चुनाव में हार के डर से विपक्षी उम्मीदवार के किए जा रहे नामांकन रद्द, हाईकोर्ट में दायर करेंगे याचिका- मलूका
बठिंडा. राज्य के पूर्व पंचायत मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के किसान विंग प्रधान सिकंदर सिंह मलूका ने कांग्रेस पर हार के डर से विरोधी दलों के उम्मीदवारों के नामजदगी कागज रद्द करवाने और नामजदगिया दाखिल करवाने से रोकने के आरोप लगाए हैं।
शुक्रवार को कागजों की जांच के बाद प्रशासन ने कई उम्मीदवारों को अयोग्य करार दे उनके नामांकन रद्द किए है। इसके बाद विपक्षी अकाली दल कांग्रेस पर हमलावर हुई है। विशेष तौर पर जिले के सबसे संवेदनशील हलका रामपुरा फूल में विवाद खड़ा हुआ है। इस बारे सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि राज्य के कांग्रेसी मंत्री कांग्रेसी उम्मीदवार की हार से घबराकर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके शिरोमणि अकाली दल के इलावा आजाद उम्मीदवारों के नामजदगियां रद्द करवा रहे हैं। पूर्व मंत्री मलूका ने कहा कि प्रदेश में दिनों दिन घट रहे आधार के कारण कांग्रेस पार्टी निष्पक्ष चुनाव करवाने से घबरा रही है। उन्होंने कहा कि यदि विरोधियों के कागज़ रद्द करवा कर या फिर गुंडागर्दी से कागज भरने से रोक कर चुनाव करवाने हैं तो चुनाव का नाटक करने की कोई ज़रूरत नहीं।
सरकार को अपनी पार्टी के साथ संबंधित उम्मीदवार को सीधे नामजद कर लेना चाहिए। मलूका ने कहा कि हलका रामपुरा फूल में शिरोमणी अकाली दल के मलूका गांव से 7, भगता भाईका से 2, कोठा गुरू से 4, महिराज से 5 और भाईरूपा से 4 उम्मीदवारों के इलावा कई आजाद उम्मीदवारों की नामजदगिया बेतुके एतराज़ लगा कर रद्द किये गए हैं। उन्होंने बताया कि महिराज से अकाली दल के उम्मीदवार के कागज पानी का बिल बकाया होने का एतराज़ लगा कर रद्द किए गए जबकि संबंधित उम्मीदवार के घर आज तक पानी की सप्लाई ही नहीं दी गई है। इसके इलावा एक उम्मीदवार के कागज़ घर के बाहर नाजायज चबूतरा बनाने का एतराज लगाकर रद्द किया हैं जबकि इस उम्मीदवार का घर खेतों में अपनी निजी जमीन में है। इसके इलावा कई बेतुके और हांस्यप्रद एतराज़ लगाकर नाजायज ढंग के साथ शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार के कागज़ रद्द किये हैं।
मलूका ने बताया कि माल विभाग के साथ सबंधित इलाके में कुछ अधिकारी पिछले तीन से चार साल से अगल-अलग इलाकों में कांग्रेसी उम्मीदवार को नियमों को छीके पर टांग कर मदद करते आ रहे हैं। यह अधिकारी कांग्रेसी मंत्री की शह पर काम करते हैं। मलूका ने कहा कि आधिकारियों की तरफ से लगाए गए एतराजा संबंधित लिखित जानकारी भी देने से इंकारर कर दिया है। मलूका ने कहा इस मामले को लेकर डिप्टी कमिश्नर बठिंडा को मांग पत्र सौंपा गया है। डिप्टी कमिश्नर बठिंडा से माँग की गई है कि तुरंत इस मामलो की पड़ताल करवाएं और रद्द किए गए उम्मीदवार के कागज की दोबारा पड़ताल करवाकर उम्मीदवार को चुनाव लड़ने की मंजूरी दी जाए।
मलूका ने कहा कि यदि ज़िला प्रसासन की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं की गई तो वह इंसाफ के लिए हाईकोर्ट का रुख करेंगे। इसके इलावा कांग्रेस की तरफ से लोकतंत्र की परंपरा को लगाए जा रहे धक्के को रोकने के लिए प्रदर्शन किये जाएंगे। इस मौके पूर्व प्रधान हरिन्दर सिंह हिन्दा, निर्मल गिल, निर्मल सिंह मलूका, हरजीत मलूका, गुरतेज सिंह, मीडिया इंचार्ज रत्न शर्मा मलूका के इलावा पार्टी के साथ सम्बन्धित उम्मीदवार उपस्थित थे।
फोटो -डीसी बठिंडा को मांगपत्र सौंपने के लिए जाते सिकंदर सिंह मलूका व अन्य।