-जनवरी मध्य से वैक्सीन लगाने की पूरी कर चुका है सेहत व जिला प्रशासन तैयारी
बठिंडा. कोरोना संक्रमितों में पिछले एक महीने में गिरावट दर्ज होना जारी है।
वीरवार को जिले में मात्र पांच कोरोना पोजटिव मरीज मिले हैं। इसमें भगता भाईका में
एक, पटेल नगर में दो, महिराज कालोनी रामपुरा में एक तो रामा मंडी के नवी कलोनी में
एक मरीज मिला है। वही 15 लोगं की रिपोर्ट
नेगटिव मिली है। सेहत विभाग के मुताबिक दिसंबर के 31 दिनों में 742 मरीज सामने आए, वहीं जनवरी माह
के सात दिन में मात्र 42 कोरोना संक्रमित
मरीज मिले हैं। इन दिनों में एक भी संक्रमित मरीज की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई
है। इस दौरान अच्छी बात यह है कि जितने नए मरीज आ रहे हैं उससे दो गुणा लोग ठीक
होकर घरों को जा रहे हैं। इसी तरह सेहत विभाग की ओर से अब तक 128250 लोगों के सैंपल
लिए गए। जिसमें 9289 लोगों की
रिपोर्ट पॉजिटिव आई,
वहीं 7860 लोग ठीक हुए हैं। अब तक 206 कोरोना
संक्रमितों की मौत हो हुई है। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या अब सिर्फ 170 के करीब है। सेहत
अधिकारियों के अनुसार इन दिनों ओपीडी में खांसी, बुखार और शरीर
दर्द की शिकायत पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अधिकतर मरीज वायरल बुखार
के ही सामने आ रहे हैं।
फिलहाल कम होते
कोरोना मरीजों की आकड़े के बीच सरकार जनवरी मध्य तक कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत करने
की तैयारी में जुटी है। जिले में सेहत विभाग ने सरकारी और प्राइवेट 12 टीकाकरण सेंटर
बनाए हैं। उक्त सेंटरों पर 36
टीमों का गठन किया गया है। पहले चरण में चरण
में 4359 सरकारी और 4798 निजी अस्पताल के
डाक्टर व स्टाफ को टीकाकरण के लिए शामिल किया गया है। सेहत विभाग द्वारा टीकाकरण
संबंधी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सेहत अधिकारियों के अनुसार 8 जनवरी दिन शुक्रवार
को तीन स्थानों पर टीकाकरण को लेकर ड्राई रन मॉक ड्रिल की जाएगी। जिसमें बठिंडा
सिविल अस्पताल व निजी अस्पताल को शामिल किया गया है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के लिए
तलवंडी साबो अस्पताल को चुना जा रहा है। मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चैन
मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई,
स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स के
साथ ही वैक्सीनेशन के लिए आने लोगों के वैक्सीनेशन स्थल पर पहुंचने पर उनकी एंट्री, पंजीयन, वैक्सीनेशन व आब्जर्वेशन
में रखने की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा। वैक्सीनेशन के दौरान एप पर डाटा
एंट्री से लेकर वैक्सीन लगाने तक में कितना समय लगता है, इसका भी इस
दौरान आंकलन किया गया। इस वैक्सीन का लाभ ऐसे लोगों को मिलेगा जिसमें कोरोना का
लक्षण ना हो।
इसके बाद अलग कक्ष
में संबंधित व्यक्ति की काउंसलिंग,
जांच करके यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि
उन्हें बुखार सर्दी खांसी या कोरोना का लक्षण तो नहीं है। इन प्रक्रियाओं से
गुजरने के बाद टीकाकरण कक्ष में प्रवेश का अवसर पंजीकृत व्यक्ति को मिलेगा। मॉक
ड्रिल दौरान ऑटो डिस्पोजेबल सिरिंज का उपयोग किया जाएगा। इसके पहले कक्ष में मौजूद
स्वास्थ्य कार्यकर्ता,
एएनएम द्वारा वैक्सीन का लाभ लेने के लिए
पहुंचा बेनेफिशरी वही व्यक्ति है या नहीं,
इसकी पुष्टि करेगी।
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