मोगा। विदेशों में बैठकर गैंगस्टरों द्वारा फोन पर रंगदारी मांगने व डिमांड पूरी न होने पर दहशत फैलाने के लिए व्यापारियों पर गोली चलाकर डराने व हत्या करने वाले दो युवक उस समय मोगा पुलिस के हत्थे चढ़ गए जब वे कनाडा में बैठे आका के इशारे पर असला उठाने आए थे। असला उठाकर जाते समय मोगा पुलिस ने दबोच कर उनके कब्जे से 1100 नशीली गोलियों व .32 बोर, .315 बोर व .12 बोर के असलो व 15 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपियों से चोरी का बाइक भी बरामद हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि वह मोगा, जगरांव व तलवंडी भाई में व्यापारियों को धमकाने व रंगदारी वसूलने का काम करते थे।
पुलिस को आशंका है कि मोगा में रेडीमेड कपड़ा व्यापारी की हत्या व एक चावल के व्यापारी पर गोलियां दागने वाले आरोपी यही हो सकते हैं, क्योंकि शार्प शूटरों से मिला असला उन वारदातों में इस्तेमाल किए असले से मिलते जुलते हैं। परंतु फिलहाल पुलिस इस तरफ जांच कर रही है।
रंगदारी न देने पर लोगों में दहशत फैलाने के लिए शूटर चलाते थे गोलियां
एसएसपी हरमनबीर सिंह व एसपी-डी जगतप्रीत सिंह ने सीआईए में मीडिया को बताया कि डीएसपी-डी जंगजीत सिंह व धर्मकोट सीआईए प्रभारी किक्कर सिंह की टीम ने बुधवार की शाम को पांच बजे मुखबिर की सूचना पर गांव चुगांवा में नाकाबंदी के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों को शक के आधार पर रोका। बाइक सवार युवकों ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने चारों ओर से घेरा डालकर उनको गिरफ्तार कर उनकी तलाशी ली तो 1100 नशीली गोलियों के अलावा .32 बोर पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, .315 बोर देसी पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, 12 बोर देसी पिस्तौल व पांच जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने बाइक, असला, नशीली गोलियों को कब्जे में लेने के बाद दोनों आरोपियों साहिल कुमार निवासी सूरत नगर मकसूदां जालंधर व रेशम सिंह निवासी सुल्तानपुर लोधी को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ एनडीपीएस व असला एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
मोगा, जगरांव, तलवंडी भाई में रंगदारी के लिए आते थे फोन
जांच अधिकारी धर्मकोट के सीआईए प्रभारी किक्कर सिंह के अनुसार आरोपियों के खिलाफ तलवंडी भाई में 31 दिसंबर 2020 को खुराना वैस्टर्न मनी एक्सचेंजर की दुकान पर चार गोलियां चलाने के आरोप में केस दर्ज हुअा था। दोनों गैंगस्टर सुक्खा लम्मे ग्रुप के शूटर हैं। इनके द्वारा 15 दिसंबर को जगरांव के एक सुनार काे धमकाया गया था। इटली में बैठे प्रभ द्वारा विदेश से व्यापारियों को फोन करके रंगदारी मांगी जाती है, जो रंगदारी नहीं देता है, उसे डराने के लिए इन दोनों के जरिए व्यापारियों के घर या दुकान पर गोलियां चलवाई जाती है। इतना ही नही तलवंडी भाई में 30 दिसंबर को चौहान ज्वेलर को विदेश से प्रभ ने फोन पर दो करोड़ रुपए देने के लिए धमकाया था। खुराना ने रुपए नहीं दिए तो 31 दिसंबर को उसकी दुकान के बाहर पहुंचा साहिल बाइक चला रहा था, जबकि रेशम ने चार गोलियां चलाई थी। पांच मिनट बाद विदेश से चौहान को फोन आया कि खुराना के यहां गोलियां चली हैं, रुपये देने है या गोली खानी है। वहीं रेशम सिंह हैदराबाद में एक सैलून में काम करता था। उसे रुपयों की जरूरत के चलते उसने दोस्त परमिंदर जोकि काॅलेज समय से पहचान थी,उसने सुक्खे लम्मे का नंबर दिया अाैर उसके नाम लेकर ग्रुप ज्वाइन करने की बात कही। इसके बाद रेशम 11 दिसंबर 2020 को हवाई जहाज से अमृतसर आया था। इसके बाद तीन बार 20 हजार , 43847 रुपए व 10850 रुपए वैस्टरन यूनियन सुल्तानपुर लोधी में रेशम के लिए रुपए आए थे। वह रुपए नानकसर कलेरां के जगदीश नामक व्यक्ति ने भिजवाए थे।
चार दिन का मिला रिमांड
एसपीडी जगतप्रीत सिंह ने खुलासा किया कि जिला मोगा में जितने व्यापारियों को विदेश से रुपयों के लिए फोन आए रहे हैं, वह सुक्खा लम्मे ग्रुप के सदस्यों द्वारा किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं रेशम द्वारा पंजाब में आने के बाद दो बार मोगा में विभिन्न स्थानों से असला उठाकर ले जा चुका है। इटली से प्रभ वीडियो काल के जरिए फोन करता है। उसके बताए ठिकाने से असला उठाकर ले जाते हैं। कल भी दोनों आरोपी असला लेने ही आए थे। लेकिन उससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों द्वारा तलवंडी भाई के नरूला डॉक्टर की हत्या की योजना थी। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके चार दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। रिमांड िक दौरान कई अहम खुलासे होने की संभावना है। इतना ही नहीं 14 जुलाई 2020 को सुपरशाइन शोरुम मालिक पिंका की हत्या में दोनों शूटर के होने की संभावना जताई जा रही है। जिस असले से गोलियां चली थी, आरोपियों के पास वहीं असला होने की संभावना है।