शुक्रवार, 15 जनवरी 2021

Bathinda/ मल्टी हेल्थ वर्करों ने कहा वैक्सीन का विरोध नहीं लेकिन जब तक मांगे पूरी नहीं करेंगे नहीं लगवाएंगे वैक्सीन


-सरकार से कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, प्रबोशन पीरिडय दो साल करने जैसी मांगे पूरी करने को कहा

बठिडा. कोरोना वैक्सीन के पंजाब में आते ही सेहत विभाग के मुलाजिमों ने इसे लगवाने से मना कर दिया है। पहले चरण में यह वैक्सीन सेहत विभाग के कर्मियों को लगाने की योजना है। मल्टीपर्पज हेल्थ इम्प्लाइज यूनियन ने घोषणा की है कि सेहत विभाग के मुलाजिमों पर ट्रायल किया जा रहा है। इसलिए वे कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। इस बबत मल्टीपर्पज हेल्थ इम्प्लाइज एसोसिएशन ने सिविल सर्जन बठिंडा को एक पत्र भी सौंपा जिसमें कहा गया है कोरोना काल में हेल्थ वर्करों ने पहली कतार में खड़े होकर बीमारी से जंग लड़ी व सरकार के हर निर्देश की पालना करते काम किया लेकिन जब भी कर्मचारियों की लंबित मांगों को पूरा करने की बात होती है तो सरकार उन्हें नजरअंदाज कर देती है। कर्मचारियों की तरफ से अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करने, नवनियुक्त मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों (मेल) का प्रबोशन पीरियड दो साल का करने, कोविड के दौरान काम करने वाले सेहत कर्मचारियों के लिए स्पेशन इक्रीमेंट की मांग लंबे समय से की जा रही है व इस बाबत राज्य के सेहत मंत्री से लेकर स्थानीय सिविल सर्जन के साथ कई दौर की बातचीत के बाद भी उनकी मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यही नहीं अगर उनकी तरफ से अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्वक मार्च किया जाता है तो सरकार व पुलिस उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रही है। इन तमाम मांगों को मनवाने के लिए फैसला लिया गया है कि वह तब तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे जब तक सरकार उनकी लंबित सभी मांगों को पूरा नहीं करती है। उन्होंने कहा कि उनका वैक्सीन को लेकर कोई विरोध नहीं है लेकिन वह सरकार से अपनी मांगों को पूरा करवाने तक इसका विरोध करेंगे। यूनियन के नेता जसविंदर शर्मा व जिला प्रधान गगनदीप सिंह ने कहा कि इस बाबत उन्होंने अपनी मांगों के संबंध में सिविल सर्जन बठिंडा के मार्फत राज्य के सेंहत मंत्री को भी अवगत करवा दिया है।  

यूनियन के राज्य महासचिव गगनदीप सिंह ने बताया कि जब कोरोना के डर के कारण कोई भी घर से बाहर नहीं निकल रहा था तो उस समय सेहत मुलाजिमों ने अपनी ड्यूटी निभाई। जिन्हें सरकार ने कोरोना योद्धाओं का नाम भी दिया। मगर जब अपने हक मांगने के लिए संघर्ष किया तो उन पर पर्चे दर्ज किए गए। कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह व सेहत मंत्री बलवीर सिंह से होनी चाहिए। इसके बाद पंजाब की पूरी कैबिनेट, राज्य के सिविल सर्जन, एसएमओ, टीकाकरण अफसर, एसएसपी व डीसी को लगाई जानी चाहिए। सेहत मुलाजिमों को वैक्सीन सिर्फ टेस्ट के रूप में लगाई जा रही है, जिसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब सेहत कर्मियों से काम लेना था तो उनको कोराना वारियर्ज कहा गया, लेकिन जब कोरोना निकल गया तो उनकी किसी ने बात नहीं पूछी। पहले तो उन्हें सलामी भी दी गई, लेकिन बाद में उनकी मांगों की ओर भी ध्यान ही नहीं दिया गया।

फोटो सहित-बीटीडी-2-अपनी मांगों के संबंध में जानकारी देते मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर के प्रतिनिधि।

Bathinda/वैकसीनेशन के लिए तैयार जिला सेहत विभाग, कल 16 जनवरी को होगा हेल्थ केयर वर्करों से आगाज


-जिले में तीन सेंटरों में 300 केयर वर्कर्स को लगाई जाएगी कड़ी सुरक्षा में वैक्सीन, सेहत अधिकारियों ने फैले भ्रमों को लेकर किया जागरुक

बठिंडा. 16 जनवरी को लगने वाली कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिला प्रशासन व सेहत विभाग ने कमर कस ली। इस बाबत जिले भर में तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। वही सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने सभी हेल्थ केयर वर्करों से 16 जनवरी को पहले दिन वैक्सीन लगाने के लिए कहा हैइसमें तीन दिन में पंजीकृत सभी वर्करों को कवर किया जाना है। शुक्रवार को सभी को कोविन एप के जरिये वैक्सीनेशन के लिए मैसेज भेजने शुरु हो गए है

दो बार भेजे जाएंगे मैसेज

वैक्सीनेशन के लिए भेजे जाने वाले पहले मैसेज में लाभार्थी को बताया जाएगा कि वह वैक्सीनेशन के लिए पंजीकृत किया गया है। इसमें उसका पंजीकरण नंबर होगा और वैक्सीनेशन का दिन और सेशन साइट की जानकारी होगी। जिले में वीरवार की साय वैक्सीन पहुंचने के बाद जिला सेहत विभाग ने जिले के लिए तीन सेंटर तय किए है इसमें पहले प्राइवेट अस्पताल शामिल थे लेकिन पहले दिन की वैक्सीन के लिए अब सिविल अस्पताल बठिंडा, सिविल अस्पताल गोनियाना व सिविल अस्पताल तलवंडी साबों को रखा गया है जबकि इससे पहले आदेश अस्पताल व दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट को वैकसीनेशन के लिए सेंटर बनाया गया था। सेहत विभाग को राज्य सेहत विभाग की तरफ से निर्देश जारी किए गए है कि कोविड की वैक्सीन पहले हेल्थ केयर वर्करों को लगाई जानी है इस स्थिति में पहले चरण में ऐसे सेंटरों का चयन किया जाए जहां हेल्थ वर्करों को वैक्सीनेशन में सुगमता हो। सरकार की हिदायतनुसार एक सेंटर में 100 लोगों को वैक्सीन लगनी है जबकि बठिंडा में बने तीन सेंटरों में 16 जनवरी को 300 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।  

