बठिंडा। पंजाब सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन से परहेज करने वाले और वैक्सीन नहीं लगवाने वाले सेहत विभाग के कर्मियों व हेल्थ वर्करों के प्रति किए कड़े तेवर दिखाए हैं। सेशन सेंटरों पर वैक्सीन लगवाने के लिए बहुत कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि वैक्सिनेशन ड्राइव प्रक्रिया में जिला पिछड़ रहा है।हेल्थ वर्करों को वैक्सीनेशन के लिए कई बार मौका भी दिया गया, फिर भी बड़ी संख्या में हेल्थ वर्कर वैक्सीन लगवाने के परहेज कर रहे हैं। हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाने के लिए पहले 19 फरवरी अंतिम तिथि थी, लेकिन बड़ी संख्या में हेल्थ वर्कर वैक्सीन प्रक्रिया से दूर थे। जिसके चलते सरकार ने हेल्थ वर्करों के लिए 25 फरवरी तक डेट बढ़ा दी गई थी।
हेल्थ वर्कर अगर 25 फरवरी यानी आज वैक्सीन नहीं लगवाते हैं तो उनका नाम डाटा से हटा दिया जाएगा। दरअसल, सेहत विभाग के प्रयासों के बावजूद सेहत कर्मी कोरोना टीकाकरण मुहिम में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे। ऐसे कर्मचारियों को लेकर सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने गत दिवस चेतावनी दी कि जिन सेहत कर्मियों ने टीका नहीं लगवाया है, अगर वे भविष्य में संक्रमण के शिकार होते हैं तो पूरे इलाज का खर्च उनको खुद उठाना होगा।
उन्हें एकांतवास अवकाश का लाभ भी नहीं मिलेगा। इसी चेतावनी के बाद पिछले तीन दिनों से टीका लगवाने के लिए सेहत कर्मी आने शुरू हुए और आंकडा 300 से अधिक रहा। बता दें कि अभी तक सरकार कोरोना संक्रमितों के इलाज का खर्चा स्वयं उठा रही थी। सरकार के उक्त फैसले के बाद सिविल अस्पताल बठिंडा व दूसरे सेहत सेंटरों में डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ अब वैक्सीनेशन के लिए आगे आने लगे।
वैक्सीन को कोई साइड इफेक्ट नहीं: डा. सिंगला
जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला ने बताया कि वैक्सीन ही कोरोना के विरुद्ध अंतिम ढाल है। टीके को लेकर भयभीत न हों। यह पूरी तरह सुरक्षित और कामयाब है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। बुधवार को सेशन सेंटरों पर अस्पताल में तैनात क्लास फोर्थ व सफाई कर्मचारियों के अलावा नगर निगम कर्मचारी भी वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। उन्होंने बताया कि मुझे टीका लगवाने के समय या बाद में किसी तरह की तकलीफ नहीं हुई।
90 को पहली और 103 को दूसरी डोज लगी
बुधवार को 6 सेशन सेंटरों पर 342 हेल्थ वर्करों व फ्रंट लाइन वर्करों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। सेहत विभाग द्वारा 91557 हेल्थ केयर वर्कर टीकाकरण के लिए रजिस्टर्ड किए गए है। 16 जनवरी से अब तक 5559 हेल्थ केयर वर्कर व फ्रंटलाइन वर्कर टीकाकरण प्रक्रिया में शामिल हुए है। जबकि अभी भी 3598 लाभपात्री शेष हैं।
बुधवार को 90 हेल्थ वर्करों को पहली और 103 को दूसरी डोज लगाई गई। इसके अलावा 149 डोज फ्रंटलाइन वर्करों को लगाई गई। आदेश अस्पताल में 20, मैक्स अस्पताल में 101, सिविल अस्पताल में 160, दिल्ली हार्ट अस्पताल में 20, एम्स अस्पताल में 31 व रामपुरा में 10 डोज लगाई गई। सिविल अस्पताल एसएमओ डा. मनिंदर पाल सिंह, ईएमओ डा. गुरमेल सिंह, डा. खुशदीप सिंह व अन्य डाक्टरों ने सेशन सेंटर पहुंचकर टीका लगवाया और अन्य डाक्टरों व हेल्थ कर्मचारियों को वैक्सीन लगवाने की अपील की।
एसएमओ डा. मनिंदर पाल सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव में मास्क ही बेहद अहम है, जिस किसी को भी कोरोना के लक्षण दिखाई दे वह तुरंत अपना टेस्ट करवाए और यदि वह संक्रमित मिलता है तो वह अपना उपचार डाक्टर की सलाह पर जरूर करवाए। बीमारी छुपाने से यह और बढ़ती है, सभी लोग मास्क जरूर लगाए।
उन्होंने कहा की खतरा अभी टला नहीं है, ऐसे में सभी लोगों की जिम्मेदारी है की वे कोविड-19 की गाइड लाइन की पूरी तरह से पालन करें। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहने और शारीरिक दूरी का पालन करें, लापरवाही खुद के साथ ही आपके परिवार का भी जीवन खतरे मे डाल सकती है साबुन से अच्छी तरह से हाथ साफ करते रहे। सभी लोग गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन करे।