शनिवार, 6 मार्च 2021

लुधियाना में बड़े देह व्यापार के अड्डे का पर्दाफाश, गिरोह की सरगना महिला 10 लड़कियों सहित 14 लोग पकड़े गए


चंडीगढ़/लुधियाना।
पंजाब पुलिस ने लुधियाना में चल रहे देह व्यापार का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने लुधियाना में शनिवार सुबह छापा मारा। इस दौरान पहले से जमानत पर चल रही गिरोह की सरगना महिला, 10 लड़कियों समेत 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। उक्त महिला कोविड के दौरान जरूरतमंद बेरोजगार लड़कियों को देह व्यापार धंधे में धकेलती थी। देह व्यापार में शामिल ये लड़कियांं नेपाल, केरल, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, चंडीगढ़ और अमृतसर की रहने वाली हैं।

लुधियाना में कार्रवाई का नेतृत्व एडीसीपी लुधियाना रूपिंदर कौर सरां ने की। एडीसीपी ने बताया बताया कि आरोपितों के पास पाबंदीशुदा नशीले पदार्थों ईटीजोलम और एसकीटलोपरम ऑकज़लेट की गोलियां भी बरामद की गई हैं, जिनको डॉक्टर की इजाज़त के बगैर इस्तेमाल करने पर पाबंदी है। सप्लाई को स्रोत पता लगाने के लिए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।

सरां ने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान दूसरे शहरों में भी इसी तरह के गुर्गों के नाम सामने आए हैं, जिनमें मुख्य आरोपी और संबंधित लड़कियां एक-दूसरे के संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि इन सभी पक्षों की पड़ताल की जा रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है। ऐटीजोलम और ऐसकीटलोपराम ऑकज़लेट की 20 गोलियों के अलावा स्पनिशे फ्लिग ड्रॉप्स के 5 पीस भी बरामद किए गए हैैं। मौके से 7 मोबाइल फोन, 28 पैकेट कंडोम के अलावा 3630 रुपये की नकदी और दो शराब की बोतलें भी बरामद हुई हैं।

लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने एडीसीपी लुधियाना-4 रुपिन्दर कौर सरां के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की थी। इसके मेंबर एसएचओ मुहम्मद जमील थे। इस मामले में थाना टिब्बा में इमोरल ट्रैफिक प्रीवेंशन एक्ट 1956 की धारा 3, 4 और 5 के अंतर्गत मुकदमा नंबर 46 दर्ज किया गया है।

एडीसीपी रुपिंदर कौर सरां ने बताया कि आरोपित द्वारा चलाए जा रहे देह व्यापार की गतिविधियों के बारे में एक सूचना मिली थी और उसकी हरकतों पर नजर रखी जा रही थी। मुख्य आरोपित की पहचान मनजीत कौर उर्फ पम्मी आंटी के तौर पर हुई है जो गली नंबर 10 न्यू सुभाष नगर की निवासी है। उसे साल 2018 में थाना जोधेवाल में दर्ज इसी तरह के एक अन्य केस में गिरफ्तार भी किया गया था। छापेमारी के दौरान संबंधित घर से तीन और व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया जो ग्राहक के तौर पर वहांं आए थे।

उक्त महिला (गिरोह की मुखिया) अब जमानत पर रिहा थी और केवल नौजवान जरूरतमंद लड़कियों को बहला-फुसला कर देह व्यापार के धंधे में धकेल कर अपने घर से गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी। बता दें कि कोविड के संकटकालीन दौर में उक्त महिला जरूरतमंद, बेरोजगार लड़कियों को धोखे से बहला-फुसला कर देह व्यापार में लगाती थी।

गिरफ्तार की गई लड़कियों में एक दिल्ली की लड़की शामिल है जो कोविड के दौरान अपने रिश्तेदार से लिया कर्ज वापस नहीं लौटा सकी थी, जबकि शहर के गुरुद्वारे में से ढूंढी एक और लड़की को नौकरी देने का झांसा देकर इस धंधे में लाया गया। सरां ने बताया कि ये लड़कियां अपने पारिवारिक सदस्यों को बतातीं थीं कि वह किसी फैक्टरी में काम करती हैं या विवाह की पार्टियों में परफार्म करती हैं।

केंद्र ने पंजाब सरकार के लिए खड़ी की मुश्किल, किसानों को फसलों के भुगतान के लिए कड़े किए नियम


चंडीगढ़। 
केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार के लिए एक और मुश्किल खड़ी कर दी है। तीन कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के लिए फसलों के भुगतान के लिए नए निर्देश जारी किए हैं। केंद्र सरकार ने कहा है किसानों को फसलों का भुगतान सीधे उनके खाते में किया जाए। इसके साथ ही किसानों को फसल बेचने वाले किसानों को अपनी जमीन का भी ब्‍याेरा देना होगा।

किसानों को डायरेक्ट पेमेंट करने का मुद्दा इस बार बन सकता है प्रदेश सरकार के गले की फांस

केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय ने एक के बाद एक लगातार दो पत्र जारी करके पंजाब सरकार से कहा है कि किसानों को उनकी फसल की खरीद का भुगतान सीधा उनके बैंक खातों में किया जाए। अभी यह व्यवस्था है कि किसानों को भुगतान आढ़तियों के माध्यम से किया जाता है। इसके साथ ही एक और पत्र जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि अनाज खरीद पोर्टल पर फसल बेचने वाले किसान अपना जमीन का रिकार्ड भी देंगे। ऐसे में पंजाब सरकार के लिए किसानाें को सीधे भुगतान का मुद्दा पंजाब सरकार के गले की फांस बन सकता है।

पंजाब सरकार को एपीएमसी एक्ट 1961 में संशोधन करने को कहा खाद्य मंत्रालय ने

यह भी कहा गया कि इस रिकार्ड को मंत्रालय के पास भेजा जाए ताकि वे एफसीआई के माध्यम से जब कभी चाहें तो इसे वेरिफाई भी करवा सकें। एफसीआई ने एक पत्र जारी करके कहा है कि राज्य सरकार रबी सीजन शुरू होने से पहले पहले अपने एपीएमसी एक्ट 1961 (APMC Act 1961) में बदलाव करे।

फिलहाल पंजाब की मंडियों में फसल खरीदने का काम आढ़तियों के माध्यम से केंद्र और राज्य की खरीद एजेंसियां करती हैं। किसान फसल को अपने आढ़ती के पास लेकर आता है और वे उसकी सफाई आदि की व्यवस्था करते हैं। खरीद एजेंसियां जितना भी अनाज खरीदती हैं उसका भुगतान आढ़तियों को उनके बिल भेजने पर कर देती हैं। आढ़तियों को किसानों के खातों में ऑन लाइन डालने की व्यवस्था कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीन साल पहले एपीएमसी में संशोधन करके की थी। इससे पहले भी किसानों को सीधा उनके खाते में भुगतान का मुद्दा काफी सक्रिय रहा है।

