कपूरथला। बुधवार को जालंधर बाईपास क्षेत्र के पास निजी अस्पताल को जाने वाली कच्ची सड़क पर 22 साल के दीपू साहू की हत्या कर फेंके शव के मामले को पुलिस ने 48 घंटे में सुलझा लिया है। पुलिस के मुताबिक मामला प्रेम संबंधों से जुड़ा हुआ था। मृतक दीपू अपने मालिक की बेटी से प्रेम करने लगा था। गुस्से से मालिक ने अपनी एक महिला दोस्त के साथ मिलकर उसे अपनी एक्टिवा पर बिठाकर गांव बलेरखानपुर ले गया। जहां
पहले उसे नशीली दवा मिलाकर दी। बाद में दोनों ने गला दबाया और उसकी पत्थर से हत्या कर दी। घटना के बाद दोनों ने युवक का खून से लथपथ हुआ शव कच्ची सड़क पर फेंक दिया और फरार हो गए। पुलिस को खुलासा घटना मौके पर मिले सीसीटीवी और फॉरेंसिक जांच में हुआ। पुलिस ने दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है।
मृतक की जेब से मिला था मंगलसूत्र और सिंदूर, आरोपी मालिक और उसकी महिला मित्र को पुलिस ने किया गिरफ्तार - एसपी (डी) विशालजीत सिंह ने बताया कि 3 मार्च को मुनीश शाह निवासी गांव उगराहा बिहार हाल मंगी कॉलोनी ने बताया कि उसका एक 22 वर्षीय भाई दीपू साहू पानी फिल्टर का काम करता था। वह अकसर अपने मालिक गौतम सृष्टा निवासी गांव किचनास बीरुहा नेपाल हाल निवासी टावर कॉलोनी औजला रोड के पास ही रहता था। 1 मार्च को दीपू साहू उनको घर ले आया था। मिलने के बाद काम पर वापस चला गया। बाद में घर नहीं लौटा।
3 मार्च को सुबह 9 बजे वह अपने काम पर जा रहा था। एसपी (डी) ने बताया कि घटना के मौके मृतक दीपू साहू के जेब से मंगलसूत्र और सिंदूर मिला था। पुलिस का संदेह प्रेम सबंधों की और लग रहा था। पुलिस को खुलासा हुआ कि मृतक दीपू साहू के अपने मालिक गौतम की लड़की के साथ प्रेम संबंध थे। इस बात का पता गौतम को चल गया। गौतम ने दीपू को ठिकाने लगाने की प्लानिंग बना ली।
गौतम ने अपनी महिला दोस्त राधा को साथ मिला लिया। दोनों ने सलाह बनाकर दीपू को अपनी एक्टिवा पर बिठा लिया। 2 मार्च की शाम को पहले बलेरखानपुर ले गए। जहां दीपू को बेहोश करने के लिए कुछ नशीली चीज दी गई। दोनों उसे निजी अस्पताल को जाते कच्चे रास्ते पर ले आए। जहां दोनों ने दीपू का गला दबाकर उसे मारने की कोशिश की। बाद में सिर में नुकीला पत्थर मार कर उसे मार डाला। पुलिस ने गौतम और राधा को पकड़ कर पूछताछ की तो हत्या का खुलासा हो गया।
विशेष टीम गठित, हर पहलू पर की गई जांच : डीएसपी- एसपी (डी) विशालजीत सिंह ने बताया कि घटना के मौके उन्होंने हर पहलू पर जांच की। पहले मामला विवाद का दिख रहा था। जांच में मामला प्रेम संबंधों से जुड़ा हुआ निकला। एसएसपी कंवरदीप कौर के निर्देश पर डीएसपी (डी) सर्बजीत राय, डीएसपी (सब-डिवीजन) सुरिंदर सिंह, सीआईए स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर परमजीत सिंह, थाना सिटी एसएचओ सुरजीत सिंह पत्तड़ और सीआईए स्टाफ फगवाड़ा की महिला सब इंस्पेक्टर ऊषा रानी के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने हर पहलू पर जांच की। 48 घंटे में टीम ने अंधे कत्ल के मामले को सुलझा लिया।
3 महीने पहले ही दीपू के पिता का हो गया था देहांत -3 महीने पहले ही दीपू साहू के पिता का भी देहांत हो गया था। उनके परिवार पर पहले ही सुखों का पहाड़ टूट गया था। परिवार की आर्थिक हालत भी बेहद कमजोर है। बजरंग दल के सदस्यों ने परिवार से सहानुभूति जताई।
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