चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर उनके बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया गया है। कैप्टन ने कहा कि कुछ किसान नेताओं की आशंकाओं को दूर करते हुए कि वे उनके आंदोलन में हस्तक्षेप की बात कर रहे थे। मीडिया में जारी बयान में कैप्टन ने कहा कि उन्होंने साक्षत्कार में स्पष्ट रूप से कहा था कि मैं कृषि कानूनों को लागू करने के लिए सहमत नही हूं।
एक इंटरव्यू में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया था कि कि किसानों को अब आंदोलन खत्म करने पर विचार करना चाहिए। उन्हेंं बीच का रास्ता अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी समस्याएं बातचीत से हल हो जाती हैं। यह मसला भी ऐसे ही हल हो जाएगा। इसके बाद किसान नेता हरिंदर लक्खोवाल व बूटा सिंह ने भी इसे निराशाजनक बताया था। वहीं, आप और शिअद ने कैप्टन पर सवाल उठाए थे। शिअद ने कहा कि कैप्टन केंद्र सरकार की भाषा बोल रहे हैं। आप ने कहा कि कैप्टन ने किसानों की पीठ में छुरा घोंपा है। केंद्र सरकार के हाथों में खेल रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। वह हमेशा कृषि कानूनों के विरोध में रहे हैं।
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