गुरुवार, 25 फ़रवरी 2021

कोविड इफेक्ट:पहले ऑनलाइन क्लास और अब मार्च में परीक्षा से बच्चों-परिजनों में दोहरा मानसिक तनाव; घबराहट-डिप्रेशन, असामान्य व्यवहार के बढ़ने लगे केस


लुधियाना। 
पढ़ाई की चिंता, परीक्षा का डर, ज्यादा से ज्यादा अंक लाने की होड़, साथी बच्चों से तुलना जैसे कई कारण बच्चों के मन में तनाव पैदा करते हैं। मार्च में एग्जाम शुरू होने वाले हैं। कोरोना के कारण घरों तक सीमित रह गए बच्चों और पेरेंट्स के लिए यह समय दोहरे मानसिक तनाव वाला है।

स्कूलबंदी के कारण इस वक्त बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, जिससे उनमें तनाव की स्थिति बनी हुई है और बच्चों और पेरेंट्स के रोजाना आने वाले केसों में इजाफा हो रहा है। इस वजह से घर में सकारात्मक वातावरण बना कर रखें और अनावश्यक दबाव न बनाएं।

बच्चों के साथ न करें गैर-जरूरी बहस, मनपसंद गाने सुनने और गेम खेलने दें
^कोविड-19 के बीच बच्चे और पेरेंट्स दोनों तनाव में हैं। घर के काम के साथ ही बच्चों का ऑनलाइन वर्क, एक्टिविटीज करवाने के कारण माताओं का तनाव भी बढ़ा है। यह समय टॉलरेंस का है। बच्चों में पढ़ाई-एग्जाम का स्ट्रेस है। अगर बच्चा पढ़ाई को लेकर अतिरिक्त तनाव में है तो उनसे मिलकर कुछ रिलेक्सेशन एक्टिविटी कर सकते हैं, जैसे गहरी सांस लेना और मेडिटेशन करें। बच्चों के साथ अनावश्यक बहस न करें। नई पीढ़ी को डांट-मारपीट के साथ नहीं समझाया जा सकता। बच्चों को आजादी दें। बच्चों की बात सुनें। बच्चों की डाइट और स्लीप का खास ख्याल रखें। बच्चों से ज्यादा पेरेंट्स के केस आ रहे हैं। बच्चों में एंजायटी और पैनिक अटैक के केस आ रहे हैं। डिप्रेशन, असामान्य व्यवहार, 9वीं-10वीं की लड़कियों में पोनोग्राफी एडिक्शन के मामले बढ़े हैं। रोजाना 4 से 5 केस आ रहे हैं। -डॉ. राजीव गुप्ता, साइकायट्रिस्ट, मानस अस्पताल

बच्चों पर ज्यादा नंबरों का बोझ न डालें

^अमूमन माता−पिता बच्चों से सिर्फ पढ़ाई की ही बात करते हैं। इससे बच्चा परेशान हो जाता है। यकीनन इस समय बच्चों को अतिरिक्त पढ़ाई करने की जरूरत होती है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि स्टडी प्लान बनाएं। इस तरह की एक्टिविटी बच्चे के लिए स्ट्रेस बस्टर की तरह काम करती है।

परीक्षा से पहले के एक सप्ताह में सही समय प्रबंधन जरूरी है, इससे उनका अतिरिक्त तनाव खत्म हो जाएगा। बच्चे को बताएं कि आप उनपर ज्यादा नंबर लाने जैसा कोई बोझ नहीं डाल रहे हैं। आप सिर्फ चाहते हैं कि वे पूरे आत्मविश्वास और ईमानदारी के साथ परीक्षा दें। परीक्षा के दिनों में बच्चों का खान−पान भी काफी अहम होता है। बच्चों को हैवी या तला हुआ फूड खिलाने की जगह थोड़ी−थोड़ी देर में कुछ ना कुछ हेल्दी खाने को दें। लिक्विड की मात्रा अधिक रखें। पानी पीते रहने से तनाव का स्तर घटेगा।
-डॉ. हरप्रीत सिंह, साइकायट्रिस्ट, मोहनदई ओसवाल अस्पताल

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