वैक्‍सीन सेफ है
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वैक्सीन सेफ है। हल्का बुखार या फिर इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द हो सकता है। यह सामान्य बात है, घबराएं नहीं।
-कैंसर, बीपी या शुगर के मरीज को भी वैक्सीन बिलकुल लगवानी चाहिए। इन मरीजों के लिए तो वैक्सीन बेहद जरूरी है।
कोरोना को मात दे चुके लोगों कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को भी वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन लगाने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी।
- वैक्सीन की दो डोज लगाई जा रही है। दूसरी डोज 21 से 28 दिन के बाद दी जाएगी।

- वैक्सीन लगाने के बाद भी मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन जैसे गाइडलाइन का पालन करना होगा।

- कोरोना संक्रमित स्वस्थ ठीक होने के 14 दिन बाद ही वैक्सीन लगवाएं।

वैक्सीन सभी के लिए अनिवार्य नहीं हैं। वैक्सीन लगवाना लोगों की इच्छा पर होगा।
वैक्सीन लेने से डीएनए में बदलाव आता है यह केवल अफवाह है। कोई बदलाव नहीं आता है।

सरकार की तरफ से भेजी गाइडलाइन में क्या कहा गया है

16 जनवरी से देशभर में वैक्सीनेशन ड्राइव की शुरूआत हो जाएगी। इसके पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को वैक्सीनेशन की गाइडलाइन भेजी है। इसमें कहा गया है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अभी वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। जो महिलाएं बच्चे को अपना दूध पिला रहीं हैं उन्हें भी वैक्सीन लगाने से मना किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि वैक्सीन का पहला और दूसरा डोज दोनों ही एक ही कंपनी का लगाना है। मतलब अगर किसी को पहला डोज कोवीशील्ड वैक्सीन का दिया गया है तो दूसरा डोज भी कोवीशील्ड का ही दिया जाएगा। भूलकर भी कोवैक्सीन की डोज नहीं लगाई जाए।

इन लोगों को नहीं लगाई जाएगी वैक्सीन

-वैक्सीन केवल 18 या उससे ऊपर की उम्र के लोगों को ही लगाई जाएगी।

-अगर किसी को किसी दूसरी बीमारी की वैक्सीन भी लगनी है तो कोविड वैक्सीन और अन्य बीमारी की वैक्सीन में 14 दिन का अंतर होना चाहिए।

-अगर किसी में कोरोना के लक्षण हैं तो उसे ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद वैक्सीन लगाई जाएगी।

-कोरोना मरीज जिनको मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज या प्लाज्मा दिया गया है, उन्हें ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद वैक्सीन लगाई जाएगी।

-बीमार और अस्पताल में भर्ती लोग चाहे किसी भी बीमारी से ग्रसित हों उन्हें बीमारी से रिकवर होने के 4 से 8 हफ्ते बाद ही कोविड-19 वैक्सीन लगाई जाएगी।

इन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी

-जो कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।

-कार्डियक, न्यूरोलॉजिकल, पलमोनरी, मेटाबॉलिक, HIV मरीजों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

-हाई रिस्क वाले लोग।

राज्यों को सलाह- 10% वैक्सीन रिजर्व रखें

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी जिला प्रबंधकों को सलाह दी है कि हर वैक्सीनेशन सेशन में टीका लगवाने वालों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं हो। 10% वैक्सीन रिजर्व रखे जाएं, क्योंकि इतने डोज वेस्टेज में जा सकते हैं। साथ ही कहा गया है कि जैसे-जैसे वैक्सीनेशन आगे बढ़े, वैसे-वैसे सेंटर की संख्या बढ़ाई जाए।

मर्जी की वैक्सीन लगवाने का विकल्प अभी नहीं

देश में 2 वैक्सीन- ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है। सरकार ने मंगलवार को संकेत दिए कि वैक्सीनेशन में शामिल लोगों को अभी अपनी मर्जी की वैक्सीन लगवाने का ऑप्शन नहीं मिलेगा।

पहले फेज में हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके फ्री में लगाए जाएंगे। इनके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

सिविल सर्जन डा. तेजवंत ढिल्लों व जिला टीकाकरण अफसर डा. मीनाक्षी सिंगला की निगरानी में कोरोना वैक्सीन को उचित तापमान में फ्रिजर में सुरक्षित रखवाया गया है जिसमें खुद दोनों अधिकारियों ने भी बाक्स उठाकर फ्रीजर में संभाले। उक्त सभी फ्रीजरों की सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी हो रही है तथा पुलिस का कड़ा पहरा भी लगाया गया है।

केंद्र सरकार के निर्देश के बाद राज्य सरकार की ओर से बठिंडा के लिए पहली खेप में 12 हजार 430 इंजेक्शन डोज उपलब्ध करवाई गई हैं। सेहत विभाग जिले से 12156 लोगों का डाटा पोर्टल पर अपडेट कर चुका है। वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ टीम 15 सेशन लगाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 16 जनवरी को कोविड-19 के गाइडलाइन अनुसार वैक्सीन लॉन्च होगी। स्टेट हेल्थ के आदेशानुसार जिला सेहत विभाग की ओर से वैक्सीनेशन के लिए 12 कोल्ड चेन प्वाइंट निश्चित किए गए थे जिसमें से 5 साइट पर वैक्सीनेशन के लिए तैयारी हो गई है।

 

पंजाब में भारत-पाक सीमा पर पाकिस्तानी घुसपैठिया ढेर, चेतावनी के बावजूद बढ़ रहा था भारतीय क्षेत्र में


अमृतसर।
 सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने भारत-पाक सीमा पर राजदा पोस्ट के पास सीमा पार से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे घुसपैठियेे को मार गिराया। घुसपैठिये के शव को पुलिस को सौंप दिया गया है। बीएसएफ के अधिकारी शव की पहचान संबंधी पाक रेंजर्स के साथ फ्लैग मीटिंग करेंगे।

बताया जा रहा है कि कि वीरवार देर सायं करीब 6:45 बजे सेक्टर हेडक्वार्टर गुरदासपुर के तहत भारत-पाक सीमा पर तैनात 73 बटालियन के जवान राजदा पोस्ट पर रेस्ट कर रहे थे। इस बीच, उन्होंने पाकिस्तान की ओर से एक व्यक्ति को भारतीय क्षेत्र में आते हुए देखा। बीएसएफ जवानों ने घुसपैठिये को रुकने की चेतावनी दी, लेकिन वह आगे बढ़ता रहा। इस पर बीएसएफ जवानों ने उस पर फायरिंग कर दी, जिसमें वह मारा गया। 

लुधियाना में पत्नी को बदनाम करने के लिए फेसबुक पर पोस्ट कर दी आपत्तिजनक फोटो, नंबर भी किया वायरल


