बठिंडा. कोरोना वैक्सीन को लेकर आम लोगों के साथ-साथ हेल्थ वर्करों के मन और दिल में बैठे डर की बजाएं हररोज 20 से 25 फीसदी कोरोना वैक्सीन की डोज बेकार हो रही है। वैक्सीन लगवाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग आगे नहीं आने के कारण कोरोना वैक्सीन की एक शीशी से हररोज तीन से चार डोज बर्बाद हो रही है, चूकिं एक वायल (शीशी) में 5 एमएम दवा है, जोकि एक व्यक्ति को एक बार में 0.5 एमएल डोज लगेगी यानी एक वायल से करीब 10 लोगों को टीका लगता है। वैक्सीन की एक वायल खुलने के बाद उसे दोबारा आईएलआर फ्रिज में नहीं रखा जा सकता है, इसलिए कम से कम दस लोगों को एक शीशी लगानी जरूरी है, लेेकिन टीकाकरण सेंटरों पर हररोज काफी कम संख्या में टीकाकरण के लिए पहुंचने वाले लोगों की वजह से एक वायल से तीन से चार डोज हररोज बच रही है। इसमें एक बड़ा कारण सेहत विभाग के मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों का विरोध भी है जो सरकार से लंबित मांगों को पूरा करवाने के लिए टीकाकरण नहीं करवाने की घोषणा कर चुके हैं। अगर उक्त वर्कर वैक्सीनेशन के लिए आगे आते हैं तो सेहत विभाग का ट्रागेट पूरा होने के साथ वैक्सीनेशन की बर्बादी को भी रोका जा सकता है।
सेहत विभाग ने चौथे दिन तीन प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना वैक्सीन के लिए सेंटर बनाया। इसमें आदेश अस्पताल, मैक्स अस्पताल व दिल्ली हार्ट शामिल है। इसका नतीजा काफी साकरात्मक रहा। पिछले तीन दिन में जहां कोरोना वैक्सीन लगाने वाले लोगों की तादाद 177 थी वही बुधवार को एक दिन में ही 136 सेहत कर्मियों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। यह सिलसिला वीरवार को भी जारी रहा।
गत दिवस सोमवार को सिविल अस्पताल के सेशन सेंटर पर 31, दिल्ली हार्ट अस्पताल में 34 और आदेश अस्पताल में 29 कुल 94 लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी। वही शनिवार व सोमवार को मिलाकर दो दिनों में 83 लोगों को वैक्सीन लगाई थी। टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 400 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। प्राइवेट डाक्टर टीकाकरण के लिए आगे आने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर उनके स्टाफ सदस्य भी टीकाकरण के लिए विभाग के पास अनुरोध करने लगे हैं। ऐसे में विभाग ने उक्त तीन निजी अस्पतालों में टीकाकरण अभियान शुरू किया है।
अगर सेहत विभाग के सरकारी आंकड़ों की बाते करे, तो अभियान के पहले दिन सिविल अस्पताल बठिंडा के सेंटर में पहले दिन 16 लोगों को टीका लगा गया, जिसके मुताबिक दो वायल से 20 लोगों को वैक्सीन लगनी थी, लेकिन चार डोज बर्बाद हुई, जबकि गोनियाना व तलवंडी साबो में 10-10 लोगों को टीका लगा था। इसी तरह सोमवार को दूसरे दिन सिविल अस्पताल बठिंडा में 41 लोगों को टीका लगाने के लिए पांच वाला को प्रयोग हुआ, जिसमें 9 डोज बर्बाद हुई, जबकि गोनियाना में छह लाेगों को डोज लगाई गई, तो चार बर्बाद हुई है। इसी तरह मंगलवार को सिविल अस्पताल में 31 लोगों को टीका लगा है, जिसके हिसाब से 9 डोज, दिल्ली हार्ट में 34 को टीका लगा, तो 6 डोज और आदेश में 29 लोगों को टीका लगा है, तो एक डोज बर्बाद हुई है। वर्तमान में सरकार की हिदायत के अनुसार प्रतिदिन 300 टीके लगने थे इसमें चार दिन में वैक्सीन का आकड़ा 1200 तक होना था लेकिन यह 400 के आसपास ठहर गया। उधर, सिविल सर्जन बठिंडा डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया कि कोई भी टीकाकरण या वैक्सीन होती है, तो उसमें 10 से 15 फीसदी बेकार जाना तय होता है, इसलिए विभाग की तरफ से हर वैक्सीन की डोज तय डोज से 15 से 20 फीसदी ज्यादा डोज दी जाती है। बठिंडा को भी 12 हजार 430 डाेज दी गई है, जबकि पहले चरण में जिले के पहले चरण में 4359 सरकारी व 4798 प्राइवेट अस्पताल के यानि कुल 9157 डाक्टर व हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण किया जाएगा।
इसी क्रम में डीसी बठिंडा बी श्रीनिवासन, सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों व विभिन्न विभाग प्रमुखों के साथ प्रोग्राम अफसरों ने वैक्सीन लगाने के लिए सेहत कर्मियों के साथ दूसरे विभागों के फ्रंट लाइन वर्करों को जागरूक करना शुरू किया। जिले में पहला वैक्सीन एम्स के डायरैक्टर डी.के. सिंह और दूसरा वैक्सीन सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों के बाद सेहत विभाग के डाक्टरों और कोविड-19 के दौरान अग्रणी होकर काम करने वाले सेहत विभाग के योद्धाओं की तरफ से लगवाए जा रहे हैं।
14370 कोवीशील्ड वैक्सीन की डोज प्राप्त हुई
सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने कहा कि यह दवा पूरी तरह के साथ सुरक्षित है। कोरोना वायरस को रोकने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। जिले के अंदर जिला सरकारी अस्पताल के अलावा सीएचसी गोनियाना और एसडीएस तलवंडी साबो में कोविड वैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत जिला अस्पताल, सीएचसी गोनियाना और एसडीएस तलवंडी साबो में बनाएं गए सेंटर में 16 जनवरी को 36 और 18 जनवरी को 47 सेहत विभाग के साथ सबंधित आधिकारियों और सेहत कर्मियों के टीके लगाए गए हैं। इसी तरह जिला अस्पताल के अलावा आदेश हस्पताल और दिल्ली हार्ट इंस्टीट्यूट में बनाएं गए सेंटरों में 19 जनवरी को 94 सेहत कर्मियों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है। उन्होंने बताया कि इस मुहिम के पहले पड़ाव के अंतर्गत जिले को 14370 कोवीशील्ड वैक्सीन की डोज प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 1370 मिलटरी अस्पताल बठिंडा और 450 डोज एम्स बठिंडा को वितरित की गई हैं। इस तरह बाकी बची 12550 वैक्सीन डोज सेहत विभाग की तरफ से सरकारी और निजी क्षेत्र के हेल्थ केयर वर्करों को लगाई जानी हैं।
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