सहारा जन सेवा ने अस्पताल पहुंचाया लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया
बठिंडा. शहर के शहीद भगत सिंह नगर नरुआना रोड गली नंबर तीन के रहने वाले 22 वर्षीय एक युवक ने शुक्रवार सुबह मिनी सचिवालय स्थित डीसी दफ्तर के पास कोई जहरीली दवा पीकर खुदकुशी कर ली। दवा निगलने के बाद वह मिनी सचिवालय के बाहर धरना दे रहे नौकरी से निकाले गए कोरोना वालंटियर के टेंट के बाहर जाकर गिर गया। युवक ने अपने हाथ में मोनोसिल स्प्रै की खाली शीशी भी पकड़ी हुई थी। युवक के पिता का तीन माह पहले कैंसर की बीमारी से मौत हुई थी। सूचना मिलने पर सहारा जनसेवा की लाइफ सेविंग टीम के सदस्य जग्गा सिंह, हरबंस सिंह व मनीकरण एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे और गंभीर हालत में पड़े युवक को उपचार के लिए सिविल अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया, जहां पर डाक्टरों ने उन्हें मृतक घोषित कर दिया।
युवक ने स्प्रै क्यों पी थी, इसके बारे में अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका। मृतक की शिनाख्त अविनाश सिंह 22
पुत्र स्वर्गीय बलवीर सिंह निवासी शहीद भगत सिंह नगर नरूआना रोड बठिंडा के तौर पर
हुई। मामले के जांच अधिकारी कचहरी चौकी के एएसआइ सोहन सिंह ने बताया कि मृतक
प्राइवेट नौकरी करता था। मृतक के भाई सूरज कुमार के मुताबिक उनके पिता की करीब दो
माह पहले कैंसर के कारण मौत हो गई थी। जिसके बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान रहता
था। शुक्रवार सुबह वह घर से नाश्ता करने के बाद गया है। उसने यह कदम क्यो उठाया
है। इसके बारे में कुछ भी नहीं पता है। वही युवक ने आत्महत्या के लिए मिनी सचिवालय
ही क्यों चुना जबकि वह काम दीप सिंह नगर की तरफ करता था व रहता भगत सिंह नगर में
था। इसमें तीन माह पहले उसके पिता की मौत के बाद वह मानसिक तौर पर परेशान चल रहा
था। इन सभी सवालों के जबाव पुलिस तलाशने में लगी है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 174
के तहत कार्रवाई करते हुए लाश का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों
को सुपुर्द कर दिया है।
फोटो सहित-बीटीडी-7,8- मिनी सचिवालय के बाहर जहर पीने वाला युवक
जिसे उपचार के लिए अस्पताल लाया गया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। वही मृतक अविनाश
सिंह की फाइल फोटो। फोटो-सुनील
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