 लुधियाना। दहेज प्रताड़ना व घरेलू हिंसा से दुखी होकर पति से अलग रह रही महिला को पति ने इंटरनेट मीडिया पर बदनाम कर दिया। मंडी गोबिंदगढ़ के शास्त्री नगर के रहने वाले पति वरुण गोयल ने फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर पत्नी के आपत्तिजनक फोटो पोस्ट कर दिए। यही नहीं पत्नी का मोबाइल नंबर भी कई लोगों में बांट दिया। अंजान लोगों के फोन आने से दुखी होकर महिला ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर से कर दी। साइबर सेल की टीम ने जांच में पाया कि महिला के पति ने ही उसे बदनाम करने के लिए यह साजिश रची थी। आरोपित के खिलाफ थाना सराभा नगर में केस दर्ज किया गया है।

जांच अधिकारी इंस्पेक्टर परमदीप सिंह ने बताया कि लुधियाना के राजगुरु नगर में रहने वाली महिला की शादी वर्ष 2011 में हुई थी। उसके दो बेटे हैं। शादी के कुछ समय बाद पति और सुसराल परिवार उसे दहेज के लिए प्रताडि़त करने लगे। वर्ष 2018 में उसने ससुराल छोड़ दिया और लुधियाना में रहने लगी। उसने पति पर दहेज प्रताडऩा और घरेलू हिंसा का केस दर्ज करवाया है।

केसों को वापस लेने के लिए पति उस पर दवाब बना रहा था लेकिन पीडि़ता ने मना कर दिया था। केस वापस नहीं लेने की रंजिश में वरुण ने फेसबुक पर दो फर्जी अकाउंट बनाए और पत्नी की आपत्तिजनक फोटो पोस्ट कर दीं।


पीएयू टीचर्स एसोसिएशन चुनाव:थमा प्रचार, आज होगा प्रधान का फैसला, मैदान में डॉ. स्याग और डॉ.किंगरा



  •  800 से ज्यादा अध्यापक करेंगे मतदान, देर शाम तक रिजल्ट भी हो जाएगा जारी।आज मौजूद न रहने वाले 12 शिक्षकों ने अपने वोट आरओ के सामने डाले

चंडीगढ़। पं‌जाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन के चुनाव आज होंगे और यूनिवर्सिटी में अगले एक साल के लिए कौन प्रधान होगा इसका निर्णय आज होने वाले चुनावों के बाद हो जाएगा। शुक्रवार को 800 से ज्यादा अध्यापक डॉ. स्याग या डॉ. किंगरा में से किसी एक को प्रधान और 14 अन्य कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव करेंगे। चुनाव सुबह 10 बजे शुरू होंगे। शाम 4 बजे तक मतदान होगा।

शाम तक नतीजे भी जारी कर दिए जाएंगे। वीरवार को दोनों ही गुटों द्वारा यूनिवर्सिटी कैंपस में दिन भर प्रचार किया जाता रहा। विभिन्न विभागों में जाकर दोनों ही गुटों के मेंबर्स अपने-अपने ग्रुप्स द्वारा किए जाने वाले कार्यों, उपलब्धियों और भविष्य में किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी देते रहे। वहीं, दोनों ही गुटों द्वारा पंफ्लेट भी बांटे गए और अध्यापकों को उनके ग्रुप को वोट देने की अपील की गई। वहीं, वीरवार को उन अध्यापकों द्वारा भी अपने वोट रिटर्निंग अफसर को दिए गए जो शुक्रवार को मौजूद नहीं हो सकेंगे। 12 अध्यापकों द्वारा अपने मत रिटर्निंग अफसर के सामने डाले गए।

शिक्षकों के मुद्दों पर करते रहेंगे अपडेट

डॉ. मुकेश स्याग व डॉ. शारदा ग्रुप द्वारा पीएयूटीए इलेक्शन 2021 के लिए अध्यपकों के साथ मीटिंग के दौरान उन्हें समय पर पीएयू टीचर्स एसोसिएशन के चुनाव करवाने का वायदा किया जा रहा है। साथ ही उनके द्वारा मीटिंग्स में उठाए जा रहे मुद्दों का एजेंडा एक महीने में तैयार करने का भी भरोसा दिया जा रहा है। यही नहीं ये भी भरोसा दिया जा रहा है कि अध्यापकों द्वारा उठा जा रहे मुद्दे और उन्हें हल करने के लिए क्या काम हो सका है। उसकी भी जानकारी लगातार साझा की जाएगी। वहीं, पीएयूटीए के स्टेटस को वापिस लाने के लिए भी काम करने का भरोसा दिलवाया जा रहा है।

समर्थन करने वालों की रद्द कराएंगे ट्रांसफर

डॉ. किंगरा व डॉ. सांघा ग्रुप द्वारा अध्यापकों के हक में उतरने वाले शिक्षकों की यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा की गई ट्रांसफर और उन्हें चुनावों में उतरने के लिए भी रोकने से की जाने वाली ट्रांसफर के ऑर्डर को रद्द करवाने का भरोसा दिया जा रहा है। वहीं, किसी भी विभाग में हेड को लगातार दो साल की टर्म, अॉल इंडिया लेवल पर हेड की पोस्ट का विज्ञापन देना और पीएयूटीए के प्रधान को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की मीटिंग से हटाने जैसे संदेहपूर्ण प्रस्तावों के खिलाफ भी इस ग्रुप द्वारा वोट मांगा जा रहा है।

नोटिस:आतंकी पन्नू की ओर से भेजे फंड के मामले में पंजाब के 3 ट्रांसपोर्टर्स को एनआईए का नोटिस


चंडीगढ़।
 माहौल खराब करने के लिए विदेश में बैठे गुरपतवंत सिंह पन्नू, परमजीत सिंह पम्मा और हरदीप सिंह निज्जर द्वारा भारी फंडिंग करने के मामले में एनआईए(नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) ने पंजाब के तीन ट्रांसपोटर्स को नोटिस भेजा है। जिन्हें शुक्रवार को दिल्ली में पहुंचकर जवाब देने होंगे। उक्त नोटिस लुधियाना के मॉडल टाउन एक्सटेंशन निवासी इंदरपाल सिंह जज को आया है। हालांकि उन्होंने इस संबंध में कोई भी जानकारी होने

से इंकार किया है। गौर हो कि एनआईए ने 15 दिसंबर 2020 को दिल्ली में आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू, परमजीत सिंह पम्मा और हरदीप सिंह निज्जर पर धारा 124 ए, 153 ए और 153 बी और सेक्शन 13,17,18,18 (बी) और 20 के तहत एक पर्चा दर्ज किया गया था। उक्त मामले में जिक्र किया गया था कि आरोपी यूएसए, यूके, कनाडा और जर्मनी में बैठकर भारत का माहौल खराब करने के लिए भारी मात्रा में फंडिंग कर रहे हैं।

