अमृतसर। कोरोना महामारी का बड़ा साइड इफेक्ट साल के पहले ही जश्न पर देखने को मिल रहा है। दरअसल, अटारी-वाघा बॉर्डर पर हर साल 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड इस बार नहीं होगी। भारत और पाकिस्तान के जवानों की कोई संयुक्त परेड भी नहीं होगी।
रिट्रीट सेरेमनी भी नहीं होगी। परंपरा के अनुसार, सिर्फ राष्ट्रीय ध्वज फहराने और शाम को उतारने की रस्म अदा की जाएगी। दर्शकों और सैलानियों को भी बॉर्डर तक आने की अनुमति नहीं होगी। कोरोना महामारी फैलने के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा यह कदम उठाया गया है।
बता दें कि साल 2020 में कोरोना महामारी फैलने के कारण 7 मार्च से अटारी-वाघा बॉर्डर पर दर्शकों की एंट्री बैन है। बॉर्डर पर शाम को होने वाली रिट्रीट सेरेमनी भी रद्द है। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पूर्ण हालात के कारण पिछले कई अवसरों पर मिठाई देने की परंपरा भी नहीं निभाई जा रही है।
गौरतलब है कि अटारी-वाघा बॉर्डर पर रोज शाम को रिट्रीट सेरेमनी आयोजित की जाती है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर विशेष परेड भी होती थी। इसमें काफी संख्या में दर्शक व सैलानी मौजूद रहते थे। लेकिन, इस बार गणतंत्र दिवस पर भी अटारी-वाघा बॉर्डर सूना रहेगा।
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