी का कहना है कि डॉक्टर शेखावत पुलिस के पास जो भी शिकायत दर्ज करवाई है वह केस सिविल सूट में आता है व बठिंडा के माननीय अदालत में इस बाबत केस चल रहे हैं। इसके बावजूद भी वह पीड़िता को मानसिक तौर पर तंग परेशान करने में लगा हुआ है। गीता ने बताया कि पैसे ना होने के कारण उसकी बेटी व बेटे का 1 साल ड्रॉप करना पड़ा क्योंकि उनके पास फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे। गीता नेगी ने बताया कि उसके पति राजेश नेगी को बिना वजह परेशान किया जा रहा है। फिलहाल मामला दर्ज करने के मामले में एसएसपी बठिंडा भुपिंदरजीत सिंह विर्क ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए है। इस संबंध में पीड़ित पक्ष सोमवार को एसएसपी बठिंडा से मिला व मामले को व्यवसाय संबंधी लेनदेन बताने के साथ विवाद में जिला अदालत में पहले से दायर याचिका में सुनवाई चलने की बात कही। इसके बाद एसएसपी ने एसपी रैंक के अधिकारी से पूरे मामले की जांच करवाने के निर्देश दिए है।
गौरतलब है कि थाना सिविल लाइन पुलिस ने शहर के एक डाक्टर के साथ ठगी करने के आरोप में पावर हाउस रोड निवासी दंपती पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने यह कार्रवाई पीड़ित डाक्टर द्वारा एसएसपी बठिंडा को दी गई लिखित शिकायत की जांच पड़ताल करवाने के बाद की है। पुलिस को शिकायत देकर बीबी वाला रोड निवासी डा. जीएस शेखावत ने बताया कि साल 2013 में उसने 365 गज जगह पावर हाउस रोड गली नंबर 6/1 में इंदरजीत सिंह बराड़ निवासी बठिंडा से खरीदी थी। जमीन खरीदने के बाद उसकी चारदीवारी करवाकर उसे रख दिया था। साल 2016 में वह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बठिंडा ईकाई का प्रधान था, तब उसकी मुलाकात राजेश से हुई। उनकी अच्छी जान पहचान होने के कारण राजेश अक्सर उसके पास आता जाता था। इस दौरान उसे पता चला कि राजेश नेगी की पत्नी गीता नेगी भारत नगर बठिंडा में एक बच्चों का स्कूल चलाती है, लेकिन मकान मालिक के साथ विवाद होने के कारण उसे गीता नेगी से उक्त बिल्डिंग खाली करवा ली थी। इसके बाद आरोपित दंपती को पता चला कि वह डाक्टर के साथ-साथ शिक्षा क्षेत्र में रूचि रखते है, तो दोनों पति-पत्नी ने उसके साथ संपर्क किया और कहा कि शहर में पड़ी खाली जगह में उन्हें स्कूल बनवाकर दे। उस समय गीता नेगी ने भरोसा दिया कि उसे स्कूल चलाने का अच्छा तुजुर्ब है। डा. शेखावत ने कहा कि वह आरोपित दंपती के झांसे में आकर उसने पावर हाउस रोड गली नंबर 6/1 में पड़ी अपनी जमीन पर स्कूल बनाकर देने के लिए राजी हो गया और दिसंबर 2016 तक उसने अपनी जमीन पर स्कूल की बिल्डिंग बनाकर दे। इसके बाद गीता नेगी ने उसकी जगह पर रायल किंगडम के नाम से बच्चों का स्कूल शुरू किया। उस समय उनके बीच कोई लिखित में कुछ नहीं हुआ था, लेकिन उन्होंने स्कूल का एक सांझा बैंक खाता खुलवाया था। डा. शेखावत अनुसार दिसंबर 2016 से लेकर नंबवर 2017 तक गीता नेगी स्कूल का पैसा बैंक खाते में जमा करवाती रही और पूरा हिसाब-किताब उसे देती रही।
डा. शेखावत के अनुसार अगस्त 2017 में अपनी हाथी लिखा हिसाब दिया। इसमें 81 लाख रुपये बिल्डिंग बनाने, 9.67 लाख रुपये स्कूल का फर्नीचर , कंप्यूटर, लैपटाप, सीसीटीवी कैमरे खरीदने पर खर्चे किए है, जबकि 7 लाख रुपये और दिसंबर 2016 से अगस्त 2017 तक स्कूल के कामकाज पर खर्च किए, जबकि 6 लाख रुपये गीता नेगी व राजेश ने अपने खर्चे व देनदारी के लिए उसे उधार लिए थे। डा.शेखावत ने बताया कि स्कूल की हर माह 7 लाख रुपये की आमदन थी। उन्होंने बताया कि साल 2017 में उसकी पत्नी की मौत हो गई और उसपर केस दर्ज हो गया। इसके बाद वह जनवरी 2018 में उसे जमानत मिल गई और वह बाहर आ गया, जिसके बाद उसे पता चला कि गीता नेगी ने स्कूल का पैसा बैंक खाते में जमा करवाना बंद कर दिया। जब उसने संपर्क किया, तो उन्होंने उसके साथ लिखित में समझौता किया कि वह स्कूल का बकाया पैसे उसे जल्द वापस कर देंगे। इसके अलावा 75 हजार रुपये उसे हरमाह स्कूल का किराया देंगे, लेकिन लिखित समझौते के बाद उन्होंने ना तो बकाया राशि दी और नहीं उसका बनता किराया उसके बैंक खाते में जमा करवाया। डा. शेखावत ने अपनी शिकायत में कहा कि आरोपित दंपती ने तो उसे उधार लिए 6 लाख रुपये वापस किए और नहीं उसकी बनता 27 लाख रुपये किराया उन्हें दिया। ऐसा कर आरोपित दंपती ने उसके साथ करीब 33 लाख रुपये की ठगी की है।
वहीं दूसरी तरफ गीता नेगी का कहना है कि उनका यह मामला कोर्ट में विचारधीन है। जिसपर कोर्ट ने अभी तक कोई भी फैसला नहीं सुनाया है, लेकिन पुलिस ने कोर्ट में विचारधीन मामले में दखलअंदाजी करते हुए उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज किया गया है।
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