इस मामले की जांच एनआईए के इंस्पेक्टर रवि रंजन कर रहे हैं। जिन्होंने 13 जनवरी को एक नोटिस जारी किया गया था, जोकि पंजाब के तीन ट्रांसपोटर्स को किया गया था। जिसमें लुधियाना, पटियाला और एक अन्य जिले के ट्रांसपोर्टर शामिल हैं। इस संबंध में ट्रांसपोर्टर इंदरपाल सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि वो रोज एक बस दिल्ली भेज रहे थे, उस मामले में उन्हें एनआईए ने नोटिस कर बुलाया है। इसके अलावा और कुछ नहीं।

पीयू के 5 वर्षीय लॉ कोर्स दाखिले में पहले ही देरी हो चुकी इसलिए दखल नहीं देंगे : हाईकोर्ट


चंडीगढ़। 
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) की 5 वर्षीय लॉ कोर्स में दाखिले में वेटेज की याचिकाएं हाईकोर्ट ने खारिज कर दीं। जस्टिस जसवंत सिंह और जस्टिस संत प्रकाश की खंडपीठ ने कहा कि दाखिला प्रक्रिया में पहले से ही देर हो चुकी है। एक सेमेस्टर से ज्यादा का समय बीत चुका है। अब कोर्ट के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है, लिहाजा वे दाखिला प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। खंडपीठ ने कहा कि पीयू अगले सत्र से दाखिले में वेटेज देने पर दोबारा विचार करे। वे नहीं चाहते कि वकील दाखिले के समय कीमती समय कोर्ट से राहत मांगने में नष्ट करें। कोर्ट के दरअसल, छात्रों ने याचिकाओं में 10+2 में लीगल स्टडीज, इकोनॉमिक्स और मैथ जैसे विषय पढ़ने पर दाखिले में वेटेज मांगा था। यूनिवर्सिटी ने कहा कि बीकॉम एलएलबी ऑनर्स 5 वर्षीय कोर्स में वेटेज मिलेगा लेकिन बीए एलएलबी ऑनर्स 5 वर्षीय कोर्स में वेटेज का लाभ नहीं मिलेगा।

पंजाब कैबिनेट मीटिंग:हम तीनों कृषि कानूनों की वापसी से कम कुछ भी मंजूर नहीं करेंगे : कैप्टन

 


चंडीगढ़। किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को लेकर कैबिनेट मीटिंग में कैबिनेट ने एक सुर में कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं होगा। मीटिंग के दौरान यह बात पर भी चर्चा की गई कि जब केंद्र इन कानूनों में संशोधन करने को तैयार है तो उसे इसे रद्द करने में क्या आपत्ति है। कैबिनेट की मीटिंग में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कहा कि केंद्र सरकार के खेती कानूनों को रद्द

करने से कम मंजूर नहीं होगा। कैप्टन ने कहा कि केंद्र सरकार जमीनी हकीकतों से कोसों दूर है। मंत्रिमंडल के सदस्यों ने एकसुर में एलान किया कि मौजूदा मुश्किल हालात के साथ निपटने के लिए खेती कानूनों को वापस लेना ही हल है। कैबिनेट ने केंद्र की तरफ से एमएसपी को किसानों का कानूनी अधिकार बनाया जाने की मांग की।

एमएसपी को कानूनी अधिकार बनाने की मांग का प्रस्ताव पास

कहा-78 किसानों की मौत हो चुकी, तुरंत हल निकाले केंद्र

मीटिंग से पहले कैबिनेट ने किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई उनकी याद में दो मिनट का मौन रखा। किसानी संघर्ष में अब तक 78 किसानों की मौत हो चुकी है। कैबिनेट ने कहा कि इस संघर्ष को और जानी नुकसान से बचने के लिए समस्या का जल्द निपटारा किये जाने की जरूरत है।

केंद्र की जिद्द समझ से बाहर... कैबिनेट ने कहा कि केंद्र सरकार को प्रतिष्ठा और अभिमान का सवाल नहीं बनाना चाहिए। मुद्दा हल नहीं हुआ तो देश को कीमत चुकानी पड़ेगी। सुनील जाखड़ ने कहा कि केंद्र बदलाव कर सकता है तो इन्हें वापस न लेने की जिद्द समझ से बाहर है।

कृषि, प्रांतीय विषय इसलिए कानून रद्द करने को कहा...
एक औपचारिक प्रस्ताव में मंत्रिमंडल ने स्पष्ट शब्दों में पंजाब विधान सभा की तरफ से 28 अगस्त 2020 और 20 अक्टूबर, 2020 को पास किए गए प्रस्तावों को लेकर इस बात पर जोर दिया कि किसानों की सभी जायज मांगें मानी जानी चाहिए। मंत्रिमंडल ने भारत सरकार को यह खेती कानून रद्द करने के लिए कहा क्योंकि भारत के संविधान के तहत कृषि, प्रांतीय विषय है और इसी तरह न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी अधिकार बनाया जाए।

बठिंडा के माडल टाउन फेस-3 में बिना फायर एनओसी के चल रहे बार में लगी आग


बठिंडा। 
माडल टाउन फेस-3 में थाना सिविल लाइन के पास ही स्थित प्रीसम रेस्ट्रो बार में वीरवार को अचानक आग लग गई। घटना का पता चलते ही फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम को बार में कोई अग्निशमन यंत्र नहीं मिला और न ही बार संचालक के पास फायर के संबंध में एनओसी थी। जिसको लेकर विभाग ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अलावा बेसमेंट में कई हुक्के भी मिले। फायर अफसर करतार सिंह ने बताया कि उनको सुबह सवा 10 बजे के करीब सूचना मिली कि माडल टाउन फेस-3 में एक बार में आग लग गई है। सूचना मिलते ही उनकी दो गाड़ियां रवाना हो गई। आग बार के बेसमेंट पर लगी थीं जिस पर कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया गया।

आग से बेसमेंट पर पड़ा लगभग सारा सामान जल गया। उन्होंने बताया कि बार में आग बुझाने के कोई प्रबंध नहीं थे और न ही बार ने फायर संबंधी एनओसी ले रखी है। फायर विभाग एनओसी उसे जारी करता है जहां आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए पुख्ता प्रबंध हों। फायर अधिकारी ने बताया कि बार के बेसमेंट पर कुछ हुक्के भी मिले हैं। जिसको लेकर कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को लिखा जाएगा। 20 के करीब हुक्का बार शहर में चल रहे हैं जिन पर कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किए जाएंगे। इस बार में बिना अनुमति के हुक्का और शराब पिलाने के मामले में 14 अक्तूबर 2020 को थाना सिविल लाइन पुलिस ने रेस्टोरेंट के मैनेजर समेत तीन लोगों पर केस दर्ज किया था।