पूर्व अकाली भाजपा सरकार के दौरान हाई कोर्ट ने भी किसानों को चैक से उनकी फसल का भुगतान करने का आदेश दिया था। कहा था कि खरीद एजेंसियां किसानों के नाम पर चैक काटें। लेकिन आढ़तियों ने इसका विरोध किया तो तब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बीच का रास्ता निकालते हुए कहा कि यह किसानों पर छोड़ दिया जाना चाहिए कि वह एजेंसी से भुगतान करवाना चाहता है कि आढ़ती से।

आढ़ती एसोसिएशन ने बुलाई खन्ना में मीटिंग

केंद्र सरकार के इन पत्रों के खिलाफ आढ़ती एसोसिएशन के चीमा ग्रुप ने खन्ना मंडी में स्टेट बॉडी की मीटिंग बुलाई है। एसोसिएशन के प्रधान रविंदर सिंह चीमा ने इन पत्रों को किसानों व आढ़तियों को विभाजित करने का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने भी अभी तक केंद्र सरकार को एपीएमसी एक्ट के बारे में नहीं कहा कि एक्ट में व्यवस्था है कि यह किसान तय करेंगे कि उन्होंने भुगतान किससे लेना है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन से आढ़तियाें को तोड़ने के लिए यह दबाव बनाया जा रहा है।

मामला विधानसभा में भी उठा

यह मामला शुक्रवार को विधानसभा में भी उठा। आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा ने इसे उठाते हुए कहा कि इस साल 24 हजार करोड़ रुपये की गेहूं की खरीद होनी है। पंजाब में जो लोग ठेके पर जमीन लेकर खेती करते हैं, उनको पेमेंट कैसे होगी। वे जमीनों के नंबर कैसे देंगे।

उन्होंने आशंका व्यक्त की, कि केंद्र सरकार के इस फैसले से मंडियों का सिस्टम बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने इस मामले में हाउस कमेटी बनाने की भी मांग की लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। राज्य सरकार ने भी इस मामले में अभी तक अपना कोई फैसला नहीं लिया है।

पंजाब एडेड कॉलेज रिटायर्ड टीचर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मिला


बठिंडा।
प्रोफ़ेसर रजनीश कुमार की अगुवाई में पंजाब एडेड कॉलेजों के रिटायर्ड टीचर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ में 
 पंजाब राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मिले। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने  मांग रखी कि एडेड कॉलेजों के रिटायर्ड शिक्षकों की लंबे समय से लंबित मांगों के संबंध में जल्द फैसला लेने के लिए कहा। इन मांगों में विशेष रूप से पेंशन के बदले मासिक वेतन का अनुदान हरियाणा पैटर्न पर करना शामिल है। प्रो़ रजनीश ने मासिक मानदेय की दलील देते हुए कहा कि 500 से अधिक सेवानिवृत्त शिक्षक पहले ही पेंशन और अन्य सेवानिवृत्ति लाभ जैसे ग्रेच्युटी और अवकाश नकदीकरण की प्रतीक्षा कर चुके हैं। श्री जाखड़ ने प्रतिनिधिमंडल की मांग  पर बहुत सहानुभूति और धैर्यपूर्वक सुनवाई की। उन्होंने वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री पंजाब के साथ लंबित मांगों के मुद्दे को जल्द से जल्द उठाने का आश्वासन दिया। प्रतिनियुक्ति के सदस्यों ने श्री जाखड़ को अपनी मांगों का एक चार्टर प्रस्तुत किया। इस मौके पर प्रो एन.के.गोसाई, प्रो.आई.के.सुखेजा और प्रो.एससी अरोडा प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे।

हरियाणा की छात्रा ने राकेश टिकैत को कर दिया निरुत्तर, तीखे सवाल पूछे तो छीन लिया माइक


हिसार/झज्‍जर।
कृषि कानूनों में सुधार की मांग को लेकर कई जगह आंदोलन चल रहा है। मगर हरियाणाा के झज्‍जर जिले के पास ढांसा बॉर्डर पर चल रहे धरने में शुक्रवार शाम एक अलग ही वाकया देखने को मिला। 

आंदोलनकारी किसानों को संबोधित करने पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत से एक छात्रा ने ऐसा सवाल पूछ लिया कि हंगामा हो गया। मंच पर पहुंची छात्रा ने जब माइक मांगा तो दे दिया गया मगर जैसे ही लड़की ने राकेश टिकैत से 26 जनवरी के दिन ट्रैक्‍टर परेड के दौरान दिल्‍ली में हुई हिंसा के बारे में सवाल पूछा तो माहौल गरम हो गया। दरअसल, राकेश टिकैत शुक्रवार को ढांसा बॉर्डर पर विनोद गुलिया की अध्यक्षता में चल रहे धरने में लोगों से मुलाकात करने और अपना संदेश देने पहुंचे थे।

युवा लड़की ने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि दिल्‍ली में 26 जनवरी के दिन जो हिंसा हुई उसके लिए कौन जिम्‍मेदार है। अगर प्रदर्शनकारी जिम्‍मेदार नहीं है, सरकार जिम्‍मेदार नहीं है तो कौन जिम्‍मेदार है। 26 जनवरी जैसी घटना में किसका हाथ था, हमें नहीं पता। लेकिन, हमारे समाज, हमारे मेल-मिलाप पर इसका क्या असर पड़ रहा है। यह देखा जाना चाहिए। बात पूरी होती इससे पहले ही वहां खड़े किसान नेताओं ने युवा लड़की से ही सवाल पूछने शुरू कर दिए। माइक भी बंद कर दिया और युवा लड़की का नाम पूछा गया। लड़की ने बेबाकी से अपना नाम भी बता दिया।

लड़की ने माइक बंद होने के बाद भी अपनी बात जारी रखी और कहा कि अगर देश में 26 जनवरी जैसी हिंसा होगी तो देश का युवा सवाल तो पूछेगा ही। इस दौरान एक महिला भी मंच पर आ गई और युवा लड़की से सवाल करने लगी। युवा लड़की इस दौरान सभी से अकेली ही अपनी बात कहती रही और कहा कि मैंने किसी को दोषी नहीं कहा, बस ये सवाल किया है कि आखिर इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्‍मेदार कौन है। मगर लड़की की बात नहीं सुनी गई।

मंच पर सवाल पूछने के दौरान हुए इस वाकये की वीडियो भी वायरल हो गई है। दरअसल, पहले यह लड़की किसान आंदोलन के समर्थन में बोली। फिर उसने मिले जुले सवाल करना शुरू किया और इसके बाद 26 जनवरी को दिल्‍ली में हुई हिंसा पर भी सवाल पूछ लिया। इसके बाद मामला गरमा गया। हालांकि, राकेश टिकैत ने बाद में अपनी बात भी रखी। जो कि काफी सीमित रही और लड़की को अपने सवालों का जवाब नहीं मिला।

