बठिंडा. जिले में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए सेहत विभाग की ओर से सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 12 सेशन सेंटरों पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 7वें दिन 239 सेहत कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई गई। इसी तरह 12156 हेल्थ वर्करों में से अब तक 1183 लोगों की वैक्सीनेशन हो चुकी है, यानी विभाग ने वैक्सीनेशन प्रक्रिया के तहत 56.33 प्रतिशत का लक्ष्य पूरा कर लिया है।
दूसरी ओर सरकार
द्वारा सेहत विभाग को वैक्सीन की दूसरी खेप भी भेज दी है। दूसरी खेप में सेहत
विभाग को वैक्सीन की 11210
डोज मिली है। वैक्सीन की दूसरी खेप मिलते ही
विभाग की ओर से 1010 डोज आर्मी और 360 डोज सेंट्रल
कर्मचारियों के लिए निश्चित सेशन सेंटर पर सुरक्षित भेजी जाएगी।
शनिवार को
वैक्सीनेशन प्रक्रिया के 7वें दिन 10 सेशन सेंटरों पर
239 सेहत कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई, जिसमें दो सेशन
सेंटरों पर एक भी सेहत कर्मचारी वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंचे। जिला टीकारकण
अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला के अनुसार सरकारी सेशन सेंटर सिविल अस्पताल में 13, एम्स अस्पताल 56, तलवंडी साबो 20, नथाना 5, भगता 10, मौड़ मंडी 10, रामपुरा फूल 19, गोनियाना 0 - संगत 0 और निजी अस्पताल
के सेशन सेंटर मैक्स अस्पताल में 60,
आदेश अस्पताल 9, दिल्ली हार्ट 37 कुल 239 लोगों को
वैक्सीन लगाई गई।
जबकि इससे पहले 6 दिनों में कुल 944 लोगों को
वैक्सीन लगाई गई थी। इस तरह अब तक जिले में कुल 1183 सेहत
कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है और अभी तक इनमें से किसी को भी किसी तरह
के साइड इफेक्ट की सूचना नहीं है। उधर,
कोरोना वैक्सीन लगवाने से पहले मल्टीपर्पज
हेल्थ इंप्लाइज यूनियन सेहत विभाग से शर्त रख रहा है।
जिला प्रधान
गगनदीप सिंह, जसविंदर शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में हेल्थ वर्करों ने पहली कतार में खड़े
होकर बीमारी से जंग लड़ी व सरकार के हर निर्देश की पालना की, लेकिन
कर्मचारियों की लंबित मांगों को पूरा करने की मांग अब नजरअंदाज की जा रही है, कहा जा रहा है
कि मांग पूरी होने पर ही टीका लगवाएंगे। कहा जा रहा है कि शर्त पर ही टीका लगवाएं।
पर इनको टीका
लगवाने को प्रेरित करने को इनकी यूनियन से बात की है और इनको मोटिवेट कर रहे हैं।
प्रत्येक अस्पताल में मीटिंग भी कर रहे हैं और जागरूक कर रहे हैं। सिविल सर्जन
बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बताया कि शनिवार को जिले के 12 सेशन सेंटरों पर
कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की शुरुआत की गई। 239
लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 7 दिनों में अब तक
1183 लोगों की वैक्सीनेशन हो चुकी है। उन्होंने
बताया कि सरकार की ओर से वैक्सीन की दूसरी खेप भी पहुंच चुकी है।
टीके लगवाने के लिए आगे आकर करें पहल
जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने
सभी सेशन सेंटरों का निरीक्षण किया,
लेकिन किसी भी सेशन सेंटर पर साइड इफेक्ट की
सूचना नहीं मिली। कोरोना वैक्सीन सुरक्षित है। सरकारी अस्पताल व निजी अस्पतालों के
डाक्टरों ने वैक्सीन लगवाने के प्रति अच्छी पहल की है।
अब धीरे-धीरे
अभियान गति पकड़ रहा है। जिले को 11210
डोज मिली है। इसमें से 1010 डोज आर्मी और 360 सेंटर
कर्मचारियों के लिए भेजी जाएगी। जिन लोगों के मोबाइल पर वैक्सीनेशन के संबंध में
मैसेज आए हैं, वे बताए गए हेल्थ सेंटर में जाकर टीका जरूर लगवाएं।