मोगा/विदेश में बैठे आका के इशारे पर रंगदारी मांगने वाले सुक्खा लम्मे ग्रुप के दो शूटर गिरफ्तार


मोगा। 
विदेशों में बैठकर गैंगस्टरों द्वारा फोन पर रंगदारी मांगने व डिमांड पूरी न होने पर दहशत फैलाने के लिए व्यापारियों पर गोली चलाकर डराने व हत्या करने वाले दो युवक उस समय मोगा पुलिस के हत्थे चढ़ गए जब वे कनाडा में बैठे आका के इशारे पर असला उठाने आए थे। असला उठाकर जाते समय मोगा पुलिस ने दबोच कर उनके कब्जे से 1100 नशीली गोलियों व .32 बोर, .315 बोर व .12 बोर के असलो व 15 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा आरोपियों से चोरी का बाइक भी बरामद हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि वह मोगा, जगरांव व तलवंडी भाई में व्यापारियों को धमकाने व रंगदारी वसूलने का काम करते थे।

पुलिस को आशंका है कि मोगा में रेडीमेड कपड़ा व्यापारी की हत्या व एक चावल के व्यापारी पर गोलियां दागने वाले आरोपी यही हो सकते हैं, क्योंकि शार्प शूटरों से मिला असला उन वारदातों में इस्तेमाल किए असले से मिलते जुलते हैं। परंतु फिलहाल पुलिस इस तरफ जांच कर रही है।

रंगदारी न देने पर लोगों में दहशत फैलाने के लिए शूटर चलाते थे गोलियां

एसएसपी हरमनबीर सिंह व एसपी-डी जगतप्रीत सिंह ने सीआईए में मीडिया को बताया कि डीएसपी-डी जंगजीत सिंह व धर्मकोट सीआईए प्रभारी किक्कर सिंह की टीम ने बुधवार की शाम को पांच बजे मुखबिर की सूचना पर गांव चुगांवा में नाकाबंदी के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवकों को शक के आधार पर रोका। बाइक सवार युवकों ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने चारों ओर से घेरा डालकर उनको गिरफ्तार कर उनकी तलाशी ली तो 1100 नशीली गोलियों के अलावा .32 बोर पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, .315 बोर देसी पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, 12 बोर देसी पिस्तौल व पांच जिंदा कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने बाइक, असला, नशीली गोलियों को कब्जे में लेने के बाद दोनों आरोपियों साहिल कुमार निवासी सूरत नगर मकसूदां जालंधर व रेशम सिंह निवासी सुल्तानपुर लोधी को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ एनडीपीएस व असला एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।

मोगा, जगरांव, तलवंडी भाई में रंगदारी के लिए आते थे फोन

जांच अधिकारी धर्मकोट के सीआईए प्रभारी किक्कर सिंह के अनुसार आरोपियों के खिलाफ तलवंडी भाई में 31 दिसंबर 2020 को खुराना वैस्टर्न मनी एक्सचेंजर की दुकान पर चार गोलियां चलाने के आरोप में केस दर्ज हुअा था। दोनों गैंगस्टर सुक्खा लम्मे ग्रुप के शूटर हैं। इनके द्वारा 15 दिसंबर को जगरांव के एक सुनार काे धमकाया गया था। इटली में बैठे प्रभ द्वारा विदेश से व्यापारियों को फोन करके रंगदारी मांगी जाती है, जो रंगदारी नहीं देता है, उसे डराने के लिए इन दोनों के जरिए व्यापारियों के घर या दुकान पर गोलियां चलवाई जाती है। इतना ही नही तलवंडी भाई में 30 दिसंबर को चौहान ज्वेलर को विदेश से प्रभ ने फोन पर दो करोड़ रुपए देने के लिए धमकाया था। खुराना ने रुपए नहीं दिए तो 31 दिसंबर को उसकी दुकान के बाहर पहुंचा साहिल बाइक चला रहा था, जबकि रेशम ने चार गोलियां चलाई थी। पांच मिनट बाद विदेश से चौहान को फोन आया कि खुराना के यहां गोलियां चली हैं, रुपये देने है या गोली खानी है। वहीं रेशम सिंह हैदराबाद में एक सैलून में काम करता था। उसे रुपयों की जरूरत के चलते उसने दोस्त परमिंदर जोकि काॅलेज समय से पहचान थी,उसने सुक्खे लम्मे का नंबर दिया अाैर उसके नाम लेकर ग्रुप ज्वाइन करने की बात कही। इसके बाद रेशम 11 दिसंबर 2020 को हवाई जहाज से अमृतसर आया था। इसके बाद तीन बार 20 हजार , 43847 रुपए व 10850 रुपए वैस्टरन यूनियन सुल्तानपुर लोधी में रेशम के लिए रुपए आए थे। वह रुपए नानकसर कलेरां के जगदीश नामक व्यक्ति ने भिजवाए थे।

चार दिन का मिला रिमांड

एसपीडी जगतप्रीत सिंह ने खुलासा किया कि जिला मोगा में जितने व्यापारियों को विदेश से रुपयों के लिए फोन आए रहे हैं, वह सुक्खा लम्मे ग्रुप के सदस्यों द्वारा किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं रेशम द्वारा पंजाब में आने के बाद दो बार मोगा में विभिन्न स्थानों से असला उठाकर ले जा चुका है। इटली से प्रभ वीडियो काल के जरिए फोन करता है। उसके बताए ठिकाने से असला उठाकर ले जाते हैं। कल भी दोनों आरोपी असला लेने ही आए थे। लेकिन उससे पहले पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों द्वारा तलवंडी भाई के नरूला डॉक्टर की हत्या की योजना थी। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके चार दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। रिमांड िक दौरान कई अहम खुलासे होने की संभावना है। इतना ही नहीं 14 जुलाई 2020 को सुपरशाइन शोरुम मालिक पिंका की हत्या में दोनों शूटर के होने की संभावना जताई जा रही है। जिस असले से गोलियां चली थी, आरोपियों के पास वहीं असला होने की संभावना है।

गुरुवार, 14 जनवरी 2021

किसान आंदोलन का 50वां दिन:किसानों से कल बातचीत के लिए केंद्र तैयार, कृषि मंत्री बोले- चर्चा सकारात्मक होने की उम्मीद