26 जनवरी पर ट्रैक्‍टर परेड के दौरान हुई थी हिंसा

इस दौरान पेंट शर्ट पहने युवा लड़की ने कहा कि राकेश टिकैत ने ये तो बता दिया कि कृषि कानूनों से कितना नुकसान होगा। मगर ये कह रहे हैं कि जब तक सरकार मांगें नहीं मानती आंदोलन खत्‍म नहीं होगा। मैं पूछना चाहती हूं अगर किन्हीं परिस्थितियों में सरकार और किसानों के दोनों पक्ष में एक फीसद या फिर .005 फीसद भी पीछे नहीं हटे तो फिर समाधान किस बात पर होगा। यह जवाब सभी को चाहिए। धरने का समाधान मिलना चाहिए। ताकि, युवा भी परेशान नहीं हो और किसान भी परेशान नहीं हो।

बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्‍टर परेड के दौरान दिल्‍ली में हिंसा हो गई थी। कुछ प्रदर्शनकारी लाल किला में पहुंच गए थे और यहां लगे पोल पर धर्म विशेष झंडा फहरा दिया गया था। इस मामले के बाद देशभर में विवाद हो गया था। मगर राकेश टिकैत और गुरनाम चढूनी ने इसे सरकारी की एक सोची समझी साजिश बताया था। मामले में पंजाबी फिल्‍म अभिनेता दीप सिद्धू का नाम भी सामने आया था। संयुक्‍त किसान मोर्चा ने भी कहा था कि इस घटना से किसानों को कोई लेना देना नहीं है। प्रदर्शनकारी किसानों के ट्रैक्‍टर भी तय रूट से अलग दिशा में चले गए थे और दिल्‍ली पुलिस से शाम तक झड़प होती गई।

पंजाब में आसाम, दिल्ली, हरियाणा और UP के ठग:20 हजार की एडवांस पेमेंट के बहाने फ्लावर पोट कारोबारी के खाते से 30 हजार उड़ाए


जालंधर।
फ्लावर पोट कारोबारी को 40 हजार के ऑर्डर के लिए 20 हजार की एडवांस पेमेंट देने का झांसा देकर पांच ठगों ने 30 हजार का चूना लगा दिया। एडवांस पेमेंट करने के बहाने उन्होंने कारोबारी का कोड पूछा और फिर उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए। शिकायत पर साइबर सैल ने जांच की तो फोन करने वाले से लेकर जिनके खाते में पैसे गए, वो आसाम, दिल्ली, हरियाणा व यूपी के निकले। पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

गांव बाजड़ा के रहने वाले प्रदीप सिंह ने बताया कि वह फ्लावर पोट यानी गमलाें के स्टैंड का काम करता है। किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसे फोन नंबर 087218-06557 से फोन आया। उसने कहा कि उसे गमलों के स्टैंड चाहिए। इसके लिए उसने ऑर्डर बुक कराया। जिसकी कीमत 40 हजार रुपए बनी। उन्होंने फोन करने वाले को कहा कि ऑर्डर वो तैयार कर देगा लेकिन आधे रुपए यानी 20 हजार एडवांस देने होंगे।

उसने कहा कि वो गूगल पे के जरिए पैसे भेज रहा है। उसने उनसे एक कोड पूछा और फिर अपने बैंक के बारे में बताया। जिसके बाद अचानक उनके बैंक अकाउंट से पहले 20 हजार और फिर 10 हजार रुपए निकल गए। जब उसने उक्त व्यक्ति को कहा कि उसके खाते से पैसे क्यों निकाले तो वो कहने लगा कि गलती से यह पैसे निकले हैं। उसने कहा कि दोबारा से उनके मोबाइल पर कोड आएगा, वो उसे दे देना तो पैसे वापस आ जाएंगे। हालांकि, तब तक वो ठगी के बारे में समझ चुके थे। इसके बाद वो तुरंत बैंक गए तो वहां से उन्हें पुलिस के पास भेज दिया गया।

पुलिस के साइबर सैल ने इसकी जांच की तो पता चला कि इस ठगी में आसाम के निर्मली नाथ, जनकपुरी वेस्ट दिल्ली के सतीश शर्मा, उत्तर प्रदेश के लायक सिंह,हरियाणा के सिरसा के सुरेंद्र कुमार, पलवल हरियाणा के पितांबर बेहरा व लियाकत अली की तरफ से इस ठगी को अंजाम दिया गया। इन्हीं आरोपियों ने फ्लावर पोट कारोबारी को फोन किया और फिर उनके खाते से 30 हजार निकलवाकर अपने खातों में ट्रांसफर करवा लिए।

प्यार नहीं पागलपन :सिरफिरे आशिक ने महिला के 2 बच्चों को चाकू से काटा और फिर फंदे पर झूल गया, 1 साल से पीछे पड़ा था


लुधियाना। 
पंजाब के लुधियाना जिले में शनिवार को दिल दहला देने वाली वारदात अंजाम दी गई। जमालपुर एरिया में सिरफिरे आशिक ने महिला के 2 बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी और फिर खुद भी फंदे पर झूल गया।

वारदात का खुलासा तब हुआ, जब एक पर हमला होने से दूसरा बच्चा चिल्लाया। बच्चे के चिल्लाने की आवाज सुनकर मां दौड़ी आई तो मंजर देखकर बेहोश हो गई। पड़ोसियों ने वारदात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों का कब्जे में ले लिया है और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

आरोपी शैलेंद्र, जिसने बच्चों को मारकर खुदकुशी कर ली।
आरोपी शैलेंद्र, जिसने बच्चों को मारकर खुदकुशी कर ली।

यह वारदात एकतरफा प्यार में अंजाम दी गई। मृतकों की पहचान रजनीश (8), मनीष (5) और शैलेंद्र के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि शैलेंद्र अपनी पड़ोसन मीनू तिवारी के पीछे पड़ा था। कहता था कि वह उससे प्यार करता है। मीनू उससे एक साल से परेशान थी। उसे शैलेंद्र की अनदेखी करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं सूझा। मीनू के पति शंकर तिवारी ने शैलेंद्र की शिकायत भी की थी। इस वजह से मकान मालिक ने उसे कमरा खाली कराने की धमकी दी थी।

इन सभी बातों के कारण शैलेंद्र रंजिश रख रहा था। रंजिशन उसने बच्चों की हत्या कर दी और खुदकुशी कर ली। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस मामले की जांच चल रही है। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मृतकों के पिता शंकर तिवारी की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है।

सिक्योरिटी चेक को बैंक में लगा निकलवा लिए 27 लाख 63 हजार रुपए,सोनीपत की कंपनी के मालिक पर पर्चा दर्ज


खन्ना
के कारोबारी पवन सूद द्वारा सोनीपत की कंपनी को डिलींग के दौरान सिक्योरिटी चेक दिए थे। इन्हीं चेकों को बैंक में लगाकर 27 लाख 63 हजार की धोखाधड़ी की गई। इस धोखाधड़ी के आरोप में खन्ना पुलिस ने सोनीपत की कंपनी अभियांश होम एप्लायसेंस कंपनी के मालिक अभिषेक जैन पर केस दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी फरार है। पुलिस को शिकायत में पवन सूद ने आरोप लगाया था कि उन्होंने पार्टनर के साथ मिल 2019 में चंडीगढ़ में अवांते इंटरनेशनल कंपनी के नाम से होम एप्लायसेंस (जूसर, मिक्सर, ग्राईंडर) बनाने की एक फैक्टरी लगाई थी।

