बठिंडा. सिविल अस्पताल में डाक्टरों की हड़ताल के बाद अब अपनी मांगों को लेकर लैब्रोटरी टैक्नीसियन एसोसिएशन बठिंडा ने दो दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी है। एसोसिएशन की तरफ से दो व तीन अगस्त को हड़ताल पर रहने की घोषणा की है। इसके तहत एमरजेंसी व कोविड संबंधी सेवाओं को छोड़कर बाकि सभी तरह के टेस्ट नहीं किए जा रहे हैं। कर्मियों की हड़ताल के चलते अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन की रुपिंदर कौर व अमनदीप कौर ने अस्पताल परिसर के बाहर धरना देतेहुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार उनकी मांगों को लेकर लगातार निरसता का रवैया अपना रही है जबकि एमएलटी लंबे समय से वेतन व भत्तों के साथ अस्थायी टैक्नीयिसनों को पक्का करने की मांग कर रहे हैं। कोविड महामारी के दौरान मेडिकल लैब व टैक्नीसियनों ने अपनी जान की परवाह किए बिना सरकार की हिदायतों का पालन किया व दिन रात एक कर कोविड जांच से लेकर दूसरे सभी मेडिकल के काम किए लेकिन वर्तमान में सरकार उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रही है। इसी के चलते एसोसिएशन ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया तो वह आंदोलन को तेज करने व अनिश्तकाल के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला ले सकते हैं। एसोसिएशन ने सरकार की तरफ से सरकारी लैब का काम प्राइवेट हाथों में देने की सरकारी नीति का भी विरोध जताया। वही चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस बाबत लिए जा रहे फैसले को वापिस नहीं लिया तो राज्य भर के टैक्नीसियन व लैब कर्मी इसका जमकर विरोध करेंगे।
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