नई दिल्ली।
 कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 50वां दिन है। और, आज ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के एक सदस्य भूपिंदर सिंह मान ने अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने कहा है कि वह किसानों के साथ हैं। इस घटना के बाद किसानों और केंद्र के बीच बातचीत को लेकर भी सस्पेंस था। लेकिन, सरकार ने कहा है कि हम शुक्रवार को किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले कि हमें उम्मीद है कि किसानों के साथ अगले दौर की बातचीत सकारात्मक होगी।

कानून वापसी तक प्रदर्शन जारी रहेगा : टिकैत
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकारें 5 साल तक काम कर सकती हैं, तो किसान इतने वक्त तक प्रदर्शन क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन कमेटी से खुश नहीं हैं। हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार कानून वापस नहीं ले लेती।

15 जनवरी को यानी कल सरकार और किसानों के बीच बातचीत होनी है। किसानों ने कहा है कि वे सरकार से बातचीत करने को तैयार हैं। लेकिन, किसान जत्थेबंदियों ने साफ किया कि वे किसी भी सूरत में सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से बात नहीं करेंगे। क्योंकि, कमेटी सरकार के लिए ही काम करेगी। वहीं, एक्सपर्ट कमेटी को अभी तक सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नियुक्ति संबंधी कोई पत्र नहीं मिला है।

18 जनवरी को महिलाएं प्रदर्शन करेंगी
बुधवार को दिल्ली बॉर्डर पर किसान जत्थेबंदियों की दिनभर बैठकों का दौर चला। किसान संगठनों ने दावा किया कि लोहड़ी पर पंजाब समेत पूरे देश में 20 हजार से ज्यादा जगहों पर कृषि कानूनों की कॉपी जलाई गईं। किसान नेता हरमीत सिंह कादियां ने बताया कि बैठक में फैसला लिया गया है कि 18 जनवरी को महिलाएं देशभर में हर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगी।

26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की तैयारियां तेज
परेड को लेकर पंजाब में किसान जत्थेबंदियों के सदस्य और ग्रामीण बड़े स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं। सुबह-शाम घर-घर जाकर किसान परिवारों को जागरूक किया जा रहा है। प्रदेश भर में वॉलंटियर्स की भर्ती की जा रही है। महिलाएं ट्रैक्टर चलाकर प्रैक्टिस कर रहीं हैं। दोआबा में जहां हर गांव से 10-20 ट्रैक्टर ले जाने की तैयारी है। वहीं, संगरूर के गांव भल्लरहेड़ी में फैसला लिया है कि गांव के हर परिवार का एक सदस्य दिल्ली जाएगा।

कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों का इंतजार खत्म, 12,430 खुराक की पहली खेप बठिंडा पहुंची, प्रतिदिन 100 का लक्ष्य


-तीन सेंटरों में कोरोना विर्यस को लगेगी वैक्सीन 

बठिंडा. कोरोना वैक्सीन को लेकर शहरवासियों का इंतजार खत्म हो गया है। वीरवार सांय पांच बजे के करीब बठिंडा के सिविल सर्जन ऑफिस में कोरोना वैक्सीन की 12, 430 खुराकें पहुंच गई। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह ढिल्लों ने बताया कि चंडीगढ़ से कर्मी सुबह करीब छह बजे वैक्सीन वैन को लेकर रवाना हुए थे। वैक्सीन वैन के साथ बठिंडा से ही एक पायलट गाड़ी रवाना हुई थी। 

चंडीगढ़ में वैक्सीन स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव हुस्न लाल की तरफ से रवाना की गई। बठिंडा में  वैक्सीनेशन की शुरुआत 16 जनवरी को होगी। इसमें पहले चल रहे पांच सेंटरों में तीन सेंटरों को ही पहले चरण में चलाया जाएगा। इसमें सिविल अस्पताल बठिंडा, आदेश अस्पताल भुच्चो खुर्द, दिल्ली हार्ट इंस्टीच्यूट गोनियाना रोड बठिंडा शामिल है। सिविल सर्जन डा. तेजवंत सिंह के अनुसार जिला सेहत विभाग ने कोरोना वैक्सीन के लिए जिले भर में  12 सेंटर तैयार  कर रखे हैं जिसमें अगली खेप मिलते ही काम शुरू होगा फिलहाल सेहत विभाग व सरकार की तरफ से उन्आहें पहले चरण में तीन सेंटरों को ही चलाने के लिए कहा है ताकि कोरोना वैक्शसीन को लेकर सही ढंग से मोनिट्रिंग की जा सके। 

वही केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले रेलवे, बीएसएनएल, एनएफएल, आयकर विभाग, एम्स सहित सभी कर्मियों व अधिकारियों को वैक्सीन लगाने के लिए एम्स में सेंटर बनाया गया है। इसमें वैक्सीन सिविल अस्पताल की तरफ से मांग के अनुसार प्रदान की जाएगी। सिविल अस्पताल ने पिछले दिनों जिले में पहले चरण की वैक्सीन के लिए 12 हजार 156 लोगों का चयन किया है जिन्हें पोटर्न में रजिस्ट्रड किया जा चुक पहले चरण में कोरोना वैरियर्स को वैक्प्रसीन लगाने के लिए हर सेंटर में छह मुलाजिमों की एक टीम तैनात रहेगी। एक सेंटर में रोजाना 100 लाभपात्रियों को वैक्सीन लगेगी। जिला स्तर मुख्य स्टोर सिविल अस्पताल में स्थापित है। 



कोविड वैक्सीन फैक्ट्स

  • -कोरोना वैक्सीन एक वायल में 10 खुराक
  • -प्रत्येक व्यक्ति को लगेगी 0.5 एमएल
  • -प्रत्येक सेंटर में रोजाना 100 खुराक मुहैया करवाई जाएगी।
  • जिले में वैक्सीन लगवाने वाले फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर 12156
  • -जिले में कुल सेंटर 12


जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां पहले ही पूरी हो गई हैं। सेहत अधिकारियों के अनुसार प्राइवेट संस्थानों के पास वैक्सीन नहीं है। केवल सरकारी अस्पताल को उपलब्ध कराई जा रही है। माना जा रहा है कि लोग ज्यादा पैसे में खरीदकर वैक्सीन लगवा सकते हैं। चोरी की आशंका को देखते हुए वैक्सीन को कड़ी सुरक्षा में फिरोजपुर से बठिंडा लाया गया और इसकी आगे की डिलिवरी भी यहां कड़ी सुरक्षा में की जाएगी।

