-सुखबीर बादल ने संसद में किसानों की आवाज को दबाकर उनके पक्ष को किया कमजोर-सुनील जाखड़
-बठिंडा में हादसे में एक किसान की मौत व 50 लोगों के घायल होने पर हालचाल पूछने पहुंचे थे जाखड़ व मनप्रीत
बठिंडा. पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील कुमार जाखड़ ने बठिंडा में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान व सांसद सुखबीर सिंह बादल पर हमला बोलते कहा कि उन्होंने केंद्र के सामने किसानों के मुद्दे को कमजोर किया व उनकी जायज मांगों से मुंह मोड़ा। वर्तमान में वह सांसद हरसिमरत कौर बादल को केबिनेट से त्यागपत्र देने की बात कर फिर से किसानों को गुमराह करने में लगे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सुखबीर बादल ने 15 सितंबर को कृषि आर्डिनेस बिल को राज्य सभा में पेश करते समय सोची समझी चाल के तहत सियासी ड्रामा किया। इसमें मिल के मसौदे से लेकर उसे सदन में रखने तक उशका समर्थन किया व जब बिल पास होने की बात आई तो विरोध कर किसानों को कहने लगे कि उन्होंने सदन व सरकार के सामने उनकी बात रखी। इस चाल को किसान व पंजाब के लोग अच्छी तरह से समझते हैं। सुनील जाखड़ बुधवार को बठिंडा में गत दिवस रात के समय हुए हादसे में मरे एक किसान के परिजनों को मेलने के साथ अस्पताल में उपचार करा रहे किसानों का हालचाल पूछने के लिए पहुंचे थे व इस दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे। सुनील जाखड़ के साथ वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल भी हाजिर रहे।
सुनील जाखड़ ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल का इतिहास संघर्ष व कुर्बानी से भरा रहा है लेकिन वर्तमान में संगठन के अग्रणी कहलवाने वाले सुखबीर बादल इसके सिद्धांतों को भूलकर लोगों को गुमराह कर पंजाब के हितों से खिलवाड़ कर रहे हैं। पूरा पंजाब एक होकर केंद्र के खेती बिल का विरोध कर रहे हैं लेकिन सुखबीर बादल कह रहे हैं कि वह अभी इस मामले में विचार करेंगे कि वह बिल का विरोध करने वालों के साथ संघर्ष करेंगे या फिर अकेले ही लड़ेगे। इससे उनकी दोगुली नीति का भी पर्दाफाश होता है। अकाल तख्त साहिब में माथा टेककर आंदोलन की शुरूआत करने के मामले में सुनील जाखड़ ने कहा कि अकाली दल ने हमेशा से ही अकाल तख्त की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। पहले मंत्री बनने पर अकाल तख्त में माथा टेकने की बात हरसिमरत कौर बादल ने की लेकिन वह अकाल तख्त से पहले मोदी के यहां माथा टेकने लगे वही बरगाड़ी काड में श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी पर माफी मांगने अकाल तख्त पर गए वहां भी गुप्त माफी मांगकर आ गए। उन्होंने कहा कि किसान बिल के विरोध को लेकर कांग्रेस का स्टेंड क्लीयर है व उनकी पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है व उनके हर संघर्ष में साथ देगी।
गौरतलब है कि गत मंगलवार को रात बादल रोड पर गांव बादल से किसानों को लेकर मानसा के गांव किशनगढ़ जा रही एक बस रोड पर खड़े ट्राले से पीछे से टकरा गई थी। इस दुर्घटना में बस में सवार एक किसान की मौत हो गई व 50 के करीब किसान घायल हो गए इसमें 15 गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हादसे में घायल किसानों को आसपास से गुजर रही गाड़ियों ने बठिंडा के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां से गंभीर हालत में किसानों को प्राइवेट अस्पताल में रैफर कर दिया गया। मृतक किसान की पहचान 60 साल के मुख्तियार सिंह वासी किशनगढ़ बरेटा जिला मानसा के तौर पर हुई है। कृषि ऑर्डिनेंस के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल में पिछले आठ दिनों से धरने पर बैठे किसानों का मंगलवार देर शाम धरना समाप्त कर दिया गया था और सभी किसान अपने-अपने संसाधनों के जरिए वापस लौट रहे थे। 50 किसानों से भरी एक प्राइवेट बस बादल रोड पर खड़े ट्राले से पीछे से टकरा गई। घटना में बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई जबकि बस में आगे सवार 15 के करीब किसान जख्मी हो गए जिनको तुरंत सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। डीएसपी (ग्रामीण) दविंदर सिंह ने बताया बादल रोड पर दो ट्राले सड़क के बीच खड़े थे, वही गांव बादल से आ रही किसानों से भरी बस अचानक एक ट्राले से पीछे से टकरा गई जिससे यह हादसा हुआ।
पुलिस मामले की जांच कर रही है। घायल किसानों की पहचान काका सिंह निवासी किशनगढ़ मानसा, निर्मल सिंह निवासी गांव किशनगढ़, वजीर सिंह निवासी किशनगढ़, मौजा सिंह निवासी किशनगढ़, जेठू दास वासी किशनगढ़, मौदा सिंह बांसी किशनगढ़, धर्म सिंह बांसी किशनगढ़, निर्मल सिंह वासी किशनगढ़, अमरजीत सिंह निवासी किशनगढ़, बलविंदर सिंह निवासी किशनगढ़ बूटा सिंह वासी किशनगढ़ जगजीत सिंह वासी किशनगढ़ बलकार सिंह वासी किशनगढ़ जिला मानसा के तौर पर हुई है।
घायल किसानों का वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के साथ प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील कुमार जाखड़ ने हालचाल पूछा वही सेहत विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारियों को हिदायते दी कि वह घायल किसानों को हर तरह की मेडिकल सुविदा प्रदान करे। इस मौके पर डीसी बी श्रीनिवासन, एसएसपी भुपिंदरजीत सिंह विर्क भी हाजिर रहे।