उन्होंने कुछ समय बाद फैक्टरी को बंद कर सामान की ही ट्रेडिंग शुरू कर दी। जुलाई 2019 में उन्होंने सोनीपत की कंपनी अभियांश होम एप्लायसेंस के अभिषेक जैन से लिखित एग्रीमेंट कर कारोबार शुरू करते हुए एचडीएफसी बैंक के दो चेक बतौर सिक्योरिटी दिए थे।

बंद पड़ी फैक्टरी में पड़े स्पेयर पार्ट बेचे थे- पवन सूद के अनुसार उनकी बंद पड़ी फैक्टरी में पड़ा स्पेयर पार्ट उन्होंने अभिषेक जैन की फर्म को 2019 में 21 बिलों के माध्यम से 62 लाख 64 हजार 342 रुपयों में बेच दिया था। जबकि 2020 तक 22 बिलों के माध्यम से 1 करोड़ 34 लाख 38 हजार 535 रूपयों का माल खरीदा था। खरीदे गए माल में से उन्होंने कुल 78 लाख 68 हजार 225 रुपयों का भुगतान भी कर दिया। लेकिन इस बीच अभिषेक की कंपनी द्वारा एग्रीमेंट के अनुसार माल की सप्लाई न देने पर मतभेद हो गए अौर उन्होंने आगे से माल न लेने को कहा। उन्होंने कुल रकम में से अभिषेक की फर्म को ज्यादा गए 6 लाख 94 हजार 32 रूपये वापस करने की भी मांग की। लेकिन अभिषेक ने रकम वापस करने की बजाय उनके द्वारा दिए गए दो सिक्योरिटी चेकों को बैंक में लगा 27 लाख 63 हजार की धोखाधड़ी की है। खन्ना पुलिस ने मामले की जांच के बाद अभिषेक जैन पर केस दर्ज किया है।

पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार किया:आश्रम में युवती से बाबा ने किया रेप, गला दबाकर की हत्या,पांच घंटे बाद लाश को बोरी में डाल खेत में फेंका


लुधियाना। 
फिरोजगांधी मार्केट से 26 फरवरी को लापता लड़की के साथ आश्रम में बाबा ने रेप किया और फिर गला दबाकर हत्या करके बोरी में डालकर लाश को गांव दाद में खेत में फेंक दिया था। पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार कर लाश बरामद कर ली। सिविल अस्पताल में फाॅरेंसिक एक्सपर्ट रविंदर सिंह, डॉ. हरप्रीत सिंह, कुलवंत सिंह व महिला डॉक्टर द्वारा पोस्टमार्टम किया गया।

उसका विसरा व स्वैब जांच को भेजे गए हैं। मृतका का मोबाइल व मोटरसाइकिल भी बरामद की है। थाना डिवीजन पांच ने ओम प्रकाश के बयानों पर दुगरी एलआईजी फ्लैट के संबोध दास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। 22 साल की पीड़िता परिवार समेत पक्खोवाल रोड पर फुल्लांवाल किराए के मकान में रहती थी। तीन बहनें व एक भाई में वह सबसे छोटी थी।आरोपी 2500 रुपए महीने किराए पर प्लॉट लेकर 5 साल से आश्रम चला रहा था। मृतका की बहन ने बताया कि लॉकडाउन के बाद नौकरी न मिलने पर वह परेशान थी।

उसे 25 फरवरी को फिरोजगांधी मार्केट के एक बैंक में जॉब मिली। मगर पसंद न आने पर एक दिन काम करके छोड़ दी। 26 फरवरी को वह दूसरी जगह जाॅब के लिए बैंक में इंटरव्यू देने गई थी। शाम 4 बजे तक वापस न आने पर ढूंढने के बाद रात 8.00 बजे थाने जाकर शिकायत दी। मृतका की मां के आरोप लगाया कि शनिवार व रविवार की बात कह पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। कई चक्कर लगाने पर अवैध हिरासत का मामला दर्ज किया। फिर वह खुद ही तलाशते रहे।

मृतका की आखिरी काॅल के आधार पर युवक उठाया

उसने आश्रम में छोड़ने की बात कही, मोबाइल लोकेशन से फंसा दरिंदा बाबा-मृतका की मां के अनुसार लड़की के फूफा तीन साल से आरोपी के आश्रम जा रहे थे। वे ही उन्हें 15 दिन पहले आश्रम ले गए। वहां आरोपी ने उन्हें उनके परिवार पर किसी ने टोना करने की बात कही। वह दो बार आश्रम गए, तो उन्हें उपाए बताए। लड़की की जॉब के लिए भी टोना होने की बात कही। जिस कारण वह काफी परेशान रहने लगी। मृतका को लगता था कि बाबा ने उस पर कोई जादू कर दिया है। बाबा ने उसका नंबर लेकर कॉल करनी शुरू कर दी।

परिवार के अनुसार बाबा की टोने की बात से मृतका को लगता था कि इसी कारण उसे अच्छी नौकरी नहीं मिल रही है। पिता द्वारा एक्टिवा ले जाने के कारण पीड़िता 26 फरवरी को सुबह 10 बजे घर से इंटरव्यू के लिए पैदल गई। वहम के कारण इंटरव्यू देने की जगह उसने बैंक में एक दिन पहले मिले युवक को फोन कर बुलाया। उससे लिफ्ट ले 12 बजे आश्रम पहुंची और युवक को वापस भेज दिया। आश्रम में कोई न होने के चलते आरोपी बाबा ने लड़की के साथ रेप किया। फंसने के डर से करीब दो बजे उसका गला घोटकर हत्या कर दी।

अंधेरा होने पर बाइक पर ले गया लाश- हत्या के बाद आरोपी बाबा पांच घंटे लाश के पास बैठा रहा। अंधेरा होने पर लाश को प्लास्टिक बोरी में डाला और मोटरसाइकिल पर रखकर पक्खोवाल रोड पर गांव दाद में गन्ने के खेत में फेंक दिया और उसका मोबाइल रख लिया। लड़की की कॉल डिटेल निकालने पर आखिरी कॉल युवक को होने के चलते उसे हिरासत में लिया। उसने लड़की को आश्रम में छोड़ने की बात कही। पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी ने लड़की के आने को लेकर इंकार कर दिया। लड़की की मोबाइल लोकेशन चेक की तो पहले वह आश्रम व सात बजे गांव दाद की आई। आरोपी पर शक होने पर वहां दो किलोमीटर एरिया में सर्च की, मगर सुराग नहीं लगा। फिर आरोपी के सेवादार हरी राम यादव से संपर्क कर बाबा को चौकी बुलाया। दो दिन बाद आरोपी वहां पहुंचा तो पूछताछ में उसने खुलासा किया।

परिवार को गुमराह करने की कोशिश -पुलिस कार्रवाई का पता चला तो आरोपी एक मार्च को चार बाउंसरों के साथ मृतका के घर पहुंचा। उसने परिवार को कहा कि बेटियां पराया धन होती हैं, वो अपने घर चली गई। आप उसे ढूंढ़कर पैसा खर्च न करों। बल्कि बाकी बच्चों का ध्यान रखो। उसने कार्रवाई रोकने के लिए परिवार का ध्यान घुमाने की कोशिश की।

युवती ने लखनऊ से की थी बीकॉम- मृतका के फूफा ने बताया कि लड़की ने लखनऊ से बीकॉम की थी। लड़की व उसके पिता के सिर पर ही घर का खर्च चलता था। मृतका पहले एक ऑटोमोबाइल कंपनी में मैनेजर थी। फिर दिमागी रूप से परेशान बच्चों के स्कूल में टीचर की नौकरी करने लगी। लॉकडाउन के कारण नौकरी छूट गई। जॉब न मिलने के कारण वह आगे पढ़ नहीं पा रही थी।

आधार कार्ड धारक सिर्फ 10 मिनट में ऑनलाइन बनवाएं PAN card, यह है स्टेप बाय स्टेप प्रॉसेस


नई दिल्ली। 
अगर आपको अचानक से पैन कार्ड की जरूरत पड़ गई है और आपने अभी तक पैन कार्ड नहीं बनवाया है, तो चिंता की कोई बात नहीं है। आप चंद मिनटों में ऑनलाइन अपना ई-पैन कार्ड बनवा सकते हैं। आप केवल आधार नंबर के जरिए अपना पैन कार्ड बनवा सकते हैं। आधार कार्ड धारक इस सुविधा के तहत अपना पैन कार्ड दस मिनट से भी कम समय में बनवा सकते हैं।

यह सुविधा पूरी तरह निशुल्क है। आपको इनकम टैक्स की वेबसाइट से पैन कार्ड के लिए अप्लाई करना होगा। आपको e-PAN के लिए अप्लाई करने के लिए केवल 12 अंक का आधार नंबर डालने की जरूरत होगी। हालांकि, इसके लिए मोबाइल नंबर का आधार नंबर के साथ लिंक होना जरूरी होता है।

तत्काल पैन कार्ड पाने की प्रॉसेस

स्टेप 1. आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट www.incometaxindiaefiling.gov.in. पर जाएं।

स्टेप 2. अब होम पेज पर ‘Quick Links’ सेक्शन में जाकर 'Instant PAN through Aadhaar' पर क्लिक करें।

स्टेप 3. इसके बाद 'Get New PAN' के लिंक पर क्लिक करिए। यह आपको इंस्टेंट पैन रिक्वेस्ट वेबपेज पर ले जाएगा।

स्टेप 4. अब अपना आधार नंबर और कैप्चा कोड डालकर कंफर्म करिए।

स्टेप 5. अब  ‘Generate Aadhar OTP’ पर क्लिक करिए। आपको पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।

स्टेप 6. टेक्स्ट बॉक्स में ओटीपी प्रविष्ट करके ‘Validate Aadhaar OTP' पर क्लिक करें। इसके बाद  'Continue' बटन पर क्लिक करें।

स्टेप 7. अब आप पैन रिक्वेस्ट सबमिशन पेज पर रि-डायरेक्ट हो जाएंगे, यहां आपको अपनी आधार डिटेल की पुष्टि करनी होगी और नियम व शर्तों को एक्सेप्ट करना होगा।

स्टेप 8. इसके बाद ‘Submit PAN Request’ पर क्लिक करें।

स्टेप 9. अब इसके बाद एक एकनॉलेजमेंट नंबर जेनरेट होगा। आप इस एक्नॉलेजमेंट नंबर को नोट कर लीजिए।

इस तरह करें डाउनलोड

इसके लिए आपको फिर से आयकर विभाग की ई-फाइलिंग वेबसाइट के होमपेज पर ‘Quick Links’ सेक्शन में जाकर 'Instant PAN through Aadhaar' पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आप यहां 'चेक स्टेटस/डाउनलोड पैन' बटन पर क्लिक करें। यहां आप आधार नंबर और कैप्चा कोड डालकर अपने पैन कार्ड का स्टेटस चेक कर सकते हैं। साथ ही आप यहां से अपना पैन कार्ड डाउनलोड कर पाएंगे।

ਹਲਕਾ ਬਠਿੰਡਾ ਦਿਹਾਤੀ ਦੀਆਂ ਸਿਹਤ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦਾ ਮੁੱਦਾ ਵਿਧਾਨਸਭਾ ਚ' ਉੱਠਿਆ - ਸਿਹਤ ਮੰਤਰੀ ਬਲਬੀਰ ਸਿੱਧੂ ਨੇ ਮੰਨਿਆ ਅਰਬਨ ਸਲਮ ਏਰੀਆ ਡਿਸਪੈਂਸਰੀ, ਪੀ ਐਚ ਸੀ ਕੋਟਸ਼ਮੀਰ ਅਤੇ ਸੰਗਤ ਹਸਪਤਾਲ ਦੀ ਬੇਹੱਦ ਮਾੜੀ ਹਾਲਤ


ਬਠਿੰਡਾ .
 ਵਿਧਾਨਸਭਾ ਸੈਸ਼ਨ ਦੇ 5ਵੇ ਦਿਨ ਹਲਕਾ ਬਠਿੰਡਾ ਦਿਹਾਤੀ ਦੀਆਂ ਸਿਹਤ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦਾ ਮੁੱਦਾ ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੁਪਿੰਦਰ ਕੌਰ ਰੂਬੀ ਵਲੋਂ ਜ਼ੋਰਦਾਰ ਢੰਗ ਨਾਲ ਉਠਾਇਆ ਗਿਆ। ਧਿਆਨ ਦਿਵਾਉ ਮਤੇ ਦੀ ਬਹਿਸ ਦੌਰਾਨ ਸਿਹਤ ਮੰਤਰੀ ਬਲਬੀਰ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਨੇ ਮੰਨਿਆ ਕਿ ਹਲਕਾ ਬਠਿੰਡਾ ਦਿਹਾਤੀ ਚ' ਸਿਹਤ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਦੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ਬੇਹੱਦ ਖ਼ਰਾਬ ਹਾਲਤ ਵਿੱਚ ਹਨ, ਇਹਨਾਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ਦੀ ਉਸਾਰੀ ਲਈ ਨਵੇਂ ਬੱਜਟ ਵਿੱਚ ਫ਼ੰਡ ਰੱਖਿਆ ਜਾਵੇਗਾ। 