वैक्सीन पहुंचाने के लिए वैन की व्यवस्था की गई

सेहत अधिकारियों के अनुसार जिन हेल्थ सेंटरों पर वैक्सीन लगाई जाएगी, वहां पर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन आने के बाद जरूरत अनुसार सप्लाई दी जाएगी। इसके लिए एयर टाइट वैक्सीन वैन की व्यवस्था की गई है, यह वैन एक समय में एक लाख से अधिक डोज ले जा सकती है। इसमें वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित रहेगी।

पहले ही दी जा चुकी है वैक्सीन लगाने की ट्रेनिंग

पहले वैक्सीन लगाने की शुरुअात जिले में 5 सेंटरों पर की जाएगी। इसके बाद 8 सेंटरों पर की जाएगी। फिलहाल वैक्सीन कम आएंगी, इसलिए 5 ही सेंटर बनाए गए हैं, ज्यादा मात्रा में वैक्सीन आने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के पहले से ही ट्रेनिंग दी गई है। 5 कोल्ड साइट में सिविल अस्पताल, गोनियाना अस्पताल, एम्स अस्पताल, दिल्ली हार्ट और आदेश अस्पताल में बनाए गए हैं। जहां वैक्सीन रखने की पूरी व्यवस्था कर दी गई है। अस्पताल के वैक्सीन कक्ष में निर्धारित तापमान में वैक्सीन रखने के लिए फ्रीज भी उपलब्ध हो गए हैं जहां 24 घंटे बिजली की व्यवस्था रहेगी, जनरेटर भी अपग्रेड कर दिए हैं।

वैक्सीन लगाने के लिए वैक्सीनेटर आफिसरों की टीम की तैयार, सिक्योरिटी गार्ड भी रहेगा तैनात

बठिंडा 16 जनवरी को 3 सेंटरों पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। सीएमओ डॉ. तेजवंत सिंह ढिल्लो ने बताया कि सिविल अस्पताल,  दिल्ली हार्ट और आदेश अस्पताल में वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए पांच लोगों की टीम बनाई गई है। इनके साथ एक-एक सिक्योरिटी गार्ड भी रहेगा। एक सेंटर पर 100-100 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। कुल 9 हजार 157 डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ को वैक्सीन लगेगी ताकि लाेगाें का भ्रम दूर हाे सके। वैक्सीनेशन को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं, इसलिए अधिकारी पहले वैक्सीन लगवाएंगे, ताकि दूसरे कर्मचारी भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित हों।  


गुरदासपुर में गुटबाजी ने ली जान:श्मशानघाट में निर्माण पर भिड़े चचेरे भाइयों ने एक-दूसरे को मारा, एक सरपंच- दूसरा पूर्व सरपंच था; अब वहीं होगा दोनों का अंतिम संस्कार

 


गुरदासपुर. पंजाब के सीमांत जिले गुरदासपुर में श्मशानघाट पर विकास कार्य को लेकर पूर्व सरपंच और वर्तमान सरपंच के बीच हुए खूनी संघर्ष में दोनों की जान चली गई। दोनों कांग्रेस के नेता और चचेरे भाई थे। जिस श्मशान घाट पर काम कराने के लिए दोनों में विवाद हुआ, अब वहीं पर उनका अंतिम संस्कार होगा।

मामला डेरा बाबा नानक इलाके के गांव मछराला का है। गांव के 40 साल के सरपंच मनजीत सिंह और 42 साल के पूर्व सरपंच हरदयाल सिंह आपस में चचेरे भाई है। सरपंच मनजीत सिंह द्वारा श्मशानघाट में निर्माण कार्य करवाया जा रहा था। गुरुवार सुबह उनकी चचेरे भाई हरदयाल सिंह के साथ श्मशानघाट में घंटे लगाने को लेकर नोकझोंक हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि पहले आपस में लात-घूसे चले और फिर नौबत गोलीबारी तक आ गई। इस घटना में गांव के सरपंच मनजीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि हरदयाल सिंह ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। हरदयाल सिंह के बेटे साबी को भी गोली लगी है। उसे अमृतसर रेफर कर दिया गया है।

सूचना के बाद थाना डेरा बाबा नानक की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने सरपंच मनजीत सिंह के शव को सिविल अस्पताल गुरदासपुर में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पूर्व सरपंच हरदयाल सिंह के शव को भी गुरदासपुर में लाया गया है।

अकाली छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की थी

हरदयाल सिंह पहले अकाली दल का समर्थक था। वह सरपंच भी रह चुका है। कुछ वक्त पहले उसने कांग्रेस ज्वाइन कर ली। कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा की तरफ से पंचायत प्रबंधक की जिम्मेदारी दे दी गई। उधर, भाई पहले से कांग्रेस में था। दोनों में पहले विपक्षी पार्टी के साथ संबंध होने के कारण खींचतान चली आ रही थी। यही खींचतान अब भी जारी थी।


कंगना रनोट के खिलाफ बठिंडा में मानहानि मामले में सुनवाई, महिंदर कौर ने सुबूत किए पेश


बठिंडा.
पंजाब के बठिंडा में बालीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट के खिलाफ दायर मानहानि मामले में वीरवार को अदालत में कंगना के उस ट्वीट को साक्ष्य के रूप में रखा गया, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया था। कंगना के खिलाफ बुजुर्ग महिला किसान महिंदर कौर ने मानहानि का केस दर्ज किया है। मामले की अगली सुनवाई अब 28 जनवरी को होगी। 

महिंदर कौर के वकील रघवीर सिंह बेहनीवाल का कहना है कि 28 जनवरी को अदालत सबूतों की पड़ताल के बाद कंगना रनोट को सम्मन जारी कर सकती है। अपनी शिकायत में महिंदर कौर ने कहा कि कंगना द्वारा उनको 100-100 सौ-सौ रुपये दिहाड़ी लेकर रोष धरनों में आने वाली महिला कहा था। इसके अलावा उनकी तुलना शाहीन बाग वाली दादी के साथ की थी।

महिला महिंदर कौर का कहना है कि कंगना के ट्वीट के कारण उनकी काफी मानहानि हुई है और उनके रिश्तेदारों व आम लोगों में उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है। उनकी ओर से अदालत में इंसाफ की गुहार लगाई गई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस केस में किसी भी प्रकार के मुआवजे की मांग नहीं की, बल्कि अदालत से इंसाफ की ही गुहार लगाई है। 

फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोट के खिलाफ पंजाब के बठिंडा में दायर मानहानि मामले में अदालत में 12 जनवरी को पहले सुनवाई हुई थी इसमें कोर्ट ने याचिका को स्वीकार करते 14 जनवरी की तिथि सबूत पेश करने के लिए निर्धारित की थी। कंगना के खिलाफ महिला किसान महिंदर कौर ने मानहानि का केस दायर किया है। कंगना ने एक ट्वीट कर लिखा था कि वह एक ही औरत है जो शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रही थी। यह औरत सौ- सौ रुपये लेकर ऐसे प्रदर्शन के लिए आ जाती है, इससे खफा होकर महिला महिंदर कौर ने बठिंडा की अदालत में केस दायर किया था। 

