लुधियाना। फिरोजगांधी मार्केट से 26 फरवरी को लापता लड़की के साथ आश्रम में बाबा ने रेप किया और फिर गला दबाकर हत्या करके बोरी में डालकर लाश को गांव दाद में खेत में फेंक दिया था। पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार कर लाश बरामद कर ली। सिविल अस्पताल में फाॅरेंसिक एक्सपर्ट रविंदर सिंह, डॉ. हरप्रीत सिंह, कुलवंत सिंह व महिला डॉक्टर द्वारा पोस्टमार्टम किया गया।
उसका विसरा व स्वैब जांच को भेजे गए हैं। मृतका का मोबाइल व मोटरसाइकिल भी बरामद की है। थाना डिवीजन पांच ने ओम प्रकाश के बयानों पर दुगरी एलआईजी फ्लैट के संबोध दास के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। 22 साल की पीड़िता परिवार समेत पक्खोवाल रोड पर फुल्लांवाल किराए के मकान में रहती थी। तीन बहनें व एक भाई में वह सबसे छोटी थी।आरोपी 2500 रुपए महीने किराए पर प्लॉट लेकर 5 साल से आश्रम चला रहा था। मृतका की बहन ने बताया कि लॉकडाउन के बाद नौकरी न मिलने पर वह परेशान थी।
उसे 25 फरवरी को फिरोजगांधी मार्केट के एक बैंक में जॉब मिली। मगर पसंद न आने पर एक दिन काम करके छोड़ दी। 26 फरवरी को वह दूसरी जगह जाॅब के लिए बैंक में इंटरव्यू देने गई थी। शाम 4 बजे तक वापस न आने पर ढूंढने के बाद रात 8.00 बजे थाने जाकर शिकायत दी। मृतका की मां के आरोप लगाया कि शनिवार व रविवार की बात कह पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। कई चक्कर लगाने पर अवैध हिरासत का मामला दर्ज किया। फिर वह खुद ही तलाशते रहे।
मृतका की आखिरी काॅल के आधार पर युवक उठाया
उसने आश्रम में छोड़ने की बात कही, मोबाइल लोकेशन से फंसा दरिंदा बाबा-मृतका की मां के अनुसार लड़की के फूफा तीन साल से आरोपी के आश्रम जा रहे थे। वे ही उन्हें 15 दिन पहले आश्रम ले गए। वहां आरोपी ने उन्हें उनके परिवार पर किसी ने टोना करने की बात कही। वह दो बार आश्रम गए, तो उन्हें उपाए बताए। लड़की की जॉब के लिए भी टोना होने की बात कही। जिस कारण वह काफी परेशान रहने लगी। मृतका को लगता था कि बाबा ने उस पर कोई जादू कर दिया है। बाबा ने उसका नंबर लेकर कॉल करनी शुरू कर दी।
परिवार के अनुसार बाबा की टोने की बात से मृतका को लगता था कि इसी कारण उसे अच्छी नौकरी नहीं मिल रही है। पिता द्वारा एक्टिवा ले जाने के कारण पीड़िता 26 फरवरी को सुबह 10 बजे घर से इंटरव्यू के लिए पैदल गई। वहम के कारण इंटरव्यू देने की जगह उसने बैंक में एक दिन पहले मिले युवक को फोन कर बुलाया। उससे लिफ्ट ले 12 बजे आश्रम पहुंची और युवक को वापस भेज दिया। आश्रम में कोई न होने के चलते आरोपी बाबा ने लड़की के साथ रेप किया। फंसने के डर से करीब दो बजे उसका गला घोटकर हत्या कर दी।
अंधेरा होने पर बाइक पर ले गया लाश- हत्या के बाद आरोपी बाबा पांच घंटे लाश के पास बैठा रहा। अंधेरा होने पर लाश को प्लास्टिक बोरी में डाला और मोटरसाइकिल पर रखकर पक्खोवाल रोड पर गांव दाद में गन्ने के खेत में फेंक दिया और उसका मोबाइल रख लिया। लड़की की कॉल डिटेल निकालने पर आखिरी कॉल युवक को होने के चलते उसे हिरासत में लिया। उसने लड़की को आश्रम में छोड़ने की बात कही। पुलिस वहां पहुंची तो आरोपी ने लड़की के आने को लेकर इंकार कर दिया। लड़की की मोबाइल लोकेशन चेक की तो पहले वह आश्रम व सात बजे गांव दाद की आई। आरोपी पर शक होने पर वहां दो किलोमीटर एरिया में सर्च की, मगर सुराग नहीं लगा। फिर आरोपी के सेवादार हरी राम यादव से संपर्क कर बाबा को चौकी बुलाया। दो दिन बाद आरोपी वहां पहुंचा तो पूछताछ में उसने खुलासा किया।
परिवार को गुमराह करने की कोशिश -पुलिस कार्रवाई का पता चला तो आरोपी एक मार्च को चार बाउंसरों के साथ मृतका के घर पहुंचा। उसने परिवार को कहा कि बेटियां पराया धन होती हैं, वो अपने घर चली गई। आप उसे ढूंढ़कर पैसा खर्च न करों। बल्कि बाकी बच्चों का ध्यान रखो। उसने कार्रवाई रोकने के लिए परिवार का ध्यान घुमाने की कोशिश की।
युवती ने लखनऊ से की थी बीकॉम- मृतका के फूफा ने बताया कि लड़की ने लखनऊ से बीकॉम की थी। लड़की व उसके पिता के सिर पर ही घर का खर्च चलता था। मृतका पहले एक ऑटोमोबाइल कंपनी में मैनेजर थी। फिर दिमागी रूप से परेशान बच्चों के स्कूल में टीचर की नौकरी करने लगी। लॉकडाउन के कारण नौकरी छूट गई। जॉब न मिलने के कारण वह आगे पढ़ नहीं पा रही थी।
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