कोरोना वैक्सीन के सातवें दिन शनिवार को 239 डाक्टरों व हेल्थ वर्करों ने टीका लगवाया।
शनिवार को पहली बार प्राइवेट की बजाएं सरकारी हेल्थ कर्मियों ने सबसे ज्यादा
टीकाकरण करवाया, जबकि पिछले छह दिनों के टीकाकरण में प्राइवेट अस्पताल सबसे
आगे चलते आ रहे थे। शनिवार तक कुल 1185 लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगा चुका है। इसमें
प्राइवेट अस्पताल के 785 (63 प्रतिशत), तो 427 (37 प्रतिशत) सरकारी अस्पताल के हेल्थ वर्करों ने
वैक्सीन लगवाई है। कुल मिलाकर अब तक प्राइवेट अस्पताल वैक्सीन लगवाने में सबसे आगे
चल रहे है। शनिवार को सेहत विभाग की तरफ से 12 सेंटरों पर वैक्सीन लगाई गई, जिसमें 9 सेंटर सरकारी, तो तीन प्राइवेट अस्पताल शामिल थे। जिला
टीकाकरण आफिसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने बताया कि शनिवार को सरकारी 9 अस्पतालों में 133 लोगों ने टीका लगवाया है, जबकि तीन प्रावेट अस्पतालों में 106 लोगों ने टीका लगवाया है।
16 जनवरी से शुरू हुई
वैक्सीनेशन मुहिम के सात दिन हो चुके है। हालांकि रविवार को टीकाकरण मुहिम बंद
रहेगी। उधर केंद्र सरकार की तरफ से सिविल अस्पताल बठिंडा को 11 हजार 260 कोरोना वैक्सीन की दूसरी
खेप की डोज भी सिविल अस्पताल बठिंडा को भेज दी है। सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत
सिंह ढिल्लो ने बताया कि शुक्रवार को डोज की दूसरी खेप उनके पास पहुंच चुकी है।
इसमें 9740 डोज सरकारी अस्पतालों के
लिए है, जबकि 1010 डोज आर्मी अस्पताल और 360 एम्स बठिंडा की डोज शामिल
है। यह डोज 28 दिन बाद उन मुलाजिमों को
लगेगी जिनको पहली डोज लग चुकी है। सिविल सर्जन डा. ढिल्लो ने दावा कि कोरोना
वैक्सीन लगवाने के लिए हेल्थ वर्करों में रुझान बढ़ने लगा है। आने वाले दिनों में
सभी सेंटर चलाए जाएंगे। सरकारी मुलाजिमों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित
किया जा रहा है।
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कोविशील्ड
वैक्सीन का कवच पहनने के लिए निजी अस्पतालों के स्वास्थ्य कर्मी रुचि दिखा रहे हैं, पर सरकारी स्वास्थ्य कर्मी आगे नहीं आ
रहे। शनिवार को जिले के 12 प्राइवेट एवं सरकारी
केंद्रों में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू की गई। शाम पांच बजे तक 239 कर्मियों का टीकाकरण हुआ, जबकि लक्ष्य 1200 का था। सर्वाधिक टीकाकरण
मैक्स व एम्स अस्पताल में हुआ। इन दोनों सेंटरों में 116 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका
लगवाया। एम्स अस्पताल में 56 कर्मियों को कवर किया गया।
सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण की रफ्तार धीमी रही। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में
जितने भी हेल्थ वर्करों ने टीका लगवाया है, उनमें से 70 फीसद डाक्टर हैं। जिले के
सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में 427 व निजी अस्पतालों में 758 कर्मियों ने टीकाकरण
करवाया।
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आज
इन सेंटरों पर इतने लोगों ने लगवाया टीका
- सिविल अस्पताल बठिंडा- 13
- तलवंडी साबो 20
- गोनियाना मंडी -0
- नथाना -5
- भगता भाईका- 10
- मौड़ मंडी- 10
- रामपुरा-19
- संगत मंडी-0
- एम्स अस्पताल-56
- मैक्स अस्पताल-60
- दिल्ली अस्पताल-37
- आदेश अस्पताल-9
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- सात दिनों में हुआ इतना- टीकाकरण
- 16 जनवरी- 36
- 18 जनवरी47
- 19 जनवरी 94
- 20 जनवरी 138
- 21 जनवरी 223
- 22 जनवरी 408
- 23 जनवरी 239
- कुल -1185
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