मामले में गत दिवस हुई सुनवाई के दौरान बुजुर्ग महिला महिंदर कौर खुद पेश हुईं और बयान दर्ज कराए। कोर्ट ने सुनवाई के लिए अगली तारीख 14 जनवरी तय की है औ उनसे अन्य दस्तावेज मांगें गए। एडवोकेट रघवीर सिंह बहनीवाल ने बताया कि अदालत द्वारा सोमवार को महिंदर कौर के बयान दर्ज किए और इस मामले से संबंधित अन्य कागजात जमा कराने के लिए 14 जनवरी तारीख दी थी। इसमें 14 जनवरी वीरवार को हमने सभी सबूत अदालत के समक्ष रख दिए है।

बता दें, मामले कंगना इस संबंध में ट्वीट के बाद हालांकि उसे डिलीट कर दिया था, लेकिन इसके बाद वह किसानों के निशाने पर आ गई। यही नहीं, दिलजीत दोसांझ से भी ट्विटर पर कंगना भिड़ गई थी। यहां तक कि दोनों ने एक दूसरे को अपशब्द तक कह डाले। मानहानि केस दायर करने से पहले महिंदर कौर के पति लाभ सिंह ने कहा कि कंगना रनोट ने उनकी पत्नी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी तक उनकी मानहानि की है। समाज में व रिश्तेदारी में उनसे कई तरह से सवाल पूछे जा रहे हैं। उनसे कहा जा रहा है कि आखिर 100 रुपये के लिए वह ऐसे प्रदर्शनों में क्यों शामिल हो रही हैं। इससे उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा रहा है। रिश्तेदार कह रहे हैं अगर उन्हें पैसों की जरूरत थी तो उनको बताते। 


इससे पहले बुजुर्ग महिला महिंदर कौर का एक वीडियो भी सामने आया था। इसमे में महिंदर कौर ने कंगना को खूब खरी खोटी सुनाई। कहा कि उसके पास 13 एकड़ जमीन है। उसे पैसों के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। महिंदर कौर ने कंगना को कहा कि कोरोना के कारण बॉलीवुड में अगर उनके पास काम नहीं है तो वह उन्हें अपने खेतों में काम दे सकती हैं। 


महिंदर कौर ने कहा कि कंगना को ऐसी टिप्पणी से पहले सोचना चाहिए था। महिंदर कौर आज भी खेतों में काम करती हैं। उनका कहना है कि कंगना की यह टिप्पणी केवल उनके खिलाफ नहीं, बल्कि पंजाब की अन्य महिलाओं के खिलाफ भी है। कंगना को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।



बठिंडा जिले में लुटेरों के हौसले बुलंद, शहर की कानून व्यवस्था ध्वस्त, लोगों में दहश्त का माहौल-सांय घरों से बाहर निकलने से कर रहे गुरेज

 


बठिडा। बेखौफ अपराधी पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए शहर में लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पिछले 11 दिनों में लुटेरों ने लूटपाट की नीयत से दो लोगों की हत्या कर दी। इसमें एक व्यक्ति को जिदा जला दिया गया, तो दूसरे के सिर पर लोहे की राड से वार कर उसे मौत के घाट उतरा दिया गया। इससे लोगों में डर का माहौल है। एक जनवरी से अब तक शहर में दो हत्याएं, आधा दर्जन से ज्यादा लूटपाट, झपटमारी व चोरी के अलावा हथियारों के बल पर जानलेवा हमला करने की वारदातें हो चुकी हैं। सबसे अहम बात यह है कि कुछ वारदातों में आरोपितों की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज होने के बावजूद भी पुलिस उन तक नहीं पहुंच पा रही है। आपराधिक घटनाओं से शहरवासियों में रोष है और पुलिस प्रशासन से शहर को अपराध मुक्त बनाने की गुहार लगा रहे हैं। 

नए साल में इन घटनाओं से दहशत में लोग

दो जनवरी: रेलवे ग्राउंड में सिरसा निवासी नरेश कुमार को लूटपाट करने की नीयत से जिदा जलाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। थाना कैनाल पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दो की गिरफ्तारी हो गई है, जबकि तीन अभी फरार है।

दो जनवरी: कीकर बाजार में मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात युवक एक महिला का पर्स झपटकर फरार हो गए। साथ ही अजीत रोड की गली नंबर 17 में स्थित पार्क के पास मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात झपटमार युवती का मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए।

तीन जनवरी: हरियाणा के व्यापारी जोगिदर सिंह की आंखों में मिर्ची डालकर उससे नकदी व सोने की चेन छीनकर भागे स्कूटी सवार दो लुटेरों को पुलिस ने दबोचा।

चार जनवरी: नरुआणा रोड स्थित एक दूध वाली डेयरी की दीवार तोड़कर सात भैसें चोरी कर ली गई। अब तक आरोपितों का पता नहीं चला।

छह जनवरी: बाइक चोरों ने शहर के 100 फीट रोड पर धोबियाना बस्ती निवासी रवि कुमार की बाइक चोरी कर ली। चोर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, लेकिन अब तक उनकी पहचान नहीं हो पाई है।

छह जनवरी: रेलवे वाशिग लाइन के पास दो किन्नू व्यापारियों अजय यादव व सुरेश साहनी पर लूट की नियत से हमला किया गया और 25 हजार रुपये छीन लिए गए। हमले में घायल सुरेश साहनी की मौत हो गई। जीआरपी पुलिस ने वारदात करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

आठ जनवरी: आधा दर्जन हथियारबंद लोगों ने एनएफएल टाउनशिप के सुरक्षा गार्ड हरविदर सिंह पर जानलेवा हमला कर उसे घायल कर दिया। पूरी घटना गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस अब तक आरोपितों को पकड़ नहीं पाई है। 

क्या कहते हैं एसएसपी बठिंडा

शहर में झपटमारी करने वाले एक गिरोह को पकड़ा गया है, जिनसे 21 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। वहीं रेलवे ग्राउंड में व्यक्ति को जिदा जलाकर उसकी हत्या करने वाले आरोपितों में से भी दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। शहर में हो रही वारदातों को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ाने के लिए रात की गश्त बढ़ाई गई है। हर नाके पर तैनात पुलिस कर्मियों को संदिग्ध लोगों की चेकिग करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए।

भूपिंदरजीत सिंह विर्क, एसएसपी

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