ਇਸ ਮੌਕੇ ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੁਪਿੰਦਰ ਕੌਰ ਰੂਬੀ ਨੇ ਸਿਹਤ ਮੰਤਰੀ ਬਲਬੀਤ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਨੂੰ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਪਿੰਡ ਕੋਟਫੱਤਾ ਵਿੱਚ ਅਰਬਨ ਸਲਮ ਏਰੀਆ ਡਿਸਪੈਂਸਰੀ ਕੋਲ ਆਪਣੀ ਇਮਾਰਤ ਨਹੀਂ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਉਥੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਡਾਕਟਰੀ ਸਿਹਤ ਸਹੂਲਤਾਂ ਨਹੀਂ ਮਿਲ ਪਾ ਰਹੀਆਂ ਹਨ। ਉਹਨਾਂ ਨੇ ਪਿੰਡ ਕੋਟਸ਼ਮੀਰ ਬਾਰੇ ਕਿਹਾ ਕਿ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਵੱਧ ਆਬਾਦੀ ਵਾਲੇ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚੋਂ ਇੱਕ ਪਿੰਡ ਕੋਟਸ਼ਮੀਰ ਵਿੱਚ ਸਥਾਪਿਤ ਪ੍ਰਾਇਮਰੀ ਹੈਲਥ ਸੈਂਟਰ ਦੀ ਇਮਾਰਤ ਅਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹੈ ਜਿੱਥੇ ਜਣੇਪਾ ਸਹੂਲਤਾਂ ਲਈ ਮਾਡਲ ਮੇਟਰਨਲ ਚਾਈਲਡ ਹੈਲਥ ਯੋਜਨਾ ਤਹਿਤ ਵੱਡਾ ਹਸਪਤਾਲ ਬਣਾਇਆ ਜਾਵੇ। ਇਸ ਦੌਰਾਨ ਸੰਗਤ ਮੰਡੀ ਚ' ਸਥਾਪਿਤ ਕਮਿਊਨਿਟੀ ਹੈਲਥ ਸੈਂਟਰ ਦੀ ਅਸੁਰੱਖਿਅਤ ਇਮਾਰਤ ਅਤੇ ਕਈ ਸਾਲਾਂ ਤੋਂ ਖ਼ਰਾਬ ਪਏ ਵਾਟਰ ਵਰਕਸ ਦਾ ਮੁੱਦਾ ਧਿਆਨ ਦਿਵਾਇਆ। ਉਹਨਾਂ ਨੇ ਪਿੰਡ ਮਹਿਤਾ, ਪਥਰਾਲਾ, ਨੰਦਗੜ੍ਹ, ਰਾਏ ਕੇ ਕਲਾ, ਜੰਗੀਰਾਣਾ, ਬੰਬੀਹਾ, ਚਕ ਅਤਰ ਸਿੰਘ ਵਾਲਾ, ਚਕ ਰੁਲਦੂ ਸਿੰਘ ਵਾਲਾ, ਬੱਲੂਆਣਾ  ਦੇ ਸਬ ਸੈਂਟਰਾਂ ਦੀ ਖ਼ਰਾਬ ਇਮਾਰਤਾਂ ਬਾਰੇ ਦੱਸਿਆ।
ਇਸ ਦੇ ਜਵਾਬ ਵਿੱਚ ਉਕਤ ਇਮਾਰਤਾਂ ਦੀ ਖਸਤਾ ਹਾਲਤ ਬਾਰੇ ਮੰਨਿਆ ਕਿ ਦਿਹਾਤੀ ਹਲਕੇ ਦੀਆਂ ਸਿਹਤ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਦੀ ਇਮਾਰਤਾਂ ਨੂੰ ਨਵੇਂ ਸਿਰੇ ਤੋਂ ਬਨਾਉਣ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ। ਜਿਸ ਲਈ ਕੋਟਫੱਤਾ ਦੀ ਅਰਬਨ ਸਲਮ ਏਰੀਆ ਡਿਸਪੈਂਸਰੀ ਦੀ ਇਮਾਰਤ ਲਈ 80 ਲੱਖ ਰੁਪਏ, ਕੋਟਸ਼ਮੀਰ ਦੀ ਪੀ ਐਚ ਸੀ ਇਮਾਰਤ ਲਈ 80 ਲੱਖ ਰੁਪਏ,   ਸੰਗਤ ਸੀ ਐਚ ਸੀ ਦੀ ਇਮਾਰਤ ਤੇ 57.80 ਲੱਖ, ਹੈਲਥ ਵੈਲਨੇਸ ਸੈਂਟਰ ਦੀ ਉਸਾਰੀ ਲਈ 150 ਲੱਖ ਰੁਪਏ, ਸਬ ਸੈਂਟਰ ਰਾਏ ਕੇ ਕਲਾਂ, ਜੰਗੀਰਾਣਾ, ਬੰਬੀਹਾ, ਬੱਲੂਆਣਾ ਆਦਿ ਦੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ਦੀ ਥਾਂ ਨਵੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਤਜਵੀਜ਼ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਵਿਚਾਰ ਅਧੀਨ ਹੈ। ਉਹਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਬੱਜਟ 2021 ਦੇ ਫ਼ੰਡ ਵਿੱਚੋ ਇਹਨਾਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ਦੀ ਹਾਲਤ ਨੂੰ ਸੁਧਾਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਮੰਤਰੀ ਬਲਬੀਰ ਸਿੰਘ ਸਿੱਧੂ ਨੇ ਵਿਧਾਨਸਭਾ ਵਿੱਚ ਵਿਧਾਇਕਾ ਪ੍ਰੋ ਰੁਪਿੰਦਰ ਕੌਰ ਰੂਬੀ ਨੂੰ ਭਰੋਸਾ ਦਿੱਤਾ ਕਿ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਨਾਲ ਲੈ ਕੇ ਖੁੱਦ ਸਾਰੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ਦਾ ਦੌਰਾ ਕਰਣਗੇ।

भाजपा के तीन बड़े नेताओं का घेराव:किसानों ने सांपला को पहले रामतीर्थ फिर दरबार साहिब में घेरा; मलिक का स्टेशन पर विरोध, जोशी को धरने पर बैठाया


अमृतसर।
 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है, जिसका शिकार भाजपा के नेता हो रहे हैं। इसी के चलते शुक्रवार को किसानों ने एक ही दिन में भाजपा के तीन बड़े नेताओं का घेराव कर डाला। राष्ट्रीय एससी कमीशन का चेयरमैन बनने के बाद शुक्रवार सुबह पहली बार अमृतसर पहुंचे विजय सांपला को रामतीर्थ और फिर दरबार साहिब में विरोध का सामना करना पड़ा। वहीं रेलवे स्टेशन पर डीआरएम राजेश अग्रवाल व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के खिलाफ नारेबाजी करने के लिए किसान स्टेशन सुपरिंटेंडेंट के दफ्तर तक पहुंच गए।

विरोध का सामना करने वाले तीसरे नेता रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी, जिन्हें रामतीर्थ में किसानों ने अपने साथ धरने पर ही बैठा लिया। जोशी-सांपला के साथ रामतीर्थ गए थे। किसानों के आने के बाद सांपला को तो प्रशासनिक अिधकारियों ने बीएसएफ कैंपस के भीतर वाली सड़क से निकाल दिया, मगर जोशी किसानों के प्रदर्शन के कारण रामतीर्थ रोड पर फंस गए।

किसानों से काफी समय तक चले तर्क-वितर्क के बाद जोशी को किसानों के साथ वहीं बैठना पड़ा। कुछ देर बाद जब सांपला के रामतीर्थ से निकलने की सूचना पहुंची तो किसान नेताओं ने प्रदर्शन खत्म कर दिया, जिसके बाद जोशी भी अमृतसर लौट आए।

रामतीर्थ : सांपला को प्रशासन ने बीएसएफ कैंप के रास्ते निकाला, किसानों के प्रदर्शन में फंसे जोशी - शुक्रवार सुबह गुरु रामदास एयरपोर्ट पर लैंडिंग के बाद नेशनल एससी कमीशन के चेयरमैन विजय सांपला, पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर अनिल जोशी व अन्य भाजपा नेताओं के साथ रामतीर्थ में माथा टेकने पहुंचे। इसकी जानकारी किसान संघर्ष कमेटी (पन्नू ग्रुप) के नेता बचित्तर सिंह कोटली को लगी तो वह किसानों को साथ लेकर वहां पहुंचे मेन रोड पर जाम कर दिया।

वापसी पर प्रशासनिक अधिकारियों ने सांपला को बीएसएफ कैंपस के रास्ते निकाल दिया। बाकी भाजपा नेताओं को मेन रोड पर भेजा गया। इस पर किसानों ने अनिल जोशी की गाड़ी घेर ली। किसानों ने जोशी से पूछा कि वह जनता के नुमाइंदे हैं, कृषि कानून को रद्द क्यों नहीं करवाते। इस पर जोशी का कहना था कि इसके लिए सीनियर लीडरशिप काम कर रही है। किसान संतुष्ट नहीं हुए तो जोशी किसानों के उनके बीच धरने पर बैठ गए, जबकि उधर दूसरी तरफ से सांपला निकल गए।

राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक शुक्रवार दोपहर रेलवे स्टेशन पर स्टेशन सुपरिंटेंडेंट (एसएस) के दफ्तर में डीआरएम राजेश अग्रवाल व अन्य अफसरों से बैठक करने पहुंचे। इसी बीच वहां किसान आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर दफ्तर का दरवाजा बंद कर दिया गया, मगर किसानों ने बाहर नारेबाजी जारी रखी। किसानों को करीब 1 घंटे बाद थाना सिविल लाइन की पुलिस ने हिरासत में लिया और गाड़ी में लाद कर दूर ले गई। इसके बाद मलिक स्टेशन से निकले।


बठिंडा में अब 500 नहीं एक हजार कारों के लिए बनेगी मल्टीस्टोरी पार्किग


बठिडा।
शहर में पार्किग की बदहाल हो रही समस्या को हल करने के लिए निगम ने कमर कस ली है। कंसल्टेंट हायर करने के लिए बाकायदा टेंडर लगा दिया गया है, जो 23 मार्च को खोला जाएगा। इस टेंडर के अधीन निगम ने ऐसे आर्किकेट्स को अप्लाई करने के लिए कहा है, जो पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं। निगम कंसल्टेंट के माध्यम से मल्टीस्टोरी पार्किग के निर्माण पर होने वाले खर्च का एस्टीमेट तैयार करवाएगा।

दरअसल, शहर में मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाने का प्रोजेक्ट पिछले 12 साल से लटक रहा है। अब कंसल्टेंट के माध्यम से प्रोजेक्ट तैयार करवाया जाएगा। निगम की ओर से शर्त रखी गई है कि आर्किटेक्ट की ओर से तैयार किए जाने वाले डिजाइन को आने वाले 50 साल को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा। इससे पहले तैयार किए गए डिजाइन में 550 कारों की पार्किंग हो सकती थी, लेकिन अब नए डिजाइन को तैयार करने से पहले शहर में ट्रैफिक को भी ध्यान में रखा जाएगा। निगम इस बार एक हजार के करीब कारों की पार्किंग बनाने का टारगेट लेकर चल रहा है। हालांकि कंसल्टेंट हायर करने को लेकर निगम दो साल पहले भी कार्यवाही कर चुका है, लेकिन इसके बाद भी यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ सका। इससे पहले फरवरी 2019 की हाउस मीटिग में भी मल्टीस्टोरी पार्किंग के प्रोजेक्ट को पूरा करने पर मुहर लग चुकी है। इसको लेकर नगर निगम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर हरपाल भुल्लर का कहना है कि निगम द्वारा पार्किंग के लिए कंसल्टेंट हायर किए जाएंगे, जिसके बाद इसका एस्टीमेट तैयार किया जाएगा। 

निजी कंपनी पहले भी सौंप चुकी है डीपीआर

प्राइवेट कंपनी दाराशाह द्वारा पार्किंग को लेकर पहले भी एक डीपीआर निगम को सौंपी जा चुकी है। इसके अनुसार बठिडा में वर्ष 2023 तक 352, 2028 तक 420 व वर्ष 2033 तक 465 कारों की पार्किंग की माल रोड पर जरूरत होगी। मौजूदा समय में देखा जाए तो नगर निगम के पास रेलवे रोड से लेकर माल रोड लार्ड रामा स्कूल तक कोई भी अदद पार्किंग नहीं है। वहीं सामान्य पार्किंग में निगम के पास इस समय गांधी बाजार मार्केट, सब्जी मंडी रेलवे रोड पार्किंग, सुभाष मार्केट, आर्य समाज स्पो‌र्ट्स मार्केट, राजेश सिनेमा मार्केट, कपड़ा बाजार मार्केट मौजूद हैं, जहां कंपनी प्रोजेक्ट की फीजिबिलीटी को स्टडी कर 25 से 100 कारों तक की पार्किंग को एडवाइज करेगी।

2016 में हरसिमरत ने रखा था नींव पत्थर, सरकार बदलते ही रुका प्रोजेक्ट

शहर में पार्किंग की समस्या को खत्म करने व मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद हरसिमरत कौर बादल ने 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले आठ नवंबर 2016 को माल रोड के सरकारी स्कूल में नींव पत्थर रखा था, लेकिन सरकार बदलने के बाद आज तक योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। नौ साल में पांच बार बदली जा चुकी है योजना

2016: केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने सरकारी प्राइमरी स्कूल की 1.4 एकड़ जमीन पर कामर्शियल कम मल्टीस्टोरी पार्किंग का नींव पत्थर रखा। चार मंजिला बनने वाले इस मल्टीस्टोरी पार्किंग पर लगभग 28 करोड़ रुपये खर्च होने थे। पुडा ने इसे रेट ज्यादा बता रद कर दिया है।

2015: केंद्र सरकार ने फायर ब्रिगेड की जगह पर बनने वाली मल्टीस्टोरी पार्किंग के प्रोजेक्ट को ड्राप कर दिया। निगम अफसरों ने पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी से 30 करोड़ मांगे थे, लेकिन राज्य सरकार ने भी फंड नहीं दिया।

2013: निगम कमिश्नर विपुल उज्ज्वल ने दराशाह कंपनी से इस प्रोजेक्ट की डीपीआर नए सिरे से तैयार करवाई और इसे जवाहर लाल नेहरू अर्बन रिन्यूवल स्कीम के तहत केंद्रीय सहायता के लिए भेजा। 2014 में फाइल लटक गई और इसे रद कर दिया गया।

2012: निगम ने दराशाह कंपनी को सलाहकार एजेंसी के तौर पर हायर कर उससे प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार करवाई। निगम ने कंपनी को करीब 17 लाख रुपये अदा किए, बाद में योजना को बदल दिया गया।

2009: नगर निगम हाउस ने फायर ब्रिगेड की 3200 गज जमीन पर मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाने की योजना तैयार की थी। सीनियर डिप्टी मेयर इंजी तरसेम गोयल की अगुआई वाली सब कमेटी ने घाटे का सौदा मानते हुए प्रोजेक्ट को रद कर दिया।

ट्रैफिक जाम से मिलेगी निजात, सड़कों पर खड़े नहीं होंगे वापन

अगर मल्टीस्टोरी पार्किंग बनती है, तो शहरवासियों को काफी फायदा होगा। इससे न सिर्फ बाजारों से ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी, बल्कि गाड़ी टो होने का भी डर नहीं रहेगा। बाजारों में शापिग करने के लिए आने वाले लोग मौजूदा समय में अपने वाहन सड़क या फुटपाथ पर पार्क करते हैं या निगम की तरफ से चलाई जा रही अस्थाई पार्किंग में। फुटपाथ और सड़कों पर खड़े वाहनों को ट्रैफिक पुलिस टो कर ले जाती है, जिसे छुड़वाने के लिए लोगों को भारी जुर्माना देना पड़ता है।

निगम की इन पार्किग पर कर लिया गया कब्जा

स्पो‌र्ट्स मार्केट : निगम की एकमात्र पार्किंग है, जिसमें 10 से 15 कारें खड़ी हो सकती हैं, लेकिन जब से निगम ने इन पार्किंग का ठेका खत्म कर इन्हें फ्री किया है, वहां के दुकानदारों ने पार्किंग के आने व जाने वाले रास्ते में लोहे के पोल लगाकर उन्हें बंद कर दिया है ताकि लोग अपने वाहन खड़े कर सकें।

मिड्डू मल स्ट्रीट: मिड्डू मल स्ट्रीट के साथ बनी पार्किंग पर रेहड़ी-फड़ी वालों ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। पूरी पार्किंग में खाने-पाने की रेहड़ियां खड़ी रहती हैं। इसके अलावा सुभाष मार्केट पानी वाली टंकी के पास बनी पार्किंग पर टैक्सी यूनियन ने अपना कब्जा कर रखा है।


ककराला भाईका में रिश्तों का कत्ल:गार्डर बेचा तो भाई ने गंडासी मार भाई को मार डाला, घर में बताया बाइक से गिरकर मौत हुई, सबूत मिटाने को संस्कार भी कर दिया


पटियाला।
समाना के गांव ककराला भाईका में बड़े भाई ने छोटे भाई के सिर पर गंडासी से वार कर कत्ल करने का मामला सामने आया है। मामला वीरवार का है। हालांकि, आरोपी शातिर भाई ने घटना को एक्सीडेंट बताते हुए शाम को ही संस्कार भी कर दिया था। शुक्रवार सुबह मृतक कि अस्थियां भी जल प्रवाह कर दीं। दूसरी और देर शाम से ही मृतक हरजिंदर सिंह की मौत को लेकर शक जताया जा रहा था, जिसकी सूचना थाना पुलिस को मिली तो डीएसपी समाना के आदेश पर थाना सदर समाना पुलिस ने जांच कर शुक्रवार को मृतक हरजिंदर सिंह के बड़े भाई आरोपी बलजिंदर सिंह पर कत्ल का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

थाना सदर इंचार्ज अंकुरदीप सिंह ने बताया कि 33 साल के आरोपी बलजिंदर सिंह और छोटा भाई हरजिंदर सिंह दो भाई हैं। हरजिंदर सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी। बड़ा भाई आरोपी बलजिंदर सिंह तीन बच्चों का पिता है। दोनों काे घर में अलग-अलग हिस्सा मिला हुअा है। पूछताछ में यह पता लगाया जाएगा कि आरोपी ने कत्ल प्रॉपर्टी की रंजिश में या किसी और रंजिश के चलते किया है।

शाम को ही संस्कार करवा अस्थियां भी कर दीं जल प्रवाह- डीएसपी समाना जसवंत सिंह मांगट ने बताया कि 4 मार्च को हरजिंदर सिंह (28) निवासी गांव ककराला भाइका की चोट लगने से हुई मौत की जानकारी मिली थी। गहराई से जांच करने के लिए सदर थाना इंचार्ज एसआई अंकुरदीप की अगुवाई में टीम बनाई गई। मृतक के पिता दरबारा सिंह के बयानाें के आधार पर केस दर्ज कर मृतक हरजिंदर सिंह के बड़े भाई

आरोपी बलजिंदर सिंह काे गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पूछताछ में माना है कि उसके छोटे भाई हरजिंदर सिंह का उसने गंडासी से कत्ल किया है और पिता को भी झूठ बोला था। आरोपी ने बताया है कि हरजिंदर सिंह ने वीरवार को घर से लोहे का गार्डर उठाकर कबाड़ी को बेच दिया था। छोटा भाई मृतक हरजिंदर सिंह नशे करता था और घर का अन्य सामान भी बेच देता था।

आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज
डीएसपी ने बताया कि आरोपी पर हत्या का केस दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। आरोपी को शनिवार को अदालत में पेश कर रिमांड हासिल करने के बाद पूछताछ की जाएगी। वारदात में इस्तेमाल गंडासी भी बरामद की जाएगी।

डीएसपी जसवंत सिंह मंगत ने बताया कि मृतक के पिता दरबारा सिंह ने बताया कि 4 मार्च को वह समाना में धरने पर गया था तो पता चला क्यों उसके जवान बेटे हरजिंदर सिंह की चोट लगने से मौत हो गई है। जब वह गांव पहुंचा तो उसे पता चला कि हरजिंदर को चोट लगने के कारण उसे इलाज के लिए ले जाया गया है। जहां वह अपने भतीजे जसपाल सिंह के साथ पहले समाना अस्पताल गया। जहां से पता चला कि उसे रेफर कर के पटियाला प्राइवेट अस्पताल में भेजा गया है। जहां उसके बेटे को डॉक्टरों ने मृतक करार दे दिया है और उसका बड़ा बेटा बलजिंदर सिंह डेड बॉडी को घर लेकर पहुंच गया।

कहने लगा हरजिंदर काे बाइक से गिरने के कारण चोट लगी थी, जिस कारण उसकी मौत हो गई है। इस कारण पोस्टमार्टम भी नहीं करवा पाए। आरोपी बलजिंदर ने जल्दबाजी में शाम को ही संस्कार भी करवा दिया। शुक्रवार को सारी रस्म पूरी करके भी अस्थियां भी जल प्रवाह